फूलों के पौधों को नर्सरी से खरीदने की बजाय उन्हें घर पर ही बीजों से ग्रो करना काफी मजेदार होता है और किफायती भी। अगर आप भी फ्लावर सीड्स की मदद से होम गार्डन में सुन्दर फूलों का गार्डन बनाना चाहते हैं, लेकिन आपको यह पता नहीं है कि फूलों के बीज उगाने के लिए किन-किन बातों का ध्यान रखें, तो फ्लावर सीड्स ग्रोइंग गाइड से सम्बंधित यह लेख आपके बहुत काम का हो सकता है। इस लेख में आप बीज से फूल के पौधे ग्रो करने की सभी स्टेप्स और जरूरी टिप्स जैसे मिट्टी तैयार करना, समय पर बीज लगाना, उचित गहराई में बीज बोना आदि के बारे में विस्तार से जानेंगे। फ्लावर सीड ग्रोइंग गाइड से सम्बंधित इन सभी इनफॉर्मेशन को प्राप्त करने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ें।
घर पर फूलों के बीज कैसे ग्रो करें – How To Grow Flower Seeds At Home In Hindi
होम गार्डन में गमले या सीडलिंग ट्रे में फूलों के बीज ग्रो करना काफी आसान होता है, बस जरूरत है तो सही गाइडेंस की। इस लेख में आप होम गार्डन में सफलतापूर्वक फ्लावर सीड्स को ग्रो करने की टिप्स के बारे में जानेंगे। आइये जानते हैं फूलों के बीज उगाने की स्टेप्स:
- उच्च क्वालिटी के फ्लावर सीड्स खरीदना
- फ्लावर सीड्स के पैकेट पर लिखे निर्देशों को पढना
- फूलों के ग्रोइंग सीजन में बीज लगाना
- फूल के बीज अंकुरित करने के लिए तापमान की जानकारी
- पॉटिंग मिक्स तैयार करना
- सीडलिंग ट्रे या गमला लेना
- ट्रे और गमलों को पॉटिंग मिक्स से भरना
- फ्लावर सीड्स को उचित गहराई में बोना
- डायरेक्ट मेथड से फ्लावर सीड्स ग्रो करना
- ट्रांसप्लांट विधि से फ्लावर सीड्स ग्रो करना
- बीज लगाने के बाद मिट्टी में पानी डालना
- ट्रे और गमलों को उचित स्थान पर रखना
- सीडलिंग हार्डनिंग प्रक्रिया अपनाना
- फ्लावर सीडलिंग को ट्रांसप्लांट करना
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गार्डन में फ्लावर सीड उगाने के कम्पलीट गाइड – Flower Seeds Growing Guide Step by Step in Hindi
यदि आप अपने होम गार्डन में फूलों के पौधे उगाने के लिए बीज लगा रहे हैं, तो बीजों को सफलता पूर्वक अंकुरित करने के लिए और फूलों के पौधे उगाने के लिए आप निम्न टिप्स को फॉलो कर सकते हैं:
सर्वोत्तम गुणवत्ता वाले फूलों के बीज खरीदें – Buy Best Quality Flower Seeds In Hindi
यदि आप हाई क्वालिटी के फूल के बीज (High Quality Flower Seeds) खरीदते हैं, तो उनके ग्रो होने की संभावना (Chances) अधिक होती है। इसीलिए आप बेस्ट क्वालिटी के फूलों के बीज कम दामों में ऑनलाइन साईट organicbazar.net से घर बैठे खरीद सकते हैं। या आप फूलों के पौधे से भी बीजों को प्राप्त कर सकते हैं। बीज को किसी ठंडी, सूखी जगह पर तब तक स्टोर करके रखें, जब तक कि आप उन्हें बोने के लिए तैयार न हों।
बीज के पैकेट पर लिखे निर्देशों का पालन करें – Follow Seed Packets Instructions For Successful Planting In Hindi
बीज खरीदते समय फ्लावर सीड्स के पैकेट पर बीज बोने का समय, एक्सपायरी डेट, बीज बोने की गहराई, जर्मिनेशन टाइम और भी बीज उगाने से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारियां दी हुई रहती हैं, जिनका यदि ठीक से पालन किया जाए, तो बीजों की ग्रोथ अच्छे से होती है।
गार्डनिंग के लिए जरूरी चीजें यहाँ से खरीदें:
फ्लावर सीड |
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पॉटिंग सॉइल |
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गमले या ग्रो बैग |
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वर्मीकम्पोस्ट |
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गोबर खाद |
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रॉक फास्फेट |
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प्लांट ग्रोथ प्रमोटर |
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नीम तेल |
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प्रूनर |
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स्प्रे पंप |
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वॉटर केन |
फूलों के बीजों को सही मौसम में लगाएं – Plant Flower Seeds In The Right Season In Hindi
सभी फूल अलग-अलग मौसम में ग्रोथ करते हैं, इसीलिए उनके बीज लगाने का सबसे सही समय या मौसम जानना काफी जरूरी है। सही मौसम में बीजों को लगाने से वे जल्दी अंकुरित होते हैं और पौधे तेजी से ग्रोथ करते हैं। जैसे सूरजमुखी (Sunflower), जीनिया (Zinnia) फूलों की ग्रोथ गर्मी के सीजन में, और गार्डेनिया (Cape Jasmine), रेन लिली (Rain Lily), मोगरा (Mogra) आदि फूलों की ग्रोथ बरसात के मौसम में अच्छे से होती है। आपको फूलों के बीजों को उनके ग्रोइंग सीजन के कुछ हप्ते पहले लगा देना चाहिए, ताकि ग्रोइंग सीजन तक पौधे अच्छे से ग्रो हो जाएँ।
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फ्लावर सीड जर्मिनेशन के लिए आवश्यक तापमान – Temperature Required For Flower Seeds To Germinate In Hindi
सभी फूलों के बीजों को अंकुरित होने के लिए अलग-अलग तापमान की आवश्यकता होती है, इसीलिए जो फ्लावर सीड्स आप उगा रहें हैं, उनके जर्मीनेशन टेम्प्रेचर (Germination Temperature) के बारे में जानकारी प्राप्त अवश्य कर लें। जैसे एग्रेटम (Ageratum), बालसम (Balsam), जीनिया (Zinnia) फूल के बीज 21 से 25°C तथा गुलाब (Rose) और सूरजमुखी (Sunflower) के बीज 15 से 21°C तापमान पर अच्छे से अंकुरित होते हैं।
नोट – सभी फ्लावर सीड के जर्मिनेशन टेम्प्रेचर के बारे में जानने के लिए यहाँ क्लिक करें:
फूलों के बीज लगाने के लिए मिट्टी तैयार करना – Preparing Soil For Planting Flower Seeds In Hindi
फ्लावर सीड्स को अंकुरित करने के लिए उन्हें ऐसी मिट्टी में लगाना चाहिए, जिसकी वाटर होल्डिंग कैपेसिटी (Good Water Holding Capacity) अच्छी हो और जिसमें वायु परिसंचरण (Aeration) अच्छे से हो, ताकि अंकुर (Seedlings) की जड़ों की ग्रोथ अच्छे से हो सके। फूलों के बीजों को लगाने के लिए आपको बेस्ट पॉटिंग मिक्स बनाना होगा, जिसके लिए आप 40% मिट्टी, 40% कम्पोस्ट, 10% कोकोपीट और 10% पर्लाइट/रेत के मिश्रण का उपयोग कर सकते हैं।
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फूल के बीज लगाने के लिए सीडलिंग ट्रे या गमला लें – Take Seedling Tray Or Pot For Planting Flower Seeds In Hindi
यदि आप घर के अन्दर फूलों के बीज को अंकुरित कर रहे हैं, तो आप किसी गार्डन स्टोर से या ऑनलाइन खरीदी गई सीडलिंग ट्रे में बीज बो सकते हैं। सीडलिंग ट्रे में कई सारे ग्लास जैसे होल होते हैं, जिनमें कई फूलों के बीजों को एक साथ जर्मिनेट किया जा सकता है। इसके अलावा आप फ्लावर पॉट, या छोटे ग्रो बैग में भी बीजों को लगा सकते हैं। यदि कंटेनर या सीडलिंग ट्रे के तल में कोई छेद नहीं है, तो ड्रिल मशीन, पेंचकस या कील की मदद से उनमें ड्रेनेज होल बना लें। होल पानी को गमले में इकट्ठा होने से रोकता है, जिससे बीज अत्यधिक गीला होने से बच जाते हैं।
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सीडलिंग ट्रे या गमलों को पॉटिंग मिक्स से भरें – Fill The Seedling Tray Or Pot With Potting Mix In Hindi
अब सीडलिंग ट्रे और गमलों को तैयार किये गए पॉटिंग मिक्स से भरें। एक बात का ध्यान रखें कि ट्रे या गमलों को पूरा न भरें, बल्कि ऊपर से कुछ इंच जगह खाली छोड़ दें। यदि फूल के बीजों को डायरेक्ट मेथड से उगा रहे हैं तो गमले या ग्रो बैग के तली में एक इंच मोटी बजरी या कंकड़-पत्थर की परत बिछा लें, ताकि उसमें से पानी आसानी से बाहर निकलता रहे। डायरेक्ट विधि में बीजों को सीडलिंग ट्रे में लगाने के बजाय सीधे बड़े गमले या गार्डन में लगाया जाता है। इसमें पौधों को ट्रांसप्लांट करने की जरूरत नहीं पड़ती है।
फूलों के बीज को उचित गहराई में लगाना – Sowing Flower Seeds At Proper Depth In Hindi
फूलों के बीजों को अच्छे से अंकुरित करने के लिए उन्हें मिट्टी में उचित गहराई पर लगाना बहुत महत्वपूर्ण होता है। कुछ छोटे फ्लावर सीड्स (Tiny Flower Seeds) जैसे एग्रेटम, पिटूनिया, क्लियोम को अच्छे से जर्मिनेट होने के लिए प्रकाश की जरूरत होती है, इसीलिए उन्हें मिट्टी से कवर नहीं करते हैं, बल्कि इन बीजों को मिट्टी की ऊपरी सतह पर रखकर हाथ से धीरे से दबा देते हैं, ताकि मिट्टी से उनका कांटेक्ट बना रहे। बहुत बड़े बीज (जैसे सूरजमुखी) को मिट्टी की सतह से लगभग 1.2 सेंटीमीटर गहराई में लगाते हैं।
डायरेक्ट मेथड से लगाए जाने वाले फूलों के बीज – Flower Seeds That Can Be Planted Directly In The Ground In Hindi
कुछ फूल के बीजों को सीडलिंग ट्रे में अंकुरित कर ट्रांसप्लांट करने से उनकी जड़ों को नुकसान पहुँचता है, जिसके कारण उन्हें ट्रांसप्लांट करने के बजाय सीधे बड़े गमले या गार्डन में उगाया जाता है। इसे ही डायरेक्ट सोइंग मेथड कहते हैं। सेलोसिया (Celosia), सूरजमुखी (Sunflower) आदि फूल के पौधों को डायरेक्ट सोइंग विधि से ग्रो किया जाता है। इसीलिए इस विधि से उगने वाले फ्लावर सीड्स को उचित आकार के गमले में उचित गहराई पर लगा दें और बीज लगा देने के बाद मिट्टी में नमी बनाए रखने के लिए गमले में पानी अवश्य दें।
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ट्रांसप्लांट मेथड से उगाए जाने वाले फूल के बीज – Flower Seeds Grown By Transplanting Method In Hindi
कुछ फूल के बीजों को सीडलिंग तैयार करके ट्रांसप्लांटिंग के माध्यम से ही ग्रो किया जाता है, जैसे क्लियोम (Cleome), कोलियस (Coleus), साल्विया (Salvia), पिटूनिया (Petunia) आदि। इस विधि से उगने वाले फ्लावर सीड्स को सीडलिंग ट्रे में अंकुरित करना बेस्ट रहता है। यदि आप ठण्ड के दिनों में बीजों को लगा रहें हैं, तो इस समय बीज लगाने के बाद ट्रे को प्लास्टिक कवर, प्लाईवुड या किसी भी चीज से ढक दें और उसे हर दो दिन में चेक करते रहें। प्लास्टिक से कवर करने से ट्रे में बीजों को अंकुरित होने के लिए आवश्यक ऊष्मा बनी रहती है।
