बरसात के बाद गमले की मिट्टी को दोबारा जिंदा करने के 7 आसान तरीके – How To Make Potting Soil Fertile After Rainy Season In Hindi

How To Make Soil Fertile After Rain In Hindi: बरसात के मौसम के बाद अक्सर गमले की मिट्टी कॉम्पैक्ट हो जाती है और उसमें मौजूद न्यूट्रिएंट धीरे-धीरे बह जाते हैं। ऐसे में प्लांट की प्रॉपर ग्रोथ रुक-सी जाती है और पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं। अगर आप चाहते हैं कि आपके पॉट प्लांट्स दुबारा से हेल्दी और ग्रीन नजर आएं, तो सबसे पहले उनकी मिट्टी को री-एक्टिवेट करना ज़रूरी है। इस आर्टिकल में हम आपको, रैनी सीजन या बरसात के बाद गमले की मिट्टी को उपजाऊ कैसे बनाएं, बरसात के बाद मिट्टी में सुधार कैसे करें और मिट्टी सुधार के 7 ऐसे सिंपल और इफेक्टिव तरीके बताएंगे, जिनकी मदद से आप बरसात के बाद मिट्टी की फर्टिलिटी को रिस्टोर कर सकते हैं और अपने प्लांट्स की ओवरऑल ग्रोथ इम्प्रूव कर सकते हैं।

बारिश के बाद गमले की मिट्टी को उपजाऊ बनाने के 7 उपाय – How To Improve Potting Soil Quality After Rainy Season In Hindi

Rainy season अर्थात बारिश के बाद गमले की मिट्टी अक्सर सख्त, बेजान और उर्वरा शक्ति कम हो जाती है। ऐसी मिट्टी में पौधे धीरे-धीरे कमजोर होने लगते हैं। लेकिन आप कुछ आसान उपाय अपनाकर मिट्टी को फिर से उपजाऊ और पौधों के अनुकूल बना सकते हैं। चलिए जानते हैं कि बरसात के बाद मिट्टी में सुधार कैसे करें, ताकि आप इसमें फिर से पौधे ग्रो कर सकें।

1. मिट्टी को ढीला करना – Loosening the Soil in Hindi

मिट्टी को ढीला करना - Loosening the Soil in Hindi

बरसात के बाद गमले की मिट्टी अक्सर सख्त हो जाती है और उसमें हवा का प्रवाह नहीं हो पाता जिससे रूट्स सफोकेट होने लगती हैं। सबसे पहले किसी छोटी खुरपी या स्पून की मदद से मिट्टी को धीरे-धीरे ढीला करें, ताकि उसमें सही एयर सर्कुलेशन हो सके। ध्यान रखें कि रूट्स को नुकसान न हो इसलिए सिर्फ ऊपर वाली 2-3 इंच मिट्टी को हल्के-हल्के टर्न करें। इससे मिट्टी दुबारा से ब्रीद करने लगेगी और वाटर ड्रेनेज भी बेहतर होगा। हफ्ते में एक बार इसी तरह मिट्टी को ढीला करते रहें जिससे न्यूट्रिएंट अब्जॉर्प्शन क्षमता बढ़े।

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2. ऑर्गेनिक खाद मिलाना – Adding Organic Compost in potting soil in Hindi

मिट्टी को एक्टिव करने के लिए 2-3 मुट्ठी ऑर्गेनिक कम्पोस्ट मिलाना बहुत जरूरी है। बरसात के दौरान मिट्टी के न्यूट्रिएंट वॉश-आउट हो जाते हैं और प्लांट कमजोर दिखने लगते हैं। किचन वेस्ट से बनी कम्पोस्ट या अच्छी तरह सड़ी हुई गोबर की खाद धीरे-धीरे न्यूट्रिएंट रिलीज करती है। इसे टॉप लेयर में अच्छी तरह मिक्स करें। ऑर्गेनिक खाद मिट्टी की फर्टिलिटी को बूस्ट करती है और बेनीफिशियल माइक्रो-ऑर्गेनिज़्म को भी बढ़ाती है जो प्लांट की ओवरऑल ग्रोथ के लिए ज़रूरी होते हैं।

3. नीम पाउडर या नीम खली डालना – Adding Neem Cake/Powder in soil in Hindi

बरसात के कारण मिट्टी में फंगल इन्फेक्शन और कीड़े तेजी से बढ़ते हैं। इससे बचने के लिए 1-2 चम्मच नीम पाउडर या नीम खली मिट्टी में मिक्स करें। यह एक नैचुरल बायो-पैस्टीसाइड की तरह काम करता है और मिट्टी को डिज़ीज-फ्री बनाता है। नीम पाउडर न्यूट्रिएंट्स को वेस्ट नहीं होने देता और बेनीफिशियल माइक्रोब्स को प्रोटेक्ट करता है। इसे पानी के साथ डायल्यूट कर स्प्रे के रूप में भी यूज़ कर सकते हैं।

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4. कोकोपीट मिलाना – Mixing Cocopeat in Hindi

अगर बरसात के बाद मिट्टी बहुत ज्यादा सख्त हो गई हो तो उसमें 20-30% कोकोपीट मिक्स करें। कोकोपीट काफी लाइट और पोरस होता है जो मिट्टी को सॉफ्ट बनाता है और मॉइस्चर को बैलेंस में रखता है। इससे मिट्टी लगातार मॉइस्चराइज्ड रहती है लेकिन वॉटरलॉगिंग नहीं होता। कोकोपीट रूट्स के आस-पास छोटे-छोटे पोर्स बनाता है जो एयर रिटेंशन बढ़ाते हैं। इससे प्लांट की रूट्स हेल्दी रहती हैं और न्यूट्रिएंट को अच्छी तरह अब्जॉर्ब करती हैं।

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5. वर्मीकम्पोस्ट टी स्प्रे करना – Spraying Vermicompost Tea in Hindi

वर्मीकंपोस्ट टी एक पावरफुल लिक्विड फूड है जो मिट्टी को तुरंत एनर्जी देता है। इसके लिए 1 कप वर्मीकम्पोस्ट को 1 लीटर पानी में रातभर भिगो दें और अगले दिन उस लिक्विड को मिट्टी में डाल दें या स्प्रे कर दें। यह लिक्विड होने की वजह से रूट्स तक जल्दी अब्जॉर्ब होता है और मिट्टी के अंदर बेनीफिशियल बैक्टीरिया को एक्टिव कर देता है। इससे प्लांट की ग्रोथ तेज होती है और पत्ते फिर से ग्रीन दिखने लगते हैं।

6. मल्चिंग करना – Mulch the Soil Surface in Hindi

मल्चिंग करना - Mulch the Soil Surface in Hindi

मिट्टी को एक्टिव रखने और सतह को सूखने से बचाने के लिए मल्चिंग एक बहुत अच्छा तरीका है। आप सूखी पत्तियां, भूसा या नारियल हस्क का इस्तेमाल करके मिट्टी की टॉप लेयर पर 1-2 इंच मोटी परत बिछा दें। यह मॉइस्चर को रिटेन करती है और न्यूट्रिएंट्स को ऊपर से वॉश-आउट होने से बचाती है। साथ ही मल्चिंग मिट्टी के टेम्परेचर को भी रेगुलेट करती है जिससे रूट्स स्ट्रेस-फ़्री रहती हैं।

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7. माइक्रो न्यूट्रिएंट स्प्रे देना – Applying Micro Nutrient Spray in Hindi

बरसात के बाद मिट्टी में अक्सर माइक्रो-न्यूट्रिएंट्स जैसे जिंक, आयरन और मैग्नीशियम की कमी हो जाती है। इसके लिए बाजार में मिलने वाला रेडी-टू-यूज़ माइक्रो न्यूट्रिएंट लिक्विड लें और इंस्ट्रक्शन के अनुसार पानी में डायल्यूट करके पत्तियों और मिट्टी पर स्प्रे करें। यह सीधे प्लांट को एनर्जी देता है और पत्तियों के यलो होने की समस्या को जल्दी ठीक करता है। महीने में एक बार इस तरह का स्प्रे देते रहें ताकि प्लांंट्स हेल्दी और तेजी से ग्रो करते रहें।

(यह भी जानें: भारी बारिश में पौधों की देखभाल कैसे करें…)

निष्कर्ष:

बरसात के बाद गमले की मिट्टी को दोबारा ज़िंदा करना मुश्किल काम नहीं है। बस थोड़ी सी सही देखभाल और सही तकनीकों की ज़रूरत होती है। मिट्टी को ढीला करना, ऑर्गेनिक कम्पोस्ट और कोकोपीट मिलाना, नीम पाउडर तथा माइक्रो-न्यूट्रिएंट स्प्रे का उपयोग जैसे आसान उपाय न केवल मिट्टी की फर्टिलिटी को रिस्टोर करते हैं बल्कि प्लांट्स की ओवरऑल हेल्थ को भी काफी हद तक इम्प्रूव करते हैं। अगर इन तरीकों को नियमित रूप से अपनाया जाए, तो आपके गमले के पौधे फिर से फ्रेश, हरे-भरे और फुल ऑफ लाइफ नज़र आएँगे।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. बरसात में खराब हुई मिट्टी का सबसे अच्छा इलाज क्या है – What is the best treatment for soil damaged during the rainy season in Hindi

बरसात के बाद मिट्टी को पुनर्जीवित करने के लिए सबसे अच्छा तरीका है कि उसे पहले ढीला किया जाए और फिर ऑर्गेनिक कम्पोस्ट, कोकोपीट और थोड़ा नीम पाउडर मिलाया जाए। इससे मिट्टी में हवा और न्यूट्रिएंट्स का प्रवाह बढ़ता है और फंगल इन्फेक्शन भी कंट्रोल में रहता है।

2. खराब मिट्टी में जोड़ने के लिए सबसे अच्छी चीज क्या है – What is the best thing to add to poor soil in Hindi

खराब मिट्टी में जोड़ने के लिए सबसे अच्छा ऑप्शन ऑर्गेनिक कम्पोस्ट और वर्मीकम्पोस्ट है। यह मिट्टी की फर्टिलिटी को तुरंत बढ़ाते हैं और माइक्रो-ऑर्गेनिज़्म्स को एक्टिव करते हैं। साथ ही यह न्यूट्रिएंट्स को धीरे-धीरे रिलीज करते हैं जिससे पौधे लम्बे समय तक स्वस्थ रहते हैं।

3. पुरानी मिट्टी को फिर से अच्छा कैसे बनाते हैं – How do you make old soil good again in Hindi

पुरानी मिट्टी को वापस अच्छा बनाने के लिए उसमें 20–30% नई मिट्टी, थोड़ा कोकोपीट, नीम पाउडर और 2–3 मुट्ठी ऑर्गेनिक कम्पोस्ट मिलाएँ। इसके बाद अच्छी तरह मिक्स करके कुछ दिन खुला छोड़ दें। इससे मिट्टी की बनावट सुधरती है और न्यूट्रिएंट्स दोबारा एक्टिव हो जाते हैं।

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