आजकल मार्केट में विभिन्न प्रकार के ऑर्गेनिक और रासायनिक खाद व उर्वरक मौजूद हैं, लेकिन बढ़ते प्रदूषण तथा बीमारियों से गार्डन के गमले या पॉट में लगे पेड़ पौधों को स्वस्थ रखने तथा पौधों की बेहतर ग्रोथ के लिए घर पर तैयार जैविक खाद का उपयोग करना सही होता है। आप इस लेख को पढ़ने के बाद घर पर ही रसोई के कचरे या सब्जियों के छिलकों से खाद बना सकते हैं, इस आर्टिकल में हम रसोई के कचरे या सब्जी के छिलकों से खाद कैसे बनाते हैं, के विषय में चर्चा करेंगे। वेजिटेबल पील्स (Vegetable Peels) अर्थात् सब्जियों व फलों के छिलके से जैविक खाद कैसे बनाएं, खाद या उर्वरक बनाने की विधि तथा पौधों के लिए सब्जियां व फलों के छिलकों से बनी फर्टिलाइजर के उपयोग और फायदे जानने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें। (sabjiyon ke chhilke se bani khad ke upyog or fayde)
सब्जियों के छिलकों से जैविक खाद कैसे बनाएं – How To Make Compost From Vegetable Peels In Hindi
सब्जी के छिलकों से बनी खाद या उर्वरक पौधों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है, लेकिन इस खाद को बनाते समय थोड़ी सावधानी बरतना आवश्यक होता है, क्योंकि कुछ किचिन वेस्ट या अवशिष्ट ऐसे होते हैं जिनका खाद बनाने में उपयोग नहीं किया जाना चाहिए, अन्यथा यह आपके पौधों को नुकसान पहुंचा सकते है। आइये जानते हैं सब्जियों के छिलके से खाद बनाते समय किन चीजों का उपयोग करना चाहिए और किन चीजों का उपयोग करने से बचना चाहिए।
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वर्मीकम्पोस्ट |
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रॉक फॉस्फेट |
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नीम केक |
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वॉटरिंग केन |
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सब्जियों के छिलकों से खाद बनाने के लिए करें इन चीजों का उपयोग – Vegetable Compost Materials List In Hindi
घर पर गार्डन में सब्जियों के छिलकों या किचिन वेस्ट से खाद तैयार करते समय विभिन्न प्रकार के सूखे व गीले कचरे को आपस में मिलाया जाता है, जिसके परिणामस्वरुप जैविक खाद तैयार होती है। सब्जी के छिलकों से खाद तैयार करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री निम्न है, जैसे:
- सूखे पत्ते
- जड़ी बूटी और मसाले
- फलों और सब्जियों के छिलके (जैसे केला, सेब, संतरा, लौकी, आदि)
- रोटी, अनाज, गेहूं के टुकड़े
- कॉफ़ी अवशिष्ट
- टी बैग्स या चायपत्ती
- पुराना और बासी पशु भोजन
- कटा हुआ कागज या कार्डबोर्ड
- घास, पुआल
- पुराना सड़ा हुआ गोबर, इत्यादि।
नोट – सूखे पौधों की सामग्री, गिरे हुए पत्ते, कटे हुए पेड़ की शाखाएं, कार्डबोर्ड, समाचार पत्र, सूखी घास, पुआल और लकड़ी की छीलन इत्यादि अवशिष्ट पदार्थों को ब्राउन सामग्री (सूखा कचरा) कहा जाता है, ये सभी पदार्थ खाद में कार्बन जोड़ते हैं तथा रसोई के स्क्रैप, कॉफी के मैदान, पशु खाद (कुत्तों या बिल्लियों से नहीं), और ताजे पौधे तथा घास की छंटाई, इत्यादि को हरा कचरा कहा जाता है, जो मिट्टी में नाइट्रोजन को जोड़ने का कार्य करते हैं।
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सब्जी के छिलकों से जैविक खाद बनाते समय न करें इन चीजों का इस्तेमाल – What Should You Not Put In Vegetable Compost In Garden In Hindi
सब्जियों या फलों के छिलकों से जैविक उर्वरक बनाते समय कुछ अवशिष्टों का उपयोग करने से बचना चाहिए, क्योंकि ये सभी पदार्थ अपघटन (Decomposition) प्रक्रिया के दौरान बहुत धीमी गति से टूटते हैं और गमले या गार्डन की मिट्टी में लगे पौधों के लिए हानिकारक भी हो सकते हैं। कुछ किचिन वेस्ट अवशिष्ट निम्न प्रकार हैं, जिन्हें जैविक खाद बनाते समय खाद में मिलाने से बचना चाहिए। जैसे:
- पशु उत्पाद (जैसे – वसा, त्वचा, हड्डियाँ, आदि)
- डेयरी उत्पाद (जैसे – दूध, दही, पनीर, आदि)
- सभी प्रकार के तेल एवं तैलीय उत्पाद (जैसे – भोजन से प्राप्त ग्रीस, टिशू पेपर)
- पौधे की कठोर टहनियाँ या शाखाएँ
- पशु मल (जैसे – कुत्ता, बिल्ली, आदि)
- मछली उत्पाद
सब्जी के छिलकों से खाद बनाने की विधि – How To Make Compost From Kitchen Waste In Hindi
पौधों के विकास व वृद्धि के लिए घर पर सब्जियों व फल के छिलकों से आसानी से जैविक खाद तैयार करने के लिए निम्न स्टेप्स फॉलो करें, जैसे:
- जैविक उर्वरक में कार्बनिक पदार्थ तथा नाइट्रोजन की मात्रा जोड़ने के लिए हरा कचरा जैसे – सब्जी के छिलके, ताजी पत्तियां आदि तथा सूखे कचरे जैसे – कार्डबोर्ड, न्यूजपेपर इत्यादि को एकत्रित करें।
- अब एकत्रित अवशिष्टों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें, ताकि अपघटन की प्रक्रिया तेजी से सम्पन्न हो सके।
- एक कम्पोस्ट बिन चुनें या गार्डन में गड्ढा तैयार करें, जिसमें आप सब्जी के छिलकों से खाद बनाना चाहते हैं। अगर आप कम्पोस्ट बिन में खाद बनाते हैं तो बिन में छिद्र होना सुनिश्चित करें ताकि वायु का प्रवाह आसानी से हो सके।
- कम्पोस्ट बिन में सबसे पहले हरा कचरा डालें, जिससे खाद में पोषक तत्वों का अपघटन जल्दी से हो सके। अब हरे कचरे तथा सूखे कचरे को परत दर परत समान मात्रा में कम्पोस्ट बिन में बिछाते जाएं तथा स्प्रे पंप की मदद से पानी का छिड़काव करें, ताकि खाद के ढेर में नमी बनी रहे। लेकिन कम्पोस्ट बिन में जलभराव से बचें।
- कम्पोस्ट बिन पूरी भर जाने के बाद इसे ढक्कन से अच्छी तरह ढक दें, इसमें उपस्थित बैक्टीरिया धीरे-धीरे छिलकों को पूरी तरह से विघटित कर देगा और लगभग 1-3 महीने में सब्जी के छिलकों से खाद बनकर तैयार हो जाएगी।
सब्जी के छिलके से खाद बनने की प्रक्रिया में कम्पोस्ट बिन को हर 2-3 सप्ताह में चेक करते रहें, अगर खाद का ढेर शुष्क दिखाई देता है तो नमी बनाने के लिए थोड़ा पानी का छिड़काव करें। इसके अलावा यदि वेजिटेबल स्क्रैप से खाद बनने के दौरान दुर्गन्ध आती है, तो इसमें थोड़े और सूखे कचरे के अवशिष्ट डालें।
नोट – केंचुआ, अपघटन की प्रक्रिया को तेजी से सम्पन्न करने में मदद करता है।
सब्जियों के छिलके से बनी जैविक खाद के उपयोग – Uses Of Vegetable Peels Fertilizer in Home Garden In Hindi
सब्जी या फलों के छिलकों से बनी हुई जैविक खाद का उपयोग लगभग सभी प्रकार के पौधों के लिए किया जा सकता है। गार्डन या गमले की मिट्टी तैयार करते समय 20 से 30% सब्जी के छिलकों से बनी खाद को मिट्टी में मिलाना फायदेमंद होता है। इसके अलावा सब्जी के छिलकों से बनी खाद को पौधे लगे हुए गमले की मिट्टी में साइड ड्रेसिंग के रूप उपयोग किया जा सकता है, ताकि पौधों को आवश्यक पोषक तत्व मिलते रहें।
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सब्जियों के छिलके से बनी खाद के फायदे – Benefits Of Vegetable Peels Compost In Garden in Hindi
पौधे लगे गार्डन या गमले की मिट्टी में सब्जियों व फलों के छिलकों से बनी जैविक उर्वरक के इस्तेमाल करने से कई सारे लाभ होते हैं, जैसे:
- सब्जियों व फलों के छिलकों से बनी खाद मिट्टी की उर्वरता में सुधार करती हैं और पौधों को मृदा जनित बीमारियां होने से भी बचाती है।
- वेजिटेबल पील्स से तैयार आर्गेनिक खाद मिट्टी में लाभकारी बैक्टीरिया, कवक जैसे सहायक सूक्ष्मजीवों को जोड़कर मिट्टी की संरचना में सुधार करती है।
- सब्जी के छिलकों से बनी जैविक खाद पौधों के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करती है, जो पौधों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए फायदेमंद हैं।
- छिलकों की खाद मिट्टी की जलधारण क्षमता को बढ़ाती है, जिससे पौधों को बार-बार पानी देने की आवश्यकता नहीं होती है।
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इस आर्टिकल को पढ़कर आप समझ ही गये होंगे कि, किचिन वेस्ट, सब्जियों व फलों के छिलकों आदि अवशिष्ट पदार्थों के उपयोग से जैविक खाद बड़ी ही आसानी से बनाई जा सकती है तथा पर्यावरण के अनुकूल होने के कारण इसके उपयोग से पौधों को कोई नुकसान भी नहीं होता है। आप हमारे द्वारा बताई गई सब्जियों के छिलकों से जैविक खाद बनाने की विधि को अपनाकर घर पर ही जैविक खाद तैयार कर सकते हैं। गार्डनिंग से जुड़े और भी उपयोगी लेख पढ़ने के लिए Organicbazar.net पेज पर जाएं।