गमले में क्रिसमस कैक्टस कैसे उगाएं – How To Grow Christmas Cactus In Pot In Hindi

क्रिसमस कैक्टस एक पॉपुलर हाउसप्लांट हैं, जिसके फूल ठंड के मौसम में खिलते हैं। इस पौधे को अधिकांशतः इनडोर उगाया जाता है। क्रिसमस कैक्टस न केवल कम देखभाल वाला शो प्लांट है, बल्कि यह व्यापक रूप से फैलता भी है। इस प्लांट के फूल लाल, गुलाबी, बैंगनी, नारंगी और सफेद ऐसे कई रंगों के होते हैं, लेकिन गुलाबी रंग इनमें सबसे फेमस है। अगर आप घर पर पौधे लगाने के शौक रखते हैं, तो क्रिसमस कैक्टस एक बेहतरीन विकल्प है। गमले में क्रिसमस कैक्टस कैसे उगाएं/लगाएं? इस पौधे को लगाने की विधि (Growing Christmas Cactus At Home In Hindi) तथा क्रिसमस कैक्टस की देखभाल या केयर कैसे करें? जानने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

घर पर क्रिसमस कैक्टस उगाने के लिए जानकारी – Information On Growing Christmas Cactus At Home In Hindi 

  • वानस्पतिक नाम: Schlumbergera
  • सामान्य नाम: क्रिसमस कैक्टस
  • पौधे का आकार – ऊंचाई – 6 से 12 इंच, चौड़ाई – 1 से 2 फीट
  • लगाने की विधि – बीज और कटिंग से
  • धूप – पूरे दिन या आंशिक धूप
  • ग्रोइंग तापमान –21 से 26 डिग्री सेल्सियस
  • फ्लावरिंग सीजन – सर्दियों का सीजन
  • फूल का रंग – नारंगी, गुलाबी, बैंगनी, लाल, सफेद और पीला

आगे हम जानेंगे- गमले में क्रिसमस कैक्टस कैसे लगाएं?

क्रिसमस कैक्टस कब लगाएं – When To Plant Christmas Cactus In Hindi

क्रिसमस कैक्टस कब लगाएं - When To Plant Christmas Cactus In Hindi

घर पर गमले में क्रिसमस कैक्टस का पौधा सालभर किसी भी समय लगा सकते हैं। लेकिन लगाने का सबसे अच्छा समय स्प्रिंग सीजन अर्थात फरवरी से मार्च का होता है।

(यह भी जानें: होम गार्डनिंग के लिए बेस्ट गमले और उनके प्रकार)

क्रिसमस कैक्टस उगाने के लिए सामग्री – Material Required To Grow Christmas Cactus In Hindi

क्रिसमस कैक्टस उगाने के लिए सामग्री - Material Required To Grow Christmas Cactus In Hindi

बीज या कटिंग (Seed Or Cutting) – घर पर इस पौधे को लगाने के लिए आपको सबसे पहले इसके बीज या कटिंग की  जरूरत होगी।

ग्रो बैग (Grow Bag) – इस फूल वाले पौधे को गमले या ग्रो बैग में लगाना सबसे अच्छा होता है। क्रिसमस कैक्टस को लगाने के लिए आप निम्न साइज के ग्रो बैग खरीद सकते हैं:-

सॉइल मिक्स (Soil Mix) – क्रिसमस कैक्टस को उगाने के लिए मिट्टी की अच्छी जल निकासी होना बेहद जरूरी है। यह पौधा जल भराव को पसंद नहीं करता है। आप इसे घर पर उगाने के लिए रेत, पर्लाइट और वर्मीकुलाइट मिला सकते हैं। इसके अलावा आप पोषक तत्वों की वृद्धि के गोबर खाद और वर्मीकम्पोस्ट मिला सकते हैं।

गार्डनिंग टूल्स (Gardening Tools) – घर पर पौधे लगाने के लिए आपको कई गार्डनिग टूल्स जैसे वाटर कैन, स्प्रे पंप, खुरपा आदि की आवश्यकता भी हो सकती है।

आइए अब जानते हैं- पॉट में क्रिसमस कैक्टस कैसे लगाएं?

(यह भी जानें: बेस्ट होम गार्डन टूल्स जो गार्डनिंग को बनाएं आसान)

घर पर क्रिसमस कैक्टस कैसे उगाएं – How To Grow Christmas Cactus At Home In Hindi  

घर पर क्रिसमस कैक्टस कैसे उगाएं - How To Grow Christmas Cactus At Home In Hindi  

आप क्रिसमस कैक्टस को बीज तथा कटिंग दोनों से लगा सकते हैं। अगर आप इसके बीज लगाते हैं, तो इन्हें जर्मिनेट होने और फूलों को खिलने में अधिक समय लग सकता हैं।

इसके विपरीत कटिंग लगाने पर यह पौधा तेजी से ग्रोथ करता है। आइए जानते हैं- गमले में क्रिसमस कैक्टस लगाने की विधि, जो कि इस प्रकार है:-

(यह भी जानें: जानें इनडोर प्लांट के नाम और देखभाल करने का तरीका…)

क्रिसमस कैक्टस की कटिंग लगाने की विधि – Method Of Planting Christmas Cactus Cutting In Hindi 

क्रिसमस कैक्टस की कटिंग लगाने की विधि - Method Of Planting Christmas Cactus Cutting In Hindi 

यह इस पौधे के प्रचार का सबसे अच्छा तरीका है। पौधे की कटिंग लें। ध्यान रहे, प्रत्येक कटिंग में तीन से पांच तने के खंड या नोड होने चाहिए। कटिंग लेने के बाद दो से चार दिनों के लिए उसे किसी ठंडी, सूखी जगह पर रखें, जब तक कि कटे हुए सिरे सूख न जाए। इससे कटिंग को सड़ने से बचाया जा सकता है।

  • अब लगभग 4 से 6 इंच का पॉट लें और उसमें पॉटिंग मिक्स भरें।
  • कटिंग को मिट्टी में लगभग एक इंच गहराई तक दबाएँ।
  • कलम की जड़ें विकसित होने में दो से तीन सप्ताह का समय लग सकता है।
  • जब कटिंग में नई पत्ती या तना बढ़ने लगे, तब आप उसे बड़े ग्रो बैग में लगा सकते हैं। आमतौर पर इसमें आठ से दस सप्ताह का समय लग सकता है।

वैकल्पिक रूप से, आप कटिंग को पानी में भी विकसित कर सकते हैं। कटे हुए सिरे को 1 से 2 इंच फिल्टर्ड पानी में रखें और बर्तन को अप्रत्यक्ष धूप में रखें। कुछ सप्ताह बाद तने से जड़ें विकसित होनी शुरू हो सकती है और फिर आप इसे गमले की मिट्टी में लगा सकते हैं।

(यह भी जानें: किसी भी पौधे की कटिंग कैसे लगाएं, जानें सही तरीका…)

क्रिसमस कैक्टस के बीज लगाने की विधि – Method Of Planting Christmas Cactus Seeds In Hindi

क्रिसमस कैक्टस के बीज लगाने की विधि - Method Of Planting Christmas Cactus Seeds In Hindi

  • सबसे पहले ग्रो बैग में पॉटिंग मिक्स भरें।
  • अब क्रिसमस कैक्टस के बीज को लगाएं तथा वर्मीकुलाइट की हल्की परत से ढँक दें।
  • नमी बढ़ाने के लिए गमले को पॉलीथीन से कवर कर दें।
  • बीज लगे गमले को अप्रत्यक्ष धूप वाले स्थान पर रखें।
  • मिट्टी को लगातार नम बनाए रखें, लेकिन गीला नहीं।
  • दो से तीन सप्ताह के भीतर बीज से अंकुर निकलने शुरू हो सकते हैं।
  • जैसे ही आप अंकुरों की वृद्धि दिखाई दे, प्लास्टिक कवर को हटा दें।
  • जब पौधे उचित आकार के हो जाएं, तो उन्हें अलग-अलग गमलों में लगाएं।

क्रिसमस कैक्टस की देखभाल – Take Care Of Christmas Cactus In Hindi 

क्रिसमस कैक्टस की देखभाल - Take Care Of Christmas Cactus In Hindi 

घर पर क्रिसमस कैक्टस का पौधा लगाने के बाद उसकी अच्छी ग्रोथ तथा बेहतर फ्लावरिंग के लिए कुछ देखभाल की आवश्यकता होती है। आइये जानते हैं- इस पौधे की देखभाल कैसे करें। क्रिसमस कैक्टस प्लांट केयर टिप्स कुछ इस प्रकार हैं:-

पानी – Water For Growing Christmas Cactus Plant In Hindi 

क्रिसमस कैक्टस प्लांट को पानी देने से पहले मिट्टी को अच्छी तरह सूख जाने दें। इसके बाद पौधे को पानी दें। जब पत्तियाँ पीली होने और मुरझाने लगें, तो आपके पौधे को पानी की आवश्यकता है।

गर्मी के दिनों में पौधे को सप्ताह में दो से तीन बार पानी दें। सर्दियों के दौरान उसे सप्ताह में एक बार पानी की आवश्यकता हो सकती है। यदि आप उसे ऐसे स्थान पर रखते हैं, जहाँ धूप नहीं मिलती है, तो सर्दियों में हर दो से तीन सप्ताह में केवल एक बार पानी की आवश्यकता हो सकती है।

(यह भी जानें: आपके गार्डनिंग के काम को आसान बना देगा, यह हाई प्रेशर स्प्रे पंप….)

धूप – Sunlight For Growing Christmas Cactus Plant In Hindi 

क्रिसमस कैक्टस को सर्दियों में फ्लावरिंग के समय प्रतिदिन 4 से 6 घंटे सूर्य का प्रकाश प्रदान करें। यह पौधा धूप और छाया दोनों में उग सकता है, लेकिन गर्मियों में इसे बहुत अधिक धूप से बचाएं।

तापमान – Temperature For Growing Christmas Cactus Plant In Hindi 

ग्रोइंग सीजन के दौरान क्रिसमस कैक्टस 21 से 26 डिग्री सेल्सियस का तापमान पसंद करता है। घर के अन्दर इसे सर्दियों की ठंडी हवाओं से बचाएं।

इस पौधे को अचानक हवा या तापमान में बदलाव पसंद नहीं है। तापमान में अचानक हुए परिवर्तन से इसकी कलियाँ या फूल गिर सकते हैं।

उर्वरक – Fertilizer For Growing Christmas Cactus Plant In Hindi 

शुरुआती वसंत और गर्मियों के महीनों के दौरान अपने क्रिसमस कैक्टस को महीने में एक बार पानी में घुलनशील संतुलित उर्वरक जैसे बायो NPK, प्लांट ग्रोथ प्रमोटर, सीवीड फर्टिलाइजर आदि दें।

(यह भी जानें: इन नेचुरल फर्टिलाइजर से बढ़ाए इंडोर प्लांट्स की ग्रोथ…)

प्रूनिंग – Pruning Of Christmas Cactus Plant In Hindi 

क्रिसमस कैक्टस के फूल खिलने के ठीक बाद पौधे की प्रूनिंग करें। इससे पौधे में नई वृद्धि होनी शुरू हो जाएगी और पौधा घना हो जाएगा। आप हर साल इसके एक तिहाई भाग की प्रूनिंग कर सकते हैं।

क्रिसमस कैक्टस के सामान्य कीट एवं रोग – Insect And Disease Of Christmas Cactus Plant In Hindi 

गार्डन के गमले में लगे क्रिसमस कैक्टस को फंगस ग्नट्स , फ्लावर थ्रिप्स , एफिड्स , स्पाइडर माइट्स और माइलबग्स आदि कीट संक्रमित कर सकते हैं। गीली मिट्टी अक्सर इन कीटों को आकर्षित करती है। अतः इनसे बचाव के लिए पौधे में जरूरत से ज्यादा पानी न डालें और आवश्यकता पड़ने पर कीटनाशक साबुन का स्प्रे करें।

जब पौधों में पानी अधिक हो जाता है, तो फंगल रोग हो सकते हैं। अतः फंगल संक्रमण को रोकने के लिए अधिक पानी देने से बचें। फ्यूजेरियम और फाइटोफ्थोरा दो सामान्य क्रिसमस कैक्टस कवक हैं, जो स्टेम रॉट का कारण बन सकते हैं। अतः पौधे की नियमित जांच करें और जरूरत पड़ने पर नीम ऑयल का स्प्रे करें।

(यह भी जानें: नीम तेल के फायदे और गुण जो बनाते हैं पौधों को बेहतर)

क्रिसमस कैक्टस की फ्लावरिंग – Flowering Of Christmas Cactus In Hindi 

क्रिसमस कैक्टस की फ्लावरिंग - Flowering Of Christmas Cactus In Hindi 

बीज से पौधा लगाने के लगभग 18 महीने बाद इस पौधे में फूल खिलना शुरू हो सकते हैं। अगर आपने इसे कटिंग से लगाया है, तो इसमें 8 से 10 महीने में फ्लावरिंग हो सकती है। इस पौधे में लगभग चार से छह सप्ताह तक लगातार फ्लावरिंग होती रहती है। प्रत्येक फूल कम से कम छह दिनों तक खिला रहेगा।

इस लेख में आपने जाना घर पर गमले में क्रिसमस कैक्टस कैसे उगाएं/लगाएं, इस पौधे को लगाने की विधि तथा क्रिसमस कैक्टस की देखभाल या केयर कैसे करें? उम्मीद है हमारा लेख आपको अच्छा लगा हो, इस लेख के संबंध में आपके जो भी सुझाव हैं, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *