Best Variety Of Mango For Pot In Hindi: आम का प्लांट हमारे देश में बहुत लोकप्रिय है, जो गर्मी में हर घर की मिठास बढ़ाता है। कई लोग मानते हैं कि, आम का प्लांट सिर्फ बड़े खेत या बगीचे में ही लगाया जा सकता है, लेकिन अब आम की कई किस्में हैं (Aam Ki Variety In Hindi), जिन्हें गमले में भी आसानी से उगाया जा सकता है। सही वैरायटी चुनने, सॉयल प्रिपरेशन और रेगुलर केयर से यह प्लांट गमले में भी अच्छी ग्रोथ कर फल दे सकता है। आजकल लोग बालकनी, टैरेस और छोटे आंगन में आम की छोटी किस्में लगाकर ताजे फ्रूट का आनंद घर पर ही ले रहे हैं।
इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि, आम की बेस्ट किस्में कौन सी हैं, जिन्हें गमले में उगाया जा सकता है और आम के पौधे की देखभाल कैसे करें, ताकि आपको घर के गार्डन से ही अच्छे व स्वादिष्ट फल सीजन भर प्राप्त हो सकें।
गमले के लिए आम की सबसे अच्छी किस्म – Mango Varieties For Container Growing In Hindi
इस लेख में हम गमले में लगाए जाने वाली आम की 10 बेस्ट वैरायटी (Best Mango Variety For Pots In Hindi) बताने जा रहे हैं, जो गमले में लगाने पर भी अच्छी ग्रोथ और फ्रूटिंग देती हैं। घर पर गमले, ग्रो बैग या कंटेनर में लगाने के लिए आम की बेस्ट किस्में निम्न हैं-
1. अम्रपाली – Amrapali in Hindi
अम्रपाली आम की हाइब्रिड वैरायटी है, जो नीलम और दसहरी के क्रॉस से बनी है। इसका प्लांट ड्वार्फ होता है, जिससे इसे गमले में भी आसानी से लगाया जा सकता है। इसमें मध्यम आकार के मीठे और रसीले फ्रूट लगते हैं। यह वैरायटी कम जगह में भी अच्छी ग्रोथ और फ्रूटिंग देती है। इसकी खासियत यह है कि, कम देखभाल में भी घर की बालकनी या टैरेस में अच्छे फल प्राप्त किए जा सकते हैं।
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2. रातौल – Ratol in Hindi
रातौल आम उत्तर भारत की प्रसिद्ध किस्म है, जो छोटे साइज के प्लांट के कारण गमले में भी उगाई जा सकती है। यह स्वाद में अत्यंत मीठा और सुगंधित होता है। इसकी ग्रोथ अच्छी रहती है और 2-3 साल में फ्रूटिंग शुरू हो जाती है। बालकनी और टैरेस पर रखने के लिए यह उपयुक्त वैरायटी है। इसमें कीट प्रकोप भी कम होता है और नियमित पानी, धूप देने से अच्छे फल मिलते हैं।
3. ऐरविन – Irwin in Hindi
ऐरविन आम की वैरायटी जापान में लोकप्रिय है और गमले में उगाने के लिए उपयुक्त ड्वार्फ किस्म है। आम की यह किस्म ज्यादा ऊँचाई तक नहीं बढ़ती, जिससे इसे छोटे स्थानों में भी उगाया जा सकता है। इसके फ्रूट मध्यम आकार के, लाल-पीले रंग के मीठे स्वाद वाले होते हैं। नियमित केयर और खाद देने पर यह वैरायटी जल्दी फल देना शुरू कर देती है।
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4. पेलिकन – Pelican in Hindi
पेलिकन आम की किस्म गमले में उगाने के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। इसका प्लांट बौना होता है, जिससे यह छोटे गमलों में भी अच्छी ग्रोथ करता है। इसके फ्रूट आकार में मध्यम, गूदेदार और स्वाद में मीठे होते हैं। यह वैरायटी कम देखभाल में भी फल दे सकती है। धूप, पानी और समय पर खाद देने से यह वैरायटी बालकनी और टैरेस पर लगाने के लिए उपयुक्त रहती है और घर में ताजे आम का आनंद मिलता है।
5. नैम डोक माई – Nam Dok Mai in Hindi
थाईलैंड की प्रसिद्ध वैरायटी नैम डोक माई छोटे प्लांट में भी अच्छे से फल देती है। यह गमले में उगाने के लिए उपयुक्त है और स्वाद में मीठी, रसीली और सुगंधित होती है। इसके फल पीले रंग के होते हैं और आकार में मध्यम रहते हैं। सही सॉयल, नियमित पानी और धूप में रखने से यह वैरायटी अच्छी ग्रोथ करती है। घर की बालकनी या टैरेस पर भी इसे आसानी से लगाया जा सकता है।
6. केन्सिंग्टन प्राइड – Kensington Pride in Hindi
यह ऑस्ट्रेलिया की लोकप्रिय किस्म है, जिसे गमले में उगाया जा सकता है। इसका प्लांट ऊँचाई में सीमित रहता है और ग्रोथ अच्छी होती है। इसके फल मध्यम आकार के, सुनहरे रंग के और स्वाद में मीठे होते हैं। यह वैरायटी गर्म जलवायु में अच्छी ग्रोथ करती है। सही देखभाल, धूप और नियमित पानी से यह घर में भी अच्छे फ्रूट देती है। इसे छोटे आंगन और टैरेस में लगाना आसान रहता है।
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7. पालमर – Palmer in Hindi
पालमर आम की वैरायटी कम ऊँचाई में ग्रोथ करने के कारण गमले में उगाने के लिए उपयुक्त रहती है। इसके फल बड़े आकार के और मीठे होते हैं। यह वैरायटी गर्म और उपोष्ण जलवायु में भी अच्छी ग्रोथ कर सकती है। नियमित पानी, धूप और समय पर खाद देने से यह प्लांट जल्दी फल देना शुरू कर देता है। यह छोटे आंगन, बालकनी और टैरेस में उगाकर घर पर ताजे आम का आनंद लेने का अच्छा विकल्प है।
8. मल्लिका – Mallika in Hindi
मल्लिका आम की हाइब्रिड वैरायटी है, जो नीलम और दसहरी के क्रॉस से बनी है। इसका प्लांट बौना होता है, जिससे गमले में भी इसे आसानी से उगाया जा सकता है। इसके फल मध्यम आकार के और स्वाद में मीठे गूदेदार होते हैं। सही मिट्टी और नियमित केयर से यह जल्दी फल देना शुरू कर देती है। छोटे घर, बालकनी और टैरेस में उगाने के लिए यह बेहतरीन वैरायटी मानी जाती है।
9. बेनी इशिवारा – Beni Ishiware in Hindi
यह जापान की एक ड्वार्फ किस्म है, जो गमले में लगाने के लिए बहुत उपयुक्त रहती है। इसका प्लांट कम ऊँचाई में भी अच्छी ग्रोथ कर सकता है। इसके फल छोटे से मध्यम आकार के, मीठे और सुगंधित होते हैं। गर्म जलवायु में यह वैरायटी तेजी से ग्रोथ करती है। गमले में नियमित पानी, धूप और समय पर खाद देने पर यह घर पर भी अच्छे फ्रूट दे सकती है।
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10. पिक्सी – Pixie variety in Hindi
पिक्सी आम की वैरायटी बौनी किस्मों में गिनी जाती है। छोटे आकार का यह प्लांट गमले में भी आसानी से ग्रो कर सकता है। आम की इस बौनी किस्म में छोटे फल होते हैं, लेकिन स्वाद में अत्यंत मीठे और सुगंधित होते हैं। यह वैरायटी गर्म और आर्द्र जलवायु में अच्छे से फल देती है।
गमले में आम की देखभाल करने के टिप्स – Tips For Caring For Mango In Pots In Hindi
आप गमले में लगे आम पौधे की देखभाल करने के लिए निम्न टिप्स को फॉलो कर सकते हैं, जैसे-
- धूप में रखें: आम के प्लांट को रोज कम से कम 6-8 घंटे की धूप मिले, ताकि ग्रोथ और फ्रूटिंग अच्छी हो।
- पानी दें: मिट्टी में नमी बनी रहे, लेकिन पानी रुकना नहीं चाहिए। गर्मी में रोज, सर्दी में 2-3 दिन में पानी दें।
- सही सॉयल मिक्स: 50% गार्डन सॉयल, 30% गोबर खाद, 20% रेत या पर्लाइट मिलाएं।
- कटाई–छंटाई (प्रूनिंग): पुराने और सूखे पत्तों को समय-समय पर हटाते रहें, ताकि नई ग्रोथ तेज हो।
- खाद दें: 2-3 महीने में वर्मी कम्पोस्ट या गोबर खाद दें, फल आने से पहले पोटाश और फास्फोरस वाली खाद डालें।
- कीट नियंत्रण: नीम ऑयल का स्प्रे महीने में एक बार करें, ताकि कीड़े न लगें।
- सपोर्ट दें: प्लांट के बड़े होने पर उसे लकड़ी के सहारे बांधें, ताकि गिरने से बचे।
- गमले का साइज़: शुरुआत में 12-14 इंच, बाद में 20-24 इंच का गमला उपयोग करें, ताकि जड़ें सही से फैल सकें।
बारहमासी आम कौन सा होता है? – Which Mango is Perennial in Hindi
बारहमासी आम वह किस्म होती है जो साल में एक बार नहीं, बल्कि कई बार फल दे सकती है। आमतौर पर ‘सिंदूरी’ और ‘नीलगुंडी’ जैसी किस्में कुछ क्षेत्रों में बारहमासी मानी जाती हैं। इनमें खासकर ‘सिंदूरी’ किस्म साल में दो से तीन बार फल देने की क्षमता रखती है, यदि सही केयर, पर्याप्त धूप और पानी दिया जाए। बारहमासी आम की किस्मों में फल छोटे होते हैं, लेकिन स्वाद में मीठे होते हैं। इन्हें गमले में भी लगाया जा सकता है।
निष्कर्ष:
गमले में आम का प्लांट लगाना अब असंभव नहीं रहा, बल्कि सही वैरायटी, सॉयल प्रिपरेशन और नियमित केयर से यह घर पर भी आसानी से उगाया जा सकता है। अम्रपाली, मल्लिका, ऐरविन जैसी ड्वार्फ वैरायटी गमले में अच्छी ग्रोथ और फ्रूटिंग देती हैं, जिससे कम जगह में भी ताजे, मीठे फ्रूट का आनंद लिया जा सकता है।
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