Natural Organic Magnesium Fertilizer For Plants मैग्नीशियम की कमी होने पर पौधों की पत्तियाँ पीली पड़ने लगती है, पौधे मुरझाने लगते हैं और पत्तियों पर भूरे रंग के धब्बे नजर आने लगते हैं। मैग्नीशियम (Mg) की अधिक कमी होने पर पत्तियों का मुड़ना भी शुरू हो सकता है, पौधे की ग्रोथ रुक सकती है और उसमें फल और फूलों की पैदावार भी रुक जाती है। इस समय पौधों में मैग्नीशियम से भरपूर खाद (Best natural magnesium fertilizer for plants) डालना जरूरी होता है। एप्सम साल्ट, कम्पोस्ट खाद और डोलोमाइट चूना पौधों के लिए मैग्नीशियम के मुख्य स्रोत हैं। इसके अलावा पौधों में मैग्नीशियम की कमी को दूर करने के लिए खाद और अन्य उर्वरकों (Magnesium Rich Fertilizer For Plants In Hindi) की जानकारी आपको इस लेख में मिलेगी। प्लांट्स में मैग्नीशियम से भरपूर खाद डालने के फायदे, पौधों के लिए मैग्नीशियम युक्त जैविक उर्वरक के नाम और उनके उपयोग जानने के लिए यह आर्टिकल लास्ट तक जरूर पढ़ें।
पौधों में मैग्नीशियम खाद डालने के फायदे – Magnesium Fertilizer Benefits For Plants In Hindi
पौधों में मैग्नीशियम युक्त खाद और उर्वरक डालने के फायदे जानने से पहले आपको यह जानना ज्यादा जरूरी है कि मैग्नीशियम का पौधों में काम क्या होता है। मैग्नीशियम, क्लोरोफिल का एक महत्वपूर्ण घटक है। प्लांट्स में पर्याप्त मात्रा में मैग्नीशियम होने पर क्लोरोफिल का उत्पादन भी बढ़िया से होता है। क्लोरोफिल की मदद से ही पौधे प्रकाश संश्लेषण की क्रिया करके अपना भोजन बना पाते हैं। इसके साथ ही मैग्नीशियम पौधों के ऊतकों के माध्यम से फास्फोरस और पोटेशियम जैसे पोषक तत्वों के अवशोषण और परिवहन में भी मदद करता है। अब तक आपने पौधों में मैग्नीशियम के कार्य के बारे में जाना। अब प्लांट्स में मैग्नीशियम से भरपूर खाद और उर्वरक डालने के फायदे जानेंगे, जो आगे बताए गये हैं:
- मैग्नीशियम खाद डालने से पौधों में मैग्नीशियम पोषक तत्व की कमी दूर होती है।
- बढ़िया मात्रा में क्लोरोफिल का उत्पादन होता है। इससे प्रकाश संश्लेषण की क्रिया अच्छे से होती है और पौधे हरे भरे रहते हैं।
- फॉस्फोरस और पोटैशियम पोषक तत्वों का अवशोषण अच्छे से हो पाता है।
- पौधों की जड़ों की ग्रोथ भी बहुत अच्छे से हो पाती है।
- मैग्नीशियम युक्त जैविक खाद और उर्वरकों को डालने से पौधों में उन हार्मोन्स और यौगिकों का निर्माण होता है, जो फूल और फलों के उत्पादन को बढ़ाते हैं।
(यह भी पढ़ें: पौधों की ग्रोथ के लिए एप्सम साल्ट की जानकारी…)
पौधों के लिए मैग्नीशियम युक्त खाद और उर्वरक – Best Magnesium Fertilizer For Plants In India In Hindi
एप्सम सॉल्ट, डोलोमाइट चूना, कम्पोस्ट आदि में पौधों के लिए भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम पाया जाता है। पौधों में मैग्नीशियम की पूर्ति करने के लिए खाद और उर्वरकों के नाम और उनके उपयोग की जानकारी डिटेल में आगे बताई गई है:
एप्सम सॉल्ट (मैग्नीशियम सल्फेट) – Epsom Salt Magnesium Rich Fertilizer For Plants In Hindi
