आलू भारतीय घरों में सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाली सब्जी है। आटा और चावल की तरह आलू का भी भोजन में नियमित इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए आलू का उत्पादन करना या घर पर आलू उगाना एक अच्छा व्यवसाय माना जाता है। आलू में कार्बोहाइड्रेट पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है और अन्य सब्जियों की अपेक्षा इसकी बड़े पैमाने पर खेती होती है। यह एक ऐसी सब्जी है, जिसकी बहुत अधिक मांग है। पारंपरिक रूप से किसान खेतों में आलू उगाते हैं। लेकिन आलू किसी भी कंटेनर जैसे बड़े गमले, ड्रम, बाल्टियों, बक्सों, ग्रो बैग या बोरी आदि में आसानी से उग सकते हैं। इस आर्टिकल में, आप जानेंगे कि, गमले, कंटेनर या ग्रो बैग में आलू सफलतापूर्वक कैसे उगाएं, आलू उगाने का आसान तरीका तथा आलू की कब और कैसे बुआई की जाती है।
आलू बोने का सही समय क्या है? – Potato Growing Season In India In Hindi
आलू मुख्य रूप से ठंडे मौसम वाली फसल है। भारत के विभिन्न भागों में आलू की बुवाई का समय अलग-अलग होता है।
- भारत के मध्य मैदानों में आलू सर्दी या रबी की फसल है। इसलिए यहां आलू की बुवाई का सही समय अक्टूबर और नवंबर का महीना होता है।
- दक्कन के पठार में, यानी आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में आलू खरीफ और रबी दोनों की फसल है। इन क्षेत्रों में आलू की दो फसलें मध्य जून से मध्य जुलाई तक और फिर अक्टूबर और नवंबर के दौरान उगाई जाती हैं।
- दक्षिणी मैदानों में, आलू पूरे वर्ष गर्मियों, शरद ऋतु और वसंत ऋतु के दौरान उगाए जाते हैं। आलू की खेती अप्रैल/मई, अगस्त/सितंबर और जनवरी के दौरान की जाती है।
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आलू से आलू का पौधा कैसे विकसित करें – How To Grow Potato Plant From Potato In Hindi
चूँकि आलू ठंडे मौसम वाली फसल है। इसलिए मानसून और ठण्ड का मौसम आलू उगाने का सबसे अच्छा समय है। बीज की अपेक्षा आलू से आलू उगाना बेहतर माना जाता है। आलू खुद बीज होते हैं जिनमें आलू के कंद में गांठों से अंकुर (sprout) या कलियां (bud) निकलती हैं। आलू को नम जगहों पर कुछ दिन रखने से अंकुर या आंखें निकल आती हैं। इस आलू को काटकर मिट्टी में बुवाई की जा सकती है। आलू बीज (Seed potatoes) संक्रमण और रोग मुक्त होते हैं।
(और पढ़ें: सब्जियों के बीजों को अंकुरित करने की सम्पूर्ण जानकारी….)
आलू कितने दिन में उगते हैं – Potato Growing Duration In Hindi
रोपण से लगभग 100 से 130 दिन में आलू की फसल आमतौर पर तैयार हो जाती है और अगर आप खेत में आलू उगा रहे हैं, तो 250 से 275 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उपज की उम्मीद कर सकते हैं।
आलू उगाने के लिए ग्रो बैग का साइज़ – Size Of Grow Bag For Growing Potatoes In Hindi
घर पर आलू को लगाने के लिए आप निम्न साइज़ के ग्रो बैग या गमले का चयन कर सकते हैं, जैसे:
- 12 X 15 Inch Potato Bag
- 15×15 inch ग्रो बैग
- 60 X 15 X 15 इंच का रेक्टेंगल ग्रो बैग
- 5 X 1 X 1 फीट साइज़ का रेक्टेंगल ग्रो बैग
(और पढ़ें: जानें किस साइज के ग्रो बैग में कौन सी सब्जी लगा सकते हैं….)
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बालकनी में आलू कैसे उगाएं? – How To Grow Potatoes In Balcony In Hindi
बालकनी में आलू के पौधे उगाने के कई अलग-अलग तरीके हैं। उनमें से आप अपनी बालकनी में उपलब्ध जगह के अनुसार कोई एक तरीका चुन सकते हैं। यदि आपके पास बड़ा बगीचा (garden) नहीं है, तो आप गमलों (pots) में, ग्रो बैग में आलू उगा सकते हैं और यदि आपके पास जगह है तो आप आलू को पंक्तियों (rows) में या उभरी हुई क्यारियों (raised beds) में भी लगा सकते हैं। आलू लगभग 45° से 55°F (या 10° से 13°C) के बीच ठंडी, अच्छी जल निकासी वाली, ढीली मिट्टी में सबसे अच्छी तरह उगते हैं। आलू उगाने के लिए ऐसे स्थान का चुनाव का चयन करें जहाँ प्रतिदिन कम से कम 6 घंटे की धूप मिले।
बालकनी में आलू उगाने के तरीके – Steps To Growing Potatoes In Garden In Hindi
- सही किस्म का आलू चुनें (Pick the right variety Potato) – कंटेनर या ग्रो बैग में आलू उगाने से पहले यह तय कर लें, कि आपको किस किस्म का आलू उगाना है। आप जिस भी किस्म का आलू चुनें, उस आलू का बीज रोग मुक्त होना चाहिए।
- आलू काटें (Cut Potato) – बीज आलू एक प्रकार का कंद होता है यह बीज नहीं होते हैं। ये पूरी तरह से विकसित आलू होते हैं, जिन्हें टुकड़ों में काटा जाता है और बीज की तरह लगाया जाता है। प्रत्येक कंद (tuber) को कई सेक्शन में काटने के लिए साफ और तेज चाकू का उपयोग करें। हर सेक्शन में कम से कम एक “आंख” और एक इंच मांस (flesh) हो। कटे हुए आलू को बोने से पहले 24-48 घंटे के लिए छोड़ दें।
- सही जगह पर आलू बोएं (correct place To Growing Potato) – बेहतर विकास के लिए आलू को 6 से 8 घंटे सीधी धूप की जरूरत होती है। इसलिए आलू बोने के लिए सही जगह चुनें।
- आदर्श मिट्टी का चयन – आदर्श रूप से मिट्टी का तापमान कम से कम 50°F या 10°C होना चाहिए। मिट्टी हल्की और सूखी होनी चाहिए। मिट्टी सघन और अधिक गीली होने पर आलू के बीज अन्य बीजों की तरह सड़ जाएंगे। अतः उचित जल निकासी वाली एक आदर्श मिट्टी तैयार करें। आलू 5.2 से अधिक पीएच वाली अम्लीय मिट्टी को पसंद करते हैं।
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कंटेनर में आलू कैसे रोपें – How To Plant Potatoes In Container In Hindi
गमले, ग्रो बैग या कंटेनर में आलू उगाना एक मज़ेदार काम है। इसके लिए गहरे गोलाकार (deep circular) या आयताकार गमले (rectangular pot) या ग्रो-बैग का उपयोग किया जाता है। लेकिन आलू उगाने के लिए बड़ा कंटेनर बेहतर है। कंटेनर या ग्रो बैग के 1/2 भाग को अच्छी पॉटिंग मिट्टी से भरें। अब कटे हुए बीज आलू (seed potato) के हिस्से को मिट्टी के ऊपर रखें और उन्हें 3 से 4 इंच मिट्टी से ढक दें। एक सप्ताह में, अंकुर बड़े हो जाएंगे। जैसे-जैसे आलू का पौधा बड़ा होता जाएगा, वैसे-वैसे आप अधिक से अधिक पॉटिंग मिट्टी (potting soil) गमले में डालते रहें, जब तक कि पूरा गमला ढक न जाए।
कंटेनर में आलू उगाने के फायदे – Benefits Of Growing Potatoes In Containers In Hindi
- मिट्टी प्रदूषित नहीं होती – कंटेनर में आलू उगाने के लिए यदि आप ताजी पॉटिंग मिट्टी का उपयोग कर रहे हैं, तो आपको कीटों, मिट्टी से होने वाली बीमारियों और फसल चक्र (crop rotation) के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है।
- कंटेनर को कहीं भी रखा जा सकता है – कंटेनर को धूप की जरूरत के अनुसार कहीं भी रखना आसान होता है।
- आलू की कटाई आसान है – कंटेनर में लगे आलू खोदना आसान है, और आलू के कंदों को नुकसान पहुंचने की संभावना कम होती है।
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आलू के पौधे की देखभाल कैसे करें – How To Care Potato Plant In Hindi
यदि आप कंटेनर या गमले में आलू को ग्रो कर रहे हैं तो आपको उचित देखभाल की आवश्यकता होगी। अच्छे उत्पादन के लिए पौधे को पानी, खाद देना आवश्यक होता है। इसके अलावा आलू की फसल को कीटों और रोगों से सुरक्षित रखकर उच्च मात्रा में आलू का उत्पादन किया जा सकता है।
आलू ग्रो करने के लिए पानी – Watering For Growing Potatoes In Balcony In Hindi
यदि आप घर पर आलू को उगाना चाहते हैं, तो ध्यान रहे आलू के पौधे को पर्याप्त पानी की जरूरत होती है। इसलिए आलू को हर हफ्ते 1 से 2 इंच पानी देना चाहिए। अगर पौधा बिल्कुल नया है, तो हर चार से पांच दिन में एक बार पानी दें। आलू को अलग-अलग समय पर अलग-अलग मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है, ताकि वे सर्वोत्तम क्षमता के अनुसार उत्पादन कर सकें। आलू को यथासंभव समान रूप से पानी दें। यह कंदों को एक समान आकार देने में मदद करता है। मिट्टी से आलू खोदने से लगभग 2 सप्ताह पहले पानी देना बंद कर दें।
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आलू के पौधे के लिए बेस्ट खाद – Fertilizer For Potato In Hindi
गमले में आलू रोपने से 20 दिनों के बाद आपको कोई भी ऐसी जैविक खाद डालनी चाहिए, जो कैल्शियम और पोटेशियम से भरपूर हो। यह आपके पौधे को अधिक कंद (tuber) पैदा करने में मदद करेगा। खाद डालने के 40 दिन बाद यही प्रक्रिया फिर से दोहराएं। आलू की फसल को विकसित करने के लिए गोबर खाद के साथ-साथ बोनमील और मस्टर्ड केक एक अच्छे जैविक उर्वरक हैं।
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आलू को कीट और रोगों से बचाएं – Potato Pests And Diseases In Hindi
यदि आप आलू को रोग और कीटों से बचाना चाहते हैं, तो आलू के पौधे के पत्तों (foliage) को बहुत अधिक गीला न रखें। कंटेनर या ग्रो बैग में उगाए गए आलू को रोग और कीट संक्रमित कर सकते हैं। लेकिन जैविक कीटनाशक का इस्तेमाल करके उनसे छुटकारा पाया जा सकता है। आप आलू के पौधे को कीट व रोग से बचाने के लिए नीम तेल का छिड़काव भी कर सकते हैं, क्योंकि यह भी काफी हद तक प्रभावी होता है।
(और पढ़ें: गमले के पौधों को कीट से बचाने के तरीके….)
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आलू कब खोदें – When Digging Potatoes In Hindi
लगभग 100 से 130 दिन में आलू की फसल आमतौर पर तैयार हो जाती है, अतः जब पौधे पूरी तरह से भूरे हो जाते हैं और पत्तियां मुरझा या सूख जाएं, तो आलू मिट्टी से निकालने के लिए तैयार हो जाते हैं। पौधे झुकने के बाद दो से तीन सप्ताह तक कंद को जमीन में बैठने दें। यह रेस्टिंग पीरियड आलू की स्किन को कठोर करने के लिए जरूरी होता है।
भारतीय बाजारों में आलू की काफी मांग है। भारतीय व्यंजनों में आलू बहुत लोकप्रिय है। भारत में आलू लगभग गेहूं और चावल जितना ही मुख्य भोजन है। मुख्य आहार होने के अलावा, यह नकदी फसल है जो किसानों को एक महत्वपूर्ण आय प्रदान करती है। आलू की खेती से बड़ा मुनाफा हो सकता है। अगर आप घर में आलू उगा रहे हैं, तो आपको बाजार से खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
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