फ्लावर गार्डन कैसे शुरू करें, जानिए टिप्स एंड तरीकें – How To Start A Flower Garden In Hindi

अपने घर में फ्लावर गार्डन शुरू करना एक शानदार अनुभव हो सकता है क्योंकि इसमें आप विभिन्न प्रकार के फूल लगा सकते हैं। गार्डन में खिलने वाले यह खूबसूरत फूल अलग अलग मौसम के दौरान अलग अलग रंग, आकार और सुगंध से भरें होते हैं। यदि आप भी फ्लावर गार्डन स्टार्ट करने के बारे में सोच रहे हैं, तो यह बहुत ही खूबसूरत ख्याल हैं। फ्लोवरिंग गार्डन स्टार्ट करने के लिए हमें कुछ महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान देना होता हैं। जैसे – गार्डन के लिए सही लोकेशन, अच्छी मिट्टी वाला स्थान, फूलों के प्रकार, गार्डन की देखभाल और पौधों को सन लाइट कैसे प्राप्त होगा आदि। फूलों का बाग बनाने के लिए सबसे पहले एक अच्छी योजना बनाना और उसके अनुरूप काम करना बेहद जरूरी होता हैं। गार्डन को सजाने के लिए हम तरह तरह के फूल, कुछ सुंदर पत्थर, रंग बिरंगी मिट्टी और डेकोरेटिव वस्तुओं का उपयोग कर सकते हैं।

पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए प्लास्टिक वस्तुओं के स्थान पर ऑर्गनिक मटेरियल का उपयोग करें तो ओर भी अच्छा रहेगा। तो आइए जानते हैं कि फ्लावर गार्डन कैसे शुरू करें? इस बारें में हम स्टेप वाय स्टेप सारी प्रक्रिया जानेंगे।

फ्लावर गार्डन कैसे शुरू करें – How To Start Flower Garden In Hindi

फ्लावर गार्डन कैसे शुरू करें - How To Start Flower Garden In Hindi

सही स्थान का चयन – Choose The Right Location For Flower Garden In Hindi

गुलाब - Rose Flowering Plant In Garden In Hindi

जब हम फ्लावर गार्डन की शुरुआत करते हैं तो इसके लिए सबसे अहम होता सही लोकेशन का चयन करना। गार्डन के लिए जगह का चयन करते समय यह ध्यान रखें कि फूलों के पौधों को कम से कम 6-8 घंटे की धूप अवश्य मिल सकें। गार्डन खुली जगह में होगा तो अच्छा रहेगा क्योंकि हवा आने से गार्डन और पौधों का वातावरण खुशमिजाज रहता हैं। कुछ पौधे छांव में अच्छी ग्रोथ करते हैं और कुछ धूप में अच्छी ग्रोथ करते हैं, इसलिए गार्डन में ऐसा स्थान भी होना चाहिए जहां छांव वाले पौधों को रखा जा सकें। बता दें कि मिट्टी की गुणवत्ता भी अनिवार्य हैं, इसलिए अच्छी खाद और पोषक तत्वों से युक्त स्थान का चयन करना अच्छा रहेगा।

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गार्डन की डिज़ाइन – Flower Garden Design In Hindi

खूबसूरत फूलों का गार्डन बनाने के लिए सही डिजाईन का चयन करना बहुत जरूरी हैं। गार्डन की डिजाइन जितनी सरल, आकर्षक और फ्रेंडली होगी गार्डन भी उतना ही अधिक ब्यूटीफुल लगेगा। पौधों को सही ढंग से लगाना और पौधों की हाईट व इनमें लगने वाले रंग बिरंगे फूलों को व्यवस्थित करना किसी भी गार्डन को सुंदर बना सकता हैं। गार्डन में फूलों के अलावा घूमने फिरने के लिए अच्छा रास्ता होना चाहिए, बेंच और डेकोरेटिव आइटम्स का सही तरीके से प्लेसमेंट करना जरूरी हैं। बता दें कि गार्डन में किसी विशेष पॉइंट के आसपास फब्बारे (फाउंटेन), मूर्ती या फिर बर्ड बाथ आदि का उपयोग किया जा सकता हैं। गार्डन में रंगीन फूलों का मिश्रण, सीजनल फ्लावर की उपस्थिति भी गार्डन की डिज़ाइन को सुंदर बनाने में मदद करते हैं।

सही फूल चुनें – Select the Right Flowers For Flower Garden In Hindi

गार्लिक वाइन - Garlic Vine Flower In Hindi

सबसे पहले हमें मौसम और जगह के अनुकूल फ्लावर को चुनना चाहिए। गार्डन की डिजाइन को ध्यान में रखते हुए फूलों का चयन करना सही रहता हैं। फूलों का रंग, साइज और वेरायटी का ध्यान रखना जरूरी होता हैं कि कौन से फूल कहां, कैसे और कितनी संख्या में लगाना हैं। यदि आप पेरेन्नियल्स (बारहमासी) फ्लावर के पौधे लगाते हैं तो गार्डन हमेशा फूलों से भरा रहेगा। इसके अलावा आप खुशबू वाले फूल भी चुन सकते हैं जो गार्डन को अपनी महक से तरोताजा बनाए रखते हैं। बता दें कि शेड (छाया) और धूप (सन लाइट) की उपलब्धता का हिसाब से भी फूलों का चयन करें। देशी पौधों का इस्तमाल करना भी सही रहेगा क्योंकि ये पौधे आपने क्षेत्र के मौसम और भूमि के अनुकूल होते हैं।

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मिट्टी तैयार करें – How To Prepare Soil For Flower Garden In Hindi

ऑर्गनिक तरीके से फूलों का बगीचा बनाने के लिए अच्छी मिट्टी तैयार करना बेहद जरूरी हैं। या फिर आप फ्लावर गार्डन के लिए ऐसे स्थान का चयन करें, जहां कि मिट्टी पोषक तत्वों से भरी हो। बता दें कि किचन वेस्ट कम्पोस्ट और पेड़-पौधों के पत्तों का इस्तेमाल करके हम अच्छा कम्पोस्ट तैयार कर सकते हैं जिसका उपयोग मिट्टी को पोषक तत्व प्रदान करने में किया जा सकता हैं। वर्मीकल्चर का इस्तेमाल भी किया जा सकता हैं। यदि हम केंचुओं से बनी खाद को मिट्टी के साथ मिलाते हैं तो यह कीचड़ की लेयर बनाते हैं जिससें पौधों को पोषक तत्व मिलने में मदद मिलती हैं। गार्डन की मिट्टी को अच्छा बनाने के लिए हम ग्रीन मन्युर का उपयोग कर सकते हैं। कुछ ऐसे छोटे छोटे पौधों को बगीचें में लगा सकते हैं, जो मिट्टी के साथ मिलकर डिकम्पोस हो जाएं और मिट्टी को पोषक तत्वों से भर दें।

ग्रो बैग या गमले का चयन करें – Choose The Grow Bag Or Pot In Hindi

हींग का पौधा लगाने के लिए ग्रो बैग साइज - Grow Bag Size For Planting Asafoetida Plant In Hindi

अपनी फूलों की बगिया को शानदार लुक देने के लिए हम ग्रो बैग या अच्छे ड्रेनेज गमलों का उपयोग कर सकते हैं। कुछ पौधे ग्रो बैग जैसे कंटेनर में अच्छे से ग्रोथ करते हैं और इन्हें किसी भी स्थान पर रखने में सुविधा होती हैं। पौधों के हिसाब से ग्रो बैग का साइज चुने और अच्छी पॉटिंग मिक्स भरकर प्लांट लगा दें।

गार्डनिंग टूल्स – Gardening Tools For Flowers Garden In Hindi

फ्लावर गार्डन तैयार करते समय हमें गार्डनिंग टूल्स की आवश्यकता होगी जिनकी मदद से पौधों को लगाने में आसानी होती हैं। बता दें कि शोवेल, हैंड ट्रॉवेल, वाटर कैन, गार्डनिंग ग्लव्स, प्रूनिंग शियर्स, साइल टेस्टिंग किट आदि टूल्स की मदद से गार्डन में फूलों के पौधे आसानी से लगा सकते हैं।

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प्लांटिंग – Plant Planting In Flower Garden In Hindi

पौधे की ट्रांसप्लांटिंग में आसानी - Easy To Transplant A Plant Grown In A Seedling Tray In Hindi

फूलों को सही समय पर लगाने का अपना महत्त्व हैं क्योंकि सभी तरह के फूलों को लगाने का अलग समय होता हैं जैसे वसंत (स्प्रिंग) या पतझड़ (फाल्स) आदि। इसलिए पौधों की प्लांटिंग के समय को ध्यान में रखें ताकि फूल अच्छे से विकसित हो सकें। पौधों को लगाते समय दूरी का ध्यान रखें क्योंकि अच्छा स्पेस होने से पौधों की ग्रोथ अच्छी होती हैं। फ्लावर प्लांट के लिए पॉटिंग मिक्स उपयोग सोच समझकर करें, क्योंकि कुछ पौधे अम्लीय मिट्टी पसंद करते हैं तो कुछ क्षारीय मिट्टी। इसलिए साइल टेस्टिंग करके सही मिट्टी का चयन करना चाहिए। फूल वाले पौधों को लगाते समय इस बात का ध्यान रखे कि इनकी रूट किसी तरह से प्रभावित न हो। पौधों को धीरे-धीरे और ध्यान से लगायें, और उन्हें पानी देकर अच्छे से सेटल होने दें।

फूलों के बगीचे का रख रखाव – Flower Garden Maintenance In Hindi

फ्लावर गार्डन का मेंटेनेंस करना बेहद जरूरी हैं। क्योंकि इसी से फूलों को स्वस्थ और खूबसूरत बनाया जा सकता हैं। रोजाना वीड्स को हटाना, प्लांट की कटिंग करना और फेडेड फूलों को डेडहेडिंग के माध्यम से हटाना आदि इसमें शामिल हैं। बता दें कि पौधों की मल्चिंग करना भी अच्छा होता हैं, जो मोइस्चर प्रोवाइड करता हैं वीड ग्रोथ को भी कम करता हैं।

नियमित रूप से पौधों की देखभाल करना बेहद जरूरी होता हैं, जैसे – प्लांट को सही समय पर पानी देना, जैविक खाद देना, और कीटाणुओं को कंट्रोल करना आदि। बता दें कि गार्डन के लेआउट और डिज़ाइन को भी मेंटेन करते रहना चाहिए। बगीचे में उपस्थित डेकोरेटिव एलिमेंट, वाल्किंग वे और बेंच को साफ सुतरा और व्यवस्थित बनाए रखें, जिससे गार्डन अच्छा दिखें।

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पानी – Watering In Hindi

8. Reduce Watering the Plants

प्लांट के अच्छे विकास के लिए सही समय पर पानी देना बहुत जरूरी हैं। बता दें कि पौधों को सुबह या शाम के समय पानी देना अच्छा होता हैं, क्योंकि इस समय के दौरान तापमान थोड़ा कम होता हैं और पानी अच्छे से अवशोषित होता हैं। जहां तक हो सकें पौधों की जड़ में पानी देना अच्छा रहता हैं। ड्रिप सिंचाई के माध्यम से पौधों की जड़ों को अच्छे से पानी दिया जा सकता हैं। ध्यान रहें कि ओवर-वॉटरिंग से भी पौधे नुक्सान उठा सकते हैं, इसलिए पानी देने का सही बैलेंस बनाएं रखें।

जैविक खाद – Organic Fertilizer In Hindi

प्लांट की अच्छी ग्रोथ के लिए हम कम्पोस्ट, वर्मीकम्पोस्ट, गोबर की खाद, नीम की खाद व केंचुए की खाद जैसे जैविक उर्वरक का उपयोग कर सकते हैं। किचन वेस्ट कम्पोस्ट या फिर सड़े गले पत्तों से बनाएं गए ऑर्गनिक खाद का इस्तेमाल मिट्टी को पोषक तत्व प्रदान करने के लिए किया जा सकता हैं।

रंग बिरंगे फूलों का इस्तेमाल – Use Of Colorful Flowers In Hindi

डिफरेंट वैरायटी के फूल के पौधे लगाएं - Plant Different Varieties Of Flowers For Attract Butterflies In Garden In Hindi 

फ्लावर गार्डन को आकर्षक बनाने के लिए आप वाइब्रेंट और आकर्षक कलर कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल कर सकते हैं। तो आइयें हम आपको कुछ कॉमन स्कीमों के बारें में बताते हैं जिनकी मदद से आप गार्डन को रंगीन बना सकते हैं। मोनोक्रोमैटिक (Monochromatic) स्कीम में एक ही रंग के फूलों का इस्तेमाल किया जाता हैं। कॉम्प्लिमेंटरी (Complementary) स्कीम में विपरीत रंगों के फूलों का इस्तेमाल किया जाता हैं। एनालॉगस (Analogous) इस स्कीम में रंग बिरंगे फूलों का मिश्रण लगाया जाता हैं। और त्रिएडिक (Triadic) में त्रिकोणीय आकार में रंगों को अरेंज किया जाता हैं। सीजनेवल फूल के पौधों को लगाकर फ्लोवर गार्डन को बेहतरीन बनाया जा सकता हैं।

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इस लेख में हमने जाना कि फ्लावर गार्डन कैसे शुरू करें? आपको हमारा लेख कैसा लगा और लेख से सम्बंधित कोई सुझाव आपके पास हैं तो हमारे साथ जरूर साझा करें, धन्यवाद।

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