बरसात में पौधों की ग्रोथ के लिए बेस्ट ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर – Best Organic Fertilizer To Grow Plants In Rainy Season In Hindi

रैनी सीजन गार्डन में तेज बारिश के कारण पौधे की मिट्टी का कटाव होने से उसमें उपस्थित पोषक तत्व बह जाते हैं, इससे प्लांट्स को पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व प्राप्त नहीं हो पाते, इसीलिए बरसात या बारिश के मौसम में पौधों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए ऑर्गेनिक खाद या उर्वरक देने की जरूरत होती है। प्लांट्स की ग्रोथ के लिए सबसे अच्छे उर्वरक कौन से हैं, बारिश या मानसून के समय पौधों के लिए कौन सी खाद देना चाहिए, तथा बरसात में पौधों को खाद कब और कैसे दें, के बारे में जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें। (Best Organic Fertilizers For Rainy Season Garden In Hindi)

बारिश में पौधों को खाद और उर्वरक कब दें – When To Fertilize Plants In Rainy Season Garden In Hindi

बारिश में पौधों को खाद और उर्वरक कब दें – When To Fertilize Plants In Rainy Season Garden In Hindi

सभी नए गार्डनर्स के मन में यह सवाल उठता है कि, वर्षा के दौरान होमगार्डन में लगे पौधों में फर्टिलाइजर का इस्तेमाल कब और कितनी बार करना चाहिए। यदि आप भी इस सवाल का जबाव जानना चाहते हैं, तो इस लेख को आगे पढ़ते रहें। चलिए जानते हैं, मानसून गार्डन में पौधों को फर्टिलाइजर देने का सही समय क्या है।

  • बरसात के समय जब गार्डन या गमले की मिट्टी सूखी हो, तभी पौधों को खाद दें और ऊपर से स्प्रे पंप की मदद से पानी का छिड़काव करें।
  • लगातार बारिश के दौरान पौधों को उर्वरक देने से बचें, क्योंकि इस समय खाद देने से पौधों में फंगस लगने का खतरा रहता है और साथ ही मिट्टी से पोषक तत्व बह सकते हैं।
  • मानसून आने के 15-20 दिन पहले पौधे लगे गमले की मिट्टी में स्लो रिलीज फर्टिलाइजर डालें।
  • रैनी सीजन के दौरान जब मौसम खुला हो, तब पौधों को महीने में 1 से 2 बार आवश्यकता अनुसार जैविक उर्वरक दें।

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बरसात में पौधों को ऑर्गेनिक खाद देने की टिप्स – Tips To Fertilize Plants In Rainy Time In Hindi

मानसून के मौसम में प्लांट्स की बेहतर ग्रोथ के लिए फर्टिलाइजर डालते समय निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए, जैसे:

  • धूप निकलने पर जब पौधे की मिट्टी थोड़ी सूख जाए, तब आर्गेनिक उर्वरक पौधों की मिट्टी में डालें और ऊपर से पानी का छिड़काव करें।
  • रैनी सीजन गार्डन की मिट्टी की ऊपरी परत अलग कर थोड़ी गहराई में खाद डालना चाहिए एवं फिर उस खाद को मिट्टी से ढक देना चाहिए। ऐसा करने से कितनी भी बारिश हो, तो भी खाद बहती नहीं है।
  • यदि मौसम खुला है और धूप निकल रही है, तो लिक्विड या फोलियर स्प्रे फर्टिलाइजर पौधों को दें, क्योंकि बरसात के मौसम में फोलिअर स्प्रे वाले उर्वरक जल्दी अवशोषित हो जाते हैं।
  • पौधों में हर बार एक जैसा उर्वरक नहीं डालना चाहिए, बल्कि जरूरत के अनुसार बदल बदल कर खाद दें।
  • बारिश के मौसम में पौधों पर 10-15 दिन में उचित फंगीसाइड का छिड़काव भी करते रहना चाहिए, ताकि पौधे फंगस से बचे रहें। इसके अलावा आप पौधों को कीटों से बचाने के लिए नीम तेल स्प्रे का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
  • मानसून के दौरान निराई-गुड़ाई भी करें, ताकि गमले या गार्डन की मिट्टी को हवा लगे और यह ज्यादा समय तक गीली न रहे।

