गमले में दो रंग की पत्तियों वाली हर्ब शिसो कैसे उगाएं – How To Grow Shiso Herb At Home In Hindi

शिसो, जिसे पेरीला प्लांट (Perilla Plant) भी कहा जाता है। यह एक औषधीय गुणों से भरपूर हर्बल प्लांट है। यह मिंट फैमिली का पौधा है, जिसकी पत्तियों में जीरा, पुदीना, जायफल और सौंफ जैसा तीखा और सौंधा स्वाद होता है। इन पत्तियों को सलाद और अन्य व्यंजनों में स्वाद बढ़ाने के लिए जोड़ा जा सकता है। शिसो दो प्रकार की होती हैं- हरा और लाल। हरे शिसो की अपेक्षा लाल शिसो की पत्तियों का अधिक कड़वा होता है। इस हर्बल प्लांट को आप अपने घर पर ग्रो बैग में उगा सकते हैं। अगर आप जानना चाहते हैं, घर पर शिसो हर्ब कैसे उगाएं? (Growing Perilla In Pots In Hindi) तो हमारा यह लेख आपके लिए ही है, जिसमें हम आपको बताएं गमले में शिसो हर्ब कैसे लगाएं, इस हर्बल प्लांट को लगाने की विधि तथा पौधे की देखभाल और हार्वेस्टिंग कैसे करें।

घर पर शिसो हर्ब उगाने के लिए जानकारी – Information Related To Grow Shiso Herb At Home In Hindi 

घर पर शिसो हर्ब उगाने के लिए जानकारी - Information Related To Grow Shiso Herb At Home In Hindi 

  • वानस्पतिक नाम – Perilla Frutescens Var. Cripa
  • पौधे का प्रकार – वार्षिक पौधा
  • लगाने का समय – फरवरी से मार्च
  • लगाने की विधि – सीडलिंग मेथड
  • सीड जर्मिनेशन समय – 7 से 21 दिन
  • जर्मिनेशन तापमान – 21 डिग्री सेल्सियस
  • हार्वेस्टिंग समय – गर्मियों और शुरुआती शरद ऋतु

(यह भी जाने: गमले में लगाएं ये बेस्ट 25 हर्बल प्लांट…)

शिसो हर्ब को लगाने का सही समय – Right Time To Plant Shiso Seeds In Hindi 

शिसो हर्ब को लगाने का सही समय - Right Time To Plant Shiso Seeds In Hindi 

घर पर शिसो हर्ब के बीज बोने के लिए आदर्श लगभग 21°C होना चाहिए। आप इसके बीजों को आखिरी ठंड अर्थात जनवरी के अंत तक घर के अंदर लगा सकते हैं और स्प्रिंग सीजन अर्थात फरवरी से मार्च में आउटडोर लगा सकते हैं।

शिसो का पौधा लगाने के लिए ग्रो बैग साइज – Grow Bag Size For Planting Shiso Herb In Hindi 

घर पर शिसो हर्ब का पौधा लगाने के लिए आप 6 से 9 इंच गहराई वाला ड्रेनेज होल्स युक्त ग्रो बैग आदर्श होता है। इसके लिए आप निम्न साइज के ग्रो बैग खरीद सकते हैं:-

मिट्टी तैयार करें – Prepare Soil For Planting Shiso Plant In Hindi 

मिट्टी तैयार करें - Prepare Soil For Planting Shiso Plant In Hindi 

शिसो हर्ब का पौधा पोषक तत्वों से युक्त, 5.5 से 6.5 के बीच की पीएच, अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी में ग्रोथ करता है। इसे लगाने के लिए आप पॉटिंग मिक्स तैयार कर सकते हैं या फिर रेडी टू यूज़ पॉटिंग सॉइल का इस्तेमाल कर सकते हैं।

आइये अब जानते हैं- गमले में शिसो हर्ब कैसे लगाएं?

(यह भी जाने: इस तरह से बनाएं अपने हर्बल प्लांट्स के लिए अच्छी मिट्टी…)

गमले में शिसो हर्ब कैसे उगाएं – How To Grow Shiso Herb In Pot In Hindi 

गमले में शिसो हर्ब कैसे उगाएं - How To Grow Shiso Herb In Pot In Hindi 

आमतौर पर शिसो हर्ब के बीज डायरेक्ट और ट्रांसप्लांटिंग दोनों मेथड से लगाए जा सकते हैं। अगर आप इसे स्प्रिंग सीजन में लगाने जा रहे हैं, तो आउटडोर सीधे गमले में लगा सकते हैं, लेकिन आप लास्ट विंटर में इसके बीज लगा रहे हैं, तो घर के अन्दर स्वस्थ सीडलिंग तैयार करना एक अच्छा तरीका है। आइये जानते हैं- गमले या ग्रो बैग में शिसो हर्ब के बीज लगाने की विधि, जो कि आगे बताई गई है

शिसो हर्बल प्लांट को लगाने की विधि – Method Of Planting Shiso Herbal Plant In Hindi 

