भारत में, सर्दियों का मौसम कई सुंदर फूल के पौधों को उगाने के लिए अनुकूल होता है। नवंबर के महीने में हल्की ठंड का अहसास शुरू होते ही एलिसम, गजानिया ट्यूलिप जैसे कई फूल वाले पौधों को होम गार्डन में उगाया जा सकता है। दिसंबर महीने में तेज ठंड पड़ने लगती है और इस समय भी बालसम, पैन्सी जैसे कई फूलों को उगाया जाता है। नवंबर दिसंबर के ठंडे मौसम में लगाये जाने वाले फूल के पौधों में वसंत ऋतु तक फूल भी खिलने लगते हैं। अगर आप जानना चाहते हैं कि नवंबर दिसंबर में कौन से फ्लावर प्लांट उगाए जाते हैं? तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। नवंबर दिसंबर में लगाए जाने वाले फूल के पौधे और उन्हें उगाने का तरीका क्या है, जानने के लिए यह आर्टिकल पूरा पढ़ें।
नवंबर-दिसंबर में उगाए जाने वाले फूल के पौधे – Flowers To Grow In November December In Hindi
आइये जानते हैं नवंबर दिसंबर में उगने वाले फ्लावर प्लांट के नाम तथा इन सर्दियों के फूल को उगाने का तरीका और खिलने के समय के बारे में:
फूल के पौधे |
बीज उगाने का तरीका |
बीज बोने की गहराई |
फ्लाविरंग टाइम (दिन बाद) |
एलिसम (Alyssum) |
डायरेक्ट/ट्रांसप्लांट |
0.3cm |
60-70 |
एग्रेटम (Ageratum) |
डायरेक्ट/ट्रांसप्लांट |
0.3cm |
70-80 |
स्वीट पी (Sweet Pea) |
डायरेक्ट सोइंग |
1.2cm |
90-120 |
क्लार्किया एलिगेंस (Clarkia Elegans) |
डायरेक्ट सोइंग |
0.3cm |
90-100 |
अफ्रीकी डेजी (African Daisy) |
डायरेक्ट/ट्रांसप्लांट |
0.3cm |
60-70 |
गैलार्डिया (Gaillardia) |
ट्रांसप्लांट |
0.3cm |
90-100 |
गजानिया (Gazania) |
डायरेक्ट/ट्रांसप्लांट |
0.5cm |
70-80 |
पिटुनिया (Petunia) |
ट्रांसप्लांट मेथड |
0.5cm |
45-60 |
पैन्सी (Pansy) |
ट्रांसप्लांट मेथड |
0.3cm |
70-90 |
गुलदाउदी (Chrysanthemum) |
ट्रांसप्लांट मेथड |
1.27cm |
120-140 |
रैननकुलस (Ranunculus) |
बल्ब |
बल्ब से 1.5 गुना |
150 |
अंतिर्रहिनुम (Antirrhinum) |
ट्रांसप्लांट मेथड |
0.3cm |
70-90 |
डैफोडिल (Daffodil) |
बल्ब |
बल्ब से 1.5 गुना |
5-6 साल बाद |
जेरेनियम (Geranium) |
ट्रांसप्लांट मेथड |
0.3cm |
90-100 |
डेल्फीनियम (Delphinium) |
डायरेक्ट/ट्रांसप्लांट |
0.3cm |
1 साल बाद |
डायनथस (Dianthus) |
डायरेक्ट/ट्रांसप्लांट |
0.3cm |
80-90 |
वायोला (Viola) |
ट्रांसप्लांट मेथड |
0.5cm |
90-100 |
फ्लॉक्स (Phlox) |
ट्रांसप्लांट मेथड |
0.3cm |
100-120 |
कैलेंडुला (Calendula) |
डायरेक्ट/ट्रांसप्लांट |
1.27cm |
60-70 |
कॉर्नफ्लावर (Cornflower) |
ट्रांसप्लांट मेथड |
1.27cm |
80-90 |
कॉसमॉस (Cosmos) |
डायरेक्ट/ट्रांसप्लांट |
0.3cm |
60-70 |
जरबेरा (Gerbera) |
ट्रांसप्लांट मेथड |
0.3cm |
90-100 |
साल्विया (Salvia) |
डायरेक्ट सोइंग |
0.3cm |
60-70 |
जिन्निया (Zinnia) |
डायरेक्ट/ट्रांसप्लांट |
0.5cm |
60-70 |
क्रोकस (Crocus) |
बल्ब |
बल्ब से 1.5 गुना |
100-120 |
ट्यूलिप (Tulip) |
बल्ब |
बल्ब से 1.5 गुना |
90-100 |
देशी गुलाब (Rose) |
डायरेक्ट सोइंग |
0.5cm |
70-90 |
यारो फ्लावर (Yarrow) |
डायरेक्ट/ट्रांसप्लांट |
सतह पर |
120 |
बिगोनिया (Begonia) |
ट्रांसप्लांट मेथड |
1.2cm |
90-100 |
लार्कसपुर (Larkspur) |
डायरेक्ट सोइंग |
0.5cm |
80-90 |
नवंबर दिसंबर में उगने वाले फूलों के बीज / बल्ब कहां से खरीदें – Where To Buy Flower Seeds Online In Hindi
Organicbazar.Net ऑनलाइन वेबसाइट से आप नवंबर दिसंबर में लगाए जाने वाले फूल के बीजों को किफायती दामों पर खरीद सकते हैं। आप ऊपर बताये गए सभी फूलों के अलावा अन्य फूलों, सब्जियों, हर्ब्स और गार्डन टूल्स को भी इस साईट से काफी कम कीमत में घर बैठे खरीद सकते हैं। आप नवंबर दिसंबर के महीने में नर्सरी से लाए फूल के पौधे भी अपने होम गार्डन में बड़ी आसानी से उगा सकते हैं।
(यह भी जानें: गार्डन का सामान कहाँ से खरीदें……)
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फूल लगाने के लिए ग्रो बैग – Grow Bags For Planting Flower Plants In Hindi
सर्दियों के मौसम में उगाए जाने वाले फूलों को निम्न साइज़ के ग्रो बैग में लगाया जा सकता है:
- 9×9 (चौड़ाई x उंचाई)
- 12×12 (चौड़ाई x उंचाई)
- 12×15 चौड़ाई x उंचाई)
- 15×15 (चौड़ाई x उंचाई)
- 15×12 (चौड़ाई x उंचाई)
(यह भी जानें: फूल वाले पौधे लगाने के लिए ग्रो बैग का साइज……)
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नवंबर दिसंबर में लगाए जाने वाले फूलों के लिए पॉटिंग मिक्स – Potting Mix For Planting November December Flower Plants In Hindi
नवंबर और दिसंबर के महीनों में कुछ फूल के बीजों को डायरेक्ट गमलों में या गार्डन की मिट्टी में बोया जाता है, जबकि कुछ फूल के बीजों की पहले सीडलिंग तैयार की जाती है, फिर उन सीडलिंग को गमले या गार्डन में ट्रांसप्लांट किया जाता है। दोनों तरीकों से फूलों को उगाने के लिए अलग-अलग पॉटिंग मिक्स की जरूरत होती है, जैसे:
- सीडलिंग तैयार करने के लिए सीड स्टार्टिंग मिक्स – बीज से सीडलिंग तैयार करना हो तो उसके लिए आप केवल कोकोपीट कॉइन का इस्तेमाल करके बीज अंकुरित कर सकते हैं। इसके अलावा 50% कोकोपीट, 20% वर्मीकम्पोस्ट, 20% पर्लाइट, और 10% वर्मीक्यूलाइट को अच्छे से मिक्स कर सीड स्टार्टिंग मिक्स भी बना सकते हैं और फिर उसे सीडलिंग ट्रे या स्माल पॉट में भरकर उसमें फूलों के बीज लगा सकते हैं।
- डायरेक्ट फ्लावर सीड्स उगाने के लिए पॉटिंग मिक्स – फ्लावर सीड्स को सीधे गमले में लगाने के लिए या सीडलिंग को ट्रांसप्लांट करने के लिए गमले की मिट्टी तैयार करना हो, तो उसके लिए 50% गार्डन की मिट्टी लें और इसमें 30% कम्पोस्ट खाद (गोबर खाद), 10% कोकोपीट और 10% रेत मिलाएं। इन सभी चीजों को अच्छे से मिक्स कर लें। अब इस पॉटिंग मिक्स को गमलों में भरकर फूलों के बीज, पौधे या बल्ब को लगाया जा सकता है।
(यह भी जानें: सर्दियों में गार्डन की मिट्टी में सुधार कैसे करें.…..)
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नवंबर दिसंबर के महीने में फूल उगाने का तरीका – How To Grow Flowers During November December In Hindi
सर्दियों के समय नवंबर और दिसंबर के महीने में फ्लावर प्लांट को 2 तरीकों से उगाया जाता है:
- फूलों के बीज से पौध (सीडलिंग) तैयार करके
- फूल के बीजों को या बल्ब को डायरेक्ट गमले की मिट्टी या जमीन में लगाकर
(यह भी जानें: गार्डनिंग शुरू करने के लिए किन चीजों की पड़ती है जरूरत……)
फूल के बीजों से सीडलिंग तैयार करना – How To Plant Flower Seeds In Seedling Tray In Hindi
नवंबर और दिसंबर माह में गैलार्डिया, जेरेनियम, जरबेरा जैसे फूलों के बीज से पहले सीडलिंग (पौध) तैयार कर ली जाती है और फिर उसके बाद सीडलिंग को गमलों या ग्रो बैग में ट्रांसप्लांट कर दिया जाता है। नवंबर दिसंबर के महीने में फूलों के बीज से सीडलिंग तैयार करने की विधि निम्न है:
- फूलों की पौध (सीडलिंग) तैयार करने के लिए सबसे पहले सीडलिंग ट्रे लें।
- इसके बाद तैयार किये गए सीड स्टार्टिंग मिक्स को सीडलिंग ट्रे के होल्स में भरें।
- फूल के बीज बोने के लिए पॉटिंग मिक्स के सेण्टर में ऊँगली से एक छोटा छेद बनाएं।
- अब हर खानों में फूल के एक-एक बीज को उचित गहराई में लगाएं और बीज को कोकोपीट या वर्मीकम्पोस्ट से कवर कर दें।
- इसके बाद बीजों के ऊपर स्प्रे पंप से पानी का छिडकाव करें।
- यदि आप अलग अलग फूलों के बीजों को एक ही सीडलिंग ट्रे में लगा रहे हैं तो ट्रे के हर होल में बीजों के नाम का लेबल लगा दें। किस होल में कौन सा फूल का बीज लगाया था, इसकी जानकारी रहने से सीडलिंग की केयर करना आसान हो जाता है।
- अब सीडलिंग ट्रे को ब्राइट रोशनी वाली जगह पर रख दें।
- जब फूलों की सीडलिंग 4-6 इंच लम्बी हो जाए, तब उन्हें उचित आकार के गमले या ग्रो बैग में ट्रांसप्लांट कर दें।
(यह भी जानें: बीज जर्मिनेट होने के बाद ऐसे करें सीडलिंग की देखभाल……)
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फूल के बीजों या बल्ब को डायरेक्ट मेथड से उगाना – Direct Sowing Flower Seeds And Bulbs In Hindi
स्वीट पी, साल्विया, लार्कसपुर नवंबर दिसंबर में बीज से उगाये जाने वाले फूलों के पौधे हैं। इन फूलों के बीजों को डायरेक्ट गमलों या गार्डन में बोया जाता है। आइये जानते हैं नवंबर दिसंबर माह में फ्लावर बल्ब्स को लगाने, फूलों की सीडलिंग ट्रांसप्लांट करने और बीजों को डायरेक्ट गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में बोने की विधि, जो की इस प्रकार है:
- जिन फूलों के बीजों को, सीडलिंग को या बल्ब्स को सीधे ग्रो बैग में लगाना है, उनके लिए उचित साइज के ग्रो बैग को लें।
- इसके बाद ग्रो बैग को पॉटिंग मिक्स से भर लें।
- ग्रो बैग की पॉटिंग मिक्स में उचित गहराई और उचित दूरी पर बीजों को लगा दें। फ्लावर प्लांट की बल्ब्स को उनकी लम्बाई से 5 से 2 गुना गहराई में लगाना चाहिए।
- नवंबर दिसंबर में उगने वाले फूल के बीजों को और बल्ब्स को लगाने के बाद स्प्रे पम्प से पॉटिंग मिक्स पर पानी का छिडकाव करें और गमलों को ब्राइट रोशनी वाली जगह पर रख दें। बीज लगाने के बाद इतना पानी दें कि गमले की मिट्टी पूरी तरह से गीली हो जाए।
(यह भी जानें: डायरेक्ट मेथड फ्लावर सीड्स सोइंग कैलेंडर…..)
इस आर्टिकल में नवंबर दिसंबर में उगने वाले फूल (फ्लावर प्लांट) के नाम और उन फूल के बीजों को उगाने की विधि के बारे में बताया गया है। उम्मीद करते हैं नवंबर दिसंबर में लगने वाले फूल से संबंधित यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। यदि इस लेख में दी गयी जानकारी से संबंधित आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो उसे कमेन्ट जरूर करें।
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