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बरसात में पौधों के लिए बेस्ट जैविक खाद के नाम – Best Organic Fertilizers For Plants In Rainy Season In Hindi

मानसून के दौरान पौधों में पुरानी तथा अच्छी तरह से डीकम्पोज (Decompose) हो चुकी खाद का उपयोग करना चाहिए, जैसे पुरानी गोबर खाद (Cow Dung), वर्मी कम्पोस्ट (Vermicompost) आदि। यदि आपके होमगार्डन में फल, फूल व सब्जियों के पौधे लगे हैं और आप बारिश के मौसम में भी उनकी अच्छी ग्रोथ चाहते हैं, तो इस लेख को आगे पढ़ते रहें। आइये जानते हैं, बारिश के सीजन में पेड़-पौधों को दी जाने वाली खाद व उर्वरक के बारे में।

  1. गोबर खाद (Cow Dung)
  2. वर्मीकम्पोस्ट (Vermicompost)
  3. एप्सम साल्ट (Epsom Salt)
  4. बोन मील (Bone meal)
  5. ब्लड मील (Blood meal)

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गोबर खाद – Cow Dung Manure For Rainy Season Plants In Hindi

गोबर खाद – Cow Dung Manure For Rainy Season Plants In Hindi

बरसात के समय गमले या गार्डन की मिट्टी तैयार करते समय आप मिट्टी में पुरानी गोबर खाद मिलाएं या गार्डन में पहले से लगे पौधों को महीने में एक बार दो से तीन मुट्ठी गोबर खाद दें। गोबर खाद में उच्च मात्रा में नाइट्रोजन, फास्फोरसपोटेशियम जैसे पोषक तत्व पाये जाते हैं, जो पौधों की वृद्धि के लिए आवश्यक होते हैं। लेकिन पौधे की मिट्टी में ताजे गोबर का इस्तेमाल न करें, क्योंकि इसमें अमोनिया (NH3) की मात्रा अधिक होती है जो पौधों की पत्तियों को जला सकता है या उन्हें नुकसान पहुंचा सकता है।

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वर्मी कम्पोस्ट – Vermicompost Good Fertilizer For Rainy Season Garden In Hindi

वर्मी कम्पोस्ट – Vermicompost Good Fertilizer For Rainy Season Garden In Hindi

मानसून के दौरान केंचुओं से बनी वर्मीकम्पोस्ट उर्वरक का उपयोग पौधों के लिए फायदेमंद होता है। इस खाद में नाइट्रोजन, फास्फोरस व पोटेशियम पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं, जो पौधों के विकास के लिए जरूरी हैं। इसके अलावा वर्मीकम्पोस्ट फर्टिलाइजर मिट्टी की उपजाऊ शक्ति को बढ़ाने में भी सहायक होता है।

पौधों की वृद्धि के लिए जैविक खाद यहाँ से खरीदें:

पॉटिंग मिश्रण
वर्मीकम्पोस्ट
गोबर खाद
प्रोम खाद
प्लांट ग्रोथ प्रमोटर
नीम केक
मस्टर्ड केक
बोन मील
एप्सम साल्ट
पोटाश
रॉक फॉस्फेट
स्प्रे पंप

(यह भी जानें: वर्मीकम्पोस्ट का आर्गेनिक गार्डनिंग में उपयोग, इसके फायदे और बनाने की विधि…)

एप्सम साल्ट – Organic Epsom Salt To Grow Plants In Monsoon Season In Hindi

एप्सम साल्ट – Organic Epsom Salt To Grow Plants In Monsoon Season In Hindi

एप्सम साल्ट एक आर्गेनिक फर्टिलाइजर है, जिसका इस्तेमाल बरसात के मौसम में लगभग सभी प्रकार के पौधों पर किया जा सकता है। एप्सम साल्ट उर्वरक में मैग्नीशियम एवं सल्फर जैसे पोषक तत्व पाये जाते हैं, जिसमें से मैग्नीशियम तत्व पौधे की अन्य पोषक तत्वों को अवशोषित करने की क्षमता को बढ़ाता है। आप एप्सम साल्ट का इस्तेमाल दो तरीके से कर सकते हैं, पहला:- एक चम्मच एप्सम साल्ट (Epsom Salt) को एक लीटर पानी में मिलाएं और अब इस तैयार घोल का पौधों पर स्प्रे करें, दूसरा:- आप सीधे गमले की मिट्टी में एप्सम साल्ट पाउडर मिला सकते हैं। इससे आपके पौधों को पोषण मिलेगा और वह स्वस्थ भी रहेंगे।

(यह भी जानें: पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए ऐसे इस्तेमाल करें एप्सम साल्ट…)

बोन मील – Bone Meal For Plants In Rainy Time In Hindi

जीव-जंतुओं की हड्डियों से चूर्ण के रूप में बनाए गए उर्वरक को बोन मील फर्टिलाइजर कहते हैं। इसमें मुख्य रूप से फास्फोरस व कैल्शियम तत्व पाये जाते हैं, जो पौधों को निम्न फायदे पहुंचाते हैं, जैसे:

  1. गार्डन की मिट्टी में लगे पौधों की जड़ों का विकास होना
  2. बीज अंकुरण तेजी से होना
  3. पौधे में फूल और फल का आना, इत्यादि

बोन मील का उपयोग करने के लिए आप पौधों की मिट्टी में बोन मील जैविक खाद को मिला सकते हैं।

(यह भी जानें: पौधों के लिए फायदेमंद होता है मिट्टी में बोन मील का प्रयोग…)

ब्लड मील जैविक खाद – Blood Meal Fertilizer Good For Monsoon Garden In Hindi

ब्लड मील एक बहुत उपयोगी उर्वरक है, जिसके इस्तेमाल से पौधों को पोषक तत्व तो मिलते ही हैं, साथ ही पौधों को नुकसान पहुँचाने वाले जीव भी पौधे से दूर रहते हैं। ब्लड मील पाउडर के रूप में आता है, जो कि जानवरों के खून को ड्राई करके बनाया जाता है। इस उर्वरक को पौधों की मिट्टी में थोड़ी गहराई में डालना चाहिए, ताकि बारिश से उर्वरक बह न पाए।

(यह भी जानें: घर पर जैविक खाद तैयार कैसे करें…)

FAQ

प्रश्न (1) क्या बारिश में पौधों में खाद दे सकते हैं?

उत्तर – हाँ, बारिश के दौरान जब मौसम खुला हो और मिट्टी ज्यादा गीली न हो, तब मिट्टी में आर्गेनिक खाद डाल सकते हैं।

प्रश्न (2) बरसात में पौधों के लिए सबसे अच्छा उर्वरक कौन सा है?

उत्तर – बरसात में प्लांट्स के लिए सबसे बेस्ट गोबर खाद मानी जाती है।

प्रश्न (3) बारिश के दौरान घर के गमलों में कौन सी खाद डालें?

उत्तर – इस मौसम में गमलों में ऊपर बताई गई आर्गेनिक खाद डाल सकते हैं।

निष्कर्ष – Conclusion

इस लेख में आपने बरसात के मौसम में पौधों में डाली जानी वाले बेस्ट खाद व उर्वरकों के बारे में जाना। यदि यह लेख आपको पसंद आया हो तथा इस लेख में दी गयी जानकारी के बारे में कोई सवाल या सुझाव हो, तो कमेंट करके अवश्य बताएं। यदि आप इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ना चाहते हैं तो Organicbazar.net साईट पर विजिट करें।

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