जब घर पर जैविक खाद बनाने की बात आती है तब सबसे ज्यादा कम्पोस्ट खाद (Compost Manure) बनाने की सलाह दी जाती है। इसका कारण यह है कि इसे बनाना बहुत आसान होता है और इसमें सभी जरूरी पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में होते हैं। कम्पोस्ट खाद से बनी तरल खाद जिसे कम्पोस्ट टी (Compost Tea) कहा जाता है, कई लोग इसे यूज करने की सलाह भी देते हैं। पौधे की जरूरत के अनुसार इन दोनों खाद का उपयोग अलग-अलग समय पर किया जाता है, जिसके बारे में आपको जानकारी होना जरूरी है। आज के इस लेख में हम आपको कम्पोस्ट और कम्पोस्ट टी के बीच के फर्क को बतायेंगे। कम्पोस्ट खाद और कम्पोस्ट टी (चाय) क्या होती हैं, इन्हें कैसे बनाते हैं और इन दोनों खाद के फायदे, उपयोग और इनके बीच अंतर को डिटेल में जानने के लिए यह लेख लास्ट तक जरूर पढ़ें।
कम्पोस्ट खाद क्या है – What Is Compost For Plants In Hindi
पौधों के अवशेष, सूखी पत्तियां, घर का कूड़ा कचरा, सब्जियों-फलों के छिलके, पशुओं के गोबर आदि को एक साथ एक बर्तन में रखकर 2 से 3 महीने तक सड़ने यानि अपघटित होने देते हैं, इससे जो खाद तैयार होती है, उसे कम्पोस्ट खाद (Compost Manure) कहा जाता है। अच्छी कम्पोस्ट खाद काले (Black) या सुनहरे (Brown) रंग की और भुरभुरी होती है।
(और पढ़ें: घर पर जैविक खाद कैसे बनाएं, जानें आसान तरीके…)
जैविक खाद खरीदने के लिए नीचे दिए आइकॉन पर क्लिक करें:
कम्पोस्ट टी क्या है – What Is Compost Tea For Plants In Hindi
घर पर कम्पोस्ट खाद (Compost Manure) को कुछ दिनों के लिए पानी में डाल कर रख देते हैं। कुछ दिनों बाद जब पानी ब्राउन रंग का हो जाता है, तब उसे पतले कपड़े की मदद से छान लेते हैं, उसी पानी को कम्पोस्ट टी (Compost Tea) कहते हैं। यह एक बहुत काम की तरल खाद होती है।
(और पढ़ें: पौधों के लिए कम्पोस्ट चाय कैसे बनाएं, जानें इसके फायदे…)
कम्पोस्ट खाद और कम्पोस्ट टी के बीच क्या अंतर है – What Is The Difference Between Compost And Compost Tea In Hindi
चलिए जानते हैं कम्पोस्ट खाद और कम्पोस्ट टी के बीच अंतर (फर्क) क्या है:
अंतर |
कम्पोस्ट खाद |
कम्पोस्ट टी |
रूप (Form) |
यह भुरभुरी होती है। |
यह खाद तरल रूप में होती है। |
निर्माण |
जैविक कचरे जैसे सूखी पत्तियां, सब्जियों के छिलके, घास की कतरन आदि के मिश्रण को अपघटित कराकर इसे बनाया जाता है। |
तैयार कम्पोस्ट खाद को पानी में डाल कर कुछ दिन के लिए घुलने दिया जाता है, जिससे इसका निर्माण होता है। |
उपयोग का तरीका |
इस खाद को डालते समय पौधे की ऊपरी मिट्टी की हल्की गुड़ाई करते हैं और उसमें खाद को मिला कर पानी डाल देते हैं। |
इस खाद को पौधे की मिट्टी में भी डालते है और स्प्रे बोतल में भरकर पौधे की पत्तियों पर इसका छिड़काव (Spray) भी किया जाता है। |
फायदे |
भुरभुरी होने के कारण यह खाद, मिट्टी को भी भुरभुरी बनाती है, पानी को अवशोषित करती है और पौधों को लम्बे समय तक पोषक तत्व प्रदान करती रहती है। |
तरल रूप में होने के कारण इस खाद को पौधे तुरंत अवशोषित कर लेते हैं। |
माइक्रोबियल एक्टिविटी |
इसके इस्तेमाल से मिट्टी में केंचुए और अन्य लाभकारी बैक्टीरिया की संख्या बढ़ती है। |
इस खाद के उपयोग से भी मिट्टी में लाभकारी बैक्टीरिया की संख्या बढ़ती है। |
उपयोग |
अगर आप पौधे की मिट्टी में पानी और पोषक तत्वों को बनाये रखने की क्षमता बढ़ाना चाहते हैं, तो कम्पोस्ट खाद का इस्तेमाल टॉप ड्रेसिंग के रूप में करना चाहिए। साथ ही भारी और कड़क मिट्टी को भुरभुरा बनाने के लिए भी इसे मिट्टी में मिलाया जाता है। |
अगर पौधों को पोषक तत्व तुरंत प्रदान करना है, तब कम्पोस्ट टी का प्रयोग करना चाहिए, क्योंकि पौधे तरल रूप में पोषक तत्वों को तेजी से अवशोषित करते हैं। |
(नोट – कम्पोस्ट और कम्पोस्ट टी में से कौन बेहतर है, यह उनके उपयोग पर निर्भर करता है। दोनों खाद अलग-अलग तरीके से काम करती हैं, आप दोनों खाद के फायदे और उपयोग जानकर जिसका यूज करना चाहे कर सकते हैं।)
(और पढ़ें: पौधों की वृद्धि के लिए 10 शानदार टिप्स…)
इस लेख में आपने जाना कि कम्पोस्ट खाद और कम्पोस्ट टी क्या हैं, उनके बीच क्या अंतर है। दोनों खाद के फायदे और उपयोग के बारे में। उम्मीद करते हैं कम्पोस्ट और कम्पोस्ट टी (चाय) में अंतर से जुड़ा यह लेख आपको पसंद आया होगा। इस लेख से जुड़ा आपका जो भी सवाल या सुझाव हो उसे कमेन्ट करके जरूर बताएं।
गार्डनिंग टूल्स खरीदने के लिए नीचे दिए आइकॉन पर क्लिक करें: