ऐसे करें अंगूर की बेल की प्रूनिंग, भर जाएगा पौधा अंगूर के गुच्छों से – How To Prune Grape Vines To Get The Best Harvest In Hindi 

अंगूर मीठे, रसीले, स्वादिष्ट और पसंदीदा फलों में से एक है, जिसे बच्चों से लेकर बड़े-बड़े लोग भी खाने के शौकीन होते हैं, कुछ लोग ताजा और ऑर्गेनिक अंगूर खाने के लिए अपने घरों में भी उगाते हैं। यह पौधा परिपक्व होने के बाद लगातार कई सालों तक फल देता है, बशर्ते इसकी सही से देखभाल और प्रूनिंग की जाए। कभी-कभी आपने देखा होगा, कि यह बेल तो बहुत लंबी और स्वस्थ होती है, लेकिन इस पर फल कम लगते हैं, इसकी वजह प्रूनिंग न करना भी हो सकता है। प्रूनिंग न करने पर यह बेल अधिक लंबी और घनी हो जाती है, जिससे उसे पर्याप्त धूप और पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं और अंगूर के गुच्छे लगना कम हो जाता है। आज के लेख में हम आपको अंगूर के पौधे की प्रूनिंग के बारे में बतायेंगे।

घर पर उगाए गए अंगूर की बेल की प्रूनिंग क्यों जरूरी होती है, प्रूनिंग कब और कैसे करें, लताओं की छंटाई करने का सही समय और तरीका जानने के लिए लेख पूरा पढ़ें।

अंगूर की बेल की प्रूनिंग क्यों जरूरी है – Why Pruning Grape Vine Is Important In Hindi 

अंगूर की बेल की प्रूनिंग क्यों जरूरी है - Why Pruning Grape Vine Is Important In Hindi 

यह एक बारहमासी बेल वाला पौधा है, इसका मतलब है कि यह एक बार लगाने पर इससे कई सालों तक फल मिलते हैं। इसलिए इसे स्वस्थ, मजबूत और लगातार ग्रोथ करने के लिए प्रूनिंग करना जरूरी होता है। इसके अलावा भी इस बेल की प्रूनिंग करते रहने के और भी कई फायदे हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं:-

  • प्रूनिंग से फलों की उत्पादन क्षमता में सुधार आता है अर्थात बेल में अधिक फल लगते हैं।
  • इससे बेल के समस्त भागों में धूप तथा बेहतर वायु संचरण बना रहता है।
  • पौधे के सभी हिस्से में पोषक तत्वों की आपूर्ती हो जाती है।
  • किसी भी रोग के संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकता है।
  • बेल को सुन्दर और साफ़ सुथरा बनाया जा सकता है।

(यह भी जानें: अंगूर का पौधा घर पर कैसे लगाएं?….)

अंगूर की बेल की प्रूनिंग कब करें – When To Prune Grape Vine In Hindi 

इस बेल वाले पौधे की प्रूनिंग साल में एक बार की जानी चाहिए, यदि बात समय की करें, तो जनवरी से मार्च महीने के बीच का समय इसकी प्रूनिंग के लिए बेस्ट होता है। इस समय पौधा सर्दियों की निष्क्रिय अवस्था में होता है तथा प्रूनिंग करने के बाद यह नई ग्रोथ करने के लिए तैयार हो जाता है।

यदि आप अंगूर की बेल की प्रूनिंग करना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको यह जानना होगा, कि बेल में कितने भाग होते हैं और इन्हें क्या कहा जाता है।

आइये जानते हैं- अंगूर की बेल के कुछ भागों के बारे में।

अंगूर की बेल के प्रमुख भाग – Parts Of Grape Vine In Hindi 

इस फ्रूट प्लांट की बेल में निम्न भाग होते हैं:-

  • ट्रंक (Trunk) – बेल की वह पुरानी (लंबी) शाखा जो वर्टिकली ग्रो करती है।
  • कॉर्डन (Cordon) – अंगूर की बेल की वह पुरानी शाखा, जो क्षैतिज रूप से बढ़ती है।
  • आर्म्स (Arms) – बेल की बाहर की ओर अधिक फैलने वाली शाखाओं को आर्म्स कहा जाता है।
  • शूट (Shoots) – बेल की वह शाखाएं, जो ग्रोइंग सीजन के समय लीफ नोड से निकलती हैं, उन्हें शूट्स कहा जाता है।
  • कैन (Canes) – एक साल पुरानी बेल जिस पर अंगूर के फल लगते हैं, उन्हें कैन कहा जाता है।
  • बड्स (Buds) – बड्स या कलियाँ उन हिस्से हो कहा जाता है, जो बेल की नोड से ग्रो करते हैं तथा आगे जाकर फूलों, कलियों या पत्तियों में परिवर्तित हो जाती है।

आइये अब जानते हैं-  अंगूर की बेल की प्रूनिंग करने का सही तरीका।

(यह भी जानें: ग्राफ्टिंग क्या है, और यह कैसे की जाती है…)

अंगूर की बेल की प्रूनिंग कैसे करें – How To Prune Grape Vine In Hindi 

अंगूर की बेल की प्रूनिंग कैसे करें - How To Prune Grape Vine In Hindi 

अंगूर की बेल की प्रूनिंग के लिए आपको निम्न स्टेप्स को फॉलो करना होगा:-

  • प्रूनिंग करने के लिए आपको प्रूनर, कैंची और ग्लव्स की जरूरत होगी।
  • सबसे पहले प्रूनर की मदद से बाहर की ओर फैलने वाली शाखाओं को प्रून कर दें।
  • इसके बाद जो शाखाएं मुख्य शाखा तक सूर्य प्रकाश पहुँचने में रुकावट पैदा करती हैं, उनकी प्रूनिंग कर दें।
  • बेल पर बहुत सारे बड्स (कलियाँ) होते हैं, जो आगे चलकर फल बनते हैं। यदि बेल की एक शाखा पर 10 से 12 बड्स लगे हुए हैं, तो आप उनमें से 5 या 6 मजबूत बड्स को छोड़कर बाकियों की प्रूनिंग कर सकते हैं।
  • मजबूत और परिपक्व बड्स की पहचाने करने का सबसे अच्छा तरीका है, कि जो बड्स आपको स्मूथ और गहरे हरे रंग के दिखते हैं, वही आगे चलकर परिपक्व गुच्छे का निर्माण करते हैं।
  • इसके अतिरिक्त आप बेल के कीट व रोग से संक्रमित हिस्से की प्रूनिंग भी कर सकते हैं।
  • अंगूर की बेल की अधिक बढ़ने वाली शाखा के शीर्ष हिस्से की प्रूनिंग कर देना चाहिए, इससे फलों को विकसित होने के लिए पोषक तत्व प्राप्त होने लगेंगे।

(यह भी जानें: गार्डन में पेड़-पौधों की प्रूनिंग कैसे करें, जाने सही तरीका और अन्य बातें…)

इस लेख में आपने जाना, कि अंगूर के पौधे या अंगूर की बेल की प्रूनिंग कब और कैसे करें, छंटाई करने का सही समय और और तरीका तथा इस पौधे की प्रूनिंग क्यों जरूरी होती है। उम्मीद है हमारा लेख आपको अच्छा लगा हो, लेख के संबंध में आपके जो भी सुझाव हैं, हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

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