गमले में चौलाई भाजी (ग्रीन अमरंथ) कैसे उगाएं – How to grow Green Amaranth (chaulai bhaji) in pots in Hindi

ग्रीन अमरंथ अर्थात चौलाई एक पत्तेदार सब्जी है, जिसे पालक की तरह पकाया और खाया जाता है। यह मुख्य रूप से गर्मी के मौसम में उगाई जाने वाली सब्जी है, लेकिन भारत में इसे साल भर किसी भी मौसम में उगाया जा सकता है। चौलाई भाजी को अपने घर पर गमले या ग्रो बैग में उगाने से संबंधित जानकारी इस लेख में दी गई है। आइये जानते हैं ग्रीन अमरंथ अर्थात चौलाई को गमले में कैसे उगाएं? ग्रो बैग में चौलाई भाजी (chaulai ki bhaji) की देखभाल कैसे करें?

चौलाई की भाजी उगाने के लिए आवश्यक सामग्री – Requirement to Grow Green Amaranth at Home in Hindi

गार्डनिंग टूल्स:

आवश्यक चीजें:

(और पढ़ें: वेजिटेबल गार्डन बनाने में इन चीजों की पड़ती है सबसे ज्यादा जरूरत…)

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चौलाई भाजी उगाने से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी – Green Amaranth growing conditions in Hindi

  • पौधों के बीच दूरी (Spacing) – चौलाई के बीजों को लगभग 20 से 25 सेमी. की दूरी पर बोया जाना चाहिए।
  • बुवाई की गहराई (sowing depth) – ग्रीन अमरंथ (chaulai ki bhaji) के बीजों को कंटेनर या गमले की मिट्टी में लगभग 1/4 इंच (0.5 सेंटीमीटर) की गहराई पर बो सकते हैं।
  • बीज अंकुरण का समय (germination time) – बीज को अंकुरित होने में बुवाई से लगभग 4 से 10 दिन का समय लग सकता है।
  • तापमान (temperature) – ग्रीन अमरंथ के बीजों को अंकुरित होने के लिए आदर्श तापमान 18°C से 25°C के मध्य होना चाहिए।
  • बुवाई का मौसम (sowing season) – चौलाई भाजी को साल भर, लेकिन मुख्य रूप से गर्मी या वसंत के शुरुआत में उगाया जाता है।

(और पढ़ें: गर्मियों में घर पर लगाई जाने वाली सब्जियां…)

गमले में चौलाई भाजी के बीज लगाने का समय – Best time to grow Green Amaranth seeds in Hindi

ग्रीन अमरंथ (चौलाई की भाजी) के पौधों को आप साल भर उगा सकते हैं, लेकिन इसे मुख्य रूप से गर्मी के मौसम में उगाए जाने पर बेहतरीन उपज देती है। ग्रीन अमरंथ के पौधों को उगाने के लिए साल का सबसे अच्छा समय शुरूआती वसंत से लेकर गर्मियों की शुरुआत का मौसम है।

(और पढ़ें: सीजन के अनुसार सब्जियों के बीज लगाने का कैलेंडर…)

चौलाई उगाने के लिए गमले की मिट्टी – Best soil for Green Amaranth (chaulai) in Hindi

चौलाई उगाने के लिए गमले की मिट्टी - Best soil for Green Amaranth (chaulai) in Hindi

ग्रीन अमरंथ (चौलाई भाजी) को लगभग सभी प्रकार की मिट्टी में आसानी से उगाया जा सकता है, लेकिन चौलाई के पौधे रेतीली दोमट मिट्टी में अच्छी तरह से विकसित होते हैं। इसके पौधे के लिए भारी और जलभराव वाली मिट्टी नुकसान पहुंचा सकती है, क्योंकि गमले में पानी भरे रहने से पौधे की जड़ें सड़ सकती हैं और फलस्वरूप पौधे नष्ट हो सकते हैं या कम उपज दे सकते हैं। आप गार्डन की मिट्टी में गोबर खाद, कोकोपीट, वर्मिकुलाईट या परलाईट, वर्मीकम्पोस्ट को एक निश्चित अनुपात में मिलाकर उच्च गुणवत्तापूर्ण गमले की मिट्टी तैयार कर सकते हैं।

(और पढ़ें: पौधे लगाने के लिए गमले की मिट्टी कैसे तैयार करें…)

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चौलाई भाजी को गमले या ग्रो बैग में कैसे लगाएं – How to plant Green Amaranth in Pot in Hindi

चौलाई भाजी को गमले या ग्रो बैग में कैसे लगाएं - How to plant Green Amaranth in Pot in Hindi

चौलाई भाजी (Green Amaranth) लगाने के लिए आप ऐसे गमले को चुनें, जिसकी तली में उचित जल निकासी युक्त छिद्र हो सबसे पहले ग्रो बैग का 3/4 हिस्सा तैयार किये हुए पॉटिंग मिश्रण (मिट्टी) से भर लें। अब इस मिट्टी के ऊपर चौलाई की भाजी के बीजों को बिखेर दें तथा हल्की मिट्टी से ढक दें। बीज के अंकुरित होने तक मिट्टी में नमी बनाएं रखें। लेकिन ध्यान रखें कि, गमले या ग्रो बैग में पानी भरा न रहें, क्योंकि पानी भरे रहने से बीज नष्ट हो सकते हैं या फिर पौधे की जड़े सड़ सकती हैं। अतः मिट्टी में उचित मात्रा में नमी बनाए रखें। चौलाई का पौधा थोड़ी अम्लीय से लेकर थोड़ी क्षारीय (पीएच 6.5 से 7.5) मिट्टी में अच्छी तरह से ग्रो करता है।

(और पढ़ें: ग्वार फली (क्लस्टर बीन्स) घर पर कैसे उगाये..)

ग्रीन अमरंथ लगाने के लिए गमले या ग्रो बैग का साइज़ – Pot or grow bag size for Green Amaranth in Hindi

ग्रीन अमरंथ लगाने के लिए गमले या ग्रो बैग का साइज़ - Pot or grow bag size for Green Amaranth in Hindi

यदि आप अपने टेरेस गार्डन में चौलाई भाजी को उगाना चाहते हैं, तो इसके लिए आप निम्न साइज़ के ग्रो बैग का उपयोग कर सकते हैं, जैसे:-

(और पढ़ें: पत्तेदार सब्जियां उगाने के लिए किस साइज का ग्रो बैग है बेस्ट…)

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गमले में ग्रीन अमरंथ (चौलाई भाजी) की देखभाल – Green Amaranth plant care in Hindi

गमले या ग्रो बैग में हरी चौलाई भाजी के पौधे को सफलतापूर्वक उगाने के लिए कुछ देखभाल संबंधी टिप्स के बारे में जानना आवश्यक है। गमले में चौलाई की भाजी की देखभाल संबंधी जानकारी इस प्रकार है:

ग्रीन अमरंथ उगाने के लिए पानी की आवश्यकता – Green Amaranth water requirements in Hindi

चौलाई भाजी (Green Amaranth) के पौधे को गर्मियों के समय प्रतिदिन पानी दें, ताकि मिट्टी में नमी बनी रहे। वैसे तो इन पौधों को ज्यादा पानी की जरुरत नहीं होती है, लेकिन आप पौधा लगे हुए गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में नमी बनाए रखें। ध्यान रखें कि, गमले या ग्रो बैग में पानी भरा न रहे, क्योंकि गमले में पानी भरा रहने से पौधे की जड़ें सड़ सकती हैं। जिसके कारण पौधा नष्ट हो सकता है या कम उपज दे सकता है।

(और पढ़ें: पौधों को पानी देने के लिए बेहतरीन गार्डन टूल्स…)

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गमले में ग्रीन अमरंथ उगाने के लिए आवश्यक तापमान – Temperature for Growing Green Amaranth in Pot in Hindi

चौलाई की भाजी (ग्रीन अमरंथ) पूर्ण सूर्य प्रकाश में अच्छी तरह से विकसित होती है, इसलिए आप पौधे लगे गमले या ग्रो बैग को ऐसे स्थान पर रखें, जहां कम से कम 6 से 8 घंटे की धूप प्राप्त हो सके। रोपण के समय मिट्टी का तापमान कम से कम 18°C या इससे अधिक होना चाहिए। अर्थात् ग्रीन अमरंथ के बीजों को अंकुरित होने के लिए आदर्श तापमान 18 से 25°C के मध्य होना चाहिए। इसके अतिरिक्त यह पौधा 23°C से 30°C तापमान के बीच तेजी से बढ़ता है।

गमले में ग्रीन अमरंथ उगाने के लिए उर्वरक – Fertilizer for Green Amaranth in Hindi

गमले में ग्रीन अमरंथ उगाने के लिए उर्वरक - Fertilizer for Green Amaranth in Hindi

आप अपने ग्रीन अमरंथ के पौधों की उपज बढ़ाने के लिए गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में आर्गेनिक फ़र्टिलाइज़र जैसे- गोबर खादमस्टर्ड केक और नीम केक का उपयोग कर सकते हैं। इन जैविक उर्वरकों का उपयोग करके पौधों के उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है और स्वादिष्ट हरी भाजी खाने को मिलगी।

(और पढ़ें: किचिन वेस्ट से खाद कैसे तैयार करें…)

ग्रीन अमरंथ को प्रभावित करने वाले कीट – Pests Affecting Green Amaranth plant in Hindi

चौलाई भाजी के पौधे को बहुत से कीट और रोग प्रभावित करते हैं। ग्रीन अमरंथ को प्रभावित करने वाले कीट जैसे एफिड्स, छोटे कीड़ें, कैटरपिलर और रोगों से बचाने के लिए, आप पौधों पर नीम तेल का स्प्रे कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त आप छोटे-छोटे कीड़ों को पानी या कपड़े से साफ कर सकते हैं। आप इन कीटों को पौधों से दूर रखकर इसके उत्पादन को बड़ा सकते हैं।

(और पढ़ें: पत्तेदार सब्जियों को कीटों से कैसे बचाएं…)

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चौलाई की भाजी कब तोड़ने मिलेगी – How to harvest green amaranth in Hindi

चौलाई भाजी की पत्तियों को बुआई से लगभग 30 से 35 दिनों के बाद काटा जा सकता है इसकी कटाई आप पालक की तरह कर सकते हैं लगभग 2 महीनों तक आपको चौलाई भाजी तोड़ने को मिलती रहती है। पत्तियों को काटने के बाद आपको कुछ दिनों के बाद पुनः कटाई के लिए चौलाई भाजी तैयार मिलेगी।

(और पढ़ें: गार्डन में हार्वेस्टिंग करने के लिए बेस्ट टूल्स…)

अमरंथ के बीज कहाँ से खरीदें – Where to buy Green Amaranth seeds in Hindi

यदि आप उच्च गुणवत्ता वाले ग्रीन अमरंथ (चौलाई भाजी) के बीज खरीदना चाहते हैं, तो आप organicbazar.net वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं, या नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके खरीद सकते हैं: –

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