मैग्नीशियम के सबसे अच्छे और जैविक सोर्स के रूप में ज्यादातर एप्सम सॉल्ट का प्रयोग किया जाता है। यह आसानी से उपलब्ध और सस्ता है। एप्सम साल्ट को मैग्नीशियम सल्फेट के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इसमें मैग्नीशियम और सल्फर 2 मुख्य पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह पानी में अत्यधिक घुलनशील है, जिस कारण से इसे पौधों पर अप्लाई करना काफी आसान हो जाता है। आप एप्सम सॉल्ट को पानी में घोलकर पत्तों पर स्प्रे कर सकते हैं या इसे मिट्टी में भी पानी की तरह डाल सकते हैं। यह सब्जियों, फलों और फूलों सहित लगभग सभी तरह के पौधों के लिए मैग्नीशियम का एक उपयुक्त स्रोत है।
(यह भी पढ़ें: पौधों में मैग्नीशियम की कमी के लक्षण और दूर करने के उपाय …)
डोलोमाइट चूना – Dolomite Lime Is Source Of Magnesium For Plants In Hindi
पौधों में मैग्नीशियम पोषक तत्व की पूर्ति करने के लिए डोलोमाइट चूने का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें मैग्नीशियम तो पाया ही जाता है, साथ ही कैल्शियम की भी अच्छी मात्रा पाई जाती है। इसे कैल्शियम मैग्नीशियम कार्बोनेट (CaMg(Co3)2) और गार्डन लाइम (Garden Lime) के नाम से भी जाना जाता है। यह पौधों को कैल्शियम और मैग्नीशियम पोषक तत्व देता है। डोलोमाइट चूना पानी में घुलता नहीं है (Non Water Soluble) जिस वजह से इसे पाउडर के रूप में ही मिट्टी में मिलाया जाता है। हालांकि, डोलोमाइट चूने का उपयोग करने से पहले मिट्टी का परीक्षण करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि अत्यधिक उपयोग से मिट्टी का पीएच बढ़ सकता है।
(यह भी पढ़ें: सब्जियों के गार्डन में चूना का इस्तेमाल है बेहद फायदेमंद, जानिए …)
जैविक खाद – Organic Manure High In Magnesium In Hindi
जैविक खाद जैसे कम्पोस्ट, वर्मीकम्पोस्ट, गोबर की खाद आदि में भी अच्छी मात्रा में मैग्नीशियम होता है। मिट्टी में इन ऑर्गेनिक खाद को डालने से मैग्नीशियम के साथ-साथ अन्य पोषक तत्वों की भी पूर्ती होती है।
(यह भी पढ़ें: एप्सम साल्ट फर्टिलाइजर का प्रयोग किन पौधों पर करना चाहिए…)
अन्य मैग्नीशियम खाद और उर्वरक – Organic Magnesium Fertilizer Sources In Hindi
ऊपर बताये गये खाद और उर्वरकों के अलावा बोनमील, सीवीड, रॉक फॉस्फेट, लकड़ी की राख, फिश इमल्शन, केल्प मील, फीदर मील आदि आर्गेनिक उर्वरकों में भी कुछ मात्रा में मैग्नीशियम पाया जाता है। आप इन उर्वरकों का प्रयोग भी पौधों में जरूरत के अनुसार कर सकते हैं।
(नोट – याद रखें किसी भी उर्वरक को डालने से पहले मिट्टी का परीक्षण करना आवश्यक है। यह आपको सही उर्वरक चुनने में मदद करेगा। इसके अलावा मैग्नीशियम उर्वरक (natural magnesium fertilizer for plants) का उपयोग करते समय उसके पैकेट पर लिखे निर्देशों का हमेशा पालन करें।)
इस लेख में पौधों में मैग्नीशियम की कमी को दूर करने के लिए उपयोग किए जाने वाले जैविक खाद और उर्वरकों (natural magnesium fertilizer for plants) की जानकारी दी गई है। उम्मीद करते हैं पौधों के लिए मैग्नीशियम युक्त जैविक उर्वरक की जानकारी आपको पसंद आई होगी। इस लेख के बारे में अगर आपके मन में कोई सवाल या सुझाव हो तो उसे कमेंट करना न भूलें।