तेंदू, जिसे शेरोन का फल या अकमोल भी कहा जाता है, यह टमाटर के समान दिखने वाला पीला, नारंगी या लाल रंग का फल होता है, जो स्वाद में मीठा और बेहद स्वादिष्ट होता है। तेंदू जापान का प्रसिद्ध फल है, जो कि भारत के मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश में लगाया जाता है। यदि आप फ्रूट प्लांट लगाने के शौकीन हैं, तो सर्दियों का फल तेंदू, आपके गार्डन के कंटेनरों के लिए एक शानदार विकल्प है। जापानी फल तेंदू को होम गार्डन में लगाने के लिए हमारा यह लेख पूरा पढ़ें, जहाँ आप जानेंगे, कि घर पर पॉट में तेंदू फल का पौधा कब और कैसे लगाएं, इस फल के बीज लगाने की विधि तथा तेंदू के पेड़ की देखभाल तथा हार्वेस्टिंग कैसे करें।
तेंदू का पेड़ उगाने संबंधित जानकारी – Information To Growing Persimmon Tree In Hindi
पॉट में सर्दियों का फल तेंदू का पौधा लगाने के लिए निम्न जानकारी होनी चाहिए:-
- सामान्य नाम – तेंदू, शेरोन का फल (Sharon Fruit), अकमोल, जापानी फल (Japanese Fruit)
- वैज्ञानिक नाम – डायोस्पायरोस वर्जिनियाना (Diospyros Virginiana)
- पौधे का प्रकार – बारहमासी पौधा
- बीज लगाने का समय – सितंबर से नवंबर माह
- ग्रोइंग मेथड – बीज द्वारा, ग्राफ्टिंग विधि द्वारा
- अंकुरण समय – 6 से 8 सप्ताह
- तापमान – 14 से 32 डिग्री सेल्सियस
- मिट्टी – 6.0 और 6.5 PH के बीच अम्लीय, दोमट मिट्टी
- सूर्य का प्रकाश – पूर्ण सूर्य प्रकाश
- हार्वेस्टिंग टाइम – ग्राफ्टिंग विधि से- 3 से 5 साल, बीज द्वारा- 4 से 8 साल
तेंदू के बीज कब लगाएं – When To Plant Persimmon Seeds at Home In Hindi
सर्दियों का फल तेंदू के बीज बोने का सबसे अच्छा समय बरसात के मौसम के बाद शरद ऋतु अर्थात सितंबर से नवंबर माह के बीच का होता है। इस समय तापमान मध्यम होता है, जो तेंदू के बीज लगाने के लिए उपयुक्त होता है।
(यह भी जानें: पेपर टॉवल या मिट्टी, किसमे है बीज अंकुरित करना आसान…..)
गार्डन में तेंदू फल लगाने के लिए आवश्यक सामग्री – Materials Required For Planting Persimmon Fruit In The Garden In Hindi
अपने होम गार्डन या घर पर तेंदू फल का पौधा लगाने के लिए, आपको निम्न चीजों की आवश्यकता होगी:-
- तेंदू के बीज
- सीडलिंग ट्रे
- ग्रो बैग या गमला
- पॉटिंग मिक्स या पॉटिंग सॉइल
- वाटर कैन
- जैविक खाद और उर्वरक
(यह भी जानें: गार्डन का सामान कहाँ से खरीदें…..)
तेंदू का पेड़ उगाने के लिए गमला – Pot Size For Growing Persimmon Plant In Hindi
तेंदू का पौधा बड़े आकार का पेड़ है तथा इसकी जड़ प्रणाली गहरी होती है, इसलिये इसे उगाने के लिए आपको एक बड़े साइज़ का लगभग 21 इंच समान लंबाई व चौड़ाई वाला पॉट चाहिए। पॉट लेते समय यह ध्यान रहे, कि उसमें जल निकासी के लिए पर्याप्त छिद्र हों। घर पर तेंदू का पौधा लगाने के लिए आप निम्न साइज के ग्रो बैग यूज़ कर सकते हैं:-
(यह भी जानें: फल वाले पेड़ पौधे लगाने के लिए बेस्ट ग्रो बैग साइज…..)
ग्रो बैग खरीदने के लिए नीचे दिए आइकॉन पर क्लिक करें:
गमले में तेंदू लगाने के लिए मिट्टी कैसे बनाएं – How To Prepare Soil For Growing Persimmon in Pot In Hindi
तेंदू का पौधा अधिक उर्वरा शक्ति वाली, दोमट तथा 6.0 और 6.5 PH के बीच अम्लीय मिट्टी में उगना पसंद करता है, लेकिन मिट्टी भारी तथा अच्छी जल निकासी वाली होनी चाहिए, क्योंकि जल भराव वाली मिट्टी में पौधे की जड़ें ख़राब हो सकती हैं। या फिर इसे लगाने के लिए आप सामान्य मिट्टी में रेत, पीट काई तथा जैविक खाद मिलाकर पॉटिंग मिक्स तैयार कर सकते हैं। घर पर तेंदू के बीज लगाने के लिए रेडीमेड पॉटिंग सॉइल का भी उपयोग कर सकते हैं।
(यह भी जानें: सर्दियों में गार्डन की मिट्टी में सुधार कैसे करें….)
मिट्टी व अन्य चीजें खरीदने के लिए नीचे दिए Add to cart पर क्लिक करें:
गमले में तेंदू का पौधा कैसे उगाएं – How To Grow Persimmon Plant In Pot In Hindi
तेंदू का पौधा उगाने की प्रमुख विधियाँ निम्न हैं:-
- बीज द्वारा
- ग्राफ्टिंग विधि द्वारा
- आप इस पौधे को नर्सरी से छोटा पौधा लाकर ग्रो कर सकते हैं
पॉट में तेंदू फल के पौधे को बीज से उगाना काफी आसान है। बीज से उगाने की इस विधि में तेंदू फल की अच्छी किस्म के बीज प्राप्त करें या फिर आप तेंदू के फल में से बीज निकालकर भी यह पौधा उगा सकते हैं।
तेंदू फल के बीज लगाने की विधि – Method Of Planting Persimmon From Seeds In Hindi
तेंदू के फल के बीज लगाने की विधि निम्न है:-
- सबसे पहले तेंदू के फल को बीच से काटकर बीज निकालें।
- अब बीज को तीन दिनों के लिए गर्म पानी में भिगो दें।
- तीन दिन बाद बीजों को निकालकर अच्छी तरह साफ़ कर लें।
- इसके बाद उन बीजों को गीले कागज़ के तौलिये में लपेटें और कांच के जार में रखकर, तीन महीने के लिए रेफ्रिजरेटर में स्टोर करें।
- इस बीच यदि कागज़ सूखा हुआ दिखे, तो इस पर हल्के पानी का स्प्रे करें।
इसके अतिरिक्त आप अच्छी क्वालिटी के तेंदू बीज ऑनलाइन के माध्यम से भी खरीद सकते हैं। पॉट में तेंदू के बीज की सीडलिंग तैयार करने की विधि इस प्रकार है:-
- सीडलिंग ट्रे या ग्रो बैग में पॉटिंग मिक्स भरें।
- अब ऑनलाइन खरीदे गए या तैयार किये गए तेंदू के बीज को पॉटिंग मिट्टी में लगभग 2 इंच गहराई में लगाएं।
- बीज लगे हुए गमले या सीडलिंग ट्रे को वाटर कैन की मदद से पानी दें।
- इसके बाद ट्रे को अप्रत्यक्ष धूप वाले स्थान पर रखें।
- 18 से 25 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर, तेंदू के बीज 6 से 8 सप्ताह में अंकुरित हो जायेंगे।
(यह भी जानें: ग्राफ्टिंग क्या है, और यह कैसे की जाती है…..)
तेंदू के पौधे को ट्रांसप्लांट करने की विधि – Transplanting Method Of Persimmon Fruit Plant In Hindi
बीज से उगाए गए तेंदू के छोटे पौधे को ट्रांसप्लांट करने की विधि निम्न है:-
- जब तेंदू के पौधे 6 से 8 इंच की लंबाई के हो जाते हैं, तब आप इन्हें बड़े पॉट या गार्डन की मिट्टी में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं।
- पौधे लगाने से लगभग 2 सप्ताह पहले सीडलिंग को हार्ड करें।
- अब पॉट या ग्रो बैग में पॉटिंग मिक्स भरकर तेंदू के पौधे लगाएं या फिर आप इस पौधे को सीधे गार्डन की मिट्टी में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं।
- वाटर कैन की मदद से गमले को पानी दें।
- ध्यान रहे मिट्टी भरने से पहले गमले या ग्रो बैग को धूप वाले स्थान पर रखना सुनिश्चित करें, जिससे कि पौधे को 6-8 घंटे की धूप मिलती रहे।
(यह भी जानें: बड़े पौधों को रिपॉट कैसे करें, जानें आसान टिप्स…..)
बागवानी टूल्स खरीदने के लिए नीचे दिए Add to cart पर क्लिक करें:
तेंदू के पौधे की देखभाल कैसे करें – How To Take Care Of Persimmon Plant In Hindi
सर्दियों में उगाए जाने वाले तेंदू के पौधे की अच्छी ग्रोथ तथा उसमें जल्द से जल्द अधिक फल लगने के लिए आपको उसकी उचित देखभाल करनी होगी। आइये जानते हैं, तेंदू की देखभाल के तरीके जो कि निम्न हैं:-
पानी – Water For Growing Persimmon Plant In Hindi
तेंदू फल के पौधे की अच्छी ग्रोथ और अच्छी गुणवत्ता वाले फल प्राप्त करने के लिए पौधों को नियमित रूप से पानी देना आवश्यक है। हालाँकि यह पौधे अपनी जड़ें स्थापित करने के बाद सूखे की स्थिति को भी सहन कर सकते हैं, लेकिन युवा पौधों की मिट्टी सूखी हुई दिखाई देने पर पौधों को पानी देना चाहिए।
(यह भी जानें: सर्दियों में पौधों को कब, कैसे और कितना पानी देना चाहिए…..)
गार्डनिंग टूल्स खरीदने के लिए नीचे दिए Add to cart पर क्लिक करें:
सूर्य का प्रकाश – Sunlight For Growing Persimmon Tree In Hindi
तेंदू के पेड़ को अन्य फल वाले पौधों की तरह ग्रो करने के लिए पूर्ण सूर्य प्रकाश अर्थात 6 से 8 घंटे की सीधी धूप की आवश्यकता होती है, लेकिन अत्याधिक तेज गर्मी पड़ने पर आप तेंदू के युवा पौधों को दोपहर के समय छाया प्रदान कर सकते हैं।
जरूरी चीजें खरीदने के लिए नीचे दिए Add to cart पर क्लिक करें:
तापमान – Temperature For Growing Persimmon Plant In Hindi
तेंदू का पौधा समशीतोष्ण जलवायु वाला पौधा है, जो कि कुछ ठंडे तापमान को भी सहन कर सकता है। अतः इस पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए 14 से 32 डिग्री सेल्सियस का तापमान आदर्श होता है।
खाद – Fertilizer For Growing Persimmon Fruit Plant In Hindi
आमतौर पर तेंदू के पौधे को कोई विशेष खाद या उर्वरक की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन पौधे को तेजी से ग्रोथ करने तथा अधिक फल लगने के लिए, आप गमले की मिट्टी में जैविक खाद जैसे- कम्पोस्ट टी, फिश इमल्शन आदि दे सकते हैं।
(यह भी जानें: पौधों में फूल और फल लगने के लिए बेस्ट खाद…..)
बेस्ट खाद खरीदने के लिए नीचे दिए Add to cart पर क्लिक करें:
कीट व रोग – Insect And Disease Of Persimmon Tree In Hindi
आमतौर पर तेंदूफल के पौधे कीट मुक्त होते हैं, लेकिन कभी-कभी चींटियां, मिलीबग (Mealy Bug) और स्केल्स इत्यादि कीट इन्हें प्रभावित कर सकते हैं। इन कीटों से पौधों को बचाने के लिए आप पत्तियों पर जैविक फंगीसाइड का स्प्रे करें। तेंदू के पौधे में ओवरवाटरिंग या अधिक खाद देने से क्राउन गाल (Crown Gall), लीफ स्पॉट (Leaf Spot), फ्रूट ड्राप (Fruit Drop), सनस्कल्ड (Sunscald) जैसी प्रमुख बीमारियाँ हो सकती हैं। तेंदू के पौधों को इन संक्रमित रोग से बचाने के लिए पत्तियों पर जैविक कीटनाशक साबुन और नीम तेल का स्प्रे करना चाहिए।
(यह भी जानें: फलों में होने वाले कुछ सामान्य रोग और उनसे बचाव…..)
आवश्यक सामग्री खरीदने के लिए नीचे दिए Add to cart पर क्लिक करें:
तेंदू फल कब तोड़ने मिलेगें – Harvesting Of Persimmon Fruits In Hindi
बीज से उगाए गये तेंदू के पौधे में फल लगने में 4 से 8 साल तथा उससे अधिक समय भी लग सकता है तथा ग्राफ्टेड विधि से लगाए गये पौधे 3 से 5 सालों में फल देना शुरू कर देते हैं। जब फल पीले नारंगी रंग के होकर पूरी तरह पक जाए, तब आप उन फलों की हार्वेस्टिंग कर सकते हैं। पौधे की टहनियों से तेंदू के ताजा फलों को तोड़ लें। ध्यान रहे, कि पूरी तरह से पके हुए फल अपने आप पेड़ों से गिरकर ख़राब हो सकते हैं, अतः आप उन फलों को गिरने से पहले ही तोड़ें। आप तेंदू के फलों को पूरी तरह विकसित होने के बाद कच्चा तोड़कर भी पका सकते हैं। तेंदू के पौधे में फल जनवरी से अप्रैल माह के बीच लगते हैं।
इस लेख में आपने जाना कि घर पर गमले या ग्रो बैग में तेंदू का पेड़ कब और कैसे लगाएं, इस फल के बीज लगाने की विधि तथा तेंदू के पौधे की देखभाल तथा हार्वेस्टिंग कैसे करें? उम्मीद है यह लेख आपको पसंद आया हो, इस लेख से सम्बंधित आपके जो भी सवाल हैं, हमें कमेंट में अवश्य बताएं।