ग्रो बैग्स उन गार्डनर के इस्तेमाल के लिए काफी अच्छा है, जिनके पास गार्डन के लिए कम जगह रहती है या जो कम जगह में अधिक पौधे उगाना चाहते हों, किन्तु हर गार्डनर इन ग्रो बैग्स का लाभ उठा सकता है क्योंकि ये ग्रो बैग काफी किफायती, हल्के, मजबूत, और सालों साल तक चलते हैं और जब हमें किसी स्थान पर इन ग्रो बैग के उपयोग की आवश्यकता नहीं होती है तो हम इनको उस स्थान से खाली कर सकते हैं और उन्हें आसानी से साफ़ करके स्टोर कर सकते हैं। हालाँकि मार्केट में कई तरह के प्लांटर्स मौजूद हैं जिसके कारण गार्डनर के मन में ग्रो बैग्स को लेकर बहुत से प्रश्न और कई शंकाएं रहती हैं, जैसे- ग्रो बैग और गमले में अच्छा क्या होता है, ग्रो बैग में कौन से पौधे उगा सकते हैं, ग्रो बैग्स कहाँ से खरीदें, ग्रो बैग की विशेषताएं क्या हैं, इत्यादि।
यदि आप भी ग्रो बैग का इस्तेमाल करने से डरते हैं या फिर ग्रो बैग के इस्तेमाल से संबंधित आपके भी कुछ प्रश्न हैं तो इस आर्टिकल में आपको उन सभी सवालों के जबाव मिलेगें।
ग्रो बैग क्या होते हैं – What Is Grow Bag In Hindi
मिट्टी एवं प्लास्टिक के गमलों का बहुत अच्छा एवं सस्ता विकल्प ग्रो बैग्स हैं, जो सामान्यतः हाई डेंसिटी पॉलीएथिलीन (HDPE) या फैब्रिक मटेरियल के बने होते हैं। ये ग्रो बैग्स वजन में हल्के, पोर्टेबल, वाशेबल और यूवी स्टेबलाइजर होते हैं, साथ ही इनमें आप सभी प्रकार की सब्जियां, फूल, हर्ब्स एवं फलों के पौधों को आसानी से कम जगह में ग्रो कर सकते हैं।
(यह भी जानें: गार्डन में ग्रो बैग के प्रयोग की सम्पूर्ण जानकारी….)
ग्रो बैग की विशेषताएं क्या हैं – What Are The Features Of The Grow Bag In Hindi
- ये किसी भी जगह उपयोग किये जा सकते हैं: ये ग्रो बैग हल्के एवं मजबूत होने के कारण किसी भी जगह कम स्पेस में भी इस्तेमाल किये जा सकते हैं।
- ड्रेनेज होल पहले से उपस्थित: इनमें पहले से ड्रेनेज होल होते हैं, जो स्वस्थ जड़ों और पौधों के लिए एक बेहतर वातावरण बनाने के साथ एयर फ्लो और अतिरिक्त जल निकासी में मदद करते हैं।
- आसानी से मूवेबल: ये ग्रो बैग्स वजन में हल्के होने के कारण आसानी से एक जगह से दूसरी जगह मूव किये जा सकते हैं।
- किफायती: ये ग्रो बैग्स काफी कम कीमत में उपलब्ध होते हैं, जिससे हर कोई इन्हें आसानी से खरीद सकता है।
- इनमें हार्वेस्टिंग आसान हो जाती है: इसमें सब्जियों की हार्वेस्टिंग करना काफी आसान हो जाता है, विशेष रूप से रूट वाली सब्जियां। इसमें आपको कुदाल से खोदने की आवश्यकता नहीं होती।
- क्रॉप रोटेशन की आवश्यकता नहीं होती है: फसल का रोटेशन करना जरूरी होता है, लेकिन एक ही ग्रो बैग में आप मिट्टी को चेंज करके कोई भी प्लांट बार-बार उगा सकते हैं।
(यह भी जानें: ग्रो बैग का इस्तेमाल करने से पहले जान लें, यह महत्वपूर्ण बातें….)
