माइक्रोग्रीन्स पर फफूंद को कैसे रोकें: कारण और रोकथाम के सुझाव – How To Prevent Mold On Microgreens: Causes And Prevention Tips In Hindi

माइक्रोग्रीन्स शहरी क्षेत्रों में तेजी से पॉपुलर हो रहे हैं। यहां लोग कम जगह में ताज़ा और पौष्टिक सब्जियाँ उगाना चाहते हैं। हालांकि, इन नाज़ुक पौधों में फफूंद लगना (fungal infection) एक आम समस्या है, जो न केवल पौधों को नुकसान पहुँचाती है बल्कि उनकी गुणवत्ता को भी प्रभावित करती है। गर्मी, अधिक नमी, खराब वेंटिलेशन और गंदा ट्रे मटेरियल ये सब मिलकर फफूंद की समस्या को बढ़ा सकते हैं। इस आर्टिकल में हम जानेंगे माइक्रोग्रीन्स में फफूंद के प्रमुख कारण (Microgreen Me Fungus Ke Karan), और उसे रोकने के लिए सरल, प्रभावी और प्राकृतिक उपाय जो आप घर पर ही अपना सकते हैं।

माइक्रोग्रीन्स पर फफूंद लगने के सामान्य कारण – Common Causes Of Mold Growth On Microgreens In Hindi

  1. ज्यादा नमी : माइक्रोग्रीन्स को जरूरत से ज्यादा पानी देने पर ट्रे में नमी जमा हो जाती है, जिससे फंगस जल्दी पनपती है।
  2. कम वेंटिलेशन: अगर हवा का सही सर्कुलेशन नहीं है या ट्रे बहुत घनी जगह पर रखी है, तो वहां की नमी बाहर नहीं निकलती और फफूंद बनने लगती है।
  3. बीजों को सैनेटाइज किए बिना बोना: कई बार बीजों पर पहले से ही बैक्टीरिया या फंगस के स्पोर होते हैं। अगर इन्हें बोने से पहले साफ नहीं किया गया, तो फफूंद लग सकती है।
  4. बहुत नजदीक बुआई : जब बहुत ज्यादा बीज एक छोटी सी ट्रे में बो दिए जाते हैं, तो पौधों के बीच जगह नहीं बचती और हवा नहीं घूम पाती जिससे फंगस जल्दी फैलती है।
  5. गंदा या दोबारा यूज़ किया गया ट्रे मटेरियल: बिना साफ किए बार-बार वही ट्रे या मिट्टी यूज़ करने से उसमें छिपे फंगल स्पोर्स माइक्रोग्रीन्स को संक्रमित कर सकते हैं।
  6. कम रोशनी (Low Light): माइक्रोग्रीन्स को सही ग्रोथ के लिए अच्छी लाइट चाहिए। कम लाइट में नमी सूखती नहीं और फफूंद को बढ़ने का मौका मिलता है।

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माइक्रोग्रीन पर फफूंद को बढ़ने से रोकने का सबसे अच्छा तरीका – Best Way To Prevent Mold Growth On Microgreens In Hindi

माइक्रोग्रीन पर फफूंद को बढ़ने से रोकने का सबसे अच्छा तरीका - Best Way To Prevent Mold Growth On Microgreens In Hindi

अगर आप घर पर माइक्रोग्रीन्स उगा रहे हैं और प्लांट्स पर सफेद या काले रंग की फफूंदी (fungus) दिख रही है, तो ये काफी आम लेकिन परेशान करने वाली समस्या है। आइए जानते हैं माइक्रोग्रीन्स पर मोल्ड लगने से कैसे रोकें-

1. जरूरत से ज्यादा पानी न दें – Avoid Overwatering In Hindi

माइक्रोग्रीन्स को फफूंद सबसे पहले तब पकड़ती है जब हम उन्हें बार-बार या जरूरत से ज्यादा पानी दे देते हैं। बहुत ज्यादा पानी से मिट्टी या कोकोपीट लगातार भीगी रहती है, जिससे नमी बनी रहती है और वहीं फंगस पनपने लगता है। पानी देने का सही तरीका है हल्की स्प्रे बॉटल से सुबह एक बार हलका छिड़काव करना।

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2. ट्रे को हवादार और खुली जगह पर रखें – Ensure Good Ventilation In Hindi

फफूंद को सबसे ज्यादा बढ़ावा नमी और बंद वातावरण से मिलता है। अगर आप माइक्रोग्रीन्स की ट्रे को ऐसी जगह रखते हैं जहाँ हवा का फ्लो नहीं है जैसे बंद रैक, शेल्फ या कोनों में, तो वहां फफूंद जल्दी लग सकती है। माइक्रोग्रीन्स को ऐसी जगह पर रखें, जहाँ ताज़ी हवा आती हो, जैसे खिड़की के पास, बालकनी या जहां सीलिंग फैन लगा हो। जब हवा चलेगी तो मिट्टी की नमी जल्दी सूखेगी और फंगस को पनपने का मौका नहीं मिलेगा।

3. बीज और ट्रे को बोने से पहले सैनेटाइज करें – Sanitize Seeds And Trays Before Sowing In Hindi

अक्सर फफूंद के स्पोर्स बीजों या ट्रे की सतह पर पहले से ही मौजूद होते हैं। अगर आप इन्हें बिना साफ किए सीधे इस्तेमाल कर लेते हैं, तो फंगस का खतरा बढ़ जाता है। बीजों को बोने से पहले हल्के हाइड्रोजन पेरॉक्साइड (1% घोल) या सिरके और पानी के घोल में 5 मिनट तक भिगोकर अच्छे से धो लेना चाहिए। उसी तरह ट्रे को भी गरम पानी या डिटर्जेंट से साफ करके अच्छे से सुखाना जरूरी है।

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4. कम मात्रा में बीज बोएं – Avoid Overcrowding Of Seeds In Hindi

बहुत ज़्यादा बीज एक साथ ट्रे में बोने से पौधों के बीच में जगह नहीं बचती और हवा का फ्लो रुक जाता है। इससे नमी जल्दी सूख नहीं पाती और फंगस को बढ़ने का मौका मिल जाता है। बीजों को थोड़ी-थोड़ी दूरी पर छिड़कें ताकि हर पौधे को सांस लेने की जगह मिल सके। यह न केवल फफूंद को रोकता है बल्कि माइक्रोग्रीन्स की क्वालिटी और ग्रोथ भी बेहतर बनाता है। अगर बीज बहुत ज्यादा हों, तो उन्हें दो अलग-अलग ट्रे में बाँट लें।

5. घरेलू एंटीफंगल चीजों का इस्तेमाल करें – Use Natural Anti-fungal Remedies In Hindi

अगर हल्की फफूंद दिखने लगे, तो शुरुआत में ही घरेलू नुस्खों से उसे रोका जा सकता है। जैसे – दालचीनी पाउडर (cinnamon powder) को हल्का सा ऊपर से छिड़क दें। यह एक नेचुरल एंटीफंगल है और मिट्टी की सतह पर फंगस को फैलने से रोकता है। इसके अलावा, नीम का पानी, सिरका और पानी का हल्का घोल, या बेकिंग सोडा स्प्रे जैसे उपाय भी फायदेमंद हैं।

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6. कम लाइट और बहुत उमस से बचाएं – Avoid Low Light & High Humidity Conditions In Hindi

माइक्रोग्रीन्स को सही तरीके से बढ़ने के लिए अच्छी रोशनी और संतुलित तापमान चाहिए। अगर आप इन्हें बहुत अंधेरी जगह पर रखते हैं या वहां ज्यादा उमस (humidity) रहती है, तो नमी सूखती नहीं और फंगस को पनपने का पूरा मौका मिलता है। कोशिश करें कि माइक्रोग्रीन्स को रोज़ाना 4-6 घंटे की प्राकृतिक या grow light की रोशनी मिले।

7. ट्रे के नीचे ड्रेनेज होल जरूर रखें – Use Trays With Proper Drainage Holes In Hindi

अक्सर लोग माइक्रोग्रीन्स की ट्रे में पानी तो डालते हैं लेकिन ट्रे में ड्रेनेज होल (drainage holes) नहीं होते। इससे पानी जमा होता रहता है और मिट्टी लगातार भीगी रहती है जो फंगस के लिए परफेक्ट माहौल है। अगर आप ऐसी ट्रे यूज़ कर रहे हैं जिसमें नीचे छेद नहीं है, तो उसमें थोड़ा सा पानी जमा होते ही फफूंद फैल सकती है। हमेशा ऐसी ट्रे यूज़ करें जिनमें नीचे से एक्स्ट्रा पानी निकल सके।

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8. बीज को उगाने से पहले पानी में भिगोना और सुखाना – Soak & Dry Seeds Before Sowing In Hindi

कई बार बीजों पर फंगस के स्पोर्स पहले से ही मौजूद होते हैं। ऐसे बीज अगर सीधे मिट्टी में बो दिए जाएं, तो फफूंद जल्दी पनप सकती है। इसलिए माइक्रोग्रीन्स के बीजों को बोने से पहले साफ पानी में 6–8 घंटे भिगोकर, छानकर और एक कपड़े पर हल्का सुखाकर बोना चाहिए।

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माइक्रोग्रीन मोल्ड कैसा दिखता है? – What Does Microgreen Mold Look Like In Hindi

माइक्रोग्रीन्स में मोल्ड (mold/fungus) अक्सर दिखने में थोड़ा कन्फ्यूज कर सकता है क्योंकि कुछ शुरुआती फेज़ की जड़ों को भी लोग मोल्ड समझ बैठते हैं। इसलिए नीचे साफ-साफ बताया गया है कि माइक्रोग्रीन्स में मोल्ड कैसे पहचानें और वह दिखता कैसा है:

माइक्रोग्रीन्स मोल्ड की पहचान कैसे करें – How To Identify Mold On Microgreens In Hindi

  1. सफेद कॉटन जैसी परत (White Cottony Layer): मोल्ड आमतौर पर एक झाग जैसी सफेद परत के रूप में नजर आता है, जो मिट्टी या बीजों की सतह पर फैलती है। यह बिल्कुल पतले रुई जैसे धागों की तरह दिखता है। अगर यह सतह के ऊपर फैला है और ट्रे से बदबू भी आ रही है तो ये मोल्ड है।
  2. रुट हेयर या मोल्ड (Root Hairs vs Mold): शुरुआत में माइक्रोग्रीन्स की जड़ें भी सफेद, मुलायम और धागे जैसी दिखती हैं। इसे root hairs कहते हैं। लेकिन ये मिट्टी के अंदर होती हैं, और अगर आप ट्रे में पानी डालते हैं तो ये गायब हो जाती हैं। वहीं मोल्ड मिट्टी की सतह पर रहता है और गायब नहीं होता।
  3. भूरे या काले धब्बे (Gray or Black Spots): अगर सफेद परत के साथ-साथ भूरे या काले रंग के छोटे-छोटे धब्बे दिखाई दें, तो यह मोल्ड का एडवांस स्टेज हो सकता है, ऐसे प्लांट को तुरंत हटा देना चाहिए।
  4. गंध (Smell): ताजे माइक्रोग्रीन्स में ताजी मिट्टी या हरी पत्तियों की हल्की खुशबू आती है, लेकिन अगर ट्रे से तेज, खट्टी या सड़ी हुई गंध आने लगे तो यह साफ संकेत है कि फफूंद लग चुकी है।

निष्कर्ष:

माइक्रोग्रीन्स उगाना आसान जरूर है, लेकिन इनमें फफूंद (fungus) लगना एक आम और गंभीर समस्या बन सकती है। अगर समय रहते सावधानी न बरती जाए, तो पूरा बैच खराब हो सकता है। सही पानी देना, हवा का फ्लो बनाए रखना, बीज और ट्रे को साफ करना और नीचे से पानी देने जैसे छोटे-छोटे कदम आपके माइक्रोग्रीन्स को फंगल अटैक से बचाते हैं।

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