सर्दी के मौसम में कई बार अधिक ठंड की वजह से गमलों में लगे पौधे मुरझाने लगते हैं, पौधे से पत्ते टूटकर गिरने लगते हैं, मिट्टी के गमले टूट जाते हैं, और भी ऐसी अनेक समस्याएं होती है, इसीलिए इस मौसम में गमले में लगे पौधों की अधिक देखरेख करने की जरूरत होती है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे बेहतरीन टिप्स के बारे में बताने वाले हैं, जिनकी मदद से आप सर्दियों के दिनों में भी अच्छे से कंटेनर गार्डनिंग कर पाएंगे। सर्दियों में पौधों को कैसे बचाएं, ठंड के मौसम में पौधों की देखभाल कैसे करें, विंटर सीजन में कंटेनर गार्डनिंग करने से सम्बंधित टिप्स के बारे में जानने के लिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
सर्दियों में कंटेनर गार्डनिंग करने की प्रमुख टिप्स – Tips For Winter Container Gardening In Hindi
यदि आप ठंड के महीनों में अपने घर की छत पर (टेरेस गार्डनिंग) या बालकनी में, गमलों या ग्रो बैग में सब्जियों, फलों, फूलों या हर्ब्स के पौधों को उगाकर गार्डनिंग की शुरुआत करने जा रहें हैं, तो आपको निम्न बातों को जरूर ध्यान में रखना चाहिए, जैसे:
- आप अपने गार्डन में ठंड को सहन करने वाले गमले या ग्रो बैग का इस्तेमाल करें
- अधिक ठंड पड़ने पर गमलों को घर के अंदर रख लें
- अधिक सर्दियों के दौरान पौधों को पॉलीथिन से ढकें
- पौधों को दिन के समय सीधी धूप में रखें
- सर्दियों के समय गमलों में लगे पौधों की मल्चिंग करें
- पौधों की प्रूनिंग करें
- मिट्टी सूखी होने पर ही पौधे में पानी दें
- ठण्ड में उगने वाले पौधों को ग्रो करें
ठंड को सहन करने वाले गमलों का उपयोग करें – Use Cold Tolerant Containers For Winter Gardening In Hindi
ठंडी के समय टेरेस या बालकनी में गार्डनिंग करने के लिए आपको ऐसे कंटेनर उपयोग करने चाहिए, जो अधिक ठंड का सामना कर सकते हों, या ठंड में टूटते (चिटकते) न हों। पतले प्लास्टिक या चीनी मिट्टी के गमले अधिक ठण्ड में ब्रेक हो सकते हैं, इसीलिए इस समय पेड़-पौधों को लगाने के लिए आप निम्न गमलों का उपयोग कर सकते हैं:
- HDPE ग्रो बैग – ये ग्रो बैग टिकाऊ और मजबूत प्लास्टिक से बनाये जाते हैं। ये मोटी पन्नी वाले होते हैं, जिसके कारण तेज ठण्ड में भी ये ख़राब नहीं होते हैं। HDPE ग्रो बैग UV स्टेब्लाईज होते हैं, यानि तेज धूप में भी रखे रहने पर इन ग्रो बैग का कलर नहीं निकलता और न ही ये खराब होते हैं।
- जियो फैब्रिक ग्रो बैग – ये ग्रो बैग पोरस सामग्री से बने होते हैं, जिसके कारण ठण्ड के दिनों में इसमें लगे पौधे के लिए तापमान मेंटेन (गर्माहट बनाये रखते हैं) बना रहता है।
- फाइबरग्लास पॉट – ये पॉट्स मजबूत और टिकाऊ मटेरियल से बने होते हैं, जो ठण्ड के दिनों में टूटते नहीं है। ये पॉट्स देखने में भी काफी सुन्दर लगते हैं, जिसके कारण इनका अधिकतर उपयोग सजावटी पौधों को लगाने के लिए किया जाता है।
- मोटी प्लास्टिक से बने गमलों का इस्तेमाल भी आप ठण्ड के दिनों में पौधे लगाने के लिए कर सकते हैं।
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सर्दियों में आउटडोर पॉटेड प्लांट को घर के अंदर रखें – Move Your Plants Indoor In Winter In Hindi
अधिक ठण्ड पड़ने पर बाहर गमलों या हैंगिंग बास्केट में लगे पौधों को घर के अन्दर, कमरे या बालकनी में रख लेना चाहिए, क्योंकि बाहर की अपेक्षा अन्दर का तापमान गर्म होता है, जिससे पौधों को गर्मी मिलती रहती है और वे ठंड के कारण खराब होने से बच जाते हैं। गमले में लगे पौधों को उनकी धूप की आवश्यकता के अनुसार खिड़कियों के पास भी रख सकते हैं।
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अधिक ठंड में बाहर गमले में लगे पौधों को ढक दें – Covering Plants With Plastic Bags In Winter In Hindi
घर के अन्दर जगह की कमी है या आउटडोर में लगे पौधे ज्यादा बड़े हैं तो तेज ठण्ड पड़ने पर उन सभी प्लांट्स को घर के अंदर रख पाना पॉसिबल नहीं है, ऐसे में गमलों में लगे पौधों को अधिक ठण्ड पड़ने पर निम्न चीजों से ढक सकते हैं:
- फैब्रिक प्लांट कवर
- पॉलीथिन
- कार्डबोर्ड बॉक्स
- प्लास्टिक बॉक्स
इन सभी प्लांट कवर (Plant covers) का इस्तेमाल करने से पौधा तेज ठंड पड़ने पर भी सुरक्षित रहेगा।
ठंड के मौसम में पौधों को धूप में रखें – Keep Plants In Sunlight In Winter In Hindi
सर्दी के मौसम में पौधों के लिए सबसे जरूरी यही है, कि उन्हें पर्याप्त धूप मिलती रहे, जिससे वे ठण्ड के कारण मुरझाएं या खराब न हों। पर्याप्त मात्रा में धूप मिलते रहने से सर्द ठंड में भी पौधे सरवाइब कर पाते हैं।
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मिट्टी सूखी होने पर ही पौधों को पानी दें – Watering Potted Plants In Winter In Hindi
पौधों को पानी की आवश्यकता मौसम के अनुसार अलग-अलग होती है, जैसे गर्मी में अधिक, और ठंड तथा बरसात के मौसम में कम। सर्दियों के मौसम में तापमान में भारी गिरावट होती है और हवा में भी काफी नमी रहती है, ऐसे में पौधे में अधिक मात्रा में पानी डालने से पौधे बहुत जल्दी मुरझा जाते हैं या फिर मर जाते हैं, इसीलिए ठंड के मौसम में पौधों को पानी देने से पहले निम्न बातों का ध्यान जरूर रखें:
- पानी देने से पहले गमलों में लगे पौधों की मिट्टी को चेक कर लें, यदि ऊपरी 2 इंच की मिट्टी सूखी लगे, तब ही पौधों को पानी दें।
- ठंड के समय पौधों को पानी देने का सबसे सही समय दोपहर का होता है, इस समय पौधे के द्वारा पानी अच्छे से सोख लिया जाता है।
- एक बात का विशेष ध्यान रखें, पौधों की मिट्टी में ठंडे पानी को न डालें, यदि पानी ठंडा है तो उसे कुछ देर के लिए धूप में रखा रहने दें और जब पानी का तापमान सामान्य (न ज्यादा ठंडा न गर्म) हो, तब उसे पोधों की मिट्टी में डाल सकते हैं।
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सर्दियों से बचाने के लिए पौधों की मल्चिंग करें – Mulching Potted Plants For Winter Protection In Hindi
ठंडी के मौसम में गमलों या ग्रो बैग में लगे पौधों की मल्चिंग करने से, पौधों की जड़ों को ठण्ड से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है। अधिक ठंड और नमी के कारण जड़ें सड़ने-गलने लगती हैं और साथ ही उनमें फंगस या अन्य रोग लगने का खतरा भी रहता है। इन सभी समस्याओं से पौधों को बचाने के लिए, पौधों के चारों ओर की मिट्टी को 2-3 इंच तक (5.1-7.6 सेंटीमीटर) सूखी घांस-पत्ते, पुआल, या लकड़ी के बारीक टुकड़ों से ढक सकते हैं। ऐसा करने से पौधों की जड़ों के लिए, मिट्टी में आवश्यक गर्माहट बनी रहती है।
गमलों में विंटर ग्रोइंग प्लांट्स लगाएं – Grow Winter Plants In Pots In Hindi
ऐसे कई सब्जी, फल, फूल, और हर्ब्स वाले पौधे होते हैं, जो ठंडी के दिनों में अच्छे से ग्रोथ करते हैं, जैसे ब्रोकली, अमरूद, कैलेंडुला, पुदीना आदि। यदि आप इन पौधों को सितंबर से अक्टूबर के महीनों में लगाते हैं, तो ठंड तक (नवंबर-फरवरी) आपके पौधे अच्छी तरह विकसित हो जाएगें और फलने-फूलने लगेगें। गलती से भी इस समय, गर्मियों में उगने वाले पौधों को न लगाएं, क्योंकि इससे पौधे ठंड के कारण अच्छे से ग्रो नहीं कर पाएगें।
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ठण्ड में पौधों की सूखी और मुरझाई पत्तियों को हटाएं – Pruning Plants In Winter In Hindi
तापमान के कम होने के कारण सर्दियों में पौधे की पत्तियां मुरझा जाती है और कई बार तो पत्तियां टूट कर गिरने लगती हैं, इसे तुषार की स्थिति कहते हैं। ऐसी स्थिति में सूखे, मुरझाये हुए पत्तों और टहनियों को काटकर हटा दें, क्योंकि सूखी पत्तियां और टहनियां पौधे की उर्जा को खींचती हैं, जिससे कि पौधे में नई पत्तियां, फूल, फल नहीं लग पाते हैं। इसके अलावा ठंड के दौरान अधिक घने पौधों की कटाई-छटाई करने से, सम्पूर्ण पौधे पर सूरज की रोशनी अच्छे से पहुँच पाती है।
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सर्दियों के समय पौधों को कीटों से बचाएं – Pest Control In Winter Garden In Hindi
ठण्ड के मौसम में नमी बढ़ जाने से कीटों को पनपने के लिए अनुकूल वातावरण मिल जाता है। इस समय मिली बग, स्पाइडर माइट्स, केटरपिलर, स्नेल जैसे कई कीट पौधों को नुकसान पहुंचाते हैं। जब भी पौधों पर इन कीटों का प्रभाव दिखे, तब साबुन का घोल, नीम तेल आदि का स्प्रे करें। आप कुछ उड़ने वाले छोटे कीटों से पौधों को बचाने के लिए स्टिकी ट्रैप का यूज कर सकते हैं, जिसमें यह कीट आके चिपक जाते हैं और इस तरह पौधे इन कीटों से बच जाते हैं।
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इस आर्टिकल में आपने जाना ठंड के मौसम में कंटेनर, गमलों या ग्रो बैग में गार्डनिंग (विंटर गार्डनिंग) कैसे करें, सर्दियों में पौधों की देखभाल करने की टिप्स के बारे में। उम्मीद करते हैं विंटर सीजन गार्डनिंग टिप्स से सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आया होगा। यदि इस लेख में दी गयी जानकारी के बारे में आपका कोई सवाल या सुझाव हो, तो उसे कमेन्ट में जरूर बताएं।