ज्यादातर लोग जानते हैं कि फूलों के पौधे केवल बीज से उगते हैं लेकिन आप बिना बीज के भी कई सारे फूल वाले पौधों को ग्रो कर सकते हैं। स्टेम कटिंग, ग्राफ्टिंग आदि ऐसी ही कुछ विधियाँ हैं, जिससे हम बिना बीजों के फूल के पौधों को उगा सकते हैं। अन्य विधियों से लगाये गए फूलों के पौधे, बीज लगाने की अपेक्षा तेजी से बढ़ते हैं और जल्दी फ्लावरिंग स्टार्ट करते हैं। इस लेख में आप बिना बीज के उगने वाले पौधे के नाम और फूल वाले पौधों को बीज के बिना उगाने के विभिन्न तरीकों या विधि के बारे में जानेंगे।
बीज के बगैर फूल वाले पौधे उगाने की विधि – Flower Plant Propagation Methods Without Seed In Hindi
वैसे अधिकतर फूल के पौधों को बीज से ग्रो किया जाता है, लेकिन कुछ फूल के पौधे ऐसे होते हैं, जिन्हें बीज के अलावा भी कई और विधियों से उगाया जा सकता है। इस लेख में आप आगे उन्हीं विधियों के बारे में जानेंगे। बीज के बिना फूल के पौधों को अक्सर निम्नलिखित तरीकों के माध्यम से ग्रो किया जाता है:
- स्टेम कटिंग या कलम (Stem Cutting)
- ग्राफ्टिंग (Grafting)
- लेयरिंग (Layering)
- लीफ कटिंग (Leaf Cutting)
- बल्ब या ट्यूबर (Bulb or tuber)
कटिंग – Flower Plants That Grow From Stem Cuttings In Hindi
कुछ फूल के पौधों जैसे गुलाब (Rose), बेगोनिया (Begonia), कोलियस (Coleus), जेरेनियम (Geranium), इम्पेतिन्स (Impatients), बोगनबेलिया (Bougainvillea), गार्डेनिया (Gardenia), गुडहल (Hibiscus) आदि को स्टेम कटिंग के माध्यम से ग्रो किया जाता है। इस मेथड से उगने वाले पौधे, बीज से उगाए गए पौधे की तुलना में अक्सर तेजी से ग्रो करते हैं और जल्दी फूल देने लगते हैं। आइये जानते हैं कटिंग से फूल के पौधों को उगाने की विधि:
- कटिंग लेने के लिए सबसे पहले प्रूनर को अच्छे से सैनिटाइज (Sanitize) कर लेना चाहिए।
- इसके बाद आपको फूल वाले पौधे की 6 से 9 इंच लम्बी और स्वस्थ कटिंग या कलम लेनी चाहिए।
- पौधे से कटिंग को 45 डिग्री के एंगल (कोण) पर काटना चाहिए, क्योंकि इससे बारिश के दौरान पानी कटिंग की सतह पर जमा नहीं हो पाता है।
- पौधे की कटिंग बहुत ज्यादा कठोर या मुलायम नहीं होना चाहिए और जिस भी फूल के पौधे की कटिंग ले रहे हैं, उसमें कम से कम 2 से 3 नोड (गठान) अवश्य होनी चाहिए।
- अब कटिंग को लगाने के लिए बेस्ट पॉटिंग मिक्स तैयार करें। इसके लिए आप मिट्टी में पर्लाइट, वर्मीकुलाईट, रेत और कम्पोस्ट को मिला सकते हैं।
- अब कटिंग के सिरे में फंगीसाइड पाउडर लगायें, ऐसा करने से कटिंग में फंगस आदि लगने का खतरा नहीं रहता है।
- कलम या कटिंग को मिट्टी में कम से कम 2 इंच गहराई में लगाएं। कटिंग लगाते समय ध्यान रखें कि कम से कम एक लीफ नोड मिट्टी के अन्दर और एक मिट्टी के बाहर होना चाहिए। कटिंग लगाने के बाद पानी अवश्य दें।
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ग्राफ्टिंग – Grow Flower Plants By Grafting In Hindi
यह एक ऐसी प्रक्रिया, जिसमें दो पौधों को जोड़ कर एक नया पौधा विकसित किया जाता है, जो मूल पौधे की तुलना में ज्यादा फूलों का उत्पादन करता है, उसे ग्राफ्टिंग विधि कहते हैं। इस नए विकसित पौधे में दोनों पौधों के गुण और विशेषताएं मौजूद होती हैं। यह प्रक्रिया उन फूल वाले पौधों को उगाने के लिए की जाती है जिनकी शाखाएं या तने कठोर होते हैं जैसे गुलाब, हिबिस्कस आदि।
