वर्मी कंपोस्ट खाद को 24 घंटे तक पानी में भिगोकर रखने से जो तरल खाद तैयार होती है, उसे वर्मी कम्पोस्ट टी (vermi compost tea) कहा जाता है। इसे वर्म कास्टिंग टी (worm casting tea) भी कहते हैं जिसके इस्तेमाल से सभी पौधों को लाभ होता है। आप इस तरल खाद का उपयोग अपने फूलों, फलों, सब्जियों, हाउसप्लांट्स, झाड़ियों और लॉन घास के लिए कर सकते हैं। वर्म कास्टिंग टी से पौधों को पोषक तत्व तो मिलते ही हैं, साथ ही मिट्टी की संरचना में भी सुधार होता है और उसमें लाभकारी सूक्ष्मजीवों की संख्या भी बढ़ती है। आज के इस लेख में आप वर्मीकम्पोस्ट टी के फायदे के बारे में जानेंगे।
वर्मीकम्पोस्ट टी क्या है, गार्डन में इसका इस्तेमाल करने से पौधों को क्या फायदे होते हैं और इसका उपयोग कैसे करें? इसकी पूरी जानकारी के लिए यह लेख पूरा पढ़ें।
वर्मी कम्पोस्ट टी क्या है – What Is Worm Casting Tea In Hindi
वर्म कास्टिंग टी (Worm Casting Tea) या वर्मीकम्पोस्ट टी (Vermi Compost Tea) एक तरल उर्वरक (Liquid Fertilizer) है, जिसे बनाने के लिए वर्मीकम्पोस्ट खाद (Vermi Compost Manure) को 24 घंटे तक पानी में घुलने दिया जाता है। इससे खाद के पोषक तत्व पानी में मिल जाते हैं, फिर उस पानी को पौधों की मिट्टी में डालते हैं या फिर उसका पत्तियों पर स्प्रे करते हैं। इससे पौधों को पोषक तत्व (Nutrients) तुरंत मिल जाते हैं। इस तरह वर्मीकम्पोस्ट खाद के तरल रूप को ही वर्मीकम्पोस्ट टी कहा जाता है।
गार्डन में वर्मी कम्पोस्ट टी उपयोग करने के 5 फायदे – 5 Worm Casting Tea Benefits In Garden In Hindi
गार्डन में पौधों के लिए वर्मी कम्पोस्ट टी का उपयोग करने से निम्न फायदे होते हैं:
1. मिट्टी में पाए जाने वाले सूक्ष्मजीवों की संख्या बढ़ती है – Vermi Compost Tea Cultivates Microorganism Population In Soil In Hindi
पौधों की मिट्टी में कई सूक्ष्मजीव (Microbes) पाए जाते हैं। ये छोटे-छोटे जीव, मिट्टी में मौजूद कार्बनिक पदार्थों को अपघटित करने का काम करते हैं और मिट्टी को भुरभुरा और उपजाऊ बनाते हैं। वर्मी कंपोस्ट टी इन्हीं लाभकारी सूक्ष्मजीवों जैसे कवक, बैक्टीरिया, प्रोटोजोआ आदि की संख्या को बढ़ा देती है। इसके फलस्वरूप मिट्टी की संरचना में सुधार होता है।
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2. कीट और रोगों से पौधों की सुरक्षा होती है – Worm Tea Protects Plants From Pests And Diseases In Hindi
वर्मी कम्पोस्ट टी पौधों की इम्युनिटी बढ़ाती है। इससे पौधों में उन हार्मोन का अधिक उत्पादन होता है, जो कीड़ों को पौधे से दूर रखते हैं। इस तरल खाद के इस्तेमाल से एफिड्स, नेमाटोड आदि कीट पौधे से दूर रहते हैं और रूट रॉट जैसे रोग से सुरक्षित रहते हैं। जब वर्मीकंपोस्ट टी का पत्तियों पर छिड़काव किया जाता है, तो पत्तियों के ऊपर एक मोम जैसी परत बन जाती है, जिसे क्यूटिकल (cuticle) कहा जाता है, इस परत के निर्माण से पत्तियों को कुतरने वाले कीड़े पौधे से दूर रहते हैं।
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3. पौधों को पोषक तत्व तुरंत मिलते हैं – Vermi Compost Tea Works As Instant Fertilizer For Plants In Hindi
वर्म कास्टिंग चाय (worm casting tea) में नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम, मैग्नीशियम और कैल्शियम पोषक तत्व पाए जाते हैं। ये पोषक तत्व पौधों की ग्रोथ के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होते हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि वर्मी कम्पोस्ट टी को पौधों में डालने से, पौधे पोषक तत्वों को तुरंत अवशोषित कर लेते हैं। इस तरल खाद का असर पौधों में कुछ ही दिनों में नजर आने लगता है।
4. कम्पोस्ट खाद तेजी से बन जाती है – Worm Castings Tea Accelerate Composting Process In Hindi
जब आप घर पर किचन वेस्ट से कम्पोस्ट खाद (Compost Manure) तैयार करते हैं, तब भी वर्मीकम्पोस्ट टी (Vermi Compost Tea) आपके काम आ सकती है। वर्मी कम्पोस्ट टी को कम्पोस्ट बिन (Compost Bin) में डालने से सूक्ष्मजीवों (Microbes) की संख्या बढ़ती है। ज्यादा माइक्रोब्स होने से कचरा जल्दी अपघटित होने लगता है और वह तेजी से खाद में बदल जाता है।
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5. कम खाद से अधिक पौधे फर्टिलाइज हो जाते हैं – Worm Castings Tea Can Fertilize Whole Garden In Hindi
कई पौधों में डालने के लिए अधिक वर्मी कम्पोस्ट खाद (Worm Casting Manure) की जरूरत पड़ती है। जबकि इसी वर्मी कम्पोस्ट खाद की थोड़ी सी मात्रा से ही कई लीटर वर्मी कम्पोस्ट टी (Vermi Compost Tea) तैयार हो जाती है, जो बहुत सारे पौधों में काम आ जाती है।
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वर्मीकम्पोस्ट टी का उपयोग कैसे करें – How To Use Worm Casting Tea In Plants In Hindi
तैयार वर्मी कंपोस्ट टी में बराबर मात्रा में पानी मिलाएं और फिर आप उसे पौधों की मिट्टी में डाल (Soil Drench) सकते हैं या स्प्रे बोतल में भरकर पत्तियों पर उसका छिड़काव भी कर सकते हैं। इनडोर पौधों में महीने में 1 से 2 बार इस तरल का उपयोग कर सकते हैं। जबकि सब्जी, फल, फूल और हर्ब के ग्रोइंग सीजन में हप्ते में 1 बार इस तरल खाद का इस्तेमाल करना सही रहता है।
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आज के इस आर्टिकल में आपने जाना कि वर्मीकम्पोस्ट टी क्या होती है, ये कैसे बनती है और वर्मी कंपोस्ट टी से पौधों को क्या फायदे होते हैं। वर्मी कम्पोस्ट टी के फायदे/लाभ से जुड़ा यह लेख अगर आपको पसंद आया हो या इससे जुड़ा आपका कोई भी सवाल या सुझाव हो तो आप उसे कमेन्ट कर सकते हैं।