स्वस्थ गार्डन की शुरुआत हमेशा स्वस्थ पौधों से होती है। अक्सर हम अपने गार्डन में अनेकों तरह से पौधे लगाते हैं और उन्हें अपनी आँखों से सामने बढ़ता हुआ देखते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं, कि पौधे भी इंसानों की तरह बीमार हो सकते हैं। दरअसल पौधों को फंगस, बैक्टीरिया और वायरस के कारण कई तरह के रोग हो सकते हैं, जिनमें से एक है- लीफ स्पॉट रोग। यह पौधे की पत्तियों में होने वाला एक कॉमन रोग है, जो गार्डन के अधिकांश पौधों को प्रभावित करता है। हालाँकि कुछ बचाव के उपायों को अपनाकर पौधे को लीफ स्पॉट से बचाया जा सकता हैं, जिनकी जानकारी आपको इस लेख में मिलेगी। पौधों में होने वाला लीफ स्पॉट या पत्ती धब्बा रोग क्या है, इस रोग के लक्षण, कारण तथा पौधों को लीफ स्पॉट से कैसे बचाएं, बचाने या रोग के नियंत्रण के उपाय जानने के लिए आर्टिकल पूरा पढ़ें।
पौधों में लीफ स्पॉट रोग क्या है – What Is Leaf Spot Disease In Plants In Hindi
पत्ती धब्बा रोग (Leaf Spot Disease) गार्डन के पौधों का एक सामान्य रोग है, जो फंगस, बैक्टीरिया, वायरस और अन्य कई कारणों से होता है। इस रोग के प्रभाव से पौधे की पत्तियों पर छोटे-छोटे स्पॉट्स दिखाई देने लगते हैं। यह धब्बे आकार और रंग में अलग-अलग हो सकते हैं। संक्रमण बढ़ने यह पूरे पौधे में भी फ़ैल सकते हैं तथा गार्डन के सभी पौधों को संक्रमित कर सकता है। लीफ स्पॉट रोग के प्रभाव से पौधा कमजोर हो जाता है और उसकी ग्रोथ रुक सकती है। हालाँकि कुछ बचाव के तरीके से लीफ स्पॉट से छुटकारा मिल सकता है, लेकिन उपाय अपनाने से पहले रोग की सही पहचान करना बेहद जरूरी है।
आइये जानते हैं- पौधे में लीफ स्पॉट की पहचान कैसे करें?
(यह भी जानें: कैसे पहचान करें कि, पौधे में कौन सा रोग है….)
लीफ स्पॉट के प्रकार – Types Of Leaf Spots In Plants In Hindi
- सेप्टोरिया लीफ स्पॉट (Septoria Leaf Spot)
- सर्कोस्पोरा लीफ स्पॉट (Cercospora Leaf Spot)
- बैक्टीरियल लीफ स्पॉट (Bacterial Leaf Spot)
- एन्थ्रेक्नोज (Anthracnose)
- अल्टरनेरिया लीफ स्पॉट (Alternaria Leaf Spot)
- रस्ट लीफ स्पॉट (Rust Leaf Spot)
- एंगुलर लीफ स्पॉट (Angular Leaf Spot)
(यह भी जानें: जानिए किन कीटों और रोगों से खराब हो सकता है आपका गार्डन….)
पौधे में लीफ स्पॉट के लक्षण – Symptoms Of Leaf Spot In Plants In Hindi
पत्ती धब्बा (Leaf Spot) रोग के संक्रमण का सबसे बड़ा लक्षण पत्तियों पर दिखाई देने वाले स्पॉट्स होते हैं, लेकिन इसके अलावा भी पौधे में कुछ बदलाव देखे जा सकते हैं, जो कि इस प्रकार हैं:-
- पत्तियों पर पीले रंग के किनारों के साथ छोटे, गोल या अनियमित आकार के धब्बे दिखाई देना।
- यह धब्बे ब्राउन, काले, ग्रे या पीले रंग के होते हैं, जो आगे चलकर घावों के रूप में दिखाई दे सकते हैं।
- यह स्पॉट्स धीरे-धीरे बढ़ते हैं और पूरी पत्ती को प्रभावित कर सकते हैं।
- जब संक्रमण गंभीर हो जाता है, तब पौधे से पत्तियाँ झड़ने लगती हैं।
पौधे में लीफ स्पॉट होने के कारण – Causes Of Leaf Spot Disease In Plants In Hindi
वैसे तो पौधे में लीफ स्पॉट रोग होने का मुख्य कारण फंगस, बैक्टीरिया और वायरल संक्रमण हैं, लेकिन इसके अलावा भी कुछ अन्य कारण ऐसे है, जो इस रोग को अनुकूल स्थितियां प्रदान करते हैं, जो कि निम्न हैं:-
- पत्तियों पर नमी की अधिकता।
- पानी देते समय पत्तियों को गीला करना।
- खराब वायु परिसंचरण होना।
- गार्डन में संक्रमित पौधे का मलबा इकट्ठा होना।
- पौधे में पोषक तत्वों की कमी होना।
- पौधे तनावग्रस्त या कमजोर होना।
- संक्रमित टूल्स जैसे प्रूनर्स या कैंची का उपयोग करना।
- पौधे लगाने के लिए पुरानी मिट्टी का उपयोग करना आदि।
अब हम जानेंगे- पौधों को लीफ स्पॉट रोग से कैसे बचाएं?
पौधों को लीफ स्पॉट रोग से बचाने के उपाय – Ways To Protect Plants From Leaf Spot Diseases In Hindi
होम गार्डन में लगे पौधों को लीफ स्पॉट रोग से बचाने के तरीके निम्न हैं:-
- गार्डन में पौधों की रोग प्रतिरोधी किस्मों को लगाएं।
- नमी के स्तर को नियंत्रित करने के लिए पौधों के बीच पर्याप्त दूरी बनाए रखें।
- शाम के समय पौधे की पत्तियों को गीला करने से बचें।
- गार्डन से संक्रमित मलवे और पौधे की पत्तियों को हटाएं।
- गमले में पौधे लगाने के लिए अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी का उपयोग करें।
- अत्यधिक नाइट्रोजन युक्त उर्वरकों के प्रयोग से बचें।
- बीज लगाने से पहले गमले, ग्रो बैग, सीडलिंग ट्रे तथा गार्डनिंग टूल्स को कीटाणुरहित करें।
- होम गार्डन के गमले या ग्रो बैग में लगे पौधों की मल्चिंग करें, इससे मृदा जनित रोगों को नियंत्रित किया जा सकता है।
- पौधों को स्वस्थ रखने के लिए उचित देखभाल करें, देखभाल के दौरान उन्हें पर्याप्त पानी और उर्वरक प्रदान करें।
- पौधे लगाने के नए पॉटिंग मिक्स का प्रयोग करें या फिर मिट्टी को स्टरलाइज करें।
लीफ स्पॉट रोग के नियंत्रण के उपाय – Leaf Spot Disease Control Measures In Hindi
गार्डन के पौधों की नियमित रूप से जांच करें, यदि आपके पौधे की पत्तियों में स्पॉट्स या धब्बे दिखाई देते हैं, तो आप निम्न उपचार या रोकथाम के तरीके अपना सकते हैं:-
- पौधों की संक्रमित पत्तियों और शाखाओं की प्रूनिंग करें तथा प्रत्येक कट के बाद प्रूनर को कीटाणुरहित करें।
- गंभीर संक्रमण की स्थिति में पौधे की पत्तियों पर प्राकृतिक जैविक फंगीसाइड नीम तेल तथा कॉपरयुक्त कवकनाशी का स्प्रे करें।
- यदि पौधा बुरी तरह संक्रमित हो गया है, तो गमले को हटाकर गार्डन के अन्य पौधों से दूर रखें।
(यह भी जानें: नीम तेल और कॉपर कवकनाशी में से कौन है बेहतर….)
अक्सर पूंछे जाने वाले प्रश्न और उनके उत्तर – FAQ And Their Answer In Hindi
प्रश्न:- क्या लीफ स्पॉट रोग पूरी तरह से ठीक हो सकता है?
उत्तर:- एक बार पौधे के संक्रमित हो जाने पर लीफ स्पॉट रोग को पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता है, लेकिन कुछ रोकथाम और उपचार केतरीकों से इस रोग को नियंत्रित किया जा सकता है।
प्रश्न:- लीफ स्पॉट रोग से कौन से पौधे अधिक प्रभावित होते हैं?
उत्तर:- लीफ स्पॉट रोग अधिकांश पौधों जैसे सजावटी पौधे, सब्जियां, फूल, फल के पेड़ को प्रभावित कर सकता है। रोग के प्रति अतिसंवेदनशील पौधों में गुलाब, टमाटर, खीरा, नींबू, और मैपल आदि शामिल हैं।
प्रश्न:- क्या लीफ स्पॉट रोग पौधे की उपज या फलों की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है?
उत्तर:- हां, लीफ स्पॉट रोग के गंभीर संक्रमण से पत्तियां झड़ सकती हैं, जिससे पौधे की प्रकाश संश्लेषण क्रिया में कमी आ जाती है और परिणामस्वरूप उत्पादन क्षमता और फल की गुणवत्ता में कमी आ सकती है।
(यह भी जानें: गार्डन में लगे हुए पौधों को बीमारियों से कैसे बचाएं….)
इस लेख में आपने जाना पौधों में होने वाला पत्ती धब्बा रोग या लीफ स्पॉट रोग क्या है, इस रोग के लक्षण, कारण तथा पौधों को लीफ स्पॉट से कैसे बचाएं, बचाने या रोग नियंत्रण के उपाय के बारे में। उम्मीद है हमारा यह लेख आपके काम आया हो, इस लेख के संबंध में आपके जो भी सुझाव हैं, हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं।