घर की हवा भी शुद्ध, खांसी भी दूर—इन पौधों से मिलेगा डबल फायदा! – Plants That Help In Relieving Cough In Hindi

What Plant Is Good For Coughing In Hindi: बदलते मौसम, पॉल्यूशन और वायरल इंफेक्शन की वजह से खांसी आजकल एक आम समस्या बन गई है। दवाइयों से राहत मिल जाती है, लेकिन कई लोग प्राकृतिक और सुरक्षित तरीकों को अपनाना पसंद करते हैं। ऐसे में अक्सर सवाल आता है—खांसी आने पर कौन सा पौधा काम आता है या खांसी आने पर कौन से पौधे का उपयोग करते हैं? तो बता दें कि हमारे आस-पास कई ऐसे मेडिसिनल पौधे मौजूद हैं (khansi ka paudha), जो खांसी को ठीक करने, गले की इरिटेशन कम करने और इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं। तुलसी, अदूसा, मुलेठी, पुदीना और अजवायन जैसे पौधे हर्बल ट्रीटमेंट में पुराने समय से उपयोग किए जाते रहे हैं। इस लेख में हम उन्हीं प्रमुख पौधों/जड़ी बूटी के बारे में जानेंगे जो खांसी में नेचुरल राहत देते हैं।

खांसी दूर करने में काम आने वाले पौधे – Best Plants For Cough Relief In Hindi

खांसी दूर करने में काम आने वाले पौधे न सिर्फ हवा को शुद्ध बनाते हैं, बल्कि प्राकृतिक रूप से राहत भी देते हैं। घर में मौजूद ये औषधीय पौधे कफ, सर्दी और खांसी जैसी समस्याओं को कम करने में बेहद कारगर माने जाते हैं। नियमित देखभाल के साथ ये पौधे आपकी सेहत को प्राकृतिक सुरक्षा देते हैं। खांसी से राहत देने वाले बेस्ट पौधे निम्न हैं, जैसे-

1. तुलसी (Tulsi)

खांसी के तुलसी प्लांट

तुलसी न केवल खांसी में लाभ देती है, बल्कि घर के गार्डन में उगाने के लिए भी सबसे आसान पौधों में से एक है। यह गर्म और हल्की धूप में तेजी से बढ़ती है और बहुत कम देखभाल मांगती है। तुलसी की पत्तियों में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण मौजूद होते हैं, जो गले की सूजन कम करते हैं और खांसी में तुरंत राहत देते हैं। गार्डन में तुलसी होने का मतलब है कि आपके पास रोज ताज़ी औषधीय पत्तियाँ उपलब्ध रहेंगी जिनसे आप चाय, काढ़ा या हर्बल मिश्रण आसानी से बना सकते हैं। यह पौधा आपकी इम्यूनिटी मजबूत रखने में भी अहम भूमिका निभाता है।

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2. मुलेठी (Mulethi/Licorice Root)

मुलेठी एक बहुवर्षीय जड़ी-बूटी है जिसे गार्डन में धूप वाली जगह पर लगाया जाए तो तेजी से बढ़ती है। इसका पौधा जड़ आधारित औषधीय मूल्य रखता है, जो खांसी और गले की जलन के लिए अत्यंत उपयोगी है। मुलेठी की जड़ में मौजूद प्राकृतिक तत्व गले को कोमल बनाते हैं, सूखी और लगातार आने वाली खांसी को शांत करते हैं। यदि गार्डन में मुलेठी लगाई हो, तो आप इसकी जड़ें सुखाकर लंबे समय तक इस्तेमाल कर सकते हैं। यह पौधा मिट्टी की गुणवत्ता में भी सुधार करता है और कम पानी में अच्छी तरह विकसित होता है, जिससे यह किचन गार्डन के लिए उपयुक्त है।

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3. अदूसा (Adusa/Malabar Nut)

अदूसा एक सदाबहार औषधीय पौधा है, जिसे गार्डन में लगाना आसान और फायदेमंद है। यह कम पानी में भी अच्छी तरह बढ़ता है और इसकी पत्तियाँ खांसी, बलगम और अस्थमा में बहुत प्रभावी मानी जाती हैं। गार्डन में अदूसा रखने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि खांसी होने पर आप तुरंत इसकी ताजी पत्तियाँ लेकर काढ़ा या रस बना सकते हैं। यह पौधा श्वसन तंत्र की सफाई करता है और सूखी तथा गीली दोनों तरह की खांसी में राहत देता है। इसकी झाड़ी गार्डन को घना और हरा-भरा रूप भी प्रदान करती है।

4. पुदीना (Mint)

खांसी में आरामदायक पुदीना

पुदीना गार्डन की खूशबू बढ़ाने के साथ-साथ खांसी में भी बेहद फायदेमंद है। यह तेजी से फैलने वाला पौधा है, जिसे धूप और नमी वाली मिट्टी में आसानी से उगाया जा सकता है। पुदीना की पत्तियों में मौजूद मेंथॉल गले को ठंडक देता है और खांसी की तीव्रता कम करता है। इसकी भाप या चाय से खांसी और जमाव दोनों में आराम मिलता है। गार्डन में पुदीना रखने का लाभ यह है कि आपको हमेशा ताज़ी पत्तियाँ मिलती रहती हैं, जिनका उपयोग काढ़े, चाय और घरेलू उपचारों में तुरंत किया जा सकता है।

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5. अजवायन (Ajwain/Carom Seeds Plant)

अजवायन का पौधा गार्डन में आसानी से उगाया जा सकता है और यह कम पानी में भी अच्छी तरह बढ़ता है। इसकी पत्तियों और बीजों में तेज सुगंध वाले औषधीय गुण होते हैं, जो खांसी और सर्दी में जल्दी राहत देते हैं। गार्डन में उगी अजवायन से बनी भाप या काढ़ा गले और नाक की बंदी खोलने में सहायक है। यह पौधा मिट्टी के कीटों को दूर रखने में भी मदद करता है, इसलिए यह किचन गार्डन के लिए डबल-फायदेमंद है। इसके ताजे पत्ते घर पर मौजूद रहने से हर समय प्राकृतिक औषधीय उपाय उपलब्ध रहते हैं।

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6. अदरक (Ginger)

अदरक एक बहुउपयोगी औषधीय पौधा है जिसे गार्डन में कंटेनर या जमीन दोनों में उगाना आसान है। इसकी जड़ें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होती हैं, जो खांसी को शांत करती हैं और बलगम ढीला करती हैं। घर के गार्डन में अदरक लगाने से आपको हमेशा ताज़ा अदरक मिल सकती है, जिससे चाय, काढ़ा या हर्बल मिश्रण तुरंत तैयार किया जा सकता है। यह पौधा नमी वाली लेकिन पानी निकासी वाली मिट्टी में तेजी से बढ़ता है और किचन गार्डन का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है।

7. गिलोय (Giloy)

खांसी ठीक करने के लिए गिलोय

गिलोय एक चढ़ने वाली लता है जिसे बगीचे की दीवार, जाली या पेड़ के सहारे आसानी से उगाया जा सकता है। यह पौधा इम्यूनिटी बढ़ाने में अद्वितीय है और खांसी-सर्दी में तेजी से आराम देता है। गिलोय की ताजी बेल से निकाला गया रस या काढ़ा गले की सूजन कम करता है और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। गार्डन में गिलोय होने का मतलब है कि आपको ताज़ी औषधीय बेल हमेशा उपलब्ध रहेगी। यह पौधा कम देखभाल में बढ़ता है और आयुर्वेदिक चिकित्सा में अत्यंत मूल्यवान है।

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8. नींबू (Lemon)

नींबू का पौधा न केवल आपके गार्डन को फ्रेश हरा लुक देता है, बल्कि खांसी में भी बड़ा असरदार है। नींबू विटामिन C का प्राकृतिक स्रोत है, जो शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाकर वायरल संक्रमण से बचाता है। इसकी खटास बलगम को पतला करती है और गले की सफाई में मदद करती है। गार्डन में उगाए गए ताज़े नींबू से आप गर्म पानी, शहद और नींबू का मिश्रण बनाकर खांसी में तुरंत राहत पा सकते हैं। यह पौधा धूप में अच्छी तरह बढ़ता है और घर के बगीचे का एक आवश्यक फ्रूट प्लांट है।

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9. ईख/शर्करा कंद (Sugarcane Root/Ikshu)

ईख या शर्करा कंद (गन्ना) आमतौर पर खेतों में उगाई जाती है, लेकिन यदि जगह हो तो इसे गार्डन में भी लगाया जा सकता है। इसकी जड़ें गले की जलन और सूखी खांसी में आराम देती हैं। ईख का रस प्राकृतिक रूप से ठंडक देता है और सूखी खांसी को शांत करता है। गार्डन में उगी ईख से आपको ताज़ा रस बनाने के लिए पौधे का शुद्ध और बिना केमिकल वाला हिस्सा मिल सकता है। यह पौधा तेज धूप और नमी वाली मिट्टी में तेजी से बढ़ता है।

10. हरसिंगार (Harsingar/Night Jasmine)

खांसी में राहत के लिए पारिजात पौधा

हरसिंगार (पारिजात) एक सुंदर और सुगंधित पौधा है, जिसे गार्डन में लगाने से वातावरण खुशबूदार हो जाता है। इसकी पत्तियाँ खांसी, बुखार और वायरल संक्रमण में प्रभावी मानी जाती हैं। हरसिंगार का काढ़ा बलगम को ढीला करता है, गले की सूजन कम करता है और पुरानी खांसी में भी राहत देता है। यह पौधा छाया और धूप दोनों में उगाया जा सकता है, इसलिए किसी भी गार्डन में इसे आसानी से लगाया जा सकता है। सुंदरता और औषधीय गुण दोनों का मेल इसे खास बनाता है।

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निष्कर्ष:

खांसी दूर करने में उपयोगी पौधे हमारे घरेलू उपचारों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, क्योंकि ये प्राकृतिक रूप से गले की सूजन कम करते हैं, बलगम को ढीला करते हैं और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं। तुलसी, अदरक, मुलेठी, पुदीना, अदूसा और अजवायन जैसे पौधे बिना किसी साइड इफेक्ट के शरीर को अंदर से मजबूत बनाते हैं और वायरल व बैक्टीरियल इंफेक्शन से लड़ने में मदद करते हैं। इन पौधों का नियमित और सही तरीका अपनाने से न सिर्फ खांसी में आराम मिलता है, बल्कि बार-बार होने वाली सर्दी-जुकाम की समस्या भी कम हो जाती है। कुल मिलाकर, ये पौधे सुरक्षित, आसान और प्रभावी प्राकृतिक उपाय प्रदान करते हैं।

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