आजकल ज्यादातर लोग टेरेस गार्डन व किचन गार्डन में ऑर्गेनिक सब्जियां उगा रहे हैं, इसीलिए अगर आप भी अपने गार्डन में ऑर्गेनिक टिंडे को उगाना चाहते हैं लेकिन आपको यह नहीं पता कि घर पर टिंडा का पौधा कैसे उगाएं? तो चिंता की कोई बात नहीं है इस आर्टिकल में आपको होम गार्डन में टिंडा सब्जी को उगाने की सारी जानकारी मिल जायेगी। इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि टिंडा कौन से महीने में लगाया जाता है? टिंडे का पौधा घर पर कैसे लगाएं? टिंडे के बीज लगाने की विधि और देखभाल के तरीके क्या हैं?
टिंडे के बीज उगाने की जानकारी – Important Information About Growing Tinda At Home In Hindi
यदि आप टिंडे को घर पर गमले या ग्रो बैग में उगाने की सोच रहें हैं, तो आगे दी गई जानकारी आपके काम की हो सकती है। आइए जानते हैं एप्पल गार्ड या टिंडा को उगाने से सम्बंधित जानकारी:
वानस्पतिक नाम |
प्रेसीट्रुलस फीस्टुलोसस (Praecitrullus fistulosus) |
सामान्य नाम |
टिंडा, एप्पल गार्ड, इंडियन स्क्वैश (indian squash), इंडियन राउंड मेलन (indian round melon), इंडियन बेबी कद्दू (indian baby pumpkin) |
पौधे का प्रकार |
सब्जी वाली बेल |
टिंडा लगाने का सही समय |
फरवरी से मई |
मौसम |
गर्म जलवायु |
आवश्यक धूप |
डायरेक्ट धूप |
पॉटिंग मिक्स |
50% मिट्टी, 40% गोबर की खाद, 10% रेत |
मिट्टी का पीएच |
6.5 -7.5 |
आदर्श तापमान |
21-30 डिग्री सेल्सियस |
ग्रोथ रेट |
तेज |
घर पर टिंडा लगाने का सही समय – Best Month Of Planting Tinda At Kitchen Garden In Hindi
टिंडा गर्मियों के मौसम में उगने वाली बेल वाली सब्जी का पौधा है। टिंडे के बीज को आप फरवरी से लेकर जून के महीने तक लगा सकते हैं, यह गर्मी के साथ बरसात में भी अच्छे से ग्रो हो जाती है। टिंडे के पौधे के लिए गर्म एवं आर्द्र जलवायु अनुकूल रहती हैं, लेकिन ठंडी जलवायु (Cold Climate) में ये पौधे अच्छे से ग्रोथ नहीं कर पाते हैं।
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गमले या ग्रो बैग |
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मस्टर्ड केक |
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नीम केक |
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वर्मीकम्पोस्ट |
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वॉटर केन |
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स्प्रे पंप |
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क्रीपर नेट |
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स्टिकी ट्रैप |
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नीम तेल |
टिंडा के बीज लगाने के लिए मिट्टी – Best Soil For Growing Tinda Plants In Hindi
टिंडे के बीजों को नॉर्मल गार्डन सॉइल में भी लगा सकते हैं, लेकिन बलुई दोमट मिट्टी इसको उगाने के लिए सबसे अच्छी होती है। चूँकि दोमट मिट्टी अच्छी जल निकासी युक्त होती है। टिंडा का पौधा उगाने के लिए अच्छा पॉटिंग मिक्स बनाने या गमले की मिट्टी तैयार करने के लिए 50% नार्मल मिट्टी में 40% पुरानी गोबर खाद या कम्पोस्ट खाद तथा 10% रेत मिलाएं। इससे मिट्टी की उपजाऊ क्षमता और जल निकासी क्षमता बढ जाती है।
(यह भी जानें: पौधे ग्रो करने के लिए मिट्टी और कोकोपीट में बेहतर क्या…)
टिंडे उगाने के लिए बेस्ट ग्रो बैग – Best Grow Bag For Apple Gourd (Tinda) Plant In Hindi
टिंडा की बेल की जड़ें मिट्टी में ज्यादा गहरी फैलती हैं इसीलिए इसे लगाने के लिए बड़े साइज का गमला लेना अच्छा होता है। एक गमले में तीन से चार बीज लगाएं, क्योंकि बीज से पौधे निर्माण की प्रक्रिया में यदि कुछ बीज या अंकुर नष्ट हो जाने पर भी आपके पास पौधे बचे रहें। टिंडा के बीज लगाने के लिए निम्न साइज के गमले या ग्रो बैग सबसे अच्छे होते हैं:
(यह भी जानें: 10 सब्जियां, जिन्हें ग्रो बैग में उगाना है बेहद आसान…)
टिंडे की उन्नत किस्में – Best Quality Tinda Seeds To Grow At Home In Hindi
घर पर आसानी से ग्रो होने वाली टिंडे की बेस्ट क्वालिटी की किस्में निम्न हैं:
- अर्का टिंडा (Arka Tinda)
- टिंडा एस 48 (Tinda 48)
- टिंडा लुधियाना (Tinda Ludhiana) आदि।
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घर पर टिंडा के बीज कैसे उगाएं – How To Grow Tinda At Home In Hindi
होम गार्डन या टेरेस गार्डन में टिंडे के बीजों को आसानी से उगाया जा सकता है। आइए जानते हैं गमले या ग्रो बैग में टिंडा के बीज लगाने के स्टेप्स:
ग्रो बैग में पॉटिंग मिट्टी भरना – Fill In Grow Bags With Potting Soil In Hindi
गमले या ग्रो बैग में उपयुक्त तैयार की गई मिट्टी या पॉटिंग सॉइल भरें। मिट्टी भरते समय ग्रो बैग ऊपर से कुछ इंच खाली छोड़ दें, ताकि पानी देने पर मिट्टी बहे न और खाद, उर्वरक इत्यादि देना भी आसान हो। अब मिट्टी भरे ग्रो बैग में आप टिंडे के बीज लगा सकते हैं।
टिंडा के बीजों को गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में कैसे लगाएं – How to Plant Tinda Seeds In Grow Bag In Hindi
गमले, ग्रो बैग या कंटेनर की मिट्टी में टिंडे के बीजों को आप सीधे बीज बोकर या सीडलिंग में पौधे तैयार करने के बाद ट्रांसप्लांटिंग के माध्यम से लगा सकते है। टिंडा ग्रो करने के लिए आप नीचे दी गईं स्टेप्स को फॉलो करें:
- गमले/ग्रो बैग या सीडलिंग ट्रे में बीज के आकार की दोगुनी गहराई में बीजों को लगाएं।
- एक गमले में 3 से 4 टिंडा के बीज लगाएं, ताकि स्वस्थ पौधे तैयार हो सकें।
- अब बीजों को ढकने के लिए गमले में ऊपर थोड़ी सी मिट्टी या कोकोपीट डालें।
- बीज लग्गाने के बाद गमले या सीडलिंग में अच्छे से पानी का छिडकाव करें।
- अब इस गमले/ग्रो बैग या सीडलिंग ट्रे को आंशिक छाया में रख दें। टिंडा के बीज अंकुरित हो जाने के बाद गमले को सीधी धूप में रख सकते हैं।
- सीडलिंग में उगाये गए टिंडा के लगभग 4-5 बड़े पौधों को बड़े साइज़ के ग्रो बैग में ट्रांसप्लांट करें।
टिंडा के बीज अंकुरित होने का समय – Germination Time Of Apple Gourd Seeds At Home In Hindi
एप्पल गार्ड या टिंडे के बीज 21°C से 30°C के तापमान में जल्दी अंकुरित होते हैं। मिट्टी में लगाने के 7-15 दिन में टिंडे के बीज अंकुरित हो जाते हैं और टिंडे के बीज लगाने के 40-45 दिनों बाद इसकी बेल में फूल लगना शुरू हो जाते हैं। बीज लगा देने के लगभग दो महीने बाद बेल में टिंडे लगना शुरू हो जाते हैं, और लगभग तीन महीने तक आप इस बेल से टिंडे प्राप्त कर सकते हैं।
(यह भी जानें: सब्जियों के बीजों को अंकुरित करने की सम्पूर्ण जानकारी…)
टिंडे के पौधों की देखभाल कैसे करें – How To Take Care Of Tinda Plant At Home Garden In Hindi
यदि टिंडा के पौधों की अच्छे से देखभाल की जाए तो आप पौधे से ज्यादा से ज्यादा टिंडे प्राप्त कर सकते हैं। आइए जानते हैं इन पौधों की अच्छे से देखभाल करने की टिप्स के बारे में:
(यह भी जानें: इन जैविक तरीकों से करें फलों के पेड़ की देखभाल…)
धूप – Sunlight To Grow Apple Gourd At Home In Hindi
टिंडे की बेल पूर्ण सूर्यप्रकाश में अच्छे से ग्रोथ करती है, इसलिए इस पौधे को घर पर ऐसी जगह लगाना चाहिए, जहाँ इसे रोज 6-8 घंटे की धूप मिलती रहे। दिन के 21°C-32°C तापमान तथा रात के 18°C तापमान में टिंडे के पौधे अच्छे से उगते है।
(यह भी जानें: पौधे जो तेज धूप में करते हैं बेहतर विकास…)
पानी – Regular Watering In Tinda Plant In Hindi
गमले या ग्रो बैग में लगे टिंडे के पौधे की मिट्टी में गहराई से पानी डालें। इस पौधे की पत्तियों पर पानी न डालें, क्योंकि इससे पौधे में बीमारियाँ होने और तेज धूप में पौधों के झुलसने का ख़तरा होता है। गर्मी के मौसम में टिंडे के पौधों में पानी का विशेष ध्यान दें एवं बरसात में इन पौधों को ज्यादा पानी न दें। लेकिन बारिश के सीजन में पौधे की मिट्टी में जलभराव न हो इस बात का विशेष ध्यान रखें।
(यह भी जानें: पौधों में पानी देने के नियम…)
खाद – Indian Squash Fertilizer Requirements At Home In Hindi
जब टिंडा का पौधा बड़ा होने लगे, तो अच्छी उपज के लिए इसमें हर 15-20 दिनों में वर्मीकम्पोस्ट या गाय की गोबर खाद दे सकते हैं, साथ ही इसमें मस्टर्ड केक, नीम केक फर्टिलाइजर का भी उपयोग कर सकते हैं। खाद के प्रयोग से बेल में ज्यादा टिंडे का उत्पादन होता है।
(यह भी जानें: सब्जियों के पौधों में खाद कब और कैसे दें…)
सहारा – Give Support To Tinda Vine In Hindi
चूंकि टिंडा एक बेल या लता वाला पौधा है, इसलिए इसे बढ़ने के लिए सहारे की आवश्यकता होती है। टिंडे की बेल को रस्सी, क्रीपर नेट और डंडे की मदद से सहारा दें।
कीट और बीमारियाँ – Apple Gourd Pest And Diseases In Hindi
टिंडे के पौधे फ्रूट फ्लाई और व्हाईट फ्लाई जैसे कीट से प्रभावित हो सकते हैं, जिसके कारण इसकी पत्तियों में सफ़ेद धब्बे आ सकते हैं और पत्ते पीले या मुरझा भी सकते हैं, इसलिए इन पौधों को समय समय पर चेक करते रहना चाहिए और यदि कीट आदि लगने के लक्षण दिखाई दें, तो इनसे बचाव करने के लिए पौधे पर नीम तेल और लिक्विड साबुन के घोल का स्प्रे करें। इस तरह टिंडे की बेल को कीट तथा बीमारियों से बचाया जा सकता है।
(यह भी जानें: बेल वाली सब्जियों में लगने वाले कीट और रोग एवं बचाव के तरीके…)
FAQ
प्रश्न (1) टिंडा को और किन किन नामों से जाना जाता है? – What Called Tinda?
उत्तर – टिंडा को एप्पल गार्ड (Apple Gourd), इंडियन स्क्वैश (indian squash), इंडियन राउंड मेलन (indian round melon), इंडियन बेबी कद्दू (indian baby pumpkin) के नाम से जाना जाता है।
प्रश्न (2) क्या हम घर पर टिंडा उगा सकते हैं? – Is It Easy To Grow Tinda At Home In Hindi?
उत्तर – हाँ, ऊपर बताए गए तरीकों से आप आसानी से घर पर टिंडा को उगा सकते हैं।
प्रश्न (3) टिंडे में कौन सा विटामिन होता है? – Which Vitamin Is Present In Apple Gourd?
उत्तर – टिंडे में विटामिन-A तथा विटामिन-C अधिक पाया जाता है।
प्रश्न (4) टिंडा कौन से महीने में लगाया जाता है? – When should I plant Tinda seeds?
उत्तर – इस टिंडा प्लांट के बीजों को गर्म एवं आर्द्र जलवायु में फरवरी-जून के महीने तक लगाया जा सकता है।
प्रश्न (5) टिंडे कितने दिन में तैयार हो जाते हैं? – How Long Does It Take To Grow Tinda?
उत्तर – एप्पल गार्ड या टिंडे बीज लगाने के लगभग दो महीने बाद तोड़ने के लिए तैयार हो जाते हैं।
प्रश्न (6) टिंडे में कौन सी खाद डालें? – What Fertilizer Is Best For Indian Squash In Hindi?
उत्तर – इंडियन स्क्वैश या टिंडा के पौधे में पुरानी गोबर खाद, वर्मी कम्पोस्ट, मस्टर्ड केक, नीम केक डाल सकते हैं।
निष्कर्ष – Conclusion
इस लेख को पढ़ने के बाद आप भी बड़ी आसानी से घर के गमले या गार्डन में टिंडे को लगा सकते हैं। इस लेख में आपने टिंडे के बीज लगाने की विधि, उगाने व देखभाल करने के तरीकों के बारे में जाना। यदि आप घर पर सब्जियाँ उगाने से सम्बन्धित और भी ब्लॉग को पढ़ना चाहते हैं, तो Organicbazar.net पर जाकर पढ़ सकते हैं। इस लेख के बारे में आपकी जो भी राय हो हमें कमेन्ट करके अवश्य बताएं।