अक्सर हम गार्डन में जब भी कोई पौधा लगाने का सोचते हैं, तो सबसे पहले दिमाग में बीज लगाने की बात आती है। लेकिन क्या सभी पौधे बीज से लगाए जाते हैं? जी नहीं, कुछ पौधे ऐसे भी होते हैं, जिन्हें सिर्फ बीज से ही नहीं, बल्कि अन्य विधियों से भी उगाया जाता है। आज हम बात करेंगे, पौधे उगाने की ऐसी ही एक अन्य विधि, विभाजन विधि की (Plant Division And Separation Method)। इस विधि में आप बिना किसी बीज की मदद से अपने पुराने पौधे से ही नए पौधे तैयार कर सकते हैं। कुछ पौधे जैसे- एलोवेरा, स्नेक प्लांट, जेड प्लांट, केला आदि के बीज नहीं होते हैं, अतः ऐसे पौधों को आप डिवीजन और सेपरेशन मेथड (Plant Division And Separation) से उगा सकते हैं।
पौधे तैयार करने की डिवीजन और सेपरेशन मेथड क्या है, प्लांट डिवीजन के प्रकार तथा पौधे को कब और कैसे विभाजित किया जाता है और विभाजित पौधे की देखभाल कैसे करें, जानने के लिए लेख पूरा पढ़ें।
प्लांट डिवीजन और सेपरेशन मेथड क्या है – What Is Plant Division And Separation In Hindi
डिवीजन और सेपरेशन सुनने में यह शब्द अलग-अलग लगते हैं, लेकिन वास्तव में यह एक ही विधि के दो स्टेप्स हैं। कुछ पौधे ऐसे होते हैं, जिनके परिपक्व (बड़े) हो जाने के बाद तने के निचले हिस्से से सकर्स (Suckers), ऑफ़सेट (Offset) निकलने लगते हैं, इन ऑफ़सेट या नन्हें-छोटे पौधों को मुख्य पौधे से अलग करना “डिवीजन” तथा अलग करने के बाद दूसरी जगह लगाना “सेपरेशन” कहलाता है और नया पौधा तैयार करने की यह पूरी विधि पौधा विभाजन विधि कहलाती है।
(और पढ़ें: प्लांट रूट डिवीजन मेथड से उगाए जाने वाले पौधे…)
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पौधे के डिवीजन या विभाजन के प्रकार – Types Of Plant Division In Hindi
आप पौधे को निम्न प्रकार से विभाजित करके एक नया पौधा तैयार कर सकते हैं:-
- रनर या स्टोलन (Runners) – कुछ झाड़ीदार पौधे जैसे- स्ट्रॉबेरी, रास्पबेरी, ब्लैकबेरी आदि के तने क्षैतिज होते हैं, जिससे मिट्टी के सम्पर्क में आने से इनकी नोड्स में से जड़ें निकलनी शुरू हो जाती हैं, तथा नया पौधा तैयार होने लगता है, जिसे रनर्स कहते हैं।
- सकर्स (Suckers) – कुछ पौधे जैसे एलोवेरा और अन्य कई पौधे में तने से सकर्स निकली हुई होती हैं, इन सकर्स को अलग करके नया पौधा तैयार किया जाता है।
- ऑफ़सेट (Offset) – कुछ पौधे जैसे- पीस लिली, स्नेक प्लांट और अन्य पौधे पूरी तरह से परिपक्व हो जाने पर इनकी जड़ों में से नए पौधे उगने लगते हैं, इन्हें ऑफ़सेट कहा जाता है।
- बल्ब या कंद (Bulb) – बल्ब या कंद द्वारा उगाए जाने वाले पौधे जैसे- ट्यूलिप, रैननकुलस आदि के बल्ब में से कई पौधे उगते हैं, इन पौधों को सेपरेट करके नए पौधे उगाए जाते हैं।
पौधे को विभाजित कब किया जाता है – When To Divide Plant For Propagation In Hindi
आमतौर पर पौधे को आप किसी भी समय विभाजित कर सकते हैं, लेकिन पौधों को विभाजित करने का सबसे अच्छा समय तब होता है, जब प्लांट धीमी गति से बढ़ता हो। अर्थात शुरूआती वसंत ऋतु (जनवरी-फरवरी) और शरद ऋतु (सितंबर से नवंबर) का समय अच्छा होता है, इस समय विभाजित करने पर जड़ों को नुकसान पहुँचने से पौधे के खराब होने का खतरा बहुत कम होता है।
पौधे को कैसे विभाजित करें – How To Separate Plants That Have Grown Together In Hindi
किसी भी पौधे को विभाजित करने से पहले ध्यान रखें, कि सकर्स या रनर्स में जड़ और क्राउन (मुकुट) दोनों मौजूद होने चाहिए। सबसे पहले पौधे को पानी देकर मिट्टी को नम बनाएं (लेकिन गीला नहीं), और सावधानीपूर्वक पौधे को जड़ समेत मिट्टी से बाहर निकालें, तथा अन्य छोटे पौधे अर्थात ऑफसेट, रनर्स या सकर्स को अलग-अलग करें। इसके बाद छोटे पौधे अलग गमले में लगाकर रोशनी वाली जगह (अप्रत्यक्ष प्रकाश) पर रख दें।
(और पढ़ें: गार्डनिंग टूल्स और उनके उपयोग की जानकारी…)
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विभाजित पौधे की देखभाल – Care Of Plant Planted By The Division Method In Hindi
यदि आप किसी पौधे को डिवीजन और सेपरेशन मेथड से लगाते हैं, तो ट्रांसप्लांटिंग शॉक को कम करने के लिए आपको उस पौधे की देखभाल करनी होगी। पौधे की देखभाल के तरीके निम्न हैं:-
- ट्रांसप्लांटिंग के बाद पौधे को अच्छी तरह से पानी दें, और मिट्टी को नम बनाए रखें।
- यदि ऑफसेट या रनर्स में अधिक पत्तियां लगी हुई हैं, तो कुछ पत्तियों को हटा देना उचित है। इससे पौधे अपनी ऊर्जा जड़ों की ग्रोथ में लगाएंगे, न कि पत्तियों के विकास में।
- ट्रांसप्लांटिंग के एक सप्ताह बाद पौधे की जड़ प्रणाली को स्थापित करने तथा पौधे को वृद्धि करने के लिए आप सीवीड और NPK फर्टीलाइजर दे सकते हैं।
(और पढ़ें: पौधों की वृद्धि के लिए 10 शानदार टिप्स…)
अक्सर पूंछे जाने वाले प्रश्न और उनके उत्तर – Frequently Asked Questions And Their Answer In Hindi
प्रश्न:- विभाजन विधि से लगाए जाने वाले पौधे जीवित क्यों नहीं रहते हैं?
उत्तर:- विभाजित पौधे के मरने या जीवित न रहने के कई कारण हैं जैसे- सकर्स को अलग करते समय रूट बॉल को नुकसान पहुंचना, रिपॉटिंग में देरी होना, ख़राब मौसम होना आदि। अतः पौधे को उचित समय पर सही तरीके विभाजित और ट्रांसप्लांट करें।
प्रश्न:- विभाजन के बाद पौधे में फल व फूल क्यों नहीं आते हैं?
उत्तर:- सकर्स या ऑफसेट से लगाए गए पौधे में फूल न आने का कारण ख़राब मिट्टी, अधिक छाया या प्रत्यारोपण का प्रतिकूल प्रभाव भी हो सकता हैं, यह कोई विशेष समस्या नहीं है, अपने पौधे को ठीक होने का समय दें।
इस लेख में आपने जाना, कि पौधे लगाने की विभाजन विधि या प्लांट डिवीजन और सेपरेशन मेथड क्या है, पौधे को कब और कैसे विभाजित किया जाता है तथा विभाजित पौधे की देखभाल कैसे करें। अगर आपको हमारा लेख अच्छा लगा हो, तो इसे शेयर करें, तथा लेख से संबंधित अपने सुझाव हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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