जीनिया (ज़िन्निया फ्लावर) गमले में कैसे उगाएं – How to grow zinnia flower in pot in Hindi

आप ज़िन्निया (Zinnia) के पौधों को अपने किचन गार्डन, बालकनी में गमले या ग्रो बैग में आसानी से उगा सकते हैं, जिन्निया एक फूल वाला पौधा है जो तेजी से बढ़ता है। जिन्निया प्लांट में अधिक मात्रा में फूल खिलते हैं। आप फूलों को पसंद करते हैं तो अपने घर पर ज़िन्निया फ्लावर प्लांट अवश्य उगाएं। यह लेख जीनिया पौधे की जानकारी के बारे में है जहाँ पर आप ज़िन्निया (जीनिया) फ्लावर को घर पर कैसे उगाए? गमले में ज़िन्निया के पौधे की देखभाल कैसे करें? के बारे में जानेगें। ज़िन्निया का पौधा लगाने से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें।

जीनिया का पौधा क्या है – What is zinnia plant in Hindi

जीनिया का पौधा क्या है - What is zinnia plant in Hindi

ज़िन्निया का पौधा एक वार्षिक फूल वाला पौधा है। वार्षिक पौधे वे पौधे होते हैं, जो एक वर्ष के अन्दर ही फूलते हैं, और उसी वर्ष में समाप्त हो जाते हैं, आपको हर साल नए पौधे लगाने की आवश्यकता होती है। ज़िन्निया, एस्टरेसिया (Asteraceae) अर्थात डेज़ी परिवार से सम्बंधित फूल वाला पौधा है। इसका वानस्पतिक या वैज्ञानिक नाम जिन्निया एसपी (Zinnia sp) है। ज़िन्निया के पौधे की अलग-अलग किस्में होती हैं, लेकिन सबसे लोकप्रिय किस्म जिन्निया एलिगेंस (Zinnia elegans) है। जीनिया फूल तीन मुख्य प्रकार के होते हैं: सिंगल (single), सेमीडबल (semidouble) और डबल (double)। जीनिया फूल के इन प्रकारों के बीच अंतर केवल पंखुड़ियों की पंक्तियों की संख्या का होता है और फूल का केंद्र भाग दिखाई देता है या नहीं।

(और पढ़ें: सर्दियों में खिलने वाले फूलों की जानकारी…)

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जीनिया उगाने से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी – Important information about growing Zinnia plant in Hindi

  • मिट्टी का पीएच – जिन्निया लगभग 5.5 से 7.5  के मध्य पीएच वाली मिट्टी में अच्छी तरह ग्रो करता है
  • आवश्यक तापमान – बीज बोने के लिए मिट्टी का आदर्श तापमान 23°C से 29°C के मध्य होना चाहिए। जीनिया का पौधा कम से कम 16°C तक के तापमान में अच्छी तरह ग्रो कर सकता है।
  • बुवाई का तरीका – जिन्निया के बीजों को लगभग 1/2 इंच या लगभग 1 सेंटीमीटर गहरा बोना चाहिए।
  • अंकुरण का समय – बुवाई से लगभग 7 से 10 दिन में बीज अंकुरित हो जाते हैं।
  • खिलने का समय (zinnia flower season) – बुआई से लगभग 45 से 60 दिन बाद ज़िन्निया के पौधे में फूल खिलने लगते हैं।
  • बुवाई का मौसम (when to sow zinnia seeds in india) – साल भर, लेकिन मुख्य रूप से आप जिन्निया को फरवरी-मार्च के महीनों में या अक्टूबर से दिसंबर माह में उगा सकते हैं।

ज़िन्निया उगाने के लिए अच्छा समय – Zinnia Planting Season in Hindi

ज़िन्निया उगाने के लिए अच्छा समय - Zinnia Planting Season in Hindi

यह कम तापमान को सहन करने वाला झाड़ीदार पौधा है। जीनिया के पौधों को आप किसी भी मौसम में लगा सकते हैं, लेकिन मुख्य रूप से इसे आखिरी ठंड बीत जाने के बाद या वसंत ऋतु की शुरुआत में लगाना चाहिए। वसंत ऋतु फरवरी, मार्च और अप्रैल के महीने में अपनी सुन्दरता बिखेरती है। आप जिन्निया को फरवरी-मार्च के महीनों में या अक्टूबर से दिसंबर माह में उगा सकते हैं, क्योंकि जिन्निया बीज को अंकुरित होने के लिए थोड़े गर्म तापमान की आवश्यकता होती है। जीनिया के फूल बुवाई से लगभग 45 से 60 दिन के बाद खिलते हैं। जिन्निया सीड्स खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें।

(और पढ़ें: महीने के अनुसार खिलने वाले फूलों के नाम…)

ज़िन्निया फ्लावर ग्रो करने के लिए बेस्ट मिट्टी – Best soil for zinnia plant in Hindi

ज़िन्निया फ्लावर ग्रो करने के लिए बेस्ट मिट्टी - Best soil for zinnia plant in Hindi

ज़िन्निया के पौधे रेतीली दोमट मिट्टी में अच्छी तरह से ग्रो करते हैं, क्योंकि, यह उचित जल निकासी वाली मिट्टी होती है। इसके अतिरिक्त, आप जीनिया को ग्रो करने के लिए पॉटिंग मिश्रण का भी उपयोग कर सकते हैं। 5.5 से 7.5 के मध्य पीएच(PH) मान वाली मिट्टी में ज़िन्निया का पौधा अच्छी तरह से ग्रो करता है। चूँकि, नम मिट्टी में ज़िन्निया के नए पौधे (युवा पौधे) का विकास तेजी से होता है, इसलिए शुरूआती समय में मिट्टी में नमी बनाए रखें। ध्यान रखें मिट्टी को अधिक पानी न दें, क्योंकि अधिक पानी देने से मिट्टी चिपचिपी हो जायेगी और पौधे की जड़ों को हवा और पोषक तत्व प्राप्त नहीं हो पायेगें, जिसके परिणामस्वरुप पौधा सूख सकता है।

(और पढ़ें: पौधे लगाने के लिए गमले की मिट्टी कैसे तैयार करें…)

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ज़िन्निया को गमले या ग्रो बैग में कैसे उगाएं – How to Grow Zinnia in a Pot or Grow Bag in Hindi

आप ज़िन्निया के पौधों को आसानी से अपने घर पर गमले या ग्रो बैग में उगा सकते हैं। इसके लिए आपको अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी की आवश्यकता होगी। आप अधिक ठंडे मौसम में घर के अन्दर सीडलिंग ट्रे में बीजों को अंकुरित कर सकते हैं और पौधे विकसित होने के बाद उन्हें गमले में प्रतिस्थापित कर सकते हैं। आप सीधे मिट्टी से भरे गमले या ग्रो बैग में ज़िन्निया के बीजों को उगा सकते हैं। मिट्टी या पॉटिंग मिश्रण में ज़िन्निया के बीजों को लगभग ¼ इंच (0.5 सेंमी से 1 सेंटीमीटर) गहरा बोएं।

ज़िन्निया के पौधे लगभग 7 से 10 दिनों में अंकुरित होने लगते हैं, पौधे को अच्छी तरह से बढ़ने के लिए मिट्टी को नम और गर्म बनाए रखें, और जब बीज अंकुरित हो जाएं, तो ज़िन्निया के पौधों को धूप वाले स्थान पर रख दें। क्योंकि ज़िन्निया के पौधे धूप वाले स्थान पर अच्छी तरह से वृद्धि करते हैं। ज़िन्निया के पौधे आंशिक छाया में भी ग्रो कर सकते हैं, लेकिन कम धूप मिलने पर पौधे में रोग लगने की संभावना अधिक बढ़ जाती है, और फलस्वरूप ये कम फूल दे सकते हैं। अतः पौधों को ऐसे स्थान पर रखना चाहिए,जहाँ पौधों को पर्याप्त धूप मिल सके।

(और पढ़ें: जानें गार्डन में ग्रो बैग के प्रयोग की सम्पूर्ण जानकारी…)

ज़िन्निया के पौधे के लिए ग्रो बैग का साइज़ – Grow Bag Size for Zinnia Plants in Hindi

ज़िन्निया के पौधे के लिए ग्रो बैग का साइज़ - Grow Bag Size for Zinnia Plants in Hindi

ज़िन्निया पौधे के लिए आप निम्न साइज़ के ग्रो बैग का उपयोग कर सकते हैं, जो इस प्रकार हैं:-

आप गमले या ग्रो बैग ऑनलाइन स्टोर्स या वेबसाइट organicbazar.net से खरीद सकते हैं।

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गमले में ज़िन्निया पौधे की देखभाल कैसे करें – How to Take Care of Zinnia Plant in Hindi

आप ज़िन्निया के पौधे को गमले या ग्रो बैग में लगा सकते हैं, लेकिन आपको पौधे की देखभाल करना जरुरी है। हम आपको बताने जा रहे हैं कि, आप अपने पौधे की देखभाल कैसे कर सकते हैं? नीचे कुछ टिप्स दिए गए है जिनका अनुसरण करके आप अपने पौधे को आसानी से ग्रो कर सकते हैं।

जीनिया पौधे को कब पानी दें – Water for zinnia plant in Hindi

जीनिया का पौधा लगाने के शुरूआती समय में पौधों को पानी की जरुरत होती है। लेकिन जैसे-जैसे पौधे बड़े होते जाते हैं, उन्हें ज्यादा पानी नहीं देना चाहिए, क्योंकि अधिक मात्रा में पानी देने से पौधे की जड़े सड़ सकती हैं, और पौधा सूख सकता है। इसलिए आप पौधे को उचित मात्रा में पानी दें। इसके अतिरिक्त आप ऐसे गमले या ग्रो बैग का उपयोग करें, जिसमें पानी निकलने की उचित व्यवस्था हो।

(और पढ़ें: पौधों को पानी देने के लिए बेहतरीन गार्डन टूल्स…)

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ज़िन्निया पौधे के लिए धूप आवश्यक – Sunlight for Zinnia Plants in Hindi

ज़िन्निया के पौधों को तेजी से बढ़ने के लिए, पर्याप्त मात्रा में धूप की जरुरत होती है। अतः आप इन पौधों को ऐसे स्थान पर रखें, जहां पौधों को आवश्यकतानुसार सूर्य की रोशनी प्राप्त हो सके। ज़िन्निया के पौधे 23 °C से 29 °C के बीच वाले तापमान में अच्छी तरह से ग्रो करते हैं। अतः सुनिश्चित करें कि जिन्निया के पौधे को कम से कम 6 घंटे की धूप मिल सके।

(और पढ़ें: छाया में खिलने वाले फूलों की जानकारी…)

ज़िन्निया फ्लावर के लिए उर्वरक – Fertilizer for zinnia flower plant in Hindi

ज़िन्निया फ्लावर के लिए उर्वरक - Fertilizer for zinnia flower plant in Hindi

ज़िन्निया हेवी फीडर प्लांट (heavy feeders plant) है, इसलिए इन्हें नियमित रूप से जैविक खाद देने की जरुरत होती है, जिससे कि पौधा विकसित हो और अच्छे फूल दें। ज़िन्निया के पौधे के लिए NPK ( नाइट्रोजन, फ़ॉस्फ़ोरस और पोटैशियम) का अनुपात 20:10:10 होना चाहिए। आप जीनिया फूल के पौधे को माह में 2 से 3 बार वर्मीकम्पोस्ट, गोबर की खाद दे सकते हैं।

नोट: हेवी फीडर (heavy feeders) ऐसे पौधे हैं, जिन्हें पनपने के लिए बहुत सारे खनिज, पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है।

(और पढ़ें: फूल वाले पौधों के लिए खाद तथा सबसे अच्छे उर्वरक…)

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ज़िन्निया के पौधे को प्रभावित करने वाले रोग – Diseases Affecting Zinnia Plants in Hindi

ज़िन्निया के पौधे में अलग-अलग प्रकार के रोग हो सकते हैं, जिनके बारे में आपको पता होना चाहिए। यहां आप जानेंगे, ज़िन्निया के पौधे में होने वाले रोगों के लक्षण और रोकथाम के बारे में बताने जा रहें हैं:

अल्टरनेरिया लीफ स्पॉट – Alternaria leaf spot in Hindi

रोग के लक्षण –

  • इस रोग से प्रभावित पौधों की पत्तियों पर छोटे, गहरे लाल और गोलाकार धब्बे आ जाते हैं।
  • अल्टरनेरिया लीफ स्पॉट नामक रोग के कारण पत्तियों में छेद होने लगते हैं और पत्तियां गिरने लगती हैं।
  • रोग अधिक फैलने पर पत्तियां भूरी होने लगती हैं, और सिकुड़ जाती है।
  • यह रोग पत्तियों को ही नहीं बल्कि, पौधे के फूल और तने को भी प्रभावित करता है।

रोकथाम के उपाय –

  • अल्टरनेरिया लीफ स्पॉट को नियंत्रित करने के लिए, बेहतर कवकनाशी क्लोरोथालोनिल, कॉपर फंगीसाइड और मैनकोजेब का उपयोग कर सकते हैं।
  • आप ज़िन्निया के पौधे पर नीम तेल का छिड़काव करके भी इस रोग को नियंत्रित कर सकते हैं।

बैक्टीरियल लीफ स्पॉट –bacterial leaf spot in Hindi

रोग के लक्षण –

  • इस रोग से ग्रसित पौधों की पत्तियों पर लाल भूरे और गहरे भूरे कोणीय धब्बे आने लगते हैं।
  • ज़िन्निया पौधे की पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं।

रोकथाम के उपाय –

  • पौधों पर नीम तेल का स्प्रे करके रोग को रोका जा सकता है।
  • पानी देते समय पौधे की पत्तियों को गीला नहीं करना चाहिए।
  • इस रोग से ग्रसित पौधों को काट देना चाहिए या नष्ट कर देना चाहिए।

पाउडरी मिल्ड्यू – Powdery mildew in Hindi

रोग के लक्षण –

  • Powdery mildew नामक रोग से प्रभावित पौधों के पत्तों पर भूरा-सफ़ेद, चूर्णयुक्त पदार्थ एकत्रित होने लगता है। यह रोग पत्तियों के अतिरिक्त पौधों के फूलों और तने को भी प्रभावित कर सकता है।

रोकथाम के उपाय –

  • ज़िन्निया के पौधे को इस रोग से बचाने के लिए आप पौधे पर नीम तेल का स्प्रे कर सकते हैं। इसके अलावा आप उपयुक्त कवकनाशी का उपयोग भी कर सकते हैं।

(और पढ़ें: हाउस प्लांट से फंगस दूर करने के लिए अपनाएं यह घरेलू उपाय…)

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ज़िन्निया के पौधे को प्रभावित करने वाले कीट – Pests Affecting Zinnia Plants in Hindi

जीनिया फ्लावर प्लांट को कुछ कीट प्रभावित करते हैं, जैसें- एफिड्स, स्पाइडर माइट्स और व्हाइटफ्लाइज़ आदि। ये कीट पौधों को खासकर गर्म, शुष्क मौसम के दौरान अत्यधिक नुकसान पहुंचाते हैं। ज़िन्निया के पौधे से एफिड्स और स्पाइडर माइट्स को पानी की तेज धारा के द्वारा पौधों से दूर किया जा सकता है। इसके अलावा आप नीम तेल का छिड़काव करके भी कीटों से पौधों की सुरक्षा कर सकते हैं।

(और पढ़ें: स्टिकी ट्रैप क्या है, जानें गार्डन को कीटों से सुरक्षित रखने के लिए इसका उपयोग कैसे करें…)

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