घर पर गमले में मीठे-मीठे चीकू कैसे उगाएं – How To Grow Chiku Plant At Home In Hindi 

चीकू, जिसे सपोटा (Sapota) या सैपोडिला (Sapodilla Plant) भी कहा जाता है, यह एक मीठा और अनोखे स्वाद वाला फल है, जिसमें दानेदार और हल्का मीठा गूदा होता है। इस गूदे को निकालकर स्वादिष्ट मिठाइयाँ और जैम बनाया जाता है। चीकू फल को चीकू में उच्च कैलोरी होती है और यह फाइबर का एक अच्छा स्रोत है। इस फल के पेड़ को आप अपने घर गमलों या ग्रो बैग में भी उगा सकते हैं। अगर आप इस टेस्ट फुल फ्रूट को अपने होम गार्डन में उगाना चाहते हैं, तो हमारा यह लेख आपके बहुत काम आने वाला है, जिसमें हम आपको घर पर चीकू उगाने की सारी जानकारी ( (How To Grow Sapota In Hindi)) देंगे। गमले में बीज या कटिंग से चीकू कैसे उगाएं/लगाएं, इस फ्रूट ट्री को उगाने की विधि या तरीका तथा चीकू के पौधे की देखभाल या हार्वेस्टिंग की जानकारी के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

गमले में चीकू का पौधा लगाने की जानकारी – Information About Planting Chiku Plant In Pot In Hindi 

गमले में चीकू का पौधा लगाने की जानकारी - Information About Planting Chiku Plant In Pot In Hindi 

  • सामान्य नाम – चीकू, सपोटा (Sapota), सैपोडिला (Sapodilla)
  • वैज्ञानिक नाम – मणिलकरा ज़पोटा (Manilkara Zapota)
  • पौधे का प्रकार – बारहमासी पौधा
  • लगाने की विधि – फरवरी से मार्च, अगस्त से अक्टूबर माह
  • जर्मिनेशन टाइम – 3 – 4 सप्ताह
  • ग्रोइंग तापमान – 25 से 35 डिग्री सेल्सियस
  • हार्वेस्टिंग समय – 5 से 8 साल

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चीकू लगाने का समय – Best Time To Plant Chikoo In India In Hindi

चीकू लगाने का समय - Best Time To Plant Chikoo In India In Hindi

गर्म जलवायु में आप चीकू को साल भर किसी भी समय लगा सकते हैं, लेकिन इसे लगाने का सबसे अच्छा समय फरवरी से मार्च () और अगस्त से अक्टूबर माह का होता है।

होम गार्डन में चीकू उगाने के लिए जरूरी चीजें – Material Required For Growing Chiku Plant In Garden In Hindi 

होम गार्डन में चीकू उगाने के लिए जरूरी चीजें - Material Required For Growing Chiku Plant In Garden In Hindi 

चीकू के बीज (Chiku Seeds Or Cutting) – चीकू के पेड़ को बीज या लेयरिंग से उगाया जा सकता है या फिर आप इसे नर्सरी से पौधा खरीदकर भी लगा सकते हैं।

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गमला या ग्रो बैग (Pot Or Grow Bag) – बीज या पौधा खरीदने के बाद आपको इसे लगाने के लिए गमले या ग्रो बैग की जरूरत होगी। ध्यान रहे, कि ग्रो बैग उचित साइज का खरीदें, नहीं तो आपको अपने पौधे को बार-बार रिपॉट करना होगा। चीकू का पौधा उगाने के लिए आप निम्न साइज के ग्रो बैग खरीद सकते हैं:-

पॉटिंग सॉइल मिक्स (Potting Soil Mix) – ग्रो बैग खरीदने के बाद आपको चीकू का पौधा लगाने के लिए अच्छी जल निकासी तथा पोषक तत्वों से युक्त पॉटिंग मिक्स की जरूरत होगी। आप घर पर पौधा लगाने के लिए निम्न चीजों को मिलाकर सॉइल मिक्स तैयार कर सकते हैं:-

  • सामान्य मिट्टी (Normal Soil) – 20%
  • गोबर खाद (Cow Dung) – 20%
  • कोकोपीट (Cocopeat) – 20%
  • वर्मीकम्पोस्ट (Vermicompost) – 20%
  • पर्लाइट (Perlite) – 10%
  • वर्मीकुलाइट (Vermiculite) – 10%

वैकल्पिक चीजें:

गार्डनिंग टूल्स (Gardening Tools) – होम गार्डन में चीकू का पेड़ लगाने के लिए आपको गार्डनिंग टूल्स जैसे पानी देने वाला कैन, खुरपा, वीडर, ट्रॉवेल आदि की आवश्यकता भी होगी।

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गमले में चीकू कैसे लगाएं –  How To Grow Chiku Plant In Pot In Hindi 

गमले में चीकू कैसे लगाएं -  How To Grow Chiku Plant In Pot In Hindi 

आमतौर पर चीकू का पौधा बीज, कटिंग और लेयरिंग तीनों विधियों से उगाया जा सकता है। अगर आपके गार्डन में पहले से चीकू का पौधा लगा हुआ है, तब आप इसकी लेयरिंग कर सकते हैं। आइए जानते हैं- गमले में चीकू का पौधा लगाने की विधि, जो कि इस प्रकार है:-

गमले में चीकू के बीज लगाने की विधि:

  • सबसे पहले चीकू के बीजों को 24 घंटे के लिए पानी भिगो दें।
  • अब इन बीजों को निकाकर पेपर टॉवेल या टिशु पेपर में रखकर पानी का स्प्रे करें तथा एयरटाइट डिब्बे या पॉलीथीन में बंद कर दें। आप इन बीजों को सॉइल लेस पॉटिंग मिक्स में भी जर्मिनेट कर सकते हैं।
  • बीजों को आंशिक धूