गार्डन में कीटों से छुटकारा पाने के आसान और प्राकृतिक तरीके! – Organic Pest Control Methods In Gardens In Hindi

गार्डन में कीटों का जैविक तरीके से नियंत्रण करने के कई तरीके हैं, जैसे स्टिकी ट्रैप और रो कवर का उपयोग करना, नीम तेल या घर पर बने कीटनाशक का छिड़काव करना आदि। हालाँकि होम गार्डन में रासायनिक कीटनाशकों का उपयोग भी किया जा सकता है लेकिन वे पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं और हमारे स्वास्थ्य के लिए भी ठीक नहीं रहते हैं। इस कारण से इस लेख में कुछ आसान विधियाँ दी गयी हैं जिनकी मदद से आप कीटों का जैविक तरीके से नियंत्रण किया जा सकता है। कीटों का जैविक नियंत्रण कैसे होता है, कीट नियंत्रण के जैविक तरीके क्या हैं इन सवालों के जबाव और कीट प्रबंधन की जैविक विधि जानने के लिए यह लेख लास्ट तक जरूर पढ़ें।

कीट नियंत्रण की जैविक विधियां – Natural Garden Pest Control Recipe In Hindi

बागवानी, प्रकृति से जुड़ने और अपने वातावरण को सुंदर बनाने का एक शानदार तरीका है। हालांकि गार्डनर अक्सर उन कीटों से जूझते हैं, जो पौधों को नुकसान पहुंचाते हैं। इन कीटों को दूर भगाने के लिए रासायनिक कीटनाशक प्रभावी हो सकते हैं, लेकिन वे पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक होते हैं। आपके घर पर बने बगीचे में कीटों को नियंत्रित करने के कई प्राकृतिक तरीके भी हैं, जिनके बारे में आगे बताया गया है। गार्डन में कीट नियंत्रण की जैविक विधियाँ निम्न हैं:

स्टिकी ट्रैप का उपयोग – Use Sticky Trap For Pest Control Organically In Hindi 

स्टिकी ट्रैप का उपयोग - Use Sticky Trap For Pest Control Organically In Hindi 

लाल, पीले और भी कई कलर के छोटे कागज आते हैं, जिन पर ग्लू या चिपचिपा पदार्थ लगा रहता है। इन कागज को पौधों के नजदीक लगा देने से कीट इन कागज के चिपचिपे पदार्थ पर आकर चिपक जाते हैं, इन चिपचिपे पदार्थ युक्त कागज़ को स्टिकी ट्रैप कहते हैं। इस तरह स्टिकी ट्रैप का उपयोग करने से गार्डन में कीटों का जैविक तरीके से नियंत्रण हो जाता है।

(यह भी पढ़ें: स्टिकी ट्रैप से होता है पौधों को फायदा या नुकसान, जानें इस लेख में…)

नीम तेल का छिड़काव – Neem Oil For Pest Control In Gardening In Hindi 

नीम तेल का छिड़काव - Neem Oil For Pest Control In Gardening In Hindi 

कीट नियंत्रण के लिए जैविक कीटनाशक की बात करें, तो नीम का तेल एक प्रभावी प्राकृतिक कीटनाशक है, जो नीम के पेड़ के बीजों से प्राप्त होता है। इसका उपयोग एफिड्स, स्पाइडर माइट्स और व्हाइट फ़्लाइज समेत कई कीटों के प्रकोप को ख़त्म करने के लिए किया जाता है। नीम के तेल का इस्तेमाल करने के लिए इसे स्प्रे बोतल में पानी के साथ मिलाकर कीट प्रभावित पौधों पर स्प्रे करें।

(यह भी पढ़ें: नीम तेल के फायदे और गुण जो बनाते हैं पौधों को बेहतर ! …)

लाभकारी कीट – Attract Beneficial Insects To Garden In Hindi 

जैविक कीट नियंत्रण विधियों में से यह सबसे अच्छी है। इस विधि में गार्डन में लाभकारी कीड़ों को आकर्षित किया जाता है। लेडीबग्स, लेसविंग्स, प्रेइंग मैन्टिस और होवरफ्लाइज़ आदि लाभकारी कीड़ों के कुछ उदाहरण हैं, जिन्हें बगीचे में आकर्षित किया जाता है। लेडीबग्स कीट- एफिड्स और माइट्स को खाते हैं, जबकि लेसविंग्स– कैटरपिलर और माइलबग्स को अपना भोजन बनाते हैं। प्रेयिंग मैंटिस (Mantis)- मक्खियों और पतंगों सहित कई प्रकार के कीड़ों को खाते हैं। होवरफ्लाइज़– एफिड्स, थ्रिप्स और व्हाइटफ़्लाइज को गार्डन में बढ़ने से रोकते हैं। ये कीड़े कुछ पौधों जैसे कि डिल, सौंफ, यारो और टैन्ज़ी (Tansy Plant) से आकर्षित होते हैं, इसलिए इन्हें अपने बगीचे में लगाने से उन्हें आकर्षित करने में मदद मिल सकती है।

(यह भी पढ़ें: 10 बेस्ट प्लांट्स, जो करते हैं लाभकारी कीटों को आकर्षित…)

कम्पेनियन प्लांटिंग – Companion Planting For Insect Control In Hindi 

कम्पेनियन प्लांटिंग - Companion Planting For Insect Control In Hindi 

साथी रोपण या कम्पेनियन प्लांटिंग एक अन्य प्रभावी जैविक कीट नियंत्रण विधि है, जिसमें कई अलग-अलग तरह के पौधों को एक साथ लगाया जाता है, ताकि उनकी ग्रोथ अच्छे से हो सके और कीटों को रोका जा सके। उदाहरण के लिए, टमाटर के पौधों के बीच गेंदे के पौधे लगाने से नेमाटोड और सफेद मक्खी को दूर भगाने में मदद मिलती है। तुलसी और कैमोमाइल के पौधे एफिड्स को दूर भगाने में मदद करते हैं, जबकि लहसुन और प्याज स्पाइडर माइट्स और घोंघे को दूर रखते हैं। कीटों को भगाने के अलावा कम्पेनियन प्लांट्स, बगीचे में लाभकारी कीड़ों को भी आकर्षित करते हैं। 

घरेलू कीटनाशक का प्रयोग – Homemade Pest Control For Plants In Hindi 

सिंथेटिक रसायनों और कीटनाशकों का उपयोग किए बिना होम गार्डन में कीटों को नियंत्रित करने के लिए घर का बना कीटनाशक एक सुरक्षित और प्रभावी तरीका है। लहसुन का स्प्रे एक लोकप्रिय होममेड कीटनाशक है, जो एफिड्स, कैटरपिलर और व्हाइटफ्लाइज सहित कई प्रकार के हानिकारक कीटों को दूर कर सकता है। लहसुन का कीटनाशक स्प्रे बनाने के लिए, लहसुन की कुछ कलियों को पीसकर रात भर पानी में भिगो दें। फिर लहसुन को छान लें और घोल को पानी के साथ एक स्प्रे बोतल में मिला लें। इसके बाद घोल को कीटों से प्रभावित पौधों पर स्प्रे करें। 

(यह भी पढ़ें: पौधों के लिए बेस्ट हैं यह 8 प्राकृतिक कीटनाशक…)

डायटोमेसियस अर्थ का उपयोग – Diatomaceous Earth Pest Control In Hindi 

यह डायटोमेसियस अर्थ एक पाउडर है, जो डायटोम्स नामक छोटे समुद्री जीवों के जीवाश्म अवशेषों से बना है। यह एक प्रभावी जैविक कीटनाशक है, जो चींटियों, पिस्सू और तिलचट्टे सहित कई कीटों को नियंत्रित करने के लिए प्रयोग किया जाता है। डायटोमेसियस अर्थ का उपयोग करने के लिए, इसे प्रभावित पौधों पर या पौधों के आधार के आसपास छिड़कें।

तेल का उपयोग – Essential Oils For Pest Control On Plants In Hindi 

कुछ प्राकृतिक तेल होते हैं, जो पौधों से प्राप्त होते हैं और उनमें कीटनाशक गुण होते हैं। जैसे उदाहरण के लिए पेपरमिंट ऑयल – चींटियों, एफिड्स और स्पाइडर माइट्स को दूर रखता है। नीलगिरी का तेल – मच्छरों, मक्खियों और पिस्सू को भगा सकता है। जैविक तरीके से कीटों का नियंत्रण करने के लिए इन तेलों का उपयोग करने के लिए, एक स्प्रे बोतल में तेल की कुछ बूंदों को पानी के साथ मिलाकर घोल तैयार करें और फिर उसे प्रभावित पौधों पर स्प्रे करें।

पौधों को कवर करना – Using Row Covers For Pest Control In Hindi 

पौधों को सुरक्षा - Using Row Covers For Pest Control In Hindi 

गार्डन के गमलों में लगे पौधों को कीटों से बचाने के लिए आप उन्हें रो कवर या पतली नेट से कवर कर सकते हैं। रो कवर पतले कपड़े से बने होते हैं, जिन्हें पौधों को ढका या पौधे पर लपेटा जा सकता है। इससे पौधों का कीटों से आसानी से बचाव हो जाता है।

(यह भी पढ़ें: हाउस प्लांट में लगने वाले कीट और उनकी रोकथाम…)

कीटों को हाथ से हटाना – Hand Picking Insects In Garden In Hindi 

हाथ से कीटों को हटाना प्राकृतिक कीट नियंत्रण विधि है, जो कुछ बड़े आकार के कीटों के लिए प्रभावी हो सकती है। इसके अलावा आप पानी की तेज धार चलाकर भी पौधों से कीटों को दूर हटा सकते हैं।

जैविक कीट नियंत्रण विधियाँ आपके बगीचे में कीटों के नियंत्रण के लिए प्रभावी और पर्यावरण के अनुकूल तरीके हैं। कम्पेनियन प्लांटिंग, जैविक कीटनाशकों का उपयोग आदि प्राकृतिक तरीकों का उपयोग करके, आप गार्डन में कीटों के प्रकोप को कम कर सकते हैं। इस लेख में बताई गयी जैविक कीट प्रबंधन विधियाँ आपको कैसी लगी, या इस लेख से जुड़ा आपका कोई भी सवाल या सुझाव  हमारे साथ कमेन्ट के साथ शेयर जरूर करें।

Leave a Comment