Drip Irrigation in hindi: क्या आपके होम गार्डन में बहुत सारे पौधे लगे हुए हैं जो अक्सर पानी देने के बाद भी सूखे और मुरझाए हुए दिखाई देते हैं। यदि आप चाहते हैं कि आपके गार्डन में लगे हुए पौधे में नियमित रूप से पानी मिलता रहे और आप कम समय में सभी पौधों को एक समान रूप से पानी दे सकें तो अपने होम गार्डन में टपक या ड्रिप सिंचाई सिस्टम या ड्रिप इरिगेशन सिस्टम (Drip Irrigation in hindi) का उपयोग कर सकते हैं, यह गार्डन में लगे हुए पौधे की जड़ों व मिट्टी में हमेशा नमी बनाए रखेगा, जिससे आपके पौधे सूखने से बचेगें और उनका बेहतर विकास होगा। अब आप सोच रहे होंगे कि ड्रिप इरिगेशन सिस्टम क्या है गार्डनिंग में इसके उपयोग और फायदे क्या होते हैं तथा होम गार्डन में सभी पौधों को पानी देने के लिए ड्रिप इरिगेशन किट कैसे लगाएं? इन सभी बातों को जानने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
ड्रिप इरिगेशन क्या है – What is Drip Irrigation System in Hindi
गार्डन के सभी पौधों को एक साथ पानी देने के लिए उपयोग की गयी एक विशेष प्रकार की तकनीक जिसे प्लास्टिक पाइप व अन्य छोटे उपकरणों को मिलाकर आपस में कनेक्ट कर तैयार किया जाता है उसे ड्रिप इरिगेशन सिस्टम (Drip Irrigation System) या ड्रिप सिंचाई कहते हैं, इसे बूंद-बूंद सिंचाई या टपक सिंचाई के नाम से भी जाना जाता है। क्योंकि ड्रिप सिंचाई किट लगाने के बाद गार्डन के सभी पेड़-पौधों को एक साथ धीमी गति से बूंद-बूंद करके पानी दिया जाता है। ड्रिप इरिगेशन सिस्टम का उपयोग करने से एक लाभ यह है कि यह सीधे मिट्टी में पौधों की जड़ों को पानी प्रदान करता है, जिससे पौधे की पत्तियां भीगने से बच जाती हैं और पौधों में बीमारी और कीट लगने का ख़तरा भी नहीं रहता है।
(यह भी जानें: पौधों को पानी देने के 10 गोल्डन रूल…)
ड्रिप सिंचाई में प्रयुक्त उपकरण – Drip irrigation system parts in Hindi
यदि आप गार्डन के पौधों को एक साथ पानी देने के लिए ड्रिप इरिगेशन सिस्टम लगाना चाहते हैं, तो इसे लगाने के लिए कई उपकरणों या सामग्री को एक साथ कनेक्ट (combination) किया जाता है, यह सभी सामग्री अलग-अलग कार्यों के लिए प्रयुक्त होती है। ड्रिप सिंचाई स्थापित करने के लिए ड्रिप इरिगेशन किट (Drip Irrigation kit) के साथ आने वाली सामग्री निम्न हैं:
- मुख्य सप्लाई पाइप लाइन (Main supply pipe line)
- फीडर पाइप लाइन (Feeder pipe line)
- ड्रिप एमिटर्स (Drip emitters 4LPH)
- पिन कनेक्टर्स (Pin Connectors)
- एमिटर स्टेक्स (Emitter Stakes)
- डमी (Dummy)
- एल्बो कनेक्टर (Elbow connector)
- टी कनेक्टर (T connector)
- नल के साथ मुख्य सप्लाई कनेक्टर (Straight connector with tap)
- सीधे कनेक्टर (Straight connector)
- एंड कैप (End Cap)
- ड्रिप होल पंच (Drip hole punch)
ड्रिप इरिगेशन सिस्टम कैसे लगाएं – How to Install Drip Irrigation System in Garden in Hindi
गार्डन की मिट्टी व पेड़-पौधों को ड्रिप सिंचाई सिस्टम के माध्यम से पानी देने के लिए मुख्य सप्लाई पाइप के साथ ड्रिप एमिटर्स (ड्रीपर्स), फीडर पाइप लाइन और अन्य कनेक्टर्स लगाकर प्रत्येक पौधे की जड़ों तक पानी को बूंद-बूंद करके पहुंचाया जाता है। ड्रिप इरिगेशन विधि से पौधों को पानी देने के लिए आपको एक बार अच्छी तरह से अपने गार्डन में इसे स्थापित करने की जरूरत होती है। आइये जानते हैं गार्डन में पेड़-पौधों को पानी देने व गमले की मिट्टी में लगातार नमीं बनाये रखने के लिए ड्रिप इरिगेशन किट कैसे लगाएं?
(यह भी जानें: पौधों को पानी कब दें, जानें पानी देने का सही समय क्या है…)
ड्रिप सिंचाई किट लगाने की स्टेप्स – Drip irrigation system installation steps in Hindi
ड्रिप इरिगेशन किट इंस्टाल करने के लिए निम्न स्टेप्स को फॉलो करें:
- गार्डन में ड्रिप इरिगेशन सिस्टम लगाने के लिए हम सबसे पहले मुख्य सप्लाई पाइप लाइन बिछायेगें और अपने पौधों की संख्या के अनुसार फीडर पाइप लाइन (Feeder pipeline) तैयार करेंगे।
- फीडर पाइप लाइन तैयार करने के लिए मुख्य पाइप लाइन से प्रत्येक गमले के बीच की दूरी के आधार पर फीडर पाइप को उचित लम्बाई का काटते हैं।
- अब काटे गए फीडर पाइप के एक सिरे पर पिन कनेक्टर (Pin Connector) तथा दूसरी ओर एमिटर स्टेक्स (Emitter Stakes) लगाकर ड्रिप एमिटर (Drip emitter) लगाया जाता है। इस प्रकार सभी काटी गई फीडर पाइप लाइन को तैयार करें।
- अपने गार्डन की मुख्य सप्लाई पाइप लाइन के एक सिरे को नल कनेक्टर (Straight connector with tap) की मदद से पानी वाले नल से जोड़ दें, ताकि पाइप में पानी का आदान-प्रदान हो सके।
- अब मुख्य सप्लाई पाइप लाइन में सभी तैयार की गई फीडर पाइप लाइन्स को जोड़ने के लिए ड्रिप होल पंच (Drip hole punch) की मदद से छेद कर फीडर पाइप लाइन के पिन कनेक्टर वाले हिस्से को लगाएं और प्रत्येक फीडर पाइप लाइन में लगे हुए एमिटर स्टेक्स (Emitter Stakes) को गमले की मिट्टी में लगा दें।
- इसके बाद मुख्य सप्लाई पाइप लाइन के दूसरे खुले हुए सिरे को लगभग 6 इंच की दूरी से मोड़कर बेल्टनुमा आकार के एंड केप (End Cap) से बंद कर दें, ताकि अतिरिक्त पानी बाहर न निकले।
- इस विधि से ड्रिप इरिगेशन सिस्टम गार्डन में इंस्टाल करने के बाद अब आपके गार्डन में पेड़-पौधों को पानी देने के लिए ड्रिप सिंचाई सिस्टम तैयार है। अब आप मुख्य सप्लाई पाईप लाइन के साथ जुड़े नल के टैप को खोलकर अपने पौधों को आसानी से एकसमान व कम प्रेशर से पानी दे सकते हैं।
गार्डन में ड्रिप सिंचाई के क्या लाभ है? – Drip Irrigation System Benefits in Hindi
जब आप जान ही चुके हैं कि ड्रिप इरिगेशन सिस्टम या ड्रिप सिंचाई प्रणाली क्या है और इसे कैसे उपयोग में लाया जाता है तो अब हम आपको ड्रिप इरिगेशन के फायदे के बारे में बताएगें। गार्डन में पेड़-पौधों के लिए टपक सिंचाई की उपयोगिता या ड्रिप सिंचाई के लाभ निम्न हैं:
- गार्डन के सभी पौधों को एक साथ उनकी जरूरत के अनुसार लगातार पानी देने के लिए ड्रिप सिंचाई प्रणाली बेहद फायदेमंद हैं।
- ड्रिप सिंचाई सिस्टम पौधों की जड़ों व मिट्टी में नमी बनाए रखता है जिससे पौधों में पानी का अभाव नहीं होता, फलस्वरूप पौधे बिना किसी तनाव के तेजी से बढ़ते हैं।
- यह सीधा पौधों की जड़ों में पानी प्रदान करके पत्तियों व तनों को गीला होने से बचाता है जिससे पेड़ पौधों को बीमारी होने तथा कीट लगने की संभावना कम होती है।
- टपक सिंचाई सिस्टम पौधे के आस-पास की मिट्टी को गीला होने से रोक कर खरपतवार की वृद्धि को कम करता है।
- ड्रिप इरिगेशन सिस्टम के उपयोग से आपके समय और पानी की बचत होती है।
