आमतौर पर पौधे के बीज मुख्यतः दो विधियों से लगाए जाते हैं- डायरेक्ट मेथड और ट्रांसप्लांटिंग मेथड। ट्रांसप्लांटिंग मेथड की तुलना में सीधे बीज लगाना (Direct Sowing Method) बहुत ही आसान होता है और इसमें बहुत ही कम समय और प्रयास की आवश्यकता होती है, लेकिन फिर भी कुछ चीजें ऐसी हैं, जिनका सीधे बीज लगाते समय ध्यान रखना बेहद ही जरूरी होता है। यदि आप बीजों को सही तरीके से नहीं लगाते हैं, तो बीज सड़ सकता है या फिर उससे उगने वाला पौधा कमजोर हो सकता है। आज हम आपको डायरेक्ट विधि से पौधा उगाने या मिट्टी में सीधे बीज बोने के कुछ आसान टिप्स के बारे में बताने जा रहे हैं। डायरेक्ट सीड सोइंग मेथड या बीज बोने की प्रत्यक्ष विधि क्या है, इस विधि से पौधे के बीज कैसे लगाएं, बीज लगाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, जानने के लिए लेख पूरा पढ़ें।
डायरेक्ट सीड सोइंग मेथड क्या है – What Is Direct Seed Sowing Method In Hindi
प्रत्यक्ष विधि (Direct Sowing Method) पौधे उगाने की सबसे पुरानी विधि है। इस विधि में बिना पौध या सीडलिंग को तैयार किये हुए, बीज सीधे गार्डन या गमले की मिट्टी में लगा दिए जाते हैं और पौधों को उचित देखभाल के साथ बढ़ने दिया जाता है, इसे सीधी बुवाई भी कहा जाता है।
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डायरेक्ट विधि से पौधे उगाने की टिप्स – Tips For Direct Planting In Hindi
डायरेक्ट या प्रत्यक्ष विधि (सीधी बुआई) से बीज लगाने और पौधे उगाने के टिप्स या तरीके निम्न हैं:-
- बीजों को उचित मौसम में लगाएं।
- रोपण क्षेत्र तैयार करें।
- उचित गहराई में बीज लगाएं।
- बीजों को उचित दूरी पर लगाएं।
- बीज लगाये गये स्थान पर प्लांट टैग लगाएं।
- मिट्टी को नम बनाएं।
- गार्डन कवर का उपयोग करें।
- सीडलिंग को थिन करें।
बीजों को उचित मौसम में लगाएं – Plant Seeds In The Right Season In Hindi
डायरेक्ट विधि से उगाए गये पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए सबसे जरूरी है, कि बीजों को उनकी ग्रोइंग कंडीशन के अनुकूल मौसम में लगाया जाए। अनुकूल मौसम में बीज सफलतापूर्वक अंकुरित होते हैं और पौधे की ग्रोथ अच्छी होती है। यदि पौधा समर सीजन में उगने वाला है, तो आप स्प्रिंग सीजन में इसके बीज लगा सकते हैं और इसके विपरीत विंटर सीजन में ग्रो करने वाले पौधे के बीजों को शरद ऋतु (सितंबर-नवंबर) में लगाएं।
यदि आपने किसी पौधे के बीजों को शीत ऋतु (सर्दियों के मौसम) में लगाया है, तो अत्याधिक ठंड से बचाने के लिए तथा मिट्टी को गर्म रखने के लिए आप गमले को घर के अन्दर रखें या फिर प्लांट कवर से कवर करें। तथा ग्रीष्म ऋतु में लगाए गए बीजों को गर्मियों की तेज धूप में सूखने से बचाने के लिए छाया प्रदान करें, तथा मिट्टी को पर्याप्त नम बनाए रखें।
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रोपण क्षेत्र तैयार करें – Prepare Planting Area For Direct Sowing In Hindi
बीज लगाने से पहले उनका रोपण क्षेत्र तैयार करें, यदि आप गमलों में बीजों को उगाने जा रहे हैं, तो उन्हें अच्छी तरह से धोकर साफ कर लें तथा गार्डन में पौधे लगाने के लिए मिट्टी को अच्छी तरह खरपतवार मुक्त कर लें।
गार्डन में बीज बोने के लिए आप जमीन की 2 से 3 इंच गहरी मिट्टी को खोदें तथा उसमें जैविक खाद जैसे- वर्मीकम्पोस्ट, गोबर खाद, मस्टर्ड केक आदि मिलाएं। गमलों में बीज लगाने के लिए एक अच्छा पॉटिंग मिक्स तैयार करें। आप मिट्टी में निम्न चीजों को उचित मात्रा में मिलाकर पॉटिंग मिक्स तैयार कर सकते हैं:-
- वर्मीकम्पोस्ट (Vermicompost)
- गोबर खाद (Dung Manure)
