सामान्यतौर पर पौधे कई तरह के रोगों से संक्रमित होते हैं, जिनमें से कुछ रोग प्रतिकूल परिस्थितियों वजह से होते हैं, तो कुछ कीटों और कीड़ों के संक्रमण से। आज हम बात करेंगे ऐसे ही एक रोग “लीफ माइनर” की। यह रोग लीफ माइनर कीट की वजह से होता है, जो पौधे की पत्तियों को काफी नुकसान पहुंचाता है। लीफ माइनर पौधे के ऊतकों को क्षति पहुंचाता है, जिसके प्रभाव से पौधा कमजोर हो जाता है और अंततः मर भी सकता है। इस लेख में हम पौधों में होने वाला लीफ माइनर रोग के लक्षण, कारण और इस रोग से बचाव के तरीके पर चर्चा करेंगे। लीफ माइनर रोग क्या है (Leaf Miner Disease In Plants In Hindi) तथा पौधों को लीफ माइनर रोग से कैसे बचाएं? बचाव के तरीके या नियंत्रण के उपाय, जानने के लिए लेख पूरा पढ़ें।
लीफ माइनर रोग क्या है – What Is Leaf Miner In Hindi
लीफ माइनर (लीफ माइनिंग) बहुत छोटे-छोटे ब्राउन रंग के कीड़े होते हैं, जो पौधों की पत्तियों को क्षति पहुंचाते हैं। यह कीड़ें पत्तियों पर अंडे देते हैं तथा अपने लार्वा से पत्तियों के ऊतकों में सुरंग बनाते हैं और पौधे की आंतरिक कोशिकाओं को खा जाते हैं, जिससे प्रकाश संश्लेषण में बाधा आती है। लीफ माइनर के प्रभाव से पत्तियों पर सफ़ेद रंग के धारीनुमा निशान दिखाई देते हैं और उनका रंग फीका हो जाता है। पौधे में लीफ माइनर रोग कई कीटों के माध्यम से होता है, जिनमें छोटी मक्खियाँ और पतंगे शामिल हैं।
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पौधे में लीफ माइनर रोग के लक्षण – Symptoms Of Leaf Miner Disease In Plants In Hindi
होम गार्डन में लगे पौधों में लीफ माइनर की पहचान करना काफी आसान है, इस रोग की पहचान निम्न संकेत और लक्षण से की जा सकती है:-
- लीफ माइनर इन्फेक्शन का सबसे विशिष्ट लक्षण पत्तियों पर बनी सुरंगे होती हैं, जो कीट की प्रजातियों के आधार पर संकरी या चौड़ी हो सकती हैं।
- रोग से प्रभावित क्षेत्र का रंग बदल जाता है अर्थात वह पीला, ब्राउन, ग्रे या ट्रांसपेरेंट हो जाता है।
- कुछ परिस्थितियों में लीफ माइनर अलग-अलग निशानों के बजाय पत्तियों पर धब्बेदार क्षेत्र भी बना देते हैं।
- कभी-कभी पौधे की पत्तियां कर्ल और अनियमित आकार की होने लगती हैं।
- संक्रमित पौधे में पोषक तत्वों की कमी आती है, जिससे वह कमजोर होने लगता है।
- गंभीर संक्रमण होने से प्रभावित पत्तियां समय से पहले गिर जाती हैं और पौधे का विकास रुक सकता है।
लीफ माइनर रोग के कारण – Causes Of Leaf Miner Disease In Plants In Hindi
आमतौर पर पौधों में लीफ माइनर रोग होने का मुख्य कारण कीड़ों का संक्रमण होता है, लेकिन क्या यह कीट सभी पौधों को संक्रमित करते हैं या सिर्फ कुछ ही पौधे की ओर आकर्षित होते हैं? दरअसल कुछ परिस्थितियां ऐसी होती हैं, जो पौधों में लीफ माइनर को अनुकूल कंडीशन प्रदान करती हैं और इस वजह से कीट पौधों की ओर आकर्षित होते हैं। आइये जानते हैं लीफ माइनर रोग फैलने का कारण बनने वाले प्रमुख कारक और परिस्थितियों के बारे में:
- कुछ पर्यावरणीय परिस्थितियाँ जैसे कम तापमान, उच्च आर्द्रता और मेज़बान पौधे लीफ माइनर संक्रमण के लिए अनुकूल वातावरण बनाते हैं।
- गार्डन में पौधों की कीट संवेदनशील प्रजातियों को लगाना।
- पौधे की तनावग्रस्त स्थिति जैसे पोषक तत्वों की कमी, अपर्याप्त पानी या अन्य रोग जैसे कई कारण उन्हें कीटों के प्रति अधिक संवेदनशील बना देते हैं, जिससे लीफ माइनर के संक्रमण की आशंका बढ़ जाती है।
- गार्डन में बहुत पास-पास लगे हुए पौधे लीफ माइनर्स के लिए अनुकूल वातावरण बना सकते हैं और इससे संक्रमण भी तेजी से बढ़ता है।
- पौधों की अनुचित देखभाल जैसे अपर्याप्त स्वच्छता, अनुचित छंटाई से भी उनमें कीट हो सकते हैं।
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आइए अब जानते हैं- पौधों को लीफ माइनर रोग से कैसे बचाएं, बचाव के कुछ तरीके के बारे में।
लीफ माइनर रोग से बचाव के तरीके – Ways To Prevent Leaf Miner Disease In Plants In Hindi
लीफ माइनर पौधों में होने वाली एक गंभीर बीमारी है, जो पौधे को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाती है, लेकिन कुछ बचाव के तरीके या उपाय अपनाकर इस संक्रमण को रोका जा सकता है। पौधों को लीफ माइनर रोग से बचाव के तरीके कुछ इस प्रकार हैं:-
- गमले में लगे पौधों में लीफ माइनर रोग के संकेतों की नियमित रूप से जांच करें।
- यदि संक्रमण कुछ पत्तियों या पौधों तक सीमित है, तो पत्तियों को तोड़कर हटा दें।
- अत्यधिक संक्रमित शाखाओं या पत्तियों की प्रूनिंग कर दें और संक्रमित हिस्से को नष्ट कर दें।
- गार्डन में लाभकारी शिकारी कीट जैसे ततैया, भृंग अदि को आकर्षित करें।
- पौधों की उचित देखभाल के लिए पर्याप्त पानी, खाद, धूप, तापमान, आर्द्रता का विशेष ध्यान रखें और सही समय पर प्रूनिंग करें।
- पौधों के बीच पर्याप्त दूरी बनाए रखें।
- गार्डन में पौधों की रोग प्रतिरोधी किस्मों को लगाएं।
- एक ही किस्म के पौधों को स्थान बदलकर लगायें।
- पौधों को अधिक मात्रा में नाइट्रोजन युक्त उर्वरक देने से बचें।
- यदि आपके पौधे में लीफ माइनर का संक्रमण अधिक हो गया है, तो आप पौधे पर जैविक इन्सेक्टीसाइड और फंगीसाइड जैसे- नीम तेल का स्प्रे कर लीफ माइनर से छुटाकारा पा सकते हैं।
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उपरोक्त लेख में आपने जाना गार्डन के गमले में लगे पौधों में होने वाला लीफ माइनर रोग क्या है? इस रोग के लक्षण, कारण तथा पौधों को लीफ माइनर से कैसे बचाएं? उम्मीद है हमारे द्वारा बताए गए रोग से बचाव के तरीके आपके काम आए हों, लेख के संबंध में अपने सुझाव हमें कमेंट बॉक्स में बताएं।