- गमले में लगे पौधों के जड़ क्षेत्र के नीचे पानी और पोषक तत्वों के बहाव को कम करता है, जिससे आपके पौधे स्वस्थ व तेजी से बढ़ते हैं।
- अन्य सिंचाई विधियों की तुलना में ड्रिप सिंचाई 90% पानी को मिट्टी में भेजता है, जिसमें बहुत कम वाष्पीकरण होता है तथा आपके पौधों को बढ़ने के लिए पर्याप्त पानी मिलता है।
(यह भी जानें: पौधों की वृद्धि के लिए 10 शानदार टिप्स…)
ड्रिप सिंचाई प्रणाली किन पौधों के लिए जरूरी है – Drip Irrigation is used in which plants in Hindi
ड्रिप सिंचाई प्रणाली का उपयोग सर्वाधिक उन पौधों को पानी देने के लिए किया जाता है जिनको अच्छी ग्रोथ के लिए लगातार मिट्टी में नमी बनाए रखने की आवश्यकता होती है। आप मुख्यतः सभी प्रकार की सब्जियों व फूल वाले पौधों को पानी देने के लिए ड्रिप इरिगेशन सिस्टम का उपयोग कर सकते हैं, इसके अतिरिक्त गार्डन में लगे हुए निम्न पौधों के लिए ड्रिप सिंचाई सिस्टम से पानी देना बेहद फायदेमंद होता हैं:
- सब्ज़ियाँ – टमाटर, मिर्च, शिमला मिर्च, पत्ता गोभी इत्यादि।
- फूल वाले पौधे – गुलाब, कार्नेशन, जरबेरा, एन्थ्यूरियम इत्यादि।
- पेड़ – चाय, रबड़, कॉफी, नारियल आदि।
- मसाले – हल्दी, लौंग, पुदीना आदि।
(यह भी जानें: पौधों की अच्छी वृद्धि के लिए क्या है जरूरी…)
ड्रिप सिंचाई प्रणाली के नुकसान – Disadvantages of drip irrigation in Hindi
गार्डन में ड्रिप सिंचाई सिस्टम के एक ओर तो आश्चर्यजनक लाभ हैं वही दूसरी और इसके उपयोग से कुछ हानि भी हो सकती है ड्रिप इरीगेशन से होने वाले नुकसान निम्न हैं:
- इसे सावधानी पूर्वक इंस्टाल करना होता है तथा इंस्टालेशन प्रक्रिया में समय लगता है।
- कई बार फीडर पाइप लाइन पानी के सही तरीके से फ़िल्टर न हो पाने के कारण अवरुद्ध या बंद हो जाती है।
- सूर्य की गर्मी ट्यूबों को प्रभावित करती है, कभी-कभी वे अत्यधिक गर्मी के कारण टूट जाती हैं।
- यदि ड्रिप इरीगेशन को ठीक से स्थापित नहीं किया जाता है, तो यह समय, पानी और मेहनत की बर्बादी है।
- जब शीर्ष ड्रेसिंग उर्वरकों को सक्रीय करने के लिए पानी के छिड़काव की आवश्यकता होती है तब इस स्थिति में ड्रिप सिंचाई असंतोषजनक हो सकती है।
ड्रिप सिंचाई प्रणाली कब उपयोगी है? – Use of Drip Irrigation System in Gardening in Hindi
- गार्डन में लगे हुए पेड़-पौधों को तथा विभिन्न प्रकार के फल-फूल, सब्जियों व जड़ी-बूटी वाले पौधों को कम दबाव व धीमी गति से पर्याप्त मात्रा में पानी देने के लिए ड्रिप इरिगेशन सिस्टम का उपयोग किया जाता है।
- आउटडोर पौधों के लिए मिट्टी में नमी बनाए रखने के लिए सर्वश्रेष्ठ स्वचालित जल प्रणाली के रूप में ड्रिप इरिगेशन सिस्टम का उपयोग किया जाता है।
- रूफ टॉप गार्डनिंग या टेरेस गार्डनिंग में सभी पौधों को पानी देने के लिए जब आपके पास समय की कमी हो तब यह बेहद उपयोगी है।
इस आर्टिकल में आपने जाना ड्रिप इरिगेशन सिस्टम क्या है, गार्डन में ड्रिप सिंचाई किट कैसे लगाएं तथा ड्रिप सिंचाई प्रणाली के फायदे और नुकसान कौन-कौन से हैं। यदि ड्रिप इरिगेशन से सम्बंधित आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं। गार्डनिंग से जुड़े और भी उपयोगी लेख पढ़ने के लिए Organicbazar.net पर विजिट करें।