- ग्राफ्टिंग मेथड से फूल का पौधा उगाने के लिए एक पौधा जड़ सहित लिया जाता है, जिसे रूट स्टॉक (root stock) कहते हैं और दूसरे पौधे को बिना जड़ के कलम के रूप में लिए जाता है जिसे सायन (Scion) कहा जाता है।
- अब रूट स्टॉक और सायन अर्थात दोनों पौधों के जिन तनों को जोड़ना है, उन्हें लगभग 5-10 सेंटीमीटर तक किसी प्रूनर या चाक़ू की मदद से थोडा तिरछा काटते हैं। इसके बाद सायन अर्थात ऊपर वाले पौधे के तिरछे कटे भाग को रूट स्टॉक के कटे भाग के ऊपर लगाते हैं।
- अब दोनों पौधों के कटे भागों को टेप की मदद से आपस में जोड़ दिया जाता है। इसके बाद दोनों पौधे धीरे-धीरे एक दूसरे से जुड़ने लगते हैं और उस पौधे की ग्रोथ होने लगती है।
(यह भी जानें: ग्राफ्टिंग क्या है, और यह कैसे की जाती है…)
लेयरिंग – Layering Method For Growing Flower Plants In Hindi
इस मेथड में, फूल के पौधे की मुड़ी हुई शाखा या नीचे लटकते तने को जमीन पर झुका कर मिट्टी से ढक दिया जाता है। और जब जड़ें विकसित हो जाती हैं तब पौधे के उस विशिष्ट भाग को काट दिया जाता है, जो कि एक पौधे के रूप में ग्रो होने लगता है। इसे ही फूलों के पौधे उगाने की ‘लेयरिंग मेथड’ कहते हैं। क्लाइम्बिंग रोज और जैस्मिन फूल के पौधे इस मेथड से ग्रो किये जा सकते हैं।
- सबसे पहले जिस भी पौधे को लेयरिंग मेथड से ग्रो करना है उसकी नीचे की ओर झुकी हुई शाखा के नजदीक मिट्टी की कुछ इंच खुदाई कर लें।
- फिर ज्यादा नीचे की ओर बढ़ने वाले लचीले तने को झुकाकर उस तने के 6-12 इंच भाग को मिट्टी के ऊपर छोडकर बाकि हिस्से को मिट्टी से ढक दें।
- इसके बाद उस मिट्टी में पानी डालें।
- तने के मिट्टी के ऊपर वाले हिस्से को वर्टिकल पोजीशन में रखने के लिए लकड़ी आदि का सहारा दें।
- इस तरह इस विधि में उस तने से जड़े विकसित होने लगती हैं और एक नया पौधा तैयार होने लगता है।
(यह भी जानें: एयर लेयरिंग क्या है और यह कैसे करते हैं…)
लीफ कटिंग – Flower Plants That Grow From Leaves Cutting In Hindi
अफ्रीकन वायलेट (African Violet), बेगोनिया (Begonia), स्टार जैस्मिन (Star Jasmine), कैमेलिया (Camellia) आदि फूल वाले पौधों को लीफ कटिंग अर्थात पत्तियों की कटिंग के माध्यम से ग्रो किया जा सकता है। आइये जानते हैं लीफ कटिंग से फूल के पौधे उगाने की मेथड:
- फूल वाले पौधे से 1-2 स्वस्थ पत्तियों को डंठल सहित काटें। इसके लिए आप एक तेज चाकू का उपयोग कर सकते हैं।
- जब आप पत्तियों को काट लें, तो पत्ती के पेटीओल (petiole) वाले सिरे को रूट हार्मोन में डुबोएं। पेटीओल पत्ती का वह डंठल वाला भाग होता है, जो पत्ती और तने को एक दूसरे से जोड़ता है।
- अब 50% मिट्टी और 50% वर्मीक्यूलाइट या पर्लाइट मिलाकर पॉटिंग मिक्स तैयार करें।
- पत्ती के डंठल को पॉटिंग मिक्स में वर्टिकल (Vertical) रूप में लगा दें और लगाने के बाद थोड़े पानी का छिडकाव करें।
- अब गमले को ऐसी जगह पर रखें जहाँ उस पर लाइट पड़ती रहे।
- पॉटिंग मिक्स को नम बनाए रखने से, पेटीओल वाले भाग से जड़े विकसित होने लगती हैं और एक नया पौधा तैयार हो जाता है।
बल्ब या ट्यूबर – Grow Flowering Plants By Bulb In Hindi
कैला लिली (Calla Lily), कलिहारी (Gloriosa Lily), डैफोडिल (Daffodil), पिंक रेन लिली (Pink Rain Lily ), वाटर लिली (Water Lily), एमेरीलिस (Amaryllis) जैसे कुछ फूल के पौधे बल्ब या कंद (Tuber) के माध्यम से उगाए जाते हैं। बल्ब या कंद पौधे के जड़ वाले भाग को कहते हैं, जो मिट्टी के अंदर ग्रो होती है। इनको ही लगाकर फूल वाले पौधों को ग्रो किया जा सकता है। इसको लगाने के लिए मिट्टी में जड़ वाले हिस्से को मिट्टी के अन्दर उचित गहराई में लगा दें।
कटिंग को लगाने के लिए बेस्ट पॉटिंग मिक्स – Potting Mix For Growing Flowers Without Seed In Hindi
बल्ब या कटिंग को लगाने के लिए ऐसे पॉटिंग मिश्रण की आवश्यकता होती है, जिसमें जड़े तेजी से विकसित हों और उनको पर्याप्त वायु प्रवाह मिलता रहे। इसके लिए आगे बताई गयी सामग्रियों का उपयोग किया जा सकता है। इन सभी सामग्रियों को मिलाकर बनाया गया पॉटिंग मिक्स वजन में हल्का होता है, उसमें वायु परिसंचरण अच्छे से होता है और उसकी जल निकासी क्षमता बेहतरीन होती है, इसीलिए यह जड़ों की जल्दी ग्रोथ करने के लिए बेस्ट पॉटिंग मिक्स है। बेस्ट पॉटिंग मिश्रण बनाने के लिए आवश्यक सामग्रियां निम्न हैं:
- मिट्टी – 50%
- वर्मी कम्पोस्ट – 20%
- कोकोपीट – 10%
- पर्लाइट – 10%
- वर्मीकुलाइट या रेत – 10%
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इन सभी सामग्रियों को ऊपर बताई गयी मात्रा में मिलाकर अच्छे से मिक्स कर लें और गमलों या ग्रो बैग में भरकर इसमें कटिंग्स, बल्ब आदि को लगा सकते हैं।
(यह भी जानें: पौधे की ग्रोथ के लिए अच्छी मिट्टी…)
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पॉटिंग सॉइल |
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गमले या ग्रो बैग |
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परलाईट |
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वर्मी कुलाइट |
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कोको पीट |
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नीम तेल |
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प्रूनर |
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स्प्रे पंप |
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वॉटर केन |
FAQ
प्रश्न (1) क्या हम बीज के बिना फूल के पौधे उगा सकते हैं? – Can we grow flowering plants without seeds in Hindi
उत्तर – हाँ, ऊपर बतायीं गयी मेथड्स से फूल के पौधों को बिना बीज के भी ग्रो किया जा सकता है।
प्रश्न (2) कौन सा फूल बिना बीज के उग सकता है? – Which flower can grow without seeds in Hindi
उत्तर – बोगनवेलिया, बेगोनिया, डैफोडिल, एमेरीलिस, गुलाब, चंपा, आदि फूल के पौधे बिना बीज के उग सकते हैं। इनको कटिंग या बल्ब के माध्यम से ग्रो किया जा सकता है।
निष्कर्ष – Conclusion
आशा करते हैं इस लेख में बिना बीज के फूल उगाने की विधियों के बारे में दी गयी जानकारी आपको पसंद आई होगी। यदि इस लेख के बारे में आपकी कोई राय या सवाल हो तो उसे कमेन्ट करके अवश्य बताएं।