Orchid Growing Mistakes In Hindi: ऑर्किड पौधे अपनी खूबसूरत बनावट और आकर्षक फूलों के कारण घर की सजावट में खास स्थान रखते हैं। इन्हें उगाना लोगों को पसंद तो आता है, लेकिन यह पौधा थोड़ा संवेदनशील भी होता है। सही वातावरण, पानी और देखभाल न मिलने पर ऑर्किड जल्दी कमजोर हो सकता है या खराब भी हो सकता है, इसलिए इसे सामान्य पौधों की तरह नहीं रखा जा सकता।
अक्सर लोग यह नहीं समझ पाते कि ऑर्किड उगाने में होने वाली सामान्य गलतियां कौन सी हैं, जिसके कारण वे पौधे की सही से केयर नहीं कर पाते और पौधा ठीक से नहीं बढ़ पाता। गलत तरीके से पानी देना, रोशनी की कमी या देखभाल में लापरवाही जैसी बातें इसके विकास को प्रभावित करती हैं। अगर आप जानना चाहते हैं कि, ऑर्किड उगाने में होने वाली गलतियों से कैसे बचें, ऑर्किड की देखभाल कैसे करें (Orchid Plant Care In Hindi) और पौधे को कैसे बढ़ाएं, तो आगे दी गई जानकारी आपके लिए बेहद उपयोगी साबित होगी।
ऑर्किड उगाने में होने वाली आम गलतियां और उपाय – Common Orchid Growing Mistakes And Solutions In Hindi
अपनी खूबसूरती और अलग-अलग रंगों के कारण ऑर्किड पौधे बहुत पसंद किए जाते हैं, लेकिन ये पौधे थोड़े संवेदनशील भी होते हैं। सही देखभाल न मिलने पर इनमें समस्याएं जल्दी आ जाती हैं और पौधा धीरे-धीरे कमजोर होने लगता है। नीचे ऑर्किड उगाने में होने वाली आम गलतियों और उनके आसान उपायों के बारे में बताया गया है, ताकि आप इन गलतियों से बचकर अपने ऑर्किड को लंबे समय तक स्वस्थ और सुंदर बनाए रखें।
1. गलत गमले और मिट्टी का इस्तेमाल
कारण:
ऑर्किड को सामान्य बगीचे की मिट्टी में लगाने से जड़ें ठीक से सांस नहीं ले पातीं या पौधा सही से ग्रो नहीं कर पाता। कई लोग बिना छेद वाले गमले का उपयोग करते हैं, जिससे पानी जमा हो जाता है। इससे जड़ें सड़ने लगती हैं और पौधा कमजोर हो जाता है।
उपाय:
ऑर्किड के लिए हमेशा छेद वाला गमला इस्तेमाल करें। पौधे के लिए मिट्टी और सिरेमिक पॉट सबसे अच्छे होते हैं। इसमें खास मिट्टी रहित पॉटिंग मिक्स भरें। आप चाहें तो देवदार या चीड़ की छाल, कोकोपीट, चारकोल, पर्लाइट और पीट मॉस के मिश्रण से अच्छा मिट्टी रहित पॉटिंग मिक्स बना सकते हैं, जो इस पौधे के लिए बेस्ट होता है। इससे जड़ों को हवा मिलेगी और पानी भी नहीं रुकेगा। आप कोकोपीट या रेत वाली अच्छी तरह सूखी, जलोढ़ मिट्टी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
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2. बहुत अधिक पानी देना
कारण:
अक्सर लोग रोज पानी देकर सोचते हैं कि, पौधा अच्छा बढ़ेगा। लेकिन ज्यादा पानी देने से जड़ों में सड़न शुरू हो जाती है। यह ऑर्किड के खराब होने का सबसे आम कारण है।
उपाय:
पानी तभी दें, जब गमले की मिट्टी की ऊपरी सतह सूखी लगे। हफ्ते में 1–2 बार पानी देना काफी होता है। हमेशा पानी निकालने का रास्ता खुला रखें। पौधे को इस तरह से पानी दें कि, वो केवल मिट्टी को गीला करें और जलभराव न हो।
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3. ठंड में पौधे पर ध्यान न देना
कारण:
सर्दियों में ऑर्किड को ठंडी हवा या बहुत कम तापमान में छोड़ देना नुकसानदायक होता है। इससे पत्तियां पीली पड़ सकती हैं और फूल गिर सकते हैं।
उपाय:
ठंड के मौसम में ऑर्किड को घर के अंदर या हल्की गर्म जगह पर रखें। बहुत ठंडी हवा और पाले से पौधे को बचाएं। आप पौधे को सुबह की हल्की धूप में रख सकते हैं, लेकिन दोपहर की तेज धूप से बचाएं।
4. जरूरत से ज्यादा खाद
कारण:
जल्दी फूल लाने के चक्कर में लोग अधिक मात्रा में खाद डाल देते हैं। इससे जड़ें जल सकती हैं और पौधे की वृद्धि रुक जाती है। ज्यादा खाद ऑर्किड को नुकसान पहुंचा सकती है।
उपाय:
हल्की मात्रा में संतुलित लिक्विड जैविक खाद का उपयोग करें। महीने में 2 बार से ज्यादा खाद न दें। खाद देने से पहले मिट्टी थोड़ी नम होनी चाहिए। आप पौधे की मिट्टी में लिक्विड खाद जैसे NPK खाद, प्लांट ग्रोथ प्रमोटर या होममेड लिक्विड खाद भी दे सकते हैं, लेकिन जरूरत के हिसाब से।
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5. कभी भी पौधे को ट्रांसप्लांट करना
कारण:
बिना जरूरत के या गलत समय पर गमला बदलने से पौधे को झटका लग सकता है और पौधा कमजोर हो सकता है।
उपाय:
ऑर्किड को तभी ट्रांसप्लांट करें, जब गमला बहुत छोटा हो जाए या मिट्टी खराब हो जाए, लेकिन सही समय पर। ट्रांसप्लांट करने के लिए सबसे अच्छा समय फ्लावरिंग सीजन निकल जाने के बाद होता है। पौधे को ठंड के मौसम में ट्रांसप्लांट करने से बचना चाहिए।
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6. सॉफ्ट वाटर का उपयोग न करना
कारण:
कठोर पानी (Hard Water) में मौजूद नमक और खनिज जड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं। इससे पत्तियों के सिरे सूखने लगते हैं।
उपाय:
बारिश का पानी, उबला हुआ ठंडा पानी या फिल्टर किया हुआ पानी इस्तेमाल करें। इससे ऑर्किड स्वस्थ और सुंदर दिखता है। आप 24 घंटे रखे नल के पानी का इस्तेमाल भी पौधे के लिए कर सकते हैं।
7. धूप और रोशनी की सही मात्रा न देना
कारण:
बहुत तेज धूप में रखने से पत्तियां जल सकती हैं, जबकि कम रोशनी में फूल नहीं आते। गलत जगह पर रखने से पौधा कमजोर हो जाता है।
उपाय:
ऑर्किड को उज्ज्वल लेकिन अप्रत्यक्ष धूप वाली जगह रखें, आप चाहें तो एक पर्दा लगा सकते हैं जिससे धूप छनकर पौधे को मिले। खिड़की के पास हल्की रोशनी सबसे उपयुक्त होती है। हालांकि आप सुबह की हल्की धूप में पौधे को बाहर रख सकते हैं, लेकिन दोपहर की तेज धूप से बचाना जरूरी है।
नोट – ऑर्किड पौधों की कुछ किस्में 21 से 29°C तापमान और 60 से 80 प्रतिशत नमी वाले वातावरण में अच्छी तरह बढ़ती हैं। इसलिए किस्मों के अनुसार ऑर्किड को अलग-अलग तापमान की आवश्यकता हो सकती है।
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8. हवा के प्रवाह की कमी
कारण:
बंद और घुटन वाली जगह में रखने से नमी बढ़ जाती है। इससे फंगल रोग और जड़ों की समस्या हो सकती है।
उपाय:
पौधे को ऐसी जगह रखें, जहां हल्की हवा आती-जाती रहे। बहुत बंद जगह से बचें और जरूरत हो तो हल्का वेंटिलेशन रखें।
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9. कीट और फंगल रोगों की अनदेखी
कारण:
छोटे कीड़े, फंगस या धब्बों को नजरअंदाज करने से समस्या और ज्यादा बढ़ जाती है। इससे पूरा पौधा खराब हो सकता है।
उपाय:
पत्तियों और जड़ों की नियमित जांच करें। जरूरत पड़ने पर नीम का तेल या सुरक्षित जैविक फंगीसाइड का उपयोग करें। इसके अलावा संक्रमित हिस्से को हटा दें, इससे पूरा पौधा खराब होने से बच जाएगा।
निष्कर्ष:
थोड़ी सी सही जानकारी और नियमित देखभाल से ऑर्किड को लंबे समय तक स्वस्थ और सुंदर रखा जा सकता है। इन आम गलतियों से बचकर आप अपने ऑर्किड पौधे को अच्छे से बढ़ता हुआ देख सकते हैं। यह लेख आपको कैसा लगा, कमेंट में जरूर बताएं। ऐसे ही गार्डनिंग से जुड़े लेख पढ़ने के लिए फॉलो करें—organicbazar.net।
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