बारिश का समय पेड़-पौधों के लिए कुछ अच्छे तथा बुरे परिणाम साथ लेकर आता है। मानसून के मौसम में पौधों के फलने-फूलने की गति तथा पौधे की ग्रोथ बढ़ती है, वहीं दूसरी ओर बरसात में कम तापमान तथा आर्द्र स्थिति के कारण पौधों पर विभिन्न प्रकार के रोग तथा कीट लगने की सम्भावना अधिक हो जाती है, जो आपके पौधों को संक्रमित कर कई तरह के कवक व फफूंदी रोग आदि फैलाकर पौधों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसीलिए बरसात के समय पौधों को कीट लगने से बचाने के लिए अधिक प्रयास करने की जरूरत होती है। तेज बारिश के समय पेड़-पौधों को कीट लगने से कैसे बचाएं, रैनी सीजन गार्डन में कीट संक्रमण रोकने के उपाय व तरीके आदि जानने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें। Barsat ke samay paudhe me keet lagne se kaise roken
बारिश में कीट से पौधों को बचाने के तरीके – Ways To Prevent Plants From Getting Pests In The Rainy Season In Hindi
बरसात के समय अत्याधिक नमी, कम तापमान तथा पर्याप्त मात्रा में सूर्य की रोशनी न मिलने के कारण गार्डन में कई प्रकार के बरसाती कीट पनपने की सम्भावना बढ़ जाती है। यह बरसाती कीट पेड़-पौधों को संक्रमित कर उन्हें काफी नुकसान भी पहुंचा सकते हैं, इसीलिए मानसून के मौसम अर्थात् रैनी सीजन गार्डन के पेड़-पौधों में कीट लगने से रोकने के लिए निम्न टिप्स व तरीके अपनाना चाहिए :
- पौधों के आस-पास जलभराव नहीं होने देना चाहिए
- पॉटेड प्लांट्स को कीट से बचाने के लिए गार्डन में पौधों को दूर-दूर व्यवस्थित करें
- तापमान नियंत्रित कर करें कीटों से बचाव
- कीट नियंत्रण के लिए तेज बारिश से पौधों को बचाएं
- कीटों के नियंत्रण के लिए पौधों पर कीटनाशकों का इस्तेमाल करें
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पौधों के आस-पास जलभराव होने से रोकें – Prevent water logging around plants in rain In Hindi
चूँकि मानसून के मौसम में लगातार हो रही बारिश के कारण पेड़-पौधों के आस-पास अत्याधिक जलभराव तथा नमी की स्थिति बन जाती है, जिससे पौधों में कई प्रकार के बारिश के कीट जैसे स्लग, घोंघे, वाइट फ्लाइस आदि कीट लगने की सम्भावना बढ़ जाती है। ये कीट पौधों को काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं, इसीलिए तेज बारिश के दौरान पौधों के आस-पास ओवरवाटरिंग न हो इसके लिए आपको उचित व्यवस्था करनी चाहिए। कंटेनर गार्डनिंग के दौरान जलभराव की समस्या से बचने के लिए आप गमले या ग्रो बैग्स को ड्रेनेज मेट या किसी अन्य ऊँचे स्थान पर रखें, जिससे पानी का फ्लो बना रहे।
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गार्डन में पौधों को दूर-दूर व्यवस्थित करें – Arrange Plants Away in the Garden in rain In Hindi
हानिकारक बारिश के कीट पनपने के लिए कम तापमान तथा उच्च नमी वाली स्थिति सबसे अनुकूल होती है जो कि बारिश के मौसम में बनती है। इस समय पौधों के रोगों तथा कीट संक्रमित होने की सम्भावना सबसे ज्यादा होती है। आप अपने होम गार्डन में गमले में लगे हुए पौधों को उचित दूरी पर व्यवस्थित कर वायु के बेहतर आदान-प्रदान के माध्यम से पौधों के आस-पास की नमी को कम कर सकते हैं, जिससे आपके पौधों में कीटों को लगने से भी बचाया जा सकता है।
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तापमान नियंत्रित कर करें कीट से बचाव – Control the temperature and prevent pests in rain In Hindi
कम तापमान तथा आर्द्र स्थिति वाली अधिकांश जगहों पर हानिकारक बारिश के कीट, अँधेरे वाले स्थान पर पनपते हैं, इसीलिए अपने होम गार्डन में लगे हुए पौधों में कीट लगने से रोकने के लिए पौधे को पर्याप्त रोशनी तथा तापमान देना सुनिश्चित करना चाहिए। इसके लिए आप पीली रोशनी वाले बल्ब तथा लाइट लैंप इत्यादि का उपयोग कर सकते हैं।
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गमले या ग्रो बैग |
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पॉटिंग मिट्टी |
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स्प्रे पंप |
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वॉटर केन |
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शेड नेट |
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प्रूनर |
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नीम तेल |
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स्टिकी ट्रैप |
कीट नियंत्रण के लिए तेज बारिश से पौधों को बचाएं – Protect Plants From Heavy Rain In rainy season In Hindi
बरसात के समय पेड़-पौधों को तेज बारिश के बाद कीट लगने की स्थिति से बचाने के लिए पौधों को किसी रेन कवर शीट से ढंक देना चाहिए ताकि पौधे सुरक्षित रहें, और पौधों के आस-पास नम स्थिति बनने से भी रोका जा सके, यह पौधों को कीट से बचाने का एक प्रारम्भिक कदम हो सकता है।
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कीट नियंत्रण के लिए पौधों पर कीटनाशकों का इस्तेमाल – Use pesticides on plants in rain In Hindi
अगर आपको अपने होम गार्डन या पॉटेड प्लांट्स में कीट लगने की सम्भावना दिखाई देती है, तो पौधों को बरसात के कीटों से बचाने के लिए आप नीम तेल, सरसों तेल (मस्टर्ड तेल) आदि विभिन्न प्रकार के जैविक कीटनाशकों का उपयोग कर सकते हैं। होम गार्डन में लगे हुए पौधों में कीट संक्रमण रोकने के लिए आप निम्न होममेड पेस्टीसाइड का उपयोग भी कर सकते हैं, जैसे:
- सोप स्प्रे कीटनाशक से करें कीट नियंत्रण
- बेकिंग सोडा स्प्रे रखेगा कीटों को पौधों से दूर
- मिल्क स्प्रे से करें पौधों में कीट नियंत्रण
- पौधों में कीट लगने से रोकने के लिए करें 3G पेस्टीसाइड का स्प्रे
सोप स्प्रे कीटनाशक से करें कीट नियंत्रण – Pest control with soap spray insecticide during rainy season In Hindi
बरसात के समय गार्डन में लगे हुए पौधों या पॉटेड प्लांट्स को कीटों से बचाव के लिए आप होम मेड सोप स्प्रे पेस्टीसाइड का उपयोग कर सकते हैं। इसे घर पर बनाने के लिए एक चम्मच लिक्विड सोप में 3 से 5 लीटर पानी को अच्छे से मिला लें और स्प्रे बोतल में भरकर पौधे के पत्तों के दोनों ओर हल्का-हल्का स्प्रे करें। ऐसा करने में कीपर कुछ ही दिनोंट मर जाएंगे।
बेकिंग सोडा स्प्रे रखेगा कीटों को पौधों से दूर – Baking soda spray will avoid insects from plants in rainy season In Hindi
बरसात के समय अत्याधिक नमी के कारण उत्पन्न कीट से पौधों को बचाने के लिए आप बेकिंग सोडा स्प्रे का इस्तेमाल कर सकते हैं, इसे बनाने के लिए एक चम्मच डिशवाशिंग लिक्विड में 3 चमच्च बेकिंग सोडा और 3 से 5 लीटर पानी का मिश्रण बना लें। इस तैयार घोल को स्प्रे बोतल में भरकर कीटों से ग्रसित पौधों के पत्तों के दोनों ओर स्प्रे करें। इसके अतिरिक्त बेकिंग सोडा का कीटनाशक के रूप में उपयोग करने के लिए 1 कप गर्म पानी, 1/3 कप जैतून का तेल (olive oil) और 1 चम्मच बेकिंग सोडा मिलाकर घोल तैयार करें, अब इस घोल को 1 लीटर पानी के साथ मिलाकर स्प्रे बोतल में भरें और पौधों के कीट प्रभावित क्षेत्र में कुछ दिनों के लिए स्प्रे करें। पौधों को कीटों से बचाने के लिए यह एक अच्छा विकल्प है।
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मिल्क स्प्रे से करें पौधों में कीट नियंत्रण – Pest Control In Plants With Milk Spray In Rain In Hindi
कवक रोगों तथा पाउडरी मिल्ड्यू रोग फैलाने वाले कीटों से पौधों को सुरक्षित रखने के लिए दूध तथा पानी के मिश्रण से तैयार स्प्रे काफी फायदेमंद होता है। इस मिश्रण को संक्रमित पौधे पर सप्ताह में 3 बार स्प्रे करने पर पौधा कुछ ही दिनों में वापिस स्वस्थ व हरा-भरा हो जाता है।
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पौधों को कीटों से बचाने के लिए करें लहसुन स्प्रे का उपयोग – Use Garlic Spray To Prevent Plant Pests In Rainy Season In Hindi
बरसात के समय पौधों में कीट नियंत्रण के लिए आप घर पर लहसुन व पानी के मिश्रण से पेस्टीसाइड घोल तैयार कर सकते हैं, और इसे पौधे के कीट प्रभावी क्षेत्र में फोलियर स्प्रे के रूप में उपयोग कर सकते है। गार्लिक स्प्रे पेस्टीसाइड बनाने के लिए एक गांठ लहसुन छीलकर इसकी कलियों को मिक्सी में एक कप पानी के साथ अच्छी तरह से पीसकर बोतल में भरकर फ्रिज में एक दिन के लिए रख दें। अगले दिन इसे अच्छे से छलनी से छानकर 1 चमच्च गार्लिक पेस्ट को 1 लीटर पानी में मिलाएं तथा स्प्रे बोतल में भरकर कीटग्रसित पौधों पर हफ्ते में 1 या 2 बार छिड़काव करें।
पौधों में कीट लगने से रोकने के लिए करें लहसुन व मिर्च का स्प्रे – Garlic And Chillies Spray To Prevent Insect In Rain In Hindi
3 जी पेस्टीसाइड की तरह बनाया जाने वाला यह लहसुन, मिर्च, प्याज तथा पानी का घोल पौधों को कीटों से बचाने के लिए बेहद फायदेमंद होता है। यह स्प्रे बनाने के लिए 7-8 कलियाँ लहसुन, एक चम्मच पिसी हुई लाल मिर्च, एक किसा हुआ प्याज और एक चम्मच लिक्विड सोप को 3 से 4 लीटर गरम पानी में घोलकर 2 दिन रखा रहने दें। 2 दिन बाद तैयार घोल को स्प्रे बोटल में भरकर प्रभावी पौधों पर इसका छिड़काव करने से यह स्प्रे गोभी में लगने वाले कीड़ों, जैसे रेंगते कैटरपिलर, एफिड और फ्ली बीटल को नष्ट करने में बहुत ही फायदेमंद होता है।
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अगर आपके होम गार्डन में तेज बारिश का पानी सीधा पौधों को लगता है तथा गार्डन में बरसात के मौसम के दौरान हमेशा नमी बनी रहती है, तो आपके पौधे भी कीट संक्रमित हो सकते हैं। अगर इन कीटों से पौधों को समय पर नहीं बचाया जाता, तो ये कीट आपके पौधे को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकते हैं। बरसात के समय अपने पॉटेड प्लांट्स को कीटों से बचाने के लिए के लिए आप ऊपर बताए हुए टिप्स व तरीके अपनाकर पौधों को स्वस्थ रख सकते हैं। गार्डनिंग से रिलेटेड और भी उपयोगी लेख पढ़ने के लिए Organicbazar.net पेज पर जाएं।