How To Stop Rose Leaves From Turning Yellow In Hindi: गुलाब का पौधा हर बगीचे की सुंदरता बढ़ा देता है, लेकिन जब इसके पत्ते पीले पड़ने लगते हैं, तो यह चिंता की बात बन जाती है। कई लोग यही सोचते हैं कि — मेरे गुलाब के पत्ते पीले क्यों पड़ रहे हैं? तो बता दें कि इसका कारण केवल एक नहीं, बल्कि कई हो सकते हैं जैसे पानी की कमी, अधिक धूप, या पोषक तत्वों की कमी इत्यादि।
अगर आप गार्डन में लगे गुलाब के पौधे की देखभाल सही तरीके से करेंगे, तो यह लंबे समय तक हरा-भरा और खूबसूरत बना रहेगा। इस लेख में हम जानेंगे कि गुलाब के पत्ते पीले क्यों पड़ जाते हैं और गुलाब के पत्ते पीले होने से रोकने के उपाय क्या हैं, ताकि आपका गुलाब का पौधा हमेशा ताजा और खिलता रहे।
गुलाब की पत्तियां पीली होने के कारण और उपाय – How To Treat Yellow Leaves On Rose Plants In Hindi
गुलाब का पौधा खूबसूरती और खुशबू का प्रतीक है, लेकिन जब इसके पत्ते पीले पड़ने लगते हैं, तो यह चिंता का विषय बन जाता है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे पानी की कमी, कीट, या पोषक तत्वों की कमी। आइए जानते हैं रोज प्लांट (rose plant) के पत्ते पीले होने के कारण और आसान उपाय।
1. पानी की कमी
कारण: अगर पौधे को समय पर सही से पानी नहीं दिया जाता, तो मिट्टी सूख जाती है और पौधा कमजोर होने लगता है। पौधे को आवश्यक नमी न मिलने के कारण इसकी पत्तियां पीली और सूखने लगती हैं। यह समस्या गर्मी के मौसम में ज्यादा होती है।
उपाय: गुलाब के पौधे को रोज या एक दिन छोड़कर पानी दें, ताकि मिट्टी हमेशा हल्की नम रहे लेकिन जलभराव न हो। सुबह या शाम के समय ही पानी दें और ध्यान रखें कि पानी जड़ों तक पहुँचे। बहुत ज्यादा या बहुत कम पानी देने से बचें। अगर आप बाहर जाते हैं, तो पौधे को पानी देने के लिए Self-Watering Spike या टाइमर के साथ Drip Irrigation का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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2. फफूंद रोग
कारण: फफूंद (fungus) ज्यादा नमी, बारिश या खराब वेंटिलेशन के कारण फैलती है। यह पत्तियों पर पीले या भूरे धब्बे बना देती है और धीरे-धीरे पूरी पत्ती को खराब कर देती है। अगर फंगस ज्यादा फैल जाए, तो पौधा खराब भी हो सकता है।
उपाय: संक्रमित पत्तियाँ तुरंत हटा दें और पौधे पर नीम तेल या फफूंदनाशक का छिड़काव करें। पौधे के आस-पास हवा का अच्छा प्रवाह बनाए रखें और ज्यादा गीलापन न होने दें। साथ ही समय-समय पर पौधे की जांच करते रहें।
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3. स्पाइडर माइट्स जैसे कीट
कारण: स्पाइडर माइट्स छोटे लाल या भूरे रंग के कीट होते हैं जो पत्तियों का रस चूस लेते हैं। इनके कारण पत्तियाँ पीली, पतली और कमजोर हो जाती हैं। यह कीट अक्सर गर्म और सूखे मौसम में ज्यादा फैलते हैं।
उपाय: नीम तेल या हल्के कीटनाशक से सप्ताह में एक बार स्प्रे करें। सुबह के समय पौधे को पानी से हल्का धोएं, ताकि कीट हट जाएं लेकिन पौधे को नुकसान न पहुंचे।
4. बहुत अधिक पानी
कारण: अगर पौधे को जरूरत से ज्यादा बार-बार पानी दिया जाए, तो मिट्टी में जलभराव होने लगता है और जड़ सड़न होने लगती है। यह सड़न पौधे को कमजोर करती है और पत्तियाँ पीली या अन्य कलर की होने लगती हैं।
उपाय: पानी तभी दें जब मिट्टी की ऊपरी परत सूखी महसूस हो। गमले या ग्रो बैग में पानी निकालने के लिए छेद जरूर होने चाहिए।
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5. बहुत अधिक गर्मी
कारण: तेज धूप और उच्च तापमान से पौधे की नमी जल्दी उड़ जाती है। इससे पत्तियाँ जलने और पीली पड़ने लगती हैं। लगातार गर्म हवा चलने पर भी यह समस्या बढ़ जाती है।
उपाय: गुलाब को ऐसी जगह रखें जहाँ उसे सुबह की धूप मिले लेकिन दोपहर की जलाने वाली धूप न पड़े। पौधे के आस-पास नमी बनाए रखने के लिए समय-समय पर हल्का पानी छिड़कें। आप पौधे को बहुत तेज धूप से बचाने के लिए शेड नेट का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
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6. पोषक तत्वों की कमी
कारण: अगर मिट्टी में नाइट्रोजन, आयरन या मैग्नीशियम जैसे तत्वों की कमी हो, तो पत्तियाँ पीली पड़ने लगती हैं और पौधा कमजोर हो जाता है। यह अक्सर पुराने गमलों की मिट्टी में देखा जाता है।
उपाय: हर 15–20 दिन में जैविक खाद या तरल खाद डालें। गोबर की सड़ी हुई खाद या कम्पोस्ट मिट्टी में मिलाएं। आयरन या माइक्रो न्यूट्रिएंट्स वाला फर्टिलाइजर भी उपयोग कर सकते हैं।
7. सूर्य प्रकाश की कमी
कारण: गुलाब के पौधे को पर्याप्त धूप की जरूरत होती है। बहुत ज्यादा या बहुत कम धूप मिलने से पत्तियों का रंग बदल जाता है और वे पीली पड़ जाती हैं।
उपाय: पौधे को ऐसी जगह रखें जहाँ उसे रोजाना 6–8 घंटे की हल्की धूप मिले। पूरी तरह छाँव या लगातार तेज धूप से पौधे को बचाएँ।
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8. मिट्टी को न पलटना
कारण: अगर मिट्टी को लंबे समय तक नहीं पलटा जाता, तो वह सख्त हो जाती है और जड़ों तक हवा व पानी सही से नहीं पहुँच पाता। इससे जड़ें कमजोर पड़ जाती हैं और पौधे के पत्ते पीले होने लगते हैं। मिट्टी की ऊपरी परत में पोषक तत्वों का प्रवाह भी रुक जाता है।
उपाय: हर 20–25 दिन में मिट्टी की ऊपरी परत को हल्के हाथों से ढीला करें। इससे मिट्टी में हवा का संचार होगा और पानी जड़ों तक आसानी से पहुँचेगा। चाहें तो मिट्टी पलटते समय हल्की जैविक खाद भी मिला सकते हैं।
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9. बहुत अधिक उर्वरक देना
कारण: अगर बहुत ज्यादा केमिकल उर्वरक दिया जाए तो मिट्टी में लवण (salts) की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे जड़ें जलने लगती हैं। पौधा पोषक तत्वों को सही से सोख नहीं पाता और पत्तियाँ पीली हो जाती हैं।
उपाय: उर्वरक सीमित मात्रा में दें — जब जरूरत हो तभी खाद दें। अगर गलती से ज्यादा खाद डाल दी हो तो मिट्टी में साफ पानी डालकर अतिरिक्त लवण को बाहर निकालें। हमेशा पौधे की मिट्टी में जैविक खाद का इस्तेमाल करें।
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10. समय पर छटाई न करना
कारण: अगर गुलाब के पौधे की समय-समय पर छटाई (pruning) नहीं की जाए, तो मृत और सूखे हिस्से पोषक तत्वों को रोक लेते हैं। इससे नए पत्ते और कलियाँ कमजोर हो जाती हैं और पौधे के पत्ते पीले पड़ने लगते हैं।
उपाय: सूखी, बीमार या क्षतिग्रस्त टहनियाँ काट दें ताकि पौधे की शाखाएं सही से ग्रो कर सकें और पौधा फिर से हरा-भरा दिखे।
निष्कर्ष:
गुलाब के पत्ते पीले पड़ना एक आम समस्या है, लेकिन थोड़ी सी देखभाल और सही जानकारी से इसे आसानी से रोका जा सकता है। पौधे को संतुलित पानी, पर्याप्त धूप, और सही मात्रा में खाद देने से गुलाब हमेशा स्वस्थ रहता है। अगर आप समय-समय पर गुलाब के पौधे की देखभाल करेंगे, तो आपका गुलाब फिर से हरा-भरा और खिलाता हुआ दिखेगा। बागवानी से जुड़े लेख पढ़ने के लिए आपकी गार्डनिंग साथी वेबसाइट organicbazar.net पर विजिट करें।
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