हल्दी को भारतीय केसर (Indian saffron) के रूप में भी जाना जाता है यह सबसे पहले ज्ञात मसालों में से एक है जो आमतौर पर हर घर में उपलब्ध होती है। इसका स्वाद कड़वा होने के साथ-साथ इसमें से सरसों जैसी सुगंध भी आती है। जब हम हल्दी को घर पर लगाने का विचार करते हैं तो गमले की मिट्टी में इसे उगाना हमें बहुत मुश्किल लगता है लेकिन, हल्दी उगाना उतना कठिन नहीं है। घर पर हल्दी का पौधा उगाने के लिए सही जानकारी और लगातार देखभाल की आवश्यकता होती है। इस आर्टिकल से आप घर पर गमले में हल्दी कैसे लगाएं? गमले में हल्दी का पौधा लगाने के लिए सही मिट्टी व खाद तथा इसके पौधे की देखभाल से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे।
हल्दी के पौधे को लगाने का सही मौसम – Best season to plant turmeric In Hindi
यदि आप जानना चाहते हैं कि, हल्दी कौन से मौसम में लगाई जाती है? तो हम आपको बता दें कि हल्दी को आमतौर पर वसंत या गर्मी के मौसम में लगाया जाता है क्योंकि, हल्दी गर्म मौसम को पसंद करती है और ऐसे मौसम में अच्छी तरह से विकसित होती है।
हल्दी उगाने के लिए तापमान कितना होना चाहिए – Turmeric Plant Growing Temperature In Hindi
घर पर गमले की मिट्टी में हल्दी का पौधा लगाने का सबसे अच्छा समय तब है, जब तापमान 20-30 डिग्री सेल्सियस तक हो, क्योंकि हल्दी गर्म जलवायु में अच्छी तरह से बढ़ती है।
हल्दी लगाने के लिए ग्रो बैग या गमले का साइज – Size of grow bag or pot for planting turmeric In Hindi
हल्दी तेजी से बढ़ने वाला पौधा है। घर पर हल्दी उगाने के लिए बड़े ग्रो बैग या गमले का चुनाव करें, ताकि पौधे के प्रकंद (Rhizomes) अर्थात हल्दी की गांठ को आसानी से फैलने के लिए पर्याप्त जगह मिल सके। हल्दी को बोने से पहले इस बात का ध्यान रखें कि, हर गमले में 1 से 2 हल्दी के प्रकंद ही लगाएं। यदि गमले की चौड़ाई 15 इंच से अधिक है तो आप 2 से अधिक प्रकंद भी लगा सकते हैं। घर पर टेरेस गार्डन में हल्दी लगाने के लिए ग्रो बैग या गमले का साइज़ निम्न होना चाहिए:
- 12 x 12 इंच (चौड़ाई x ऊंचाई)
- 15 x 12 इंच (चौड़ाई x ऊंचाई)
- 24 x 12 इंच (चौड़ाई x ऊंचाई)
- 3F X 2F X 1F रेक्टेंगल ग्रो बैग
- 3F X 3F X 1F रेक्टेंगल ग्रो बैग
- 4F X 2F X 1F रेक्टेंगल ग्रो बैग
- 5F X 1F X 1F रेक्टेंगल ग्रो बैग
- 60 X 15 X 15 इंच रेक्टेंगल ग्रो बैग
- 6F X 3F X 1F रेक्टेंगल ग्रो बैग
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गमले में हल्दी का पौधा लगाने के लिए सही मिट्टी – Best soil for planting turmeric plant In Hindi
गमले में हल्दी का पौधा लगाने के लिए सही मिट्टी का चयन करना बहुत आवश्यक है। होम गार्डन के गमले या ग्रो बैग में हल्दी का पौधा लगाने के लिए उपजाऊ, नम और उचित जल निकासी वाली दोमट मिट्टी उपयोग की जानी चाहिए। अधिक जल भराव वाली मिट्टी के उपयोग से हल्दी के पौधों में लाल मकड़ी घुन (red spider mites) और स्केल्स (scales) जैसे कीड़ों के लगने का खतरा और हल्दी के प्रकंद के सड़ने की अधिक संभावना होती है। इसलिए हल्दी के लिए अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी का चुनाव करें।
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घर के गमले में हल्दी का पौधा कैसे लगाएं – How to Plant Turmeric Plant at Home in Pot In Hindi
हल्दी का वैज्ञानिक नाम करकुमा लोंगा है। हल्दी के पौधे को कंद या प्रकंद (tube or rhizomes) की मदद से उगाया जाता है। हल्दी को कंद से घर पर कैसे उगाएं? आइये जानते हैं उगाने की विधि के बारे में:
- सबसे पहले हल्दी के कुछ प्रकंद (rhizomes) लें।
- हल्दी को लगाने से पहले इस बात का ध्यान रखें कि हर गमले की मिट्टी में 1 से 2 हल्दी के प्रकंद ही लगाएं और यदि प्रकंद बड़े हैं तो उन्हें छोटे टुकड़ों में काट लें और यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक प्रकंदो में कम से कम 2-3 कलियाँ हो।
- प्रकंदो को उपजाऊ, नम और अच्छी तरह से सूखी मिट्टी में लगभग 1.5 से 2 इंच (3.5 से 5 सेंटीमीटर) गहराई पर कलियों को ऊपर की और करके लगाएं।
- प्रकंद लगे गमले की मिट्टी में पानी दें तथा मिट्टी में नियमित रूप नमी बनाए रखें।
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हल्दी के लिए बेस्ट खाद – Best Fertilizer For Turmeric In Hindi
- ग्रोइंग सीजन के दौरान हल्दी के पौधों में सर्व उद्देशीय तरल उर्वरक का प्रयोग करें, ये पौधे को अच्छी तरह ग्रो करने में मदद करेगा।
- हल्दी के पौधे को जैविक खाद के रूप में नीम केक, वर्मीकम्पोस्ट, गोबर खाद या पोल्ट्री खाद देना फायदेमंद होता है।
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हल्दी उगाने के लिए उपयोगी मिट्टी और खाद यहां से खरीदें:
पॉटिंग मिश्रण (मिट्टी) |
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नीम केक |
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वर्मीकम्पोस्ट |
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मस्टर्ड केक |
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गोबर खाद |
हल्दी का पौधा उगाने के लिए देखभाल संबंधी टिप्स – Turmeric Plant Growing Tips In Hindi
- गमले की मिट्टी में हल्दी लगाने के बाद पौधे की छटाई न करें, केवल सूखे पत्तों को समय-समय पर हटाते रहें।
- हल्दी उगाने के दौरान गमले की मिट्टी को नम रखें।
- शुष्क मौसम में हल्दी के पत्तों को गीला करें, ताकि पौधे के चारों और नमी बनी रहें।
- सर्दियों के दौरान भी हल्दी लगे पौधे की मिट्टी में नमी बनाएं रखें।
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हल्दी की खुदाई कब होती है – When to harvest turmeric In Hindi
- यदि आपका प्रश्न है कि हल्दी कितने दिन में तैयार होती है? तो जानें हल्दी की गांठ को तैयार या परिपक्क होने में 8-10 महीने लग जाते हैं।
- जब पौधों की पत्तियाँ पीली होने लगे और तने सूखने लगे तब ही हल्दी निकालने के लिए मिट्टी की खुदाई करें।
- सबसे पहले हल्दी के पौधे को जड़ो सहित पूरी तरह से मिट्टी से बाहर निकाल लें या खोद लें फिर जितनी हल्दी की आवश्यकता हो उतनी काट लें।
- हल्दी के बचे हुए हिस्से को दोबारा गमले की मिट्टी में लगा दें जिससे फिर से नया पौधा उग सके।
हल्दी की खुदाई के बाद कुछ सामान्य स्टेप्स – How to process turmeric after harvesting in Hindi
- मिट्टी से हल्दी के प्रकंदों की निकालने के बाद उन्हें पानी में उबाल लें।
- इसके बाद यदि हल्दी की गांठ के ऊपर छिलका लगा हो तो उसे सावधानीपूर्वक हटा दें।
- छिलका निकालने के बाद प्रकंद अर्थात हल्दी की गांठ को धूप में सुखा लें, सूखने के बाद आप हल्दी को पीसकर पाउडर बना सकते हैं और मसाले के रूप में उपयोग कर सकते हैं।
हल्दी के फायदे – Benefits Of Turmeric In Hindi
- टरमरिक आपके शरीर में एंटीऑक्सिडेंट को बढ़ाती है।
- हल्दी कैंसर को रोकने और कोलेस्ट्रोल कम करने में भी मदद करती है।
- त्वचा संबंधित रोगों का इलाज हल्दी की मदद से आसानी से किया जा सकता है।
- यह वायरस से बचाव के लिए एक उत्तम घरेलू आयुर्वेदिक दवा है।
- हल्दी हृदय संबंधित रोगों के लिए अधिक लाभदायक है।
- टरमरिक न सिर्फ पाचन में मदद करता है बल्कि, सर्दी-जुखाम के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है।
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निष्कर्ष – Conclusion
इस आर्टिकल में आपने जाना कि, घर पर हल्दी कैसे लगाएं, हल्दी लगाने के लिए सही मौसम और हल्दी को कौन सा खाद देना चाहिए और भी बहुत कुछ जाना। गार्डनिंग से जुड़े हुए और भी उपयोगी लेख पढ़ने के लिए Organicbazar.net पेज पर जाएं। यदि इस आर्टिकल से जुड़े आपके सुझाव या सवाल हो तो कमेंट में जरूर बताएं।