ग्रो बैग में शिसो हर्ब के बीज लगाने की विधि कुछ इस प्रकार है:-

  • सबसे पहले सीडलिंग ट्रे में पॉटिंग मिक्स भरें।
  • अब ट्रे के प्रत्येक सेल में बीज को ¼ इंच गहराई पर लगाएं।
  • इसके बाद ट्रे को पानी दें और इनडायरेक्ट सनलाइट में रखें।
  • बीजों को अंकुरित होने के लिए प्रकाश की आवश्यकता होती है।
  • आदर्श तापमान 21 डिग्री सेल्सियस पर बीज 7 से 21 दिनों में अंकुरित हो सकते हैं।
  • जब आपकी सीडलिंग 6 से 8 इंच की हो जाती है, जब आप गार्डन की मिट्टी या ग्रो बैग में इन बीजों को 10 से 12 इंच की दूरी पर लगाएं।

(नोट: शिसो के पौधे जड़ें प्रकंदों के माध्यम से फैलते हैं इसलिए ध्यान रहे, कि इसकी जड़ें अन्य हर्ब्स के विकास में बाधा न डालें। अतः इसे जमीन की अपेक्षा गमले में उगाना बेहतर होता है।)

(यह भी जाने: सीडलिंग ट्रांसप्लांट करने के लिए उपयोगी टूल्स)

शिसो हर्बल प्लांट की देखभाल – Care Tips Of Shiso Herb In Hindi 

शिसो हर्बल प्लांट की देखभाल - Care Tips Of Shiso Herb In Hindi 

इस हर्बल प्लांट की सीडलिंग को ट्रांसप्लांट करने के बाद पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए कुछ देखभाल की आवश्यकता होती है। आइए जानते हैं- शिसो हर्बल प्लांट की देखभाल कैसे करें? शिसो हर्बल प्लांट केयर टिप्स कुछ इस प्रकार हैं:-

पानी – How Much Water For Growing Shiso Herb In Hindi

गमले में लगे शिसो हर्ब के पौधे को कभी भी पूरी तरह सूखने न दें, लेकिन ओवरवाटरिंग से बचें। पानी का सही संतुलन बनाने के लिए, ऊपरी मिट्टी को छूकर नमी के स्तर की जाँच करें। सही यदि यह सूखी लगती है, तो पौधे को पानी दें।

(यह भी जाने: पौधों को पानी देने के लिए वाटर कैन क्यों हैं जरूरी, जानें फायदे और उपयोग…)

सनलाइट – Sunlight For Growing Shiso Herb In Hindi

शिसो का पौधा पूर्ण सूर्य और आंशिक छाया दोनों स्थितियों में ग्रोथ कर सकता है। यदि आप अधिक गर्म क्षेत्र में रह रहे हैं, तो इसे हल्की धूप वाले स्थान पर रखें।

तापमान – Best Temperature For Growing Shiso Herb In Hindi 

शिसो 7.2 डिग्री सेल्सियस से अधिक ठंडा तापमान सहन नहीं कर सकता है, इसलिए आपको इसे सर्दियों में घर के अंदर लाना होगा। लगभग 19-21 डिग्री सेल्सियस पर पौधा अच्छी ग्रोथ करता है।

फर्टिलाइजर – Fertilizer For Growing Shiso Herb In Hindi

एक हर्बल प्लांट होने के कारण शिसो हर्ब को अधिक बार फ़र्टिलाइज नहीं किया जाता है, लेकिन अगर आप इसे फ़र्टिलाइज करना चाहते हैं, तो महीने में एक बार पानी में घुलनशील जैविक संतुलित उर्वरक जैसे बायो NPK, प्लांट ग्रोथ प्रमोटर आदि देना पर्याप्त होगा।

(यह भी जाने: हर्बल प्लांट्स के लिए ये हैं बेस्ट जैविक खाद और उर्वरक…)

कीट व रोग – Insect And Disease Of Shiso Herb Plant In Hindi

शिसो हर्बल प्लांट एक कीटमुक्त और रोगमुक्त पौधा है।

शिसो हर्ब की हार्वेस्टिंग – Harvesting Of Shiso Leaves In Hindi

शिसो हर्ब की हार्वेस्टिंग - Harvesting Of Shiso Leaves In Hindi

पौधे को ट्रांसप्लांट करने के लगभग 60 से 70 दिन बाद आपकी हर्ब हार्वेस्टिंग के लिए तैयार हो सकती है। पौधे के 8 इंच या उससे अधिक लंबे होने के बाद पत्तियों की हार्वेस्टिंग शुरू करें। इसके अलावा जब भी आपको ताजा उपयोग के लिए पत्तियों और फूलों की आवश्यकता हो, तो उनकी कटाई कर सकते हैं। गार्डनिंग कैंची या प्रूनर की मदद से पौधे की पत्तियों और फूलों को काटें।

(यह भी जाने: गार्डन का सामान कहाँ से खरीदें….)

इस लेख में आपने जाना गार्डन में या घर पर गमले में शिसो हर्ब कैसे लगाएं/उगाएं, हर्बल प्लांट को लगाने की विधि तथा पौधे की देखभाल या प्लांट केयर टिप्स और हार्वेस्टिंग के बारे में। उम्मीद हैं हमारा लेख आपको अच्छा लगा हो। इस लेख के संबंध में आपके जो भी सुझाव हैं, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

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