कोकोपीट क्या है, तथा इसमें बीज कैसे उगाएं – How To Grow Seeds In Coco Peat In Hindi

लगभग सभी लोग गार्डनिंग करने के लिए मिट्टी में बीजों को लगाते हैं, पर कई बार बीज सड़ जाते हैं या उग नही पाते, इसीलिए बीजों को अच्छे से जर्मीनेट करने के लिए आप कोकोपीट (Coco Coir) का इस्तेमाल कर सकते हैं। सब्जियों व फूलों के बीज अंकुरित करने के लिए कोको कॉयर (cocopeat) एक अच्छा माध्यम है, जो लम्बे समय तक पानी को सोखकर रखने की क्षमता के साथ बैक्टीरिया या फंगस न लगने जैसी खासियत रखता है। कोकोपीट को मिट्टी के साथ या मिट्टी के बिना भी सीड जर्मिनेशन के लिए भी उपयोग किया जा सकता है। इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि कोकोपीट में बीज जर्मीनेट तथा पौधों के लिए कोको पीट का उपयोग कैसे करें, कोको कॉयर में बीज अंकुरण में कोकोपीट के फायदे क्या हैं, के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

कोकोपीट क्या है What Is Coco Peat In Hindi

कोकोपीट क्या है - What Is Coco Peat In Hindi

कोको कॉयर या कोकोपीट (cocopeat) को नारियल के छिलकों को रगड़ने से प्राप्त धूल से बनाया जाता है, जो कई गुणों से भरपूर होने के कारण पौधों के लिए फायदेमंद होता है।

कोकोपीट कहां से खरीदें – Where To Buy Coco Peat In Hindi

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गमले या ग्रो बैग
सीडलिंग ट्रे
कोकोपीट
कोको कोइंस
पॉटिंग मिट्टी
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कोकोपीट में उगाएं जाने वाले प्लांट – Best Plants To Grow In Coco Peat In Home Gardening In Hindi

अक्सर आपके दिमाग में यह विचार आता होगा कि, कोको पीट में कौन से पौधे उगते हैं, तो जानें: घर पर कोकोपीट में लगभग सभी प्रकार के पौधों को उगया जा सकता है। कोकोपीट का पीएच मान 5 से 7 के बीच में होता है, जो सब्जी वाले पौधे ग्रो करने के लिए बेस्ट होता है। विभिन्न प्रकार की सब्जियों, फूल और जड़ी बूटी के बीज खरीदने के लिए यहां क्लिक करें।

कोकोपीट का उपयोग कैसे करें – How To Use Coco Peat In Pots For Plants In Hindi

चलिए जानते हैं, कोकोपीट के इस्तेमाल या यूज़ करने के बारे में।

  1. कोकोपीट, कोइंस और ब्रिक्स के आकार में आता है, जिसे आप ऑनलाइन खरीद सकते हैं।
  2. अब सीडलिंग ट्रे में रखे कोकोपीट को नम बनाएं।
  3. जब कोकोपीट पानी को सोख लेती है, तो वह फूलकर आकार में बड़ी हो जाती है।
  4. अब आप कोकोपीट में बीज या पौधे लगा सकते हैं।
  5. अब इस कोकोपीट में अंकुरित पौधों को सही आकार के ग्रो बैग या गमले की मिट्टी में रोपित करें।
  6. पौधों को प्रत्यारोपित करने के बाद पौधे पर पानी डालें एवं पौधे को ऐसी जगह पर रखें, जहाँ सूर्य की पर्याप्त रोशनी मिल सके।

(यह भी जानें: पौधों को ट्रांसप्लांट करने के टिप्स…)

कोको पीट में बीज कैसे लगाएं – How To Germinate Seeds In Coco Coir Or Coco Peat In Hindi

कोको पीट में बीज कैसे लगाएं - How To Germinate Seeds In Coco Coir Or Coco Peat In Hindi

आप अपने घर पर कोकोपीट के इस्तेमाल से बीजों को आसानी से अंकुरित (Germinate) कर सकते हैं, आइयें जानते हैं बीज को जर्मिनेट करने की प्रोसेस के बारे में।

  1. सीड जर्मीनेट करने के लिए सीडलिंग ट्रे या ग्रो बैग में कोकोपीट भरें, बीज अंकुरित करने के लिए आप कोकोपीट कोइन्स का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
  2. कोकोपीट को नम बनाने के लिए इसमें पानी डालें, पानी डालने के बाद उंगली या अन्य गार्डनिंग टूल्स की मदद से इसमें छिद्र करें।
  3. अब इस छिद्र में बीज को उसके डायमीटर (Diameter) से दोगुनी गहराई में लगाएं।
  4. बीज लगाने के बाद सीडलिंग को नियमित रूप से पानी देंते रहें।
  5. लगभग एक से दो सप्ताह में बीज अंकुरित हो जाते हैं, पर आस पास के वातावरण व बीज क्वालिटी के आधार पर बीज अंकुरित होने में कम या ज्यादा समय लग सकता है।
  6. अब पौधे बड़े होने पर आप इन्हें उचित आकार के पॉट में लगा सकते हैं।
  7. यदि आप मिट्टी के साथ कोकोपीट को मिलाकर पौधे को रोपित करना चाहते हैं, तो कोकोपीट एवं मिट्टी को बराबर मात्रा में मिलाना चाहिए।
  8. मिट्टी के साथ मिलाने से पहले कोकोपीट को नम बना लें।

(यह भी जानें: कोकोपीट कॉइंस का उपयोग कर कैसे करें बीज अंकुरित…)

कोकोपीट के फायदे – Coco Peat Benefits For Plants In Hindi

होम गार्डन या टेरिस गार्डन में कोकोपीट के कई लाभ होते हैं, आइये जानते हैं पौधों को कोको कॉयर के इस्तेमाल से होने वाले प्रॉफिट के बारे में।

  • कोकोपीट में पानी धारण करने की क्षमता, मिट्टी की अपेक्षा अधिक होती है जिससे पौधे लगे कोकोपीट में आवश्यकता अनुसार नमी बनी रहती है।
  • गार्डन या गमले की मिट्टी में इसे मिलाने से मिट्टी ढीली या भुरभुरी हो जाती है, जिसके कारण पौधे की जड़ें मिट्टी में आसानी से विकसित हो सकती हैं।
  • यह एंटी फंगल होता है अर्थात इसमें बैक्टीरिया और फंगस लगने के चांसेस बहुत कम होते हैं।
  • कोको कॉयर जल्दी खराब नही होता, इसीलिए आप इसको एक बार बनाने के बाद लगभग सालभर यूज़ कर सकते हैं।
  • यह काफी सस्ता होता है या फिर इसे घर पर ही आसानी से बनाया जा सकता है।
  • गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में कोकोपीट मिलाने से मिट्टी में वायु का प्रवाह अच्छे से होता है, जिससे होम गार्डन में लगे पौधे अच्छी तरह से ग्रो करते हैं।

(यह भी जानें: गार्डनिंग के लिए कोकोपीट के लाभ…)

कोकोपीट में लगे पौधों की देखभाल – Care Of Cocopeat Plants In Hindi

आइये जानते हैं कोको कॉयर (cocopeat) में लगे पौधों की देखभाल के तरीके के बारे में।

  • हर एक से दो दिन में पौधे लगे कोकोपीट में नमी के अनुसार ही पानी दें, चूंकि कोकोपीट की जल धारण क्षमता अधिक होती है इसीलिए कोकोपीट सूखी दिखाई देने पर ही पानी दें।
  • कोकोपीट में केवल पौधों को अंकुरित किया जा सकता है, पौधों का विकास करने के लिए कोकोपीट में आवश्यक पोषक तत्व नही होते हैं, इसीलिए इसमें पौधे उगाने के लिए उर्वरक और खाद मिलाने की आवश्यकता होती है।
  • लिक्विड जैव उर्वरकों के उपयोग से कोकोपीट में पोषक तत्वों को बढ़ाया जा सकता है, जिससे पौधे अच्छे से ग्रो कर सके।
  • कोकोपीट को कम रोशनी एवं थोड़ी गर्म जगह पर रखें, क्योंकि इसको बीज अंकुरण के दौरान ज्यादा धूप की जरूरत नहीं होती है।

(यह भी जानें: गर्मियों में गार्डन के पौधों को रखें स्वस्थ, ऐसे करें देखभाल…)

निष्कर्ष – Conclusion

इस आर्टिकल में आपने जाना कि, कोकोपीट क्या है, इसके फायदे व बीज जर्मीनेट कैसे करें, के बारे में बिस्तार से समझा। आशा करते हैं कि इस आर्टिकल में दी गयी जानकारी आपके लिए हेल्पफुल साबित होगी। गार्डनिंग से रिलेटेड और भी महत्वपूर्ण लेख पढ़ने के लिए Organicbazar.net पेज पर जाएं। इस लेख से सम्बंधित आपके जो भी सवाल या सुझाव हों, हमें कमेंट में जरूर बताएं।

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