घर पर तुलसी का पौधा कैसे लगाएं – How To Grow Basil (Tulsi) At Home In Hindi

तुलसी एक जड़ी बूटी वाला पौधा है, इसे बेसिल के नाम से भी जाना जाता है। घर पर तुलसी के पौधे को पूरे साल किसी भी मौसम में लगाया जा सकता है। तुलसी अपने औषधीय गुणों तथा पत्तियों और फूलों में पाए जाने वाली सुगंध की वजह से लोकप्रिय है। तुलसी का पौधा पवित्र माना जाता है, इसलिए हर हिन्दू परिवारों के घर में इसे आमतौर पर उगाया जाता है। तुलसी बहुत प्रकार की होती है, इसकी किसी भी किस्म को घर पर लगाना बहुत आसान है। यदि आप जानना चाहते हैं कि तुलसी का पौधा कहाँ लगाना चाहिए तथा इसे लगाने की विधि क्या है? तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें, जिसमें आप घर पर गमले में तुलसी के बीज कैसे उगाएं, तुलसी का पौधा कटिंग से कैसे लगाएं, पौधे की देखभाल कैसे करें तथा पौधा सूखने लगे तो क्या करें? इन सभी सवालों के जवाब जानेंगे।

तुलसी उगाने के लिए आवश्यक परिस्थितियां – Basil Plant Growing Conditions in Hindi

बेसिल अर्थात तुलसी का पौधा आमतौर पर हर घर में मौजूद होता है लेकिन यदि आप जानना चाहते है कि, तुलसी का पौधा घर पर कैसे लगाएं, तुलसी लगाने के लिए मिट्टी कैसी होनी चाहिए तथा तुलसी के पौधे को कितना सूर्य प्रकाश दें? तो नीचे दी गई जानकारी को ध्यान से पढ़ें:

  • तुलसी का वैज्ञानिक नाम – ओसिमम सैंक्टम (Ocimum sanctum and Ocimum tenuiflorum)
  • तुलसी का पौधा लगाने के लिए सही मिट्टी – उचित जल निकासी युक्त, उपजाऊ, वातनयुक्त दोमट मिट्टी।
  • घर पर तुलसी उगाने के लिए सूर्य प्रकाश – आंशिक धूप या 6-8 घंटे का पूर्ण सूर्य प्रकाश।
  • तुलसी के पौधे को कितना पानी दें – तुलसी के पौधे को गर्मियों के दौरान नियमित रूप से पानी दें और सर्दियों में हर 2 दिन में पानी दें।
  • तुलसी के बीज अंकुरित होने के लिए तापमान – 15 से 21 डिग्री सेल्सियस या 60 से 70 डिग्री फ़ारेनहाइट।
  • बेसिल के पौधे के लिए मिट्टी का आदर्श पीएच मान – 6 से 7.5 पीएच।

तुलसी के बीज कहाँ से खरीदें – Where to Buy tulsi seeds in india in Hindi

यदि आप अपने घर पर तुलसी के पौधे को उगाना चाहते हैं, तो इसे बीज से उगाना काफी सरल है। तुलसी के अनेक प्रकार की होती है, जिसे बीज मार्केट में आसानी से उपलब्ध हैं। यदि आप ऑनलाइन के माध्यम से तुलसी के बीज खरीदना चाहते हैं, तो www.organicbazar.net साइट पर विजिट करें या फिर नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें:- (तुलसी के बीज खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें…)

तुलसी के लिए ग्रो बैग या गमले का साइज – Container Size for Grow Tulsi Plant In Hindi

तुलसी के लिए ग्रो बैग या गमले का साइज - Container Size for grow Tulsi In Hindi

घर पर तुलसी का पौधा लगाने से पहले सही साइज के गमले का चुनाव करना और सुनिश्चित करना कि गमले के तल में जल निकासी छेद हों, यह बहुत आवश्यक है। आप घर पर तुलसी लगाने के लिए सबसे अच्छे ग्रो बैग या गमले के रूप में निम्न साइज के गमले का उपयोग कर सकते हैं जैसे:

  • 10 x 10 inch (चौड़ाई x ऊंचाई)
  • 12 x 12 Inch (चौड़ाई x ऊंचाई)
  • 15 x 15 Inch (चौड़ाई x ऊंचाई)

नोट – आप अपनी सुविधा के अनुसार गमले का साइज़ चुन सकते हैं।

(यह भी जानें: गार्डनिंग में जियो फैब्रिक ग्रो बैग के उपयोग की जानकारी…)

बीज से तुलसी का पौधा कैसे उगाएं – How To Grow Tulsi Plant From Seeds in Hindi

तुलसी का पौधा घर पर लगाने के लिए आपको सीड (बीज) की आवश्यकता होगी, बीज को आप बाजार से या ऑनलाइन Organicbazar.net स्टोर से खरीद सकते हैं या पुराने तुलसी के पौधे के फूल वाले स्पाइक्स (spikes) से प्राप्त कर सकते हैं। घर पर बीज से तुलसी का पौधा उगाने की विधि इस प्रकार है:

  • तुलसी के बीज बहुत छोटे होते है इसलिए इन्हें मिट्टी में ज्यादा गहराई पर नहीं लगाया जाता है। तुलसी के बीजों को गमले की मिट्टी में 1/4 इंच या 0.5 सेंटीमीटर गहराई पर लगाया जाना चाहिए।
  • बीज लगाने के बाद गमले की मिट्टी में नमी बनाए रखें तथा आप गमले को घर के अन्दर या बाहर कहीं भी रख सकते है।
  • बीज लगे गमले की मिट्टी को सूखने न दें, लगातार नमी बनाए रखने के लिए स्प्रे पंप की मदद से नियमित रूप से पानी दें। यदि आप तेज धार से पानी देते हैं तो बीज मिट्टी में अधिक गहराई पर जा सकते है या मिट्टी से बाहर आ सकते हैं, इसलिए पौधों को सावधानी पूर्वक पानी दें।
  • लगभग 2 से 3 सप्ताह में तुलसी के बीज अंकुरित होने लगते हैं, जब तुलसी के पौधे 4-6 इंच बड़े हो जाए तो आप इन्हें किसी दूसरे बड़े गमले में प्रत्यारोपित कर सकते हैं। तुलसी के बीज खरीदने के लिए यहां क्लिक करें।

तुलसी को कटिंग से कैसे लगाएं – How to Grow Tulsi Plant From Cuttings in Hindi

यदि आप तुलसी का पौधा सीड से नहीं लगाना चाहते, तो आप इसे कटिंग से भी लगा सकते हैं आइये जानते हैं घर पर कटिंग से तुलसी का पौधा लगाने की टिप्स के बारे में।

  • किसी स्वस्थ तुलसी के पौधे से 5 से 6 इंच लम्बे तने को काटें।
  • तुलसी की कटिंग के लगभग 2 इंच आधार को आप अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी या पानी से भरे कांच के गिलास में लगा लें।
  • गमले की मिट्टी को प्रतिदिन पानी देते रहें और यदि आपने पानी में कटिंग को लगाया है तो प्रतिदिन पानी को बदलते रहें।
  • कुछ दिनों में तुलसी की कटिंग में जड़ें विकसित हो जाएंगी और तने से नए पत्ते उगने लगेंगे। इस स्थिति में आप तुलसी की कटिंग को पानी से निकालकर गमले की मिट्टी में स्थानांतरित कर सकते हैं। यदि आपने कटिंग को मिट्टी में उगाया है, तो तुलसी के पौधे को स्थानांतरित करने की आवश्यकता नहीं है।

(यह भी जानें: 3g कटिंग क्या है, करने का तरीका और पूरी जानकारी…)

तुलसी के प्रकार – Types Of Tulsi Plant in Hindi

पवित्र तुलसी या होली बेसिल के अलावा तुलसी के विभिन्न प्रकार एवं प्रजातियां होती हैं, हालाँकि इन्हें लगाने की परिस्थितियां एक जैसी ही होती है। तो आइये जानते हैं तुलसी की विभिन्न किस्मों के बारे में।

राम तुलसी (Ram Basil)

  • वनस्पतिक नाम – ओसिमम  ग्रैटिसिमम (Ocimum gratissimum)
  • राम तुलसी बड़े और हरे पत्तों वाला मसालेदार, सुगंधित और अत्यधिक औषधीय गुण वाला पौधा है।

कपूर तुलसी (Kapoor Basil)

  • वनस्पतिक नाम – ओसिमम किलिमण्डचेरिकम (ocimum kilimandscharicum)
  • कपूर तुलसी छोटे-छोटे पत्तों और कपूर जैसी सुगंध वाला पौधा होता है।

लेमन तुलसी (Lemon Basil)

लेमन तुलसी (Lemon Basil)

  • वनस्पतिक नाम – ओसीमम बेसिलिकम सिट्रियोडोरम (Ocimum citriodorum)
  • नींबू जैसी खुशबू वाला यह लेमन तुलसी का पौधा आमतौर पर खाना बनाने में उपयोग होता है।
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स्वीट तुलसी (Sweet Basil)

स्वीट तुलसी (Sweet Basil)

  • वनस्पतिक नाम – ओसीमम बेसिलिकम (Ocimum basilicum)
  • मीठी तुलसी (Sweet Basil) सबसे लोकप्रिय और अच्छी सुगंध वाला जड़ी-बूटी वाला पौधा है।
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(यह भी जानें: तुलसी के प्रकार और उनके गुण…)

तुलसी के पौधे की देखभाल कैसे करें – Basil Plant Care in Pot in Hindi

तुलसी के पौधे की देखभाल कैसे करें - Basil Plant Care in Hindi

तुलसी के पौधे की देखभाल कैसे करें, तुलसी को कीड़ों से कैसे बचाएं और तुलसी के पौधे को झाड़ीदार कैसे बनाएं? ऐसे सवालों का जवाब तथा समस्याओं का समाधान पाने के लिए नीचे दी गई जानकारी को ध्यान से पढ़ें।

  • तुलसी के पौधे की लगातार छटाई करें, पौधों में लगे सूखे फूल या पत्तियों को काट दें।
  • तुलसी को हरा-भरा व पत्तेदार रखने के लिए नए फूलों के सिरों को लगातार हटाते (काटते) रहें।
  • गमले की मिट्टी को अधिक सख्त और कॉमपैक्ट न होने दें, तथा तुलसी के पौधे की मिट्टी में नमी बनाएं रखें।
  • यदि पौधे को खराब स्थिति में उगाया जाए तो मिलीबग (Mealy bugs), एफिड्स (Aphids), स्पाइडर माइट्स (Spider mites) और व्हाइटफ्लाई (Whiteflies) जैसे कीड़ें तुलसी में लग जाते हैं। तुलसी के पौधों को कीड़ों से बचाने के लिए नीम ऑइल (neem oil) का स्प्रे पूरे पौधों पर करें।
  • कम तापमान में पौधे खराब हो सकते हैं, अतः सर्दियों के मौसम में लगभग 10 डिग्री सेल्सियस तापमान होने पर तुलसी के पौधे को घर के अन्दर रखें।
  • पौधों को धुंए और तेल से दूर रखें और हर दिन पौधे से पत्तियाँ न तोड़ें, इससे आपका तुलसी का पौधा खराब हो सकता है।

(यह भी जानें: आउटडोर प्लांट्स की देखभाल कैसे करें…)

तुलसी का पौधा सूखने से कैसे बचाएं – How to save tulsi plant from dying in Hindi

तुलसी के पौधे के सूखने के बहुत से कारण होते हैं सबसे पहले आप सुनिश्चित करें कि आपका तुलसी का पौधा किस वजह से सूख रहा है, आमतौर पर तुलसी का पौधा सूखने के 2 मुख्य कारण होते हैं:

अधिक नमी के कारण सूखने लगता है तुलसी का पौधा – Tulsi drying due to excess moisture in Hindi

तुलसी के पौधे की मिट्टी का अधिक गीला होना भी पौधे के सूखने का एक प्रमुख कारण हो सकता है, यदि पौधे की मिट्टी में अधिक नमी हो तो पत्ते झड़ने लगते है और धीरे-धीरे पौधा सूखने लगता है।

  • टिप्स – तुलसी के पौधे को सूखने से बचाने के लिए पौधे से लगभग 15 cm की दूरी पर गमले की मिट्टी को 20 cm की गहराई तक खोदें, जड़ों में नमी दिखाई देने पर गड्ढे में सूखी मिट्टी या रेत डाल दें इससे पौधे की जड़ों को पर्याप्त हवा मिलेगी।

फंगल इन्फेक्शन से सूखती है तुलसी – Drying Tulsi plant due to fungal infection in Hindi

फंगल इन्फेक्शन की वजह से भी तुलसी का पौधा झड़ने या सूखने लगता है। फंगल इन्फेक्शन होने का कारण भी मिट्टी में अधिक नमी है।

  • टिप्स – तुलसी के पौधों को फंगल इन्फेक्शन या सूखने से बचाने के लिए नीम सीड पाउडर (neem seed powder) या नीम खली का उपयोग पौधे की मिट्टी में करें। यदि आपके पास नीम सीड पाउडर मौजूद नहीं है तो आप नीम की पत्तियों को पानी में उबाल कर ठंडा होने पर पौधे की मिट्टी को खोद कर 2 चम्मच नीम का पानी डाल सकते हैं। इस प्रक्रिया को आप हर 15 दिन में तुलसी के पौधे की मिट्टी में दोहरा सकते हैं इससे आपका पौधा सूखने से बचेगा।

(यह भी जानें: तुलसी के पौधे को हरा-भरा कैसे रखें…)

तुलसी के फायदे – Benefits Of Tulsi plants In Hindi

तुलसी न केवल अपनी अद्भुत सुगंध के करण मशहूर है बल्कि इसके बहुत से औषधीय गुण भी हैं, जैसे:

  • भूख बढ़ाने के लिए तुलसी के रस का उपयोग किया जाता है।
  • पेट दर्द के लिए तुलसी का अर्क बहुत लाभदायक है।
  • तुलसी के सूखे पत्तों का चूर्ण खांसी और सर्दी जैसी बीमारी के इलाज के लिए अच्छा होता है।
  • त्वचा संबंधित रोगों से छुटकारा पाने के लिए तुलसी का रस बहुत उपयोगी है।
  • तुलसी का पौधा हमारे आस-पास की हवा को भी शुद्ध करता है।

निष्कर्ष – Conclusion

इस आर्टिकल में आपने, घर पर तुलसी के पौधे को बीज से कैसे लगाएं? तुलसी को सूखने से कैसे बचाएं, साथ ही साथ तुलसी के बीज लगाने और पौधे की देखभाल करने के तरीके के बारे में जाना। आशा है कि, घर पर तुलसी का पौधा उगाने के लिए यह लेख आपके लिए फायदेमंद होगा। यदि आपके इस आर्टिकल से संबंधित सवाल या सुझाव हैं तो हमें कमेंट करके अवश्य बताएं। गार्डनिंग से जुड़े और भी लेख पढ़ने के लिए Organicbazar.net पेज पर जाएं।

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