यदि आपने अपने गार्डन में पौधे लगायें हैं और आप जानना चाहते हैं कि, उन पौधों में अधिक फूल कैसे पाएं या पौधों में फूल लाने के लिए क्या करें, तो हम आपको बता दें कि, ग्रोइंग सीजन के दौरान पौधों में सही फर्टिलाइजर्स का इस्तेमाल करने से पौधों में अच्छे और ज्यादा फूल खिलने लगते हैं, इसलिए इस आर्टिकल में हम आपको ऐसी ही खाद और उर्वरकों के बारे में बताने वाले हैं, जिन्हें फूल, फल या सब्जी वाले पौधे में डालते हैं, तो आपका पौधा फूलों से भर जायेगा। पौधों में फूल लगने के लिए मिट्टी में कौन सी खाद व उर्वरक डालें, फूल वाले पौधों के लिए कौन सी खाद अच्छी होती है, तथा प्लांट्स में फ्लावर खिलने के लिए जैविक खाद व उर्वरक के नाम क्या हैं, जानने के लिए आर्टिकल को लास्ट तक जरूर पढ़ें।
पौधों में फूल लगने के लिए पोषक तत्व – Nutrients For Plants To Flower In Hindi
होम गार्डन के गमले या ग्रो बैग लगे पौधे में कली के विकास (bud development) और फूल खिलने के लिए सबसे ज्यादा फास्फोरस पोषक तत्व हेल्पफुल होता है। फास्फोरस ना सिर्फ फूल, बल्कि जड़ों के विकास में भी इम्पोर्टेन्ट रोल प्ले करता है। इसके अलावा बोरॉन (Boron), कॉपर (Copper), पोटेशियम (potassium) न्यूट्रिएंट्स भी प्लांट्स में फ्लावरिंग के लिए जिम्मेदार होते हैं।
पौधों में फूल खिलने के लिए बेस्ट खाद और उर्वरक – Best Fertilizer To Promote Flowering In Plants In Hindi
यदि आप जानना चाहते हैं कि, पौधों में फूल लगने के लिए खाद कौन-कौन सी हैं, जिनका इस्तेमाल करके सुन्दर व आकर्षक फूलों का गार्डन तैयार किया जा सकता है, तो आप नीचे बताए गए आर्गेनिक फर्टिलाइजर्स का इस्तेमाल जरूर करें।
खाद और उर्वरक के नाम |
खाद कहाँ से खरीदें |
बोन मील (Bone Meal) |
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रॉक फॉस्फेट (Rock Phosphate) |
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प्रोम (PROM) |
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एप्सम साल्ट (Epsom Salt) |
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मस्टर्ड केक (Mustard Cake) |
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पोटाश फर्टिलाइजर (Organic Potash) |
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बनाना पील्स जैविक खाद (Banana Peels Homemade Fertilizer) |
उपलब्ध नहीं |
फिश मील फर्टिलाइजर (Fish Meal) |
उपलब्ध नहीं |
वुड ऐश उर्वरक (Wood Ash) |
उपलब्ध नहीं |
सीवीड फर्टिलाइजर (Seaweed Fertilizer) |
उपलब्ध नहीं |
बोन मील – Bone Meal Organic Fertilizer For Flowering Plants In Hindi
बोन मील, फूल वाले पौधों के लिए सबसे अच्छा उर्वरक है, जिसे जानवरों की हड्डियों से बनाया जाता है। इस फर्टिलाइजर में मुख्य रूप से फास्फोरस होता है, जो कि पौधों में फूल खिलने के लिए सबसे ज्यादा इम्पोर्टेन्ट पोषक तत्व है। यदि आपके गार्डन में लगे पौधों में फूल नहीं आ रहें हैं, तो अच्छी फ्लावरिंग के लिए आप बोन मील उर्वरक का प्रयोग पौधों में कर सकते हैं। गार्डन या गमले में लगे पौधों में बोन मील उर्वरक का इस्तेमाल करने से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण बातें निम्न हैं, जैसे:-
- एनपीके वैल्यू (NPK Value) – 3-15-0
- मुख्य पोषक तत्व – फास्फोरस, कैल्शियम, नाइट्रोजन
- पौधों में बोन मील कब दें – पौधे को लगाने के लिए मिट्टी तैयार करते समय और गमलों में एस्टेब्लिश हो चुके पौधों में, जब कलियों (Buds) का विकास होने लगे, तब आप इस फर्टिलाइजर का प्रयोग कर सकते हैं।
- बोन मील कितना प्रयोग करें – प्रति दो वर्ग फुट मिट्टी में पूरे ग्रोइंग सीजन में केवल एक बार या अधिकतम 2 बार, 1-2 टेबलस्पून बोन मील मिट्टी में डाला जाना चाहिए।
- बोन मील का उपयोग कैसे करें – पानी में घुलनशील न होने (non-water soluble) के कारण बोन मील पाउडर को सीधे ही मिट्टी में डाला जाता है। सबसे पहले पौधे की मिट्टी की गुड़ाई कर लेना चाहिए, फिर बोन मील पाउडर की 1-2 टेबलस्पून मात्रा को पौधे की जड़ों में डालने के बाद ऊपर से पानी का छिड़काव करना चाहिए, इससे बोन मील पौधे की जड़ लगी मिट्टी में धीरे-धीरे मिलता जाता है।
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एप्सम साल्ट – Epsom Salt Best Fertilizer To Grow Flower In Plants In Hindi
अगर पौधों में फ्लावरिंग नहीं हो रही है, तो आप एप्सम साल्ट फर्टिलाइजर का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिससे पौधों में जल्दी ही फूल खिलने लगते हैं। एप्सम साल्ट उर्वरक का इस्तेमाल करने से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी निम्न हैं:
- मुख्य पोषक तत्व – एप्सम साल्ट में मैग्नीशियम और सल्फर पोषक तत्व पाए जाते हैं, इसीलिए इसे मैग्नीशियम सल्फेट के नाम से भी जाना जाता है।
- पौधों में एप्सम साल्ट कब डालें – पौधों में फ्लावरिंग के दौरान एप्सम साल्ट फर्टिलाइजर को महीने में एक बार इस्तेमाल कर सकते हैं।
- एप्सम साल्ट कितना डालें – हर पौधे की मिट्टी में एप्सम साल्ट की 1-2 टेबलस्पून मात्रा को डालने से पौधे में फूल खिलने लगते हैं।
- पौधे में एप्सम साल्ट का प्रयोग कैसे करें – 1 टेबलस्पून एप्सम साल्ट की मात्रा को एक लीटर पानी में डालकर अच्छे से घोल बना लें, फिर इस घोल को सीधे पौधों की मिट्टी में डाल सकते हैं या पौधों पर इसका फोलिअर स्प्रे भी कर सकते हैं।
मस्टर्ड केक – Mustard Cake Natural Plant Food For Blooming Flowers In Hindi
मस्टर्ड केक, एक जैविक फर्टिलाइजर है, जिसमें पाए जाने वाले माइक्रो न्यूट्रिएंट्स (micro-nutrients) जैसे पोटेशियम, फास्फोरस, मैग्निशियम, मैंगनीज, जिंक आदि पौधों में फूल और फल बनने की प्रोसेस को तेज करते हैं। जिस पौधे में फूल नहीं लग रहे हैं, तो उस स्थिति में फ्लावरिंग के लिए मस्टर्ड केक (सरसों की खली) फर्टिलाइजर का यूज उस पौधे में किया जा सकता है। मस्टर्ड केक फर्टिलाइजर को इस्तेमाल करने से सम्बंधित कुछ महतवपूर्ण बातें निम्न प्रकार हैं:
- एनपीके वैल्यू (NPK Value) – 4-1-1
- मुख्य पोषक तत्व (Nutrient) – नाइट्रोजन, फास्फोरस, सल्फर, मैग्नीशियम, मैंगनीज, जिंक और पोटेशियम
- सरसों की खली का प्रयोग कब करें – पौधों को लगाने के लिए मिट्टी तैयार करते समय और एस्टेब्लिश हो चुके पौधे में फ्लावरिंग के दौरान सरसों खली का प्रयोग कर सकते हैं, आप महीने में एक बार इस खाद का उपयोग कर सकते हैं।
- पौधों में मस्टर्ड केक का इस्तेमाल कितना करें – पॉटिंग मिक्स बनाने के लिए 10% मस्टर्ड केक और फूल खिलने के समय मेच्योर पौधे में सरसों खली के 150-200ml घोल को पौधों में डाल सकते हैं।
- मस्टर्ड केक फर्टिलाइजर का इस्तेमाल कैसे करे – 1 लीटर पानी में 60-80 ग्राम सरसों खली के पाउडर को अच्छी तरह मिला लें और फिर इस घोल को ढककर 2-3 दिन के लिए रख दें। 3 दिन के बाद घोल में 2 से 5 लीटर पानी और मिला लें तथा फिर इस घोल को वाटर केन में भरकर सीधे पौधों की मिट्टी में डाल सकते हैं।
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प्रोम फर्टिलाइजर – PROM Fertilizer To Encourage Flowering In Plants In Hindi
PROM फर्टिलाइजर का फुल फॉर्म (prom fertilizer full form) फास्फेट रिच आर्गेनिक मैन्योर (Phosphate Rich Organic Manure) होता है। फास्फोरस की अधिकता होने के कारण यह फर्टिलाइजर पौधों में फूल व फल लगने और उनकी साइज को बढ़ाने में काफी हेल्पफुल होता है। प्रोम उर्वरक का इस्तेमाल करने से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी निम्न प्रकार है:
- मुख्य पोषक तत्व (Nutrient) – फास्फोरस
- प्रोम फर्टिलाइजर का इस्तेमाल कब और कितना करें – फूल और फल लगने के दौरान इस उर्वरक की 25-30 ग्राम मात्रा को सीजन में एक बार हर फ्लावरिंग प्लांट में इस्तेमाल कर सकते हैं।
- पौधों में प्रोम खाद का इस्तेमाल कैसे करें – एक लीटर पानी में लगभग 2 टेबलस्पून (25 ग्राम) प्रोम खाद को डालकर घोल तैयार कर लें, फिर इस घोल को वाटरिंग केन में भरके, पौधे लगे पॉट की मिट्टी में डालें। आप प्रोम खाद को बिना घोल बनाये भी सीधे मिट्टी में डाल सकते हैं, इसके लिए 25-30 ग्राम दानों (granure) को सीधे पौधे की मिट्टी में मिक्स करें।
सीवीड जैविक खाद – Seaweed Organic Fertilizer For Growing More Flowers In Plants In Hindi
होम गार्डन में लगे पौधों में ज्यादा फूल पाने के लिए सीवीड नेचुरल फर्टिलाइजर (Natural Fertilizer) का उपयोग किया जाता है। सीवीड फर्टिलाइजर के इस्तेमाल से पौधों में सुदंर व आकर्षक फूल खिलते हैं। नीचे सीवीड उर्वरक का उपयोग करने से सम्बंधित महत्वपूर्ण बातें बताई गयीं हैं:
- मुख्य पोषक तत्व (Nutrient) – सीवीड खाद में पौधों के लिए नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटैशियम, मैग्नीशियम, आयरन, जिंक, बोरान और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।
- पौधों में सीवीड फर्टिलाइजर कब इस्तेमाल करें – पौधे में जब कलियाँ (buds) बनने लगें, तब आप इस उर्वरक को महीने में एक बार पौधे की मिट्टी में डाल सकते हैं।
- पौधों में सीवीड खाद कितनी डालें – हर पौधे में दानेदार सीवीड फर्टिलाइजर की 3-4 ग्राम (1 चम्मच) मात्रा को सीधे मिट्टी में डालें। इसके अलावा लिक्विड सीवीड की 1-3ml मात्रा को एक लीटर पानी में मिक्स करके भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- सीवीड फर्टिलाइजर कैसे इस्तेमाल करें – 3-4 ग्राम दानेदार सीवीड उर्वरक को पौधे की मिट्टी में मिला सकते हैं या 1-3ml लिक्विड सीवीड को 1 लीटर पानी में मिक्स करके पौधों की जड़ों में डाल सकते हैं या पत्तियों पर स्प्रे (foliar spray) कर सकते हैं।
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रॉक फास्फेट फर्टिलाइजर – Rock Phosphate To Encourage Flowers Blooms In Plants In Hindi
रॉक फास्फेट फर्टिलाइजर पाउडर के फॉर्म में आता है, जिसको सीधे मिट्टी में मिलाकर या पानी में घोल बनाकर पौधों की जड़ों में डाला जा सकता है। इस उर्वरक के इस्तेमाल से पौधे की ग्रोथ तेजी से होती है और उसमें फल-फूल भी ज्यादा लगते हैं। गार्डनिंग में पौधों के लिए रॉक फास्फेट उर्वरक का इस्तेमाल करने से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण बातें निम्न हैं, जैसे:-
- एनपीके वैल्यू (NPK Value) – 0-20-0
- मुख्य पोषक तत्व (Nutrient) – फास्फोरस, कैल्शियम, सल्फर
- पौधों में रॉक फास्फेट का इस्तेमाल कब करें – जब गमले में लगे पौधों की ग्रोथ न बढ़ रही हो और उसमें फूल व फल नहीं आ रहें हों, तब आप फास्फोरस की कमी को दूर करने के लिए पौधे की मिट्टी में इस उर्वरक को मिला सकते हैं, इसका इस्तेमाल महीने में एक बार किया जा सकता है। इसके अलावा आप मिट्टी तैयार करते समय भी मिट्टी में रॉक फॉस्फेट मिला सकते हैं।
- पौधों में रॉक फास्फेट का इस्तेमाल कितना करें – गमले में लगे हर पौधे की ग्रोइंग स्टेज में 1-2 चम्मच रॉक फास्फेट को इस्तेमाल किया जा सकता है।
- रॉक फास्फेट फर्टिलाइजर का इस्तेमाल कैसे करें – इस उर्वरक की 1-2 चम्मच मात्रा को गमले या ग्रो बैग में लगे पौधे की मिट्टी में अच्छी तरह से मिक्स करें और फिर उसके बाद पानी का छिड़काव करें।
(यह भी जानें: घर पर जैविक खाद तैयार कैसे करें…)
पोटाश ऑर्गेनिक खाद – Organic Potash Best Fertilizer For Flowering Plants In Hindi
पोटाश फर्टिलाइजर पौधों की रूट्स को हेल्दी बनाता है, पौधों की रोगों से रक्षा करता है तथा फल, फूल व सब्जियों की साइज को बढ़ाता है। पौधे में फूल आने की क्रिया से लेकर फल लगने तक पोटाश फर्टिलाइजर का उपयोग किया जाना चाहिए, क्योंकि इसी समय पौधे को पोटेशियम की सबसे अधिक आवश्यकता होती है। पोटाश उर्वरक का इस्तेमाल करने से सम्बंधित महत्वपूर्ण बातें निम्न प्रकार हैं:
- मुख्य पोषक तत्व (Nutrient) – पोटेशियम
- पौधों के लिए पोटाश उर्वरक का उपयोग कब और कितना करें – फूल और फल वाले हर पौधे पर कलियाँ खिलने के दौरान आधा से एक चम्मच पोटाश फर्टिलाइजर का इस्तेमाल किया जा सकता है, आप 15 से 20 दिन के अन्तराल में पौधे की मिट्टी में इसे डाल सकते हैं।
- पोटाश फर्टिलाइजर का इस्तेमाल कैसे करें – गार्डन में लगे हुए पेड़-पौधों में आधा से एक चम्मच पोटाश उर्वरक को सीधे मिट्टी के ऊपर (टॉपड्रेसिंग के रूप में) डालें, इसके बाद चारों ओर की मिट्टी में इसे अच्छे से मिला दें और फिर पर्याप्त रूप से पानी दें। आप ½ या 1 चम्मच पोटाश उर्वरक को 1 लीटर पानी में घोलकर लिक्विड तैयार कर (liquid fertilizer) पौधों की जड़ों में या पत्तो पर फोलिअर स्प्रे भी कर सकते हैं।
बनाना पील्स फर्टिलाइजर – Banana Peels Best Homemade Fertilizer For Flowering Plants In Hindi
जब पौधों में फूल खिलने के लिए फर्टिलाइजर की बात आती है, तब केले के छिलकों से भी फूल वाले पौधों के लिए एक अच्छी होममेड जैविक खाद (homemade bloom fertilizer) तैयार की जा सकती है। यह खाद बनाने और उपयोग करने में आसान है तथा इसके इस्तेमाल से पौधों में अच्छी फ्लावरिंग होने लगती है। केले के छिलकों की खाद को उपयोग करने से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी नीचे बताई गयी हैं:
- मुख्य पोषक तत्व – पोटेशियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम और कैल्शियम
- पौधों में बनाना पील्स फर्टिलाइजर का इस्तेमाल कब करे – पौधे में फ्लावरिंग के दौरान केले की छिलकों की खाद का उपयोग महीने में एक बार किया जा सकता है।
- बनाना पील्स फर्टिलाइजर का इस्तेमाल कैसे करे – केले के छिलकों की खाद दो तरीके से बनाई जा सकती है, पहले तरीके में एक लीटर पानी में 2-4 केले के छिलकों को डालकर 10-15 दिन के लिए रख दिया जाता है और फिर 50-60ml (10 इंच के गमले के लिए) घोल को पौधे में डाला जाता है। दूसरे तरीके में केले के छिलकों को धूप में सुखा लिया जाता है और फिर उन्हें मिक्सर में पीस कर पाउडर बना लिया जाता है, इस पाउडर की थोड़ी मात्रा को सीधे पौधे की मिट्टी में मिलाया जाता है।
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फिश मील उर्वरक – Fish Meal Fertilizer To Promotes Flowering In Plants In Hindi
फिश मील फर्टिलाइजर पाउडर के फॉर्म में आता है, जो कि फल, फूल और सब्जियों सभी पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए तथा फूल खिलने के लिए उपयोगी होता है। इस उर्वरक का इस्तेमाल करने से सम्बंधित महत्वपूर्ण बातें निम्न हैं, जैसे:-
- एनपीके (NPK Value) – 5-2-2
- मुख्य पोषक तत्व (Nutrients) – नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम
- फिश मील फर्टिलाइजर का इस्तेमाल कब करें – पौधे लगाने के लिए पॉटिंग मिक्स तैयार करते समय और साथ ही पौधे में जब फ्लावरिंग होने वाली हो, तब इस उर्वरक को गमले या गार्डन की मिट्टी में लगे पौधों में इस्तेमाल किया जाता है।
- पौधों में फिश मील कितना डालें – जब पौधे में फ्लावरिंग की शुरूआत होने वाली हो, तब 12 इंच के गमले की मिट्टी में लगभग 30-40 ग्राम फिश मील उर्वरक को मिला सकते हैं। ग्रोइंग सीजन में महीने में 1 बार इस उर्वरक का इस्तेमाल किया जा सकता है।
- पौधे में फिश मील उर्वरक का प्रयोग कैसे करें – फिश मील उर्वरक की लगभग 30-40 ग्राम मात्रा को 12 इंच के गमले में लगे पौधे की मिट्टी में मिक्स करें और फिर पानी का छिड़काव करें। आप फिश मील का लिक्विड फर्टिलाइजर बनाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं, इसके लिए 1 टेबलस्पून (लगभग 17 ग्राम) फिश मील उर्वरक को लें और उसे 4 लीटर पानी में मिक्स करें तथा फिर इस घोल को पौधों की जड़ों में डालें।
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वुड ऐश फर्टिलाइजर – Wood Ash Fertilizer Increase Flower Production In Plant In Hindi
लकड़ी की राख एक बहुत अच्छी खाद की तरह काम करती है, जिसे फूल खिलने के लिए पौधों में इस्तेमाल किया जाता है। यह पौधों को पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फेट, कॉपर, आयरन और मैंगनीज पोषक तत्व उपलब्ध कराती है, ये पोषक तत्व फूलने-फलने वाले पौधों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। लकड़ी की राख को एक उर्वरक के रूप में इस्तेमाल करने से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण बातें निम्न हैं:
- मुख्य पोषक तत्व – कैल्शियम, पोटेशियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम
- पौधों में लकड़ी की राख कब और कितनी इस्तेमाल करें – पौधों को लगाने के लिए गमले की मिट्टी तैयार करते समय 5-10% और गमले में लगे पौधों के लिए 50-70 ग्राम लकड़ी की राख को प्रति वर्ग मीटर (per square meter) मिट्टी में इस्तेमाल कर सकते हैं। मेच्योर पौधों में वुड एश को महीने में एक बार इस्तेमाल किया जा सकता है।
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पौधे में खाद इस्तेमाल करते समय ध्यान रखने योग्य बातें – Precautions While Applying Flower Fertilizer In Hindi
फ्लावरिंग के लिए पौधों में खाद डालने से पहले आपको निम्न बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए, जैसे:-
- किसी भी फर्टिलाइजर के उपयोग से पहले उसके पैकेजिंग लेबल पर दिए गए निर्देशों को ध्यान से जरूर पढ़ लें।
- पौधे में कलियाँ बनने से लेकर फूलों के खिलने के दौरान इन फर्टिलाइजर्स का इस्तेमाल मुख्य रूप से करें।
- कोशिश करें कि खाद एक ही जगह पर इकट्ठी न हो, बल्कि पूरी मिट्टी में अच्छी तरह से मिल जाए।
- आउटडोर पौधों में सुबह या देर शाम को खाद दें, सुबह खाद डालने से पौधों को अधिक से अधिक पोषक तत्वों को सोखने का सबसे अच्छा मौका मिलता है। इससे पौधों में फल, फूल और सब्जियों की पैदावार अच्छी होती है।
- खाद और उर्वरक डालने के तुरंत बाद गमले या गार्डन की मिट्टी में पानी जरूर डालें, आप पानी देने के लिए स्प्रे पंप या वॉटर कैन का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इस आर्टिकल में आपने पौधों में फूल खिलने के लिए उपयोग किये जाने वाले या फूलों का अच्छा उत्पादन करने के लिए आर्गेनिक उर्वरक (fertilizers) के बारे में जाना। उम्मीद करते हैं, यह लेख आपको पसंद आया होगा, यदि इस लेख से सम्बंधित आपके सवाल या सुझाव हों, तो कमेन्ट बॉक्स में जरूर लिखें।