घर पर गिलोय का पौधा कैसे लगाएं – How To Grow Giloy Plant At Home In Hindi

गिलोय का पौधा (टिनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया) एक औषधीय जड़ी बूटी है, जो मेनिस्पर्मेसी (Menispermaceae) परिवार का सदस्य है। इसका उपयोग सदियों से भारतीय चिकित्सा में किया जा रहा है। गिलोय स्वास्थ्य समस्याओं के लिए एक प्राकृतिक उपचार के रूप में लोकप्रिय है, जिसे अन्य सामान्य नामों अमृत बेल, गुडूची तथा मूनसीड आदि से भी जाना जाता है। गिलोय हमारी रोग प्रतिरोधी क्षमता को बढ़ाने, बीमारियों को दूर करने एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। इसे घर पर उगाना अपेक्षाकृत आसान है तथा इनडोर या आउटडोर बीज, बेल या कलमों से उगाया जा सकता है। गिलोय एक लम्बी चढ़ाई वाली बेल है, जो तेजी से फैलती है और लंबाई में 20 फीट तक बढ़ सकती है।

बिगिनर्स के लिए गिलोय एक आदर्श पौधा है जिसे कम देखभाल में सबसे आसान तरीके से ग्रो किया जा सकता है। घर पर गिलोय या अमृत बेल का पौधा कैसे लगाएं (how to grow giloy plant), गिलोय की कलम या कटिंग लगाने की विधि, गमले में अमृत बेल के बीज कैसे लगाएं तथा गिलोय प्लांट की देखभाल (Giloy Plant Care) कैसे करें? इत्यादि जानने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें। ghar par giloy kaise lagaye.

गिलोय के बारे में मुख्य जानकारी – Common Information About Giloy in Hindi

गिलोय के बारे में मुख्य जानकारी – Common Information About Giloy in Hindi

  1. सामान्य नाम गुर्जो, हार्ट-लीव्ड मूनसीड, गुडुची, गिलोय, अमृत बेल
  2. वानस्पतिक नाम टीनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया (Tinospora cordifolia)
  3. पौधे का प्रकार औषधीय जड़ी-बूटी वाली बेल
  4. मिट्टी का पीएच – 5.5-7
  5. सूर्यप्रकाश – पूर्ण सूर्य प्रकाश
  6. लगाने का सही समय – गर्मी तथा बरसात का समय
  7. बीज अंकुरण का समय – लगभग 8-10 दिन
  8. हार्वेस्टिंग का समय गिलोय परिपक्वता के आधार पर

(यह भी जानें: घर पर जड़ी-बूटियां कैसे उगाएं…..)

गिलोय के बीज लगाने का सही समय – When To Sow Giloy Seeds In Hindi

गर्मी तथा बरसात का समय गिलोय (गुडुची) प्लांट लगाने का सबसे अच्छा समय है। आप अपने होम गार्डन में फरवरी-अप्रैल के महीने में तथा इनडोर गमले या ग्रो बैग में मानसून अर्थात् जून-जुलाई के समय गिलोय के बीज लगा सकते हैं। मध्यम से गर्म जलवायु वाले स्थान एवं हल्की वर्षा वाले क्षेत्रों में अमृत बेल या गिलोय को लगभग किसी भी समय उगाया जा सकता है।

(यह भी जानें: सफलतापूर्वक बीजों को अंकुरित करने की जानकारी….)

हर्ब्स के बीज खरीदने के लिए नीचे दिए Add to cart पर क्लिक करें:

गिलोय प्लांट लगाने के लिए गमला – Pot Size For Planting Giloy In Hindi

गिलोय प्लांट लगाने के लिए गमला – Pot Size For Planting Giloy In Hindi

औषधीय गुणों से भरपूर हर्बल प्लांट गिलोय लगाने के लिए आप 10-12 इंच गहराई एवं बेहतर जलनिकासी वाले गमले या ग्रो बैग का उपयोग कर सकते हैं। अगर आप अमृत बेल के पौधे को डायरेक्ट आउटडोर गार्डन में ग्रो करना चाहते हैं, तो इसे नीम या किसी अन्य पेड़ के पास लगाएं, ताकि इसे चढ़ाई के लिए सहारा मिल सके। गिलोय प्लांट लगाने के लिए अच्छा ड्रेनेज सिस्टम वाले बेस्ट क्वालिटी एवं साइज के ग्रो बैग खरीदने के लिए नीचे दिए गए आइकॉन पर क्लिक करें।

  • 12 x 12 इंच (चौड़ाई x ऊंचाई)
  • 15 x 15 इंच (चौड़ाई x ऊंचाई)
  • 12 x 15 इंच (चौड़ाई x ऊंचाई)
  • 15 x 18 इंच (चौड़ाई x ऊंचाई)

(यह भी जानें: गार्डन में ग्रो बैग के प्रयोग की सम्पूर्ण जानकारी…)

गिलोय का पौधा लगाने के लिए आवश्यक मिट्टी – Best Soil For Giloy Plant In Hindi

गिलोय का पौधा लगाने के लिए आवश्यक मिट्टी – Best Soil For Giloy Plant In Hindi

अमृत बेल प्लांट या गिलोय का पौधा किसी भी प्रकार की मिट्टी में उगाया जा सकता है। यह बिना मिट्टी के पानी में भी उग सकता है। इनडोर गमले या ग्रो बैग में गिलोय का पौधा उगाने के लिए आप पॉटिंग मिक्स का उपयोग कर सकते हैं।

(यह भी जानें: पौधे की ग्रोथ के लिए अच्छी मिट्टी….)

उपजाऊ मिट्टी व अन्य चीजें खरीदने के लिए नीचे दिए Add to cart पर क्लिक करें:

घर पर गिलोय कैसे उगाएं – How To Grow Giloy at Home In Hindi

घर पर गिलोय कैसे उगाएं – How To Grow Giloy at Home In Hindi

घर पर गिलोय प्लांट या अमृत बेल के पौधे को आप बीज, बेल या स्टेम कटिंग से बहुत ही आसानी से ग्रो कर सकते हैं। गिलोय प्लांट के बीज को डायरेक्ट या ट्रांसप्लांट मेथड से लगाया जा सकता है। यह आसानी से लगने वाला एक हाउस प्लांट है, जो बिगिनर्स के लिए सबसे आसान पौधों में से एक है।

गमले में गिलोय के बीज लगाने की विधि – How to Grow Giloy From Seeds In Pot In Hindi

गिलोय प्लांट को तेजी से उगाने के लिए सबसे पहले बीजों को रात भर ठंडे पानी में गीली टॉवेल या पेपर में भिगोकर रख दें, ऐसा करने से उन्हें और तेज़ी से अंकुरित होने में मदद मिलेगी। गमले में गिलोय के बीज लगाने के लिए निम्न स्टेप्स फॉलो करें:

  1. सबसे पहले एक सीडलिंग ट्रे या गमला लें और उसमें पॉटिंग मिक्स भरें।
  2. अपनी उंगली से मिट्टी में कुछ उथले छेद करें।
  3. बीजों को धीरे से छेदों में लगभग ¼ से ½ इंच की गहराई पर रखें और उन्हें मिट्टी की पतली परत से ढँक दें।
  4. मिट्टी को अच्छी तरह नम करने के लिए स्प्रे के रूप में पानी डालें।
  5. अंकुरण के दौरान मिट्टी को नम बनाए रखें, लगभग 8-10 दिन में गिलोय के बीज अंकुरित हो जाएंगे।
  6. अब तैयार गिलोय सीडलिंग को सावधानीपूर्वक बड़े गमले या ग्रो बैग में ट्रांसप्लांट कर दें।

(यह भी जानें: ऐसे करेंगे पौधों को रिपॉट तो नहीं मरेगा एक भी पौधा…..)

कटिंग से गिलोय कैसे लगाएं – How to Grow Giloy From Cutting In Hindi

कलम या कटिंग से अमृत बेल या गिलोय प्लांट ग्रो करने के लिए निम्न स्टेप्स फॉलो करें:

  1. सबसे पहले गिलोय के स्वस्थ पौधे से लगभग 25 सेंटीमीटर (10 इंच) लम्बी कलम काट लें, जिसमें कम से कम 3 लीफ नोड हों। कलम को लगभग 45 डिग्री के कोण पर काटना सुनिश्चित करें।
  2. अब स्टेम कटिंग से सभी पत्तियों को हटा दें।
  3. कटिंग को तेजी से ग्रो करने के लिए इसे रूटिंग हार्मोन में डुबोएं।
  4. गिलोय की कटिंग लगाने के लिए गमला या ग्रो बैग तैयार करें।
  5. मिट्टी में एक छेद खोदें और कटिंग को मिट्टी के अन्दर लगभग 4 इंच गहरा दबाएं।
  6. मिट्टी को नम करने के लिए कटिंग के चारों ओर धीरे से पानी डालें।
  7. कटिंग को अप्रत्यक्ष धूप वाले स्थान पर रखें।
  8. कटिंग ग्रोथ के दौरान मिट्टी को नम बनाए रखें।

(यह भी जानें: टॉप 20 पौधे जिन्हें घर पर कटिंग से उगाना है बेहद आसान….)

गिलोय प्लांट की देखभाल कैसे करें – How To Take Care Of Giloy Plant In Hindi

गिलोय के पौधों को अधिक रखरखाव की आवश्यकता नहीं होती है, इसलिए उनकी देखभाल करना काफी आसान है। गिलोय के पौधे की देखभाल करने के लिए निम्न तरीके अपनाएं:

पानी – Water For Growing Giloy Plant In Hindi

गिलोय प्लांट को ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है। गिलोय के पौधे को तभी पानी देना चाहिए, जब आसपास की ऊपरी मिट्टी सूखी हो। गर्मियों के समय गिलोय को हफ्ते में 2-3 बार पानी देना पड़ सकता है, लेकिन बरसात या सर्दियों के समय अमृत बेल को सप्ताह में 1 बार या मिट्टी सूखी दिखने पर ही पानी देना होता है। गिलोय प्लांट को अधिक पानी देने से फफूंद रोग की समस्या उत्पन्न हो सकती है तथा ओवरवाटरिंग के कारण पौधा मर भी सकता है।

(यह भी जानें: पौधों को पानी देने का सही समय क्या है…)

गार्डनिंग टूल्स खरीदने के लिए नीचे दिए Add to cart पर क्लिक करें:

सन लाइट – Sunlight for Growing Giloy Plant In Hindi

गिलोय प्लांट पूर्ण सूर्य प्रकाश की उपस्थिति में तेजी से बढ़ता है, लेकिन गर्मियों के समय इसे दोपहर की धूप से बचाना चाहिए। अगर आप इनडोर गिलोय का पौधा लगाते हैं, तो इसे धूप वाली खिड़की के पास रखना अच्छा होता है।

सपोर्ट – Give Proper Support To Your Giloy Plant In Hindi

सपोर्ट - Give Proper Support To Your Giloy Plant In Hindi

अमृत बेल या गिलोय एक बेल वाला औषधीय पौधा है, जो तेजी से लगभग 20 फीट तक बढ़ता है, इसीलिए बेल को प्रॉपर तरीके से बढ़ने के लिए सहारा देना चाहिए। आप क्रीपर नेट या लकड़ी की सहायता से अपने गिलोय प्लांट को सपोर्ट दे सकते हैं।

जरूरी चीजें खरीदने के लिए नीचे दिए Add to cart पर क्लिक करें:

तापमान और आर्द्रता – Temperature And Humidity For Growing Giloy In Hindi

अमृत बेल या गिलोय प्लांट के लिए 25-35°C के मध्य का तापमान आदर्श तापमान होता है। गिलोय प्लांट गर्म शुष्क वातावरण में अच्छे से ग्रो करते हैं। बरसात के समय आप अपने गिलोय प्लांट को इनडोर रख सकते हैं।

उर्वरक – Fertilizer for Grow Giloy Plant in Pot In Hindi

उर्वरक – Fertilizer for Grow Giloy Plant in Pot In Hindi

गिलोय के पौधे को अतिरिक्त खाद या उर्वरक की आवश्यकता नहीं होती, बहुत अधिक उर्वरक गिलोय के पौधों को नुकसान पहुंचा सकता है, लेकिन अपने गिलोय प्लांट की बेहतर ग्रोथ के लिए आप 3-4 सप्ताह के अंतराल से मुट्ठी भर जैविक खाद (जैसे- गोबर खाद, वर्मीकम्पोस्ट इत्यादि) दे सकते हैं।

(यह भी जानें: सर्दियों में पौधों की ग्रोथ के लिए बेस्ट खाद और उर्वरक…)

बेस्ट खाद खरीदने के लिए नीचे दिए Add to cart पर क्लिक करें:

प्रूनिंग – Pruning for Growing Giloy Plant at Home In Hindi

आमतौर पर गिलोय प्लांट को प्रूनिंग की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन आप अपने पौधों के आकार को नियंत्रित करने के लिए पौधे की प्रूनिंग कर सकते हैं।

(यह भी जानें: पौधों की कटाई छटाई के काम को बनाएं आसान, करें इन प्रूनिंग टूल्स का इस्तेमाल…)

पौधे की कटाई-छटाई करने के लिए प्रूनर खरीदने के लिए नीचे दिए Add to cart पर क्लिक करें:

कीट और रोग – Pests and Diseases of Giloy Plant In Hindi

गिलोय के पौधे बहुत कठोर होते हैं तथा अधिकांश कीटों और रोगों के लिए प्रतिरोधी होते हैं। इसीलिए आपको कोई विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन अगर मिट्टी लगातार गीली हो तो जड़ सड़न एक समस्या हो सकती है।

(यह भी जानें: बेल वाली सब्जियों में लगने वाले कीट और रोग एवं बचाव के तरीके….)

आवश्यक चीजें खरीदने के लिए नीचे दिए Add to cart पर क्लिक करें:

गिलोय हार्वेस्टिंग का समय – Giloy Harvesting Time In Hindi

गिलोय हार्वेस्टिंग का समय – Giloy Harvesting Time In Hindi

गिलोय के पौधे का सबसे उपयोगी भाग तना होता है, हालांकि इसकी पत्तियों और जड़ों का भी अधिकांशतः उपयोग किया जाता है। उपयोग के आधार पर आप निम्न तरीके से गिलोय की कटाई कर सकते हैं:

  1. गिलोय के तनों की कटाई आप साल के किसी भी समय तब कर सकते हैं, जब तना लगभग 1 इंच मोटा हो। तनों की कटाई के लिए पतझड़ (सितंबर से नवंबर) एक अच्छा समय है, जब पत्तियां तनों से अलग हो जाती हैं। कटाई के लिए तेज कैंची या प्रूनर्स का उपयोग करना चाहिए। बाद में गिलोय के तनों का उपयोग करने के लिए आप गिलोय के कटे हुए तनों के छोटे-छोटे टुकड़े कर उन्हें सुखा कर ठंडी और सूखी जगह पर स्टोर कर सकते हैं।
  2. यदि आप गिलोय की पत्तियों की कटाई कर रहे हैं, तो उन्हें कैंची से काट सकते हैं या धीरे से उन्हें पौधे से खींच सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें एक बार में केवल एक तिहाई पत्तियों को ही काटें।
  3. यदि गिलोय की जड़ों की कटाई कर रहे हैं, तो बस उन्हें अपने हाथों से धीरे से खोदें, ताकि पूरे पौधे को कोई नुकसान न हो।

इस आर्टिकल में आपने जाना कि गिलोय का पौधा घर पर कैसे लगाते हैं, कटिंग से गिलोय कैसे लगाएं, गमले में गिलोय के बीज लगाने की विधि तथा गिलोय के पौधे की देखभाल करने के तरीके इत्यादि के बारे में भी जाना।

हर्ब्स के बीज खरीदने के लिए नीचे दिए Add to cart पर क्लिक करें:

Leave a Comment