लीफ गॉल क्या है, पौधों को इससे कैसे बचाएं – What Is Leaf Galls, How To Prevent Them In Hindi

पेड़-पौधों की सही तरीके से देखभाल न होने के कारण, उनमें कई तरह के रोग तथा बीमारियाँ होने की सम्भावना बढ़ जाती है। सामान्यतः पौधों में रोग व बीमारियाँ कई तरह के रोगजनक जीवाणुओं के द्वारा होती हैं, जिनमें से कुछ बीमारियाँ पौधों को अपेक्षाकृत कम हानि पहुंचाती हैं, तो कुछ गंभीर रोग पौधों को मार भी सकते हैं। लीफ गॉल (पत्ता पित्त) विभिन्न प्रकार के पौधों में होने वाला एक रोग है, जो कुछ छोटे कीट और बैक्टीरिया के कारण पौधों में होता है और यह रोग पौधे में कई तरह की विकृति का कारण बनता है। इस आर्टिकल में हम आपको पौधों में लगने वाले लीफ गॉल्स रोग से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में बताएंगे। लीफ गॉल क्या है, पौधों में लीफ गॉल रोग होने के कारण, दिखाई देने वाले लक्षण तथा लीफ गॉल्स रोग के नियंत्रण के उपाय इत्यादि जानने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

लीफ गॉल क्या है – What Is Leaf Gall In Hindi

पौधों की पत्तियों में सूजन या फफोले के रूप में पाई जाने वाली विकृति, पौधों में होने वाली एक प्रकार की बीमारी है, जिसे लीफ गॉल (Leaf Gall) कहा जाता है, इसे पत्ता पित्त के नाम से भी जाना जाता है। पौधों में होने वाले गॉल्स (Galls) कई तरह के होते हैं, जो पौधे की पत्तियों, जड़ों, तनों तथा शाखाओं आदि को संक्रमित करते हैं। पौधों में होने वाले लीफ गॉल रोग से सम्बंधित जानकारी निम्न है:

  • रोग का सामान्य नाम – लीफ गॉल (Leaf Gall), पत्ता पित्त
  • प्रभावित पौधे – ओक (Oak), गुलाब, आम, तेंदू, मेपल (maple), हर्ब्स प्लांट, फ्लावर प्लांट्स (जैस – गुलदाउदी, डहेलिया, जेरेनियम) एवं अन्य पत्तेदार पौधे
  • मुख्य लक्षण – विकृत पत्तियां, पत्तियों में सूजन और फफोले (छोटी गेंद के समान आकृति)
  • लीफ गॉल का कारण – फंगस, बैक्टीरिया, माइट्स, नेमाटोड्स, छोटे घुन इत्यादि
  • लीफ गॉल कब होता है – आमतौर पर ठण्ड के समय और वसंत ऋतु में

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लीफ गाल्स का कारण – What Causes Leaf Galls In Hindi

पौधों में गॉल एक असामान्य ग्रोथ (abnormal growth) है, जो पौधों की पत्तियों, टहनियों, तनों, जड़ों या फूलों पर होती है। आमतौर पर लीफ गॉल एफिड्स, मिडज (Midges), या घुन (mite) जैसे कीड़ों द्वारा भोजन करने या अंडे देने के कारण होता है, जो पौधों की कोशिकाओं को उत्तेजित कर गॉल्स का निर्माण करते हैं।

इसके अलावा लीफी गॉल रोग (Leaf Galls) पौधों में रोडोकोकस फासियन (Rhodococcus fascians) बैक्टीरिया के कारण भी होता है, जो कि बेहद सामान्य नहीं है। यह बैक्टीरिया प्रूनिंग, ग्राफ्टिंग और अन्य काम करने के दौरान पौधे की जड़ों या तनों में लगने वाले घावों के माध्यम से प्रवेश करता है और पौधे के ऊतकों को अव्यवस्थित तरीके से बढ़ने के लिए उत्तेजित करता है। इस बैक्टीरियल संक्रमण के परिणामस्वरूप पौधे में पत्तियों का उत्पादन विकृत घने समूहों के रूप में होता है।

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पौधों में लीफ गॉल के लक्षण – Symptoms Of Leaf Galls In Plants In Hindi

पौधों में लीफ गॉल के लक्षण - Symptoms Of Leaf Galls In Plants In Hindi

लीफ गॉल पौधों में होने वाले रोगों में से एक है, यह रोग पौधों को सामान्यतः किसी भी प्रकार की हानि नहीं पहुंचाता, लेकिन यह संक्रमित पौधे की सुन्दरता को खराब कर सकता है। लीफ गाल्स का भारी संक्रमण पत्तियों को विकृत (distorted) कर सकता है या जल्दी पत्ती गिरने का कारण बन सकता है। पौधों पर लीफ गॉल हरा, गुलाबी या लाल रंग का भी हो सकता है। लीफ गॉल से प्रभावित पौधों में निम्न लक्षण दिखाई देते हैं :

  • पत्तियों की संरचना विकृत, अजीब और डरावनी हो सकती है।
  • लीफ गॉल फंगस से संक्रमित पत्तियाँ कठोर सूजन वाली, विकृत होती हैं।
  • पत्तियों पर छोटी गेंद के समान की आकृतियाँ (फफोले) दिखाई देती है।
  • गॉल फंगस से पौधों की पत्तियों के छिद्र ब्लॉक होने के कारण पौधे में पानी और भोजन का संचार रुक सकता है, फलस्वरूप पौधे की ग्रोथ भी रुक सकती है।
  • इस रोग के संक्रमण से टहनियों पर विकृत पत्तियों के घने गुच्छे बन जाते हैं।

लीफ गॉल नियंत्रण के तरीके – Leaf Gall Control Methods In Hindi

लीफ गॉल नियंत्रण के तरीके - Leaf Gall Control Methods In Hindi

आमतौर पर गुलाब, गुलदाउदी, डहेलिया, स्वीट पी, निकोटियाना, मेपल, ओक, स्ट्रॉबेरी, और जेरेनियम जैसे पौधों पर लीफ गॉल संक्रमण देखा जाता है। लीफ गॉल संक्रमण से पौधों को कोई गंभीर नुकसान नहीं होता और इससे बचने के लिए कोई विशेष उपचार भी उपलब्ध नहीं है। आप अपने होम गार्डन में पौधों के आस-पास साफ़-सफाई वाला वातावरण बनाकर लीफ गॉल को नियंत्रित कर सकते हैं। पेड़-पौधों में फैले लीफ गॉल संक्रमण से छुटकारा पाने के लिए निम्न तरीके अपनाने चाहिए:

  • पौधों को पानी देते समय पत्तियों को गीला करने से बचें।
  • पौधों के अच्छा वायु परिसंचरण प्रदान करें।
  • पौधों को उचित दूरी पर लगाना सुनिश्चित करें।
  • पौधों के आस-पास गिरे हुए पत्तों को रेक कर फेंक दें।
  • पौधे की संक्रमित पत्तियों को किसी प्रूनर की मदद से काटकर अलग कर दें।
  • गंभीर लीफ गाल से संक्रमित पौधे को गार्डन से काटकर अलग कर दें।

पेड़ों की पत्तियों को खाने वाले कीड़ों जैसे एफिड्स, मिडज (Midges), या घुन (mite) इत्यादि को नियंत्रित करने के लिए डोरमेंट ऑयल (Dormant oil) का छिडकाव कर सकते हैं। इसके अलावा नीम तेल का छिड़काव कर आप कीट और फंगस को पौधों में लगने से बचा सकते हैं।

लीफ गॉल से सम्बन्धित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न – FAQ related to Leaf Galls In Hindi

प्रश्न 1. क्या लीफ गॉल हानिकारक होते हैं?

उत्तर – नहीं, लीफ गॉल हानिरहित होते हैं, इससे पौधों को किसी प्रकार से कोई नुकसान नहीं पहुंचाते, लेकिन बैक्टीरिया फंगस के कारण होने वाला लीफी गॉल, स्टेम गॉल और रूट गॉल (root gall) रोग पौधों की नई वृद्धि को नुकसान पहुंचा सकता है।

प्रश्न 2. लीफ गॉल किसके कारण होता है ?

उत्तर – लीफ गॉल कवक, बैक्टीरिया, नेमाटोड्स, एफिड्स एवं छोटे घुन के संक्रमण के कारण होता है।

प्रश्न 3. लीफ गॉल कैसा दिखता है?

उत्तर – लीफ गॉल पत्तियों पर सूजन, फफोले और छोटी गेंद के समान दिखाई देती हैं। तथा कुछ स्थितयों में टहनियों पर विकृत पत्तियों के झुंड के रूप में भी दिखाई दे सकता है।

उपरोक्त आर्टिकल में आपने जाना कि लीफ गॉल क्या है, पौधों में लीफ गॉल संक्रमण किसके कारण होता है, लीफ गॉल से पौधों पर दिखाई देने वाले लक्षण तथा पौधों में लीफ गॉल से छुटकारा पाने के उपाय इत्यादि के बारे में। यदि इस लेख से सम्बंधित आपके कोई सुझाव या सवाल हों तो उन्हें कमेंट करके जरूर बताएं।

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