होम गार्डन में ड्रेनेज सिस्टम को मैनेज करने के तरीके – Manage Drainage System In Garden In Hindi

बरसात के समय पेड़-पौधों को पानी प्राकृतिक रूप से मिलता रहता है, इसीलिए मानसून के मौसम में  होमगार्डन में लगे हुए पौधों को नियमित रूप से पानी न देकर पौधों को वैकल्पिक रूप से पानी देने की जरूरत होती है। लेकिन लगातार हो रही बारिश से ओवरवाटरिंग, कीटों का प्रभाव तथा कई प्रकार के कवक रोग आदि गार्डन के पेड़-पौधों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इन सभी समस्याओं का एक प्रमुख कारण उचित जल निकासी व्यवस्था (वेल ड्रेनेज सिस्टम) न होने के कारण गार्डन में जलभराव होना है। इस आर्टिकल में हम रैनी सीजन गार्डन की इन्हीं परेशानी के बारे में बात करेंगे, और जानेगें कि बरसात के मौसम में गार्डन में जलभराव रोकने के लिए ड्रेनेज सिस्टम कैसे तैयार करें, मानसून में टेरेस गार्डन या बालकनी गार्डन में जल-निकासी व्यवस्था को ठीक करने के तरीके क्या हैं, इत्यादि। (garden me drainage system banane ke tarike)

रैनी सीजन गार्डन में ड्रेनेज सिस्टम क्यों जरूरी है – Why Is A Drainage System Important In Rainy Garden In Hindi

होम गार्डन में पर्याप्त जलनिकासी व्यवस्था न होने पर आपके गार्डन में ओवरवाटरिंग की समस्या उत्पन्न हो जाती है जिसके कारण आपके पौधे फंगल इन्फेक्शन, रूट रोट, ब्लैक स्पॉट तथा पौधे की सड़न रोग आदि बीमारियों से प्रभावित हो सकते हैं। इन सभी समस्याओं से अपने गार्डन के पौधों को बचाने के लिए एक अच्छी जल निकासी व्यवस्था का होना जरूरी है, यह:

  • पौधों को स्वस्थ रखने में सहायक होता है।
  • मिट्टी के कटाव को कम करता है।
  • पोषक तत्वों की हानि को कम करने में मदद करता है।

(यह भी जानें: ड्रिप सिंचाई प्रणाली क्या है? जानिए गार्डनिंग में इसके उपयोग…)

गार्डन में ड्रेनेज सिस्टम की जरूरत कब होती है – When Is A Garden Drainage System Required In Hindi

टेरेस गार्डन या ग्राउंड गार्डन में पेड़ पौधों को जलभराव से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए ड्रेनेज सिस्टम की जरुरत होती हैं। जब पौधो के आस पास ओवरवाटरिंग की संभावना अधिक होती है तब आपको अपने टेरेस गार्डन या बेक्यार्ड गार्डन में ड्रेनेज सिस्टम मेनेजमेंट के लिए काम करना चाहिए।

बरसात के गार्डन में ड्रेनेज व्यवस्था बनाने का सबसे अच्छा समय गर्मियों के अंतिम सप्ताह या बारिश की शुरूआत होने से पहले का होता है, क्योंकि इस समय गार्डन की मिट्टी सूखी होती है, जिसमें आप बेहतर तरीके से काम कर पाएंगे। अब आपके मन में सवाल आया होगा कि बारिश से पहले कैसे पता करें कि आपके ग्राउंड गार्डन या बैकयार्ड गार्डन में ड्रेनेज सिस्टम की जरूरत है या नहीं, तो आइये जानते हैं इसे कैसे पहचानेंगे:

  • सबसे पहले अपने ग्राउंड गार्डन के जलभराव सम्भावित क्षेत्रों में गड्ढ़े की खुदाई करें।
  • गड्ढा लगभग 23-25 इंच गहराई का होना चाहिए।
  • अब गड्ढे में पानी भरें और लगभग 4 घंटे के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
  • अगर 4 घंटे बाद भी गड्ढे में पानी मिले तो समझ जाइये कि आपके गार्डन में बरसात आने से पहले जल निकासी की व्यवस्था ठीक करने की जरूरत है।

(यह भी जानें: पौधों में ओवरवाटरिंग और अंडरवाटरिंग को कैसे पहचाने…)

गार्डन में जल निकासी व्यवस्था को ठीक करने के टिप्स – Tips For Fixing Drainage System In The Garden In Hindi

बारिश के तेज पानी से होने वाली जलभराव की समस्या रोकने तथा होम गार्डन में ड्रेनेज सिस्टम ठीक करने के लिए आप निम्न तरीके अपना सकते हैं:

  • अपने गार्डन की मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करें
  • गमले के ड्रेनेज होल चेक करें
  • टेरेस गार्डन में जल निकासी व्यवस्था में सुधार करने के लिए ड्रेनेज मेट का उपयोग करें
  • गार्डन से पानी बाहर निकालने के लिए एक ड्रेनेज सिस्टम बनायें

घर पर गार्डनिंग करने के लिए जरूरी सामग्री यहाँ से खरीदें:

पॉटिंग मिश्रण
गोबर खाद
वर्मीकम्पोस्ट
कोको पीट
वर्मीकुलाइट
प्लांट ग्रोथ प्रमोटर
नीम तेल
स्प्रे पंप
वॉटर केन
हैंड ट्रोवेल
ड्रेनेज मेट
ड्रिप इरिगेशन किट

मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करें – Improve Soil Quality For Better Drainage In Hindi

मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करें - Improve Soil Quality For Better Drainage In Hindi

मानसून के मौसम में लगातार तेज बारिश होने पर मिट्टी की ख़राब गुणवत्ता के कारण आपके टेरेस गार्डन में लगे हुए पॉटेड प्लांट्स को लम्बे समय तक ओवरवाटरिंग की समस्या का सामना करना पड़ सकता है, फलस्वरूप आपके पौधे मर जाएंगे। बरसात के समय अपने पौधों को स्वस्थ रखने के लिए सबसे जरूरी है गार्डन में बेहतर ड्रेनेज सिस्टम का होना। बारिश के पानी से टेरेस गार्डन के पौधों में जलभराव रोकने या बेहतर ड्रेनेज की व्यवस्था बनाने के लिए अच्छी गुणवत्ता वाली दोमट मिट्टी का उपयोग करना चाहिए। गमले या ग्रो बैग की मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए आप मिट्टी की निराई-गुणाई करके उसमें कोकोपीट, रेत, वर्मीक्यूलाइट इत्यादि भी मिला सकते हैं, या फिर नए पौधे लगाने के लिए अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी तैयार कर सकते हैं।

(यह भी जानें: बरसात में पौधे लगाने के लिए इस तरीके से बनाएं गमले की मिट्टी…)

गमले के ड्रेनेज होल चेक करें – Check Pot Drainage Holes For Better Drainage In Hindi

बारिश के मौसम में पौधों की ग्रोथ तेजी से होने के साथ इनमें कीट तथा रोगों के होने की सम्भावना भी अधिक होती है, इसीलिए मानसून में पौधों को किसी भी नुकसान से बचाने के लिए सबसे जरूरी होता है: ड्रेनेज सिस्टम का बेहतर होना। अपने टेरेस गार्डन के गमलों में जलभराव की स्थिति बनने से रोकने के लिए आपको गमले के ड्रेनेज होल चेक कर लेना चाहिए, ताकि पौधों में ओवरवाटरिंग की समस्या न हो। अगर गमलों के जलनिकासी छिद्र किसी कारणवश बंद हो गये हैं, तो आप उन्हें किसी गार्डनिंग टूल्स या अन्य पेंचकश की मदद से साफ़ करलें, ताकि गमलों से अतिरिक्त पानी बाहर निकल सके। बेहतर रिजल्ट के लिए गमलों को ड्रेन मैट के ऊपर रखना चाहिए।

(यह भी जानें: गार्डनिंग में जियो फैब्रिक ग्रो बैग के उपयोग की जानकारी…)

टेरेस गार्डन में ड्रेन मैट का उपयोग करें – Use A Drainage Mat In The Terrace Garden In Hindi

टेरेस गार्डन में ड्रेन मैट का उपयोग करें - Use A Drainage Mat In The Terrace Garden In Hindi

बरसात के मौसम में बारिश होने पर टेरेस गार्डन में रखे हुए गमलों के आस-पास पानी भर जाने के कारण गमले का पानी आसानी से बाहर नहीं निकल पाता। गमलों में जलभराव होने के कारण पौधों की जड़े खराब हो जाती हैं और बरसात में पौधा मर जाता है। अपने टेरेस गार्डन में ड्रेनेज व्यवस्था ठीक करने के लिए आपको अपने गमलों को ड्रेनेज मैट के ऊपर रखना चाहिए, ताकि बारिश का अतिरिक्त पानी आसानी से गमलों के जलनिकासी छिद्र से बाहर आ सके और पौधे स्वस्थ रहें।

(यह भी जानें: गार्डनिंग में ड्रेनेज मैट का उपयोग और उसके फायदे…)

रैनी गार्डन में ड्रेनेज सिस्टम बनायें – Build A Drainage System In Garden In Hindi

रैनी गार्डन में ड्रेनेज सिस्टम बनायें - Build A Drainage System In Garden In Hindi

ग्राउंड गार्डन में जल निकासी व्यवस्था (drainage system) बनाने के लिए आप एक नली की खुदाई कर सकते हैं, जिसकी मदद से बारिश का अतिरिक्त पानी गार्डन के बाहर निकाला जा सके। गार्डन में उचित जल निकासी व्यवस्था (Drainage system) बनाने के लिए निम्न स्टेप्स अपनाएं :

  • सबसे पहले अपने गार्डन की मिट्टी में जिस जगह पर सबसे ज्यादा पानी ठहरता है वह स्थान चुनें।
  • जलभराव वाली जगह चुनकर ढ़लान वाली जगह (पानी के बहाव की दिशा) से खुदाई शुरू करें।
  • खुदाई के लिए गार्डनिंग टूल्स हैंड ट्रॉवेल या कुदाल का इस्तेमाल करें।
  • और एक पतली नली के रूप में गार्डन के बाहरी छोर तक खुदाई करें जहाँ से पानी बाहर निकलेगा।

(यह भी जानें: मानसून गार्डनिंग में इन बातों का रखें खास ध्यान…)

अब आपका गार्डन ड्रेनेज सिस्टम बनकर तैयार है जहाँ से बारिश का अतिरिक्त पानी बाहर निकलेगा। आप चाहे तो गार्डन में एक गड्ढा बनाकर बारिश का ये अतिरिक्त पानी वहां जमा कर सकते हैं, ताकि बारिश न होने पर पौधों की सिंचाई की जा सके। आवश्यकतानुसार बारिश का पानी मिलना पौधों के लिए फायदेमंद होता है, इसीलिए यह एक अच्छा विकल्प है।

इस आर्टिकल में आपने जाना कि बरसात के समय अपने टेरेस गार्डन या बालकनी गार्डन के पौधों को जलभराव से रोकने तथा स्वस्थ रखने के लिए गार्डन में जलनिकासी व्यवस्था को कैसे ठीक करना चाहिए। अगर आप भी अपने रैनी सीजन टेरेस गार्डन में ओवरवाटरिंग की समस्या से परेशान हैं, तो ऊपर बताए हुए टिप्स को अपनाकर अपने गार्डन के ड्रेनेज सिस्टम को मैनेज कर सकते हैं। गार्डनिंग से रिलेटेड और भी लेख पढ़ने के लिए Organicbazar.net पेज पर जाएं।

Leave a Comment