गमले और ग्रो बैग में बेस्ट क्या है – What’s Best In Grow Bags And Pots In Hindi
यदि एक पौधा प्लास्टिक या मिट्टी के गमले में लगा हुआ होता है, तो उसके अन्दर जड़ें गोलाकार पेटर्न में बढती जाती है, जिसे रूट बाउंड कहते हैं। ये रूट बाउंड या पॉट बाउंड पोषक तत्वों एवं पानी को प्रतिबंधित करती हैं, जिससे पौधा अंततः मर जाता है। जबकि ग्रो बैग में जड़ें किनारे तक पहुँचकर बढ़ना बंद कर देती हैं, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि बैग झरझरे या छिद्रपूर्ण (porous) होते हैं, जिससे हवा अंदर आती-जाती रहती है एवं रूट को हवा मिलने पर उस दिशा में बढ़ना बंद कर देती है, इसे “एयर प्रूनिंग” के रूप में जाना जाता है। इसके आलावा ग्रो बैग, गमले की अपेक्षा ज्यादा किफायती, मजबूत, एयर फ्लो एवं पोर्टेबल होते हैं, अतः ग्रो बैग में पौधे को उगाना बेस्ट होता है।
एक ग्रो बैग की सही साइज क्या होनी चाहिए – What Should Be The Correct Size Of Grow Bag In Hindi
यदि आप अपने होम गार्डन या टेरेस गार्डन में फल, फूल, सब्जियाँ एवं बेल वाली सब्जियों के पौधे लगाना चाहते हैं, तो आपको पौधे की ग्रोथ व ऊँचाई के हिसाब से उचित आकार के ग्रो बैग का उपयोग करना चाहिए। अलग-अलग पौधे के हिसाब से ग्रो बैग की साइज़ क्या होनी चाहिए? यह जानने के लिए नीचे दी गयी लिंक पर क्लिक करें।
(यह भी जानें: ग्रो बैग साइज चार्ट फॉर वेजिटेबल….)
कौन-कौन से पौधे ग्रो बैग में उगा सकते हैं – Which Plants Can Be Grown In A Grow Bag In Hindi
आप डिफरेंट साइज के ग्रो बैग का उपयोग करके, इनमें लगभग सभी प्रकार की सब्जियाँ, फ्लावर प्लांट्स, हर्बल प्लांट्स एवं फलों के पौधों को आसानी से उगा सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए नीचे दी गयी लिंक पर क्लिक करें।
(यह भी जानें: जानें किस साइज के ग्रो बैग में कौन से पौधे लगाएं…)
ग्रो बैग को कहाँ रखना चाहिए – Where Should I Keep The Grow Bag In Hindi
आप ग्रो बैग्स को होम गार्डन में समतल जगह पर या सरफेस से 2-3 इंच की ऊंचाई पर रखें, इसके लिए आप ईटों या ड्रेनेज मेट का उपयोग करें। इसके अलावा आप पौधों को सूर्य प्रकाश और अन्य जरूरतों के हिसाब से उनका स्थान सुनिश्चित कर सकते हैं।
ग्रो बैग में किस प्रकार की मिट्टी का उपयोग करना चाहिए – What Kind Of Soil To Use In A Grow Bag In Hindi
आप ग्रो बैग में उपजाऊ, चिपचिपाहट रहित एवं बढियां जल निकासी वाली मिट्टी जैसे- दोमट मिट्टी का प्रयोग कर सकते हैं। या फिर आप अपने घर पर ही उचित जल निकासी वाली उपजाऊ मिट्टी (Potting Soil) तैयार कर सकते हैं, इसके लिए आप 40% सामान्य मिट्टी, 40% गोबर खाद और कोकोपीट, 10% रेत एवं 10% नीम खली का प्रयोग करें।
नोट- ग्रो बैग में मिट्टी भरते समय, उसे लगभग 3 इंच खाली रखना चाहिए, जिससे समय-समय पर फर्टिलाइजर का उपयोग किया जा सके एवं पानी देते समय, पानी और मिट्टी ग्रो बैग के बाहर न आये।
(यह भी जानें: पौधे की ग्रोथ के लिए अच्छी मिट्टी…)
किस फर्टिलाइजर का ग्रो बैग में उपयोग करना चाहिए – Which Fertilizer Should Be Used In Grow Bags In Hindi
होमगार्डन में रखें ग्रो बैग में लिक्विड, सॉलिड या पाउडर किसी भी प्रकार के फर्टिलाइजर का उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए ग्रो बैग में हमेशा मिट्टी भरते समय 3 इंच की जगह छोड़े।
(यह भी जानें: इस समय डालेंगे कम्पोस्ट (खाद) तो होगी पौधों की अच्छी ग्रोथ….)
ग्रो बैग में पौधों को पानी कैसे दें – How Should I Water The Plants In The Grow Bag In Hindi
ग्रो बैग में मिट्टी भरने के बाद पानी तब तक दें, जब तक ड्रेनेज होल से पानी बाहर न आ जाये, और ग्रो बैग में पौधे प्रत्यारोपित (ट्रांसप्लांट) करने के बाद पौधों को सुबह या शाम के समय पानी तभी दें, जब मिट्टी सूखी दिखाई दे। पानी देते समय ओवरवाटरिंग से बचें, क्योंकि इससे पौधों की जड़ें सड़ सकती हैं और पौधा मर सकता है।
(यह भी जानें: सर्दियों में पौधों को कब, कैसे और कितना पानी देना चाहिए…)
क्या ग्रो बैग सूरज की तेज धूप को सहन कर सकता है – Can The Grow Bag Tolerate Strong Sunlight In Hindi
जी हाँ, ग्रो बैग सूरज की तेज धूप को भी सहन कर सकता है, क्योंकि यह सूरज की अल्ट्रा वायलेट किरणों से प्रोटेक्टेड होता है।
(यह भी जानें: पौधे जो तेज धूप में करते हैं बेहतर विकास…)
ग्रो बैग किस मटेरियल से बना होता है – What Material Is The Grow Bag Made Of In Hindi
ग्रो बैग सामान्यतः फाइबर या हाई डेंसिटी पॉली-एथिलीन (HDPE) मटेरियल से बना होता है। इसके मटेरियल की थिकनेस को GSM (ग्राम प्रति वर्ग मीटर) में मापा जाता है, जिस ग्रो बैग की GSM वैल्यू अधिक होती है, उसकी क्वालिटी भी उतनी ही अधिक होती है। कुछ प्रमुख प्रकार के ग्रो बैग और उनकी GSM वैल्यू नीचे दी गई है:
- HDPE राउंड शेप ग्रो बैग – 260 GSM
- रेक्टेंगुलर ग्रो बैग – 350 GSM और
- फेब्रिक ग्रो बैग – 400 GSM
क्या ग्रो बैग में कीट नियंत्रण आसान होता है – Are Pest Control Easier In Grow Bags In Hindi
जी हाँ, ग्रो बैग में कीट नियंत्रण काफी आसान होता है, क्योंकि ग्रो बैग को हम सिचुएशन के हिसाब से इनकी जगह आसानी से बदल सकते हैं या ग्रो बैग में लगे इन्फेक्टेड पौधों को अन्य ग्रो बैग के पौधों से दूर रख सकते हैं और उस इन्फेक्टेड ग्रो बैग में उचित आर्गेनिक पेस्टिसाइड का यूज़ कर डिस-इन्फेक्टेड कर सकते हैं।
(यह भी जानें: गमले के पौधों को कीट से बचाने के तरीके…..)
ग्रो बैग कितने प्रकार के होते हैं – How Many Types Of Grow Bags Are There In Hindi
ग्रो बैग सामान्यतः तीन प्रकार के होते हैं, HDPE (हाई डेंसिटी पॉली-एथिलीन), जूट एवं फैब्रिक ग्रो बैग, जो बेलनाकार शेप एवं आयताकार आकार में होते हैं और लगभग हर साइज में उपलब्ध होते हैं।
क्या ग्रो बैग में पौधों को सपोर्ट दे सकते हैं – Can I Support Plants In A Grow Bag In Hindi
जी बिलकुल, ग्रो बैग में पौधों को जरूरत के हिसाब से आप सपोर्ट दे सकते हैं, इसके लिए आप लकड़ी या किसी भी मेटल का पिंजरा का यूज़ कर सकते हैं।
ग्रो बैग को कहाँ से खरीद सकते हैं – Where Can I Buy Grow Bags In Hindi
आप ग्रो बैग को अपने नजदीकी गार्डनिंग स्टोर या ऑनलाइन भारत के बेस्ट गार्डनिंग ई-कॉमर्स प्लेटफार्म OrganicBazar.Net से काफी किफायती प्राइस पर बेस्ट क्वालिटी के ग्रो बैग खरीद सकते हैं।