- मस्टर्ड केक (Mustard Cake)
- नीम केक (Neem Cake)
- पर्लाइट (Perlite)
- वर्मीक्यूलाइट (Vermiculite)
आप डायरेक्ट विधि से बीज लगाने के लिए रेडीमेड पॉटिंग सॉइल भी खरीद सकते हैं।
उचित गहराई में बीज लगाएं – Plant Seeds At The Proper Depth In Hindi
सीधी बुआई से पौधे उगाने के लिए सबसे जरूरी है, बीजों को उचित गहराई में लगाना। कुछ बीजों को अधिक गहरा लगाया जाता है तथा कुछ को सिर्फ मिट्टी से ढंका जाता है। यदि आप उन्हें उचित गहराई में नहीं लगायेंगे, तो शायद वह उगें ही ना। बीज लगाने की उचित गहराई के बारे में जानने के लिए नीचे दिए लेख की लिंक पर क्लिक करें:
(और पढ़ें: जानें अच्छे अंकुरण के लिए बीज बोने की उचित गहराई…)
बीजों को उचित दूरी पर लगाएं – Plant The Seeds At Proper Distance In Hindi
गहराई के साथ बीजों के बीच की दूरी भी बहुत मायने रखती है, खासकर जब आप सीधी बुआई द्वारा लेट्यूस जैसे बहुत छोटे बीजों को लगाने जा रहे हों। इन बीजों को आप एक साथ लगा तो लेते हैं, लेकिन पौधे की उचित वृद्धि के लिए एक समय बाद आपको इन्हें अलग करना होगा। इसलिए डायरेक्ट मेथड से पौधे उगाते समय शुरूआत से ही बीजों को उचित दूरी पर लगाना जरूरी है।
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बीज लगाये गये स्थान पर प्लांट टैग लगाएं – Tag It Seed Sowing Area In Hindi
यदि आपने डायरेक्ट विधि के बहुत से पौधों के बीज लगाए हुए हैं, तो उन्हें पहचानने, अंकुरण समय को जानने और छोटे पौधों की उचित देखभाल करने के लिए प्लांट टैग लगा सकते हैं। इसके अलावा प्लांट टैग के फायदे जानने के लिए नीचे दिए लेख की लिंक पर क्लिक करें:
(और पढ़ें: पौधों में क्यों लगाए जाते हैं प्लांट टैग, जानें इनके फायदे…)
मिट्टी को नम बनाएं – Make Soil Moist For Seed Sowing In Hindi
डायरेक्ट विधि से मिट्टी में बोए हुए बीजों को समय पर अंकुरित होने के लिए मिट्टी को लगातार नम बनाए रखें, लेकिन अधिक गीला नहीं, इससे बीज सड़ सकते हैं। बीजों को पानी देने के लिए फब्बारे वाली वाटर कैन का उपयोग करें, यदि आप सीधे पानी देते हैं, तो तेज धार से बीज मिट्टी के ऊपर या अधिक गहराई में जा सकते हैं।
(और पढ़ें: पौधों में पानी देने के 4 बेहतरीन तरीके…..)
गार्डन कवर का उपयोग करें – Use Garden Cover For Successfully Growing Seed In Hindi
अधिकांश कीट अंकुरों की ओर अधिक आकर्षित होते हैं, इसलिए अपने छोटे पौधों को कीटों, बाहर की तेज हवाओं और प्रतिकूल वातावरण के प्रभाव से बचाने के लिए बीज लगे गमले को कवर कर सकते हैं।
सीडलिंग को थिन करें – Thin Out Seedling For Successfully Growing In Hindi
बीज लगाने के बाद आप देखते हैं, कि अंकुर एक-दूसरे के पास आ रहे हैं अर्थात उनके बीच की दूरी कम होती जा रही है, तो इस स्थिति में आपको कुछ पौधों को अलग करना होगा अर्थात कमजोर पौधों को चुनें और कैंची की मदद से काट कर अलग कर दें, जिससे आपके पौधों को बढ़ने के लिए पर्याप्त जगह मिल सके।
यदि आपने सीधी बुआई द्वारा ऐसे पौधों के बीज लगाए हैं, जिन्हें ट्रांसप्लांटिंग विधि से भी उगाया जा सकता है, तो आप सीडलिंग थिनिंग के दौरान उन पौधों को उखाड़ कर दूसरी जगह ट्रांसप्लांट कर सकते हैं।
(और पढ़ें: बीज अंकुरित होने के बाद ऐसे करें सीडलिंग की देखभाल….)
इस लेख में आपने जाना, कि डायरेक्ट सीड सोइंग मेथड या बीज बोने की डायरेक्ट विधि क्या है, इस विधि से पौधों के बीज कैसे लगाएं/उगाएं तथा सीधी बुवाई से बीज लगाने या बोने के आसान टिप्स के बारे में। उम्मीद है यह लेख आपके काम आया होगा। इस लेख से सम्बंधित आपके जो भी सुझाव हैं, हमें कमेंट करके जरूर बताएं।