मोगरे के पौधे की देखभाल कैसे करें – How To Take Care Of Mogra Plant At Home In Hindi

मोगरा फूल सबसे सुन्दर तथा खुशबूदार फूलों में से एक है जिसके पौधे को सभी लोग अपने टेरेस गार्डन या इनडोर गार्डन में लगाते हैं, पर लोगों की समस्या होती है कि बड़े हो जाने के बाद भी मोगरे के पेड़ में फूल नहीं खिलते हैं। यदि आप भी इसी समस्या का सामना कर रहे हैं, तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें, जिसमें हमने मोगरा प्लांट केयर से सम्बंधित हर एक जानकारी जैसे मोगरा में कौन सी खाद डालें, मोगरा की देखभाल कैसे करें के बारे में विस्तार से बताया है।

मोगरा प्लांट केयर टिप्स – Mogra Plant Care To Get More Flowers In Hindi

मोगरा प्लांट केयर टिप्स – Mogra Plant Care To Get More Flowers In Hindi

यदि आपके मोगरे के पेड़ में ज्यादा फूल नहीं खिल रहे हैं, तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मोगरा के पौधे को बस थोड़ी सी देखभाल की जरूरत होती है, जिसके बाद उसमें अच्छे फूल खिलने लगते हैं। इसीलिए होम गार्डन में लगे मोगरे के पेड़ से बहुत सारे फूल पाने के लिए मोगरा प्लांट केयर से रिलेटेड निम्‍न बातों का ध्यान अवश्य रखें:

पौधे की ग्रोथ के लिए आवश्यक सामग्री यहाँ से खरीदें:

गमले या ग्रो बैग
पॉटिंग मिट्टी
गोबर खाद
वर्मीकम्पोस्ट
स्प्रे पंप
वॉटरिंग केन
प्रूनर

(यह भी जानें: घर पर कैसे उगाएं मोगरा के सफेद खुशबूदार फूल…)

ज्यादा फूल पाने के लिए मोगरे को दें पर्याप्त धूप – Sunlight For Mogra Plant Flowering In Hindi

यदि आप चाहते हैं कि आपके इनडोर या आउटडोर गार्डन में लगे मोगरे के पौधे में पर्याप्त फूल खिलें, तो उसके लिए आपको अपने मोगरा प्लांट को रोजाना कम से कम 5 से 6 घंटे की सीधी तेज धूप जरूर दिखानी चाहिए। क्योंकि मोगरा प्लांट को जितना अधिक प्रकाश मिलता है, वह उतना ही अच्छे से विकास करता है। वैसे मोगरे का पौधा आंशिक छाया में भी अच्छे से ग्रोथ कर सकता है।

(यह भी जानें: छाया में खिलने वाले फूलों की जानकारी…)

मोगरे को हरा भरा रखने के लिए पानी – Water Need For Mogra Plant In Hindi

मोगरे के पौधे को तेजी से बढ़ने के लिए जितनी धूप की जरूरत होती है, उतनी ही जरूरत पानी की भी होती है, क्योंकि मोगरा प्लांट तेज धूप में उगता है जिसके कारण उसकी मिट्टी जल्दी सूख जाती है, इसीलिए जब भी आपको मोगरा प्लांट की मिट्टी सूखी लगे, तभी उसमें पर्याप्त पानी डालें, ताकि मोगरा प्लांट हरा भरा रहे व फूल ज्यादा खिलें। पर पानी देते समय ध्यान रखें कि, मोगरे के पेड़ में ओवर वाटरिंग न होने पाए, क्योंकि कम पानी में तो मोगरे का पेड़ ग्रोथ कर सकता है, मगर ओवर वाटरिंग (अधिक पानी की स्थिति) को पौधा सहन नहीं कर पाता है और नष्ट हो जाता है। मोगरे के पौधे में उसकी आवश्यकता के अनुसार पानी देना चाहिए, गर्मी के मौसम में पौधे को अधिक पानी दें तथा विंटर में कम पानी देने से भी मोगरा का पौधा हरा भरा बना रहता है।

(यह भी जानें: पौधों को पानी कब दें, और पानी देने का सही समय क्या है…)

उपजाऊ मिट्टी से मोगरे में आयेंगे ज्यादा फूल – Best Soil For Mogra Plant Growth In Hindi

उपजाऊ मिट्टी से मोगरे में आयेंगे ज्यादा फूल – Best Soil For Mogra Plant Growth In Hindi

अच्छी जल निकासी वाली भुरभुरी (Porous) तथा 5 से 8 पीएच मान वाली मिट्टी में मोगरे के फूल बहुत अच्छे से खिलते हैं। यदि मिट्टी अच्छी जल निकासी वाली होती है, तो मिट्टी में उपस्थित एक्स्ट्रा पानी गमले के ड्रेनेज होल से होकर आसानी से बाहर निकल जाता है, जिससे मोगरा प्लांट में ओवर वाटरिंग की समस्या नहीं हो पाती है। मोगरे के पौधे के लिए अच्छी जल निकासी वाली एवं पोषक तत्वों से भरपूर मिट्टी बनाने के लिए मिट्टी में गोबर खाद, वर्मीकम्पोस्ट, कोकोपीट और रेत को मिलाना चाहिए।

(यह भी जानें: पौधे की ग्रोथ के लिए अच्छी मिट्टी…)

मोगरा फूल की अच्छी पैदावार के लिए मौसम का रखें ध्यान  – Mogra Plant Flowering Season in Hindi

मोगरे का पौधा गर्मी के मौसम में अच्छे से उगता है, क्योंकि 15 से 35 डिग्री सेल्सियस तापमान में मोगरे (Mogra) के पौधे में सबसे ज्यादा फूल लगते हैं। गर्मी के साथ-साथ बरसात में भी मोगरे में अच्छे फूल खिलते हैं, मगर विंटर सीजन के दौरान मोगरा प्लांट को ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है क्योंकि मोगरा प्लांट ज्यादा ठंड सहन नहीं कर सकता है। इसीलिए ठण्ड के मौसम में गमले में लगे मोगरे के पौधे को घर के अंदर रख लेना चाहिए, ताकि ज्यादा ठण्ड के कारण पौधा नष्ट न होने पाए।

गर्मी में मोगरा को हरा भरा रखने के लिए करें मल्चिंग – Mulching In Mogra Plant In Hindi

गर्मी और सर्दी के सीजन के दौरान, मोगरा प्लांट की मिट्टी के चारों ओर गीली घास की एक परत बिछा दी जाती है, जिससे मोगरे का पौधा अत्यधिक गर्मी और ठंड के हानिकारक प्रभावों से सुरक्षित रहता है, इसे ही मल्चिंग कहते हैं। गर्मी में मोगरे के पौधे के चारों ओर मल्चिंग करने से मिट्टी में उपस्थित पानी वाष्प बनकर उड़ता नहीं है, जिससे मिट्टी में नमी बरकरार रहती है, साथ ही मल्चिंग से मोगरे की मिट्टी में वीड्स (खरपतवार) भी नहीं उगते हैं।

(यह भी जानें: मल्चिंग क्या है? अपने गार्डन को मल्च कैसे करें…)

मोगरे में अच्छी फ्लावरिंग के लिए फर्टिलाइजर – Mogra Plant Fertilizer For Best Bloom In Hindi

मोगरे में अच्छी फ्लावरिंग के लिए फर्टिलाइजर - Mogra Plant Fertilizer For Best Bloom In Hindi

मोगरे के पौधे को अच्छी फ्लावरिंग (Flowering) के लिए फास्फोरस, कैल्शियम तथा पोटेशियम पोषक तत्वों की जरूरत होती है। मोगरे के पौधे में इन पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए ऑर्गेनिक खाद जैसे गोबर खाद, कम्पोस्ट खाद, वर्मी कम्पोस्ट तथा एप्सम साल्ट का उपयोग कर सकते हैं। एक चम्मच एप्सम साल्ट को 1 लीटर पानी में घोलकर मोगरा के पौधे में डालने से फ्लावरिंग काफी अच्छी होती है।

(यह भी जानें: फूल वाले पौधों के लिए खाद तथा सबसे अच्छे उर्वरक…)

ट्रिमिंग से खिलते हैं मोगरे में ढेरों फूल – Mogra Flower Plant Trimming In Hindi

यदि समय समय पर मोगरा प्लांट की ट्रिमिंग या प्रूनिंग कर दी जाए, तो मोगरे में ढेरों फूल तो खिलते ही हैं, साथ ही पौधा आकर्षक एवं हेल्दी भी बनता है। इसीलिए मोगरा के पौधे की अच्छे से केयर करने के लिए जरूरी है कि उसकी सूखी टहनियों, पत्तियों एवं फूलों को तोड़कर अलग कर दें, इससे मोगरे में ज्यादा फूल खिलेंगे।

(यह भी जानें: गार्डन में पेड़-पौधों की प्रूनिंग कैसे करें, जाने सही तरीका…)

पेस्ट & डिसीज से मोगरे को रखें सुरक्षित – Save Mogra Plant From Pest And Diseases In Hindi

यदि आपके मोगरा के पौधे में स्पाइडर माइट्स, एफिड्स, जैसे कीट लग गए हैं, जिसके कारण पौधा खराब हो रहा है तथा फूल नही लग रहे हैं, तो हम आपको बता दें कि आप इनसे छुटकारा पाने के लिए पेस्टिसाइड या नीम तेल का छिडकाव मोगरा के पौधे पर कर सकते हैं, मोगरे के पौधे में इनके उपयोग से आप कीटों से छुटकारा पा सकते हैं।

(यह भी जानें: गमले के पौधों को कीट से बचाने के तरीके…)

निष्कर्ष – Conclusion

इस लेख को पढ़कर आप जान गए होंगे कि, मोगरा प्लांट की देखभाल कैसे करना है जिससे उसमे ज्यादा से ज्यादा फूल खिल सकें। उम्मीद करते हैं कि, यह लेख आपको पसंद आया होगा। इसी तरह के और भी लेख पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट organicbazar.net पर विजिट करें। इस लेख से संबंधित आपके जो भी सवाल या सुझाव हों, हमें कमेन्ट में जरूर बताएं।

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