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फूल के बीज लगाने के बाद मिट्टी में पानी डालना – Watering The Soil After Planting Flower Seeds In Hindi
फूल के बीजों को लगाने के बाद नमी (Moisture) बनाये रखने के लिए मिट्टी में पानी अवश्य डालें, और इस बात का भी ध्यान रखें कि जिस भी गमले, ग्रो बैग या सीडलिंग ट्रे में बीजों को लगाया है, उसमें जल निकासी छिद्र अवश्य हों, अन्यथा गमलों में पानी भरा रह सकता है जिससे बीज खराब हो सकते हैं। समय-समय पर सीडलिंग में नमी की मात्रा को चेक करें और आवश्यकता अनुसार पानी का छिडकाव करते रहें।
सीडलिंग ट्रे या गमलों को उचित स्थान पर रखें – Keep Seedling Tray Or Pot At Proper Place In Hindi
फूलों के बीज लगाने के बाद गमलों या सीडलिंग ट्रे को ऐसे स्थान पर रखना महत्वपूर्ण होता है, जहाँ उनको जर्मिनेट होने के लिए आवश्यक, तापमान, आद्रता और रोशनी मिलती रहे। कुछ फूल के बीज अँधेरे में अच्छे से ग्रोथ करते हैं, जैसे लार्कसपूर (larkspur), कैलेंडुला (calendula) आदि। जबकि कुछ फ्लावर सीड्स जैसे गेंदा, गैलार्डिया, पिटूनिया को यदि रोशनी न मिले, तो वह अंकुरित नहीं होते और नमी के कारण सड़ने भी लगते हैं।
फ्लावर सीड्स जर्मिनेशन में लगने वाला समय – Flower Seeds Germination Time In Hindi
सभी फूल के बीजों को जर्मिनेट होने में अलग-अलग समय लगता है, लेकिन फिर भी ज्यादातर फ्लावर सीड्स 7-21 दिन में जर्मीनेट हो जाते हैं। बीजों के अंकुरित होने के समय के बारे में जान लेने से उनकी केयर करना आसान हो जाता है।
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फ्लावर सीडलिंग को सख्त बनाना – Hardening Off Flower Seedlings In Hindi
बीजों को जब इंडोर अंकुरित किया जाता है तो उन्हें बाहर ट्रांसप्लांट करने से पहले सीडलिंग हार्डनिंग की प्रक्रिया अपनाई जाती है। इसमें सीडलिंग को कम से कम एक हप्ते तक रोज कुछ घंटों के लिए बाहर धूप में रखा जाता है और हर दिन धुप में रखने वाले समय को बढ़ाते जाते हैं। इससे सीडलिंग में बाहर के वातावरण को सहने की क्षमता पैदा हो जाती है। यदि घर के अन्दर ग्रो किये गए पौधों को सीधे बाहर प्रत्यारोपित कर दिया जाता है, तो वे अचानक बदले वातावरण जैसे तेज धूप, तेज हवा को सह नहीं पाते और नष्ट हो जाते हैं। इसीलिए सीडलिंग हार्डनिंग की प्रक्रिया को अपनाया जाना आवश्यक होता है।
फ्लावर सीडलिंग को ट्रांसप्लांट करना – Flower Seedlings Transplantation In Hindi
जब फ्लावर सीडलिंग कम से कम 3 इंच लम्बाई हो जाए और उनमें कुछ ट्रू लीव्स आ जाएँ, तब उन्हें अलग-अलग गमले में ट्रांसप्लांट कर दें। यदि कुछ सीडलिंग छोटी और नाजुक हों, तो उन्हें थोडा और बड़ा होने के बाद ट्रांसप्लांट करें।
निष्कर्ष – Conclusion
आशा करते हैं फ्लावर सीड ग्रोइंग गाइड से सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आया होगा, जिसमें आपने बीज से फूल के पौधों को ग्रो करने की टिप्स के बारे में विस्तार से जाना। यदि इस लेख के बारे में आपके कोई सवाल या सुझाव हों, तो उसे कमेन्ट करके अवश्य बताएं।