पौधों की सीडलिंग को पानी देने का सही तरीका – How To Give Water To Seedlings In Hindi

किसी भी पौधे को लगाने के लिए सीडलिंग तैयार करना सबसे पहला कदम होता है, अधिकांशतः पौधों को हम इनडोर तैयार करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, कि सीडलिंग ही वह अवस्था होती है, जिसमें पौधों को रोग या बीमारी होने का खतरा अधिक होता है। दरअसल इन छोटे-नन्हे अंकुरित पौधों की रोग प्रतिरोधी क्षमता कम होती हैं, जिससे वह जल्दी रोगों से संक्रमित हो जाते हैं। हालाँकि इनमें रोग लगने की एक वजह सही तरीके से पानी न देना, भी है।सीडलिंग को गलत समय और तरीके से पानी देने के कारण पौधों की पत्तियों पर अधिक समय तक नमी बनी रहती है, जिससे उसमें बीमारियाँ होने लगती हैं और वह ख़राब हो जाती है। आज हम आपको सीडलिंग को पानी देने के सही तरीके के बारे में बतायेंगे। सीडलिंग को पानी कैसे दें, पानी देने का तरीका या विधियां जानने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

सीडलिंग को पानी देने का सही समय – Best Time To Water Seedlings In Hindi 

सीडलिंग को पानी देने का सही समय - Best Time To Water Seedlings In Hindi 

घर पर इंडोर या आउटडोर तैयार की गई सीडलिंग को पानी देने का सबसे अच्छा समय सुबह का होता है। सुबह के समय पानी देने से उन छोटे पौधों की मिट्टी को सूखने के लिए पूरे दिन का पर्याप्त समय मिल जाता है, जिससे उनमें जल भराव की समस्या नहीं होती है। यदि आप उन्हें दोपहर के समय पानी देते हैं, तो तेज धूप की स्थिति में सीधे पानी पड़ने से पौधे झुलस सकते हैं तथा शाम के समय पानी देने से सीडलिंग को धूप नहीं मिल पाती है और मिट्टी अधिक समय तक गीली रहती है, जिससे सीडलिंग में फंगस रोग लग सकते हैं।

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सीडलिंग के पौधों को पानी देने के तरीके – Methods Of Watering Seedling Plants In Hindi 

आमतौर पर सीडलिंग को पानी देने की प्रमुख दो विधियाँ या तरीके हैं:-

  • सर्फेस वाटरिंग मेथड (Surface Watering Method)
  • बॉटम वाटरिंग मेथड ( Bottom Watering Method)

विधि 1. सर्फेस वाटरिंग मेथड – Surface Watering Method In Hindi 

सर्फेस वाटरिंग मेथड - Surface Watering Method In Hindi

पानी देने का यह तरीका न केवल बीजों के लिए, बल्कि अन्य इनडोर और आउटडोर पौधों के लिए भी सबसे अच्छा है। इस विधि में मिट्टी की ऊपरी सर्फेस पर सीधे वाटरिंग कैन या स्प्रे बोतल की मदद से पानी दिया जाता है। सीडलिंग को सर्फेस वाटरिंग विधि से तब पानी दिया जाता है, जब बीज मिट्टी में लगाए जाते हैं, लेकिन उनमें अंकुर नहीं आते हैं, बीज अंकुरित होने के बाद इस मेथड से पानी देना सही नहीं होता है।

सीडलिंग को हमेशा स्प्रे पंप से फब्बारे के रूप में ही पानी देना सही होता है, यदि आप उन्हें बाल्टी और मग से सीधे पानी देते हैं, तो पानी की तेज धार पड़ने से बीज मिट्टी की अधिक गहराई या ऊपरी सतह पर आ सकते हैं, जिससे वह जर्मिनेट नहीं होंगे या अंकुर खराब हो सकते हैं।

पानी देते समय इस बात का ध्यान रखें, कि सीडलिंग को हमेशा गुनगुना पानी देना चाहिए, अधिक ठंडा पानी सीड जर्मिनेशन में बाधा उत्पन्न कर सकता है।

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विधि 2. बॉटम वाटरिंग मेथड – Bottom Watering Method In Hindi 

बॉटम वाटरिंग मेथड - Bottom Watering Method In Hindi

बॉटम वाटरिंग मेथड सीडलिंग के पौधों को पानी देने की दूसरी विधि है। इस विधि से पौधों को तब पानी दिया जाता है, जब बीज से अंकुर निकल आते हैं तथा छोटे अंकुरित पौधे में कुछ पत्तियां दिखाई देने लगती हैं, तब सिंचाई की इस विधि का उपयोग किया जाता है। आइए जानते हैं- सीडलिंग को नीचे से पानी कैसे दिया जाता है?

सबसे पहले एक चौड़े बर्तन को पानी से भरें, अब आप सीडलिंग ट्रे को सीधा रखते हुए पानी में आधा या ⅓ भाग डुबायें, इससे ट्रे की मिट्टी पानी को ड्रेनेज होल्स के माध्यम से अवशोषित कर लेगी।

पानी देते समय इस बात ध्यान रखें, कि ट्रे को पानी में सिर्फ आधा या ⅓ भाग डुबाना है, यदि आप इससे अधिक भाग को डुबाते हैं, तो अंकुर गीले हो जाएंगे, जिससे उनमें फंगस भी लग सकती है।

नोट:- जब आप बीज लगाने के लिए पॉटिंग मिक्स तैयार करते हैं, तब उस मिक्सचर में उच्च जल धारण क्षमता (Water Holding Capacity) वाले मीडियम जैसे- कोकोपीट या पीट मॉस का उपयोग करें, इसके अतिरिक्त सीड स्टार्टर मिक्स को नम बनाएं। यदि मिट्टी पहले से ही नम होती है, तो बीज लगाने के बाद कुछ दिनों तक पानी देने की जरूरत नहीं होती है।

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इस लेख में आपने जाना कि सीडलिंग को पानी कैसे दें, सीडलिंग को पानी देने का सही समय और तरीका के बारे में। इसके अलावा आपने छोटे अंकुरित पौधों को पानी देने की कितनी विधियाँ हैं इसकी जानकारी भी प्राप्त की है। अगर हमारा लेख आपके काम आया हो, तो अपने दोस्तों को शेयर करें तथा लेख के संबंध में आपके जो भी सुझाव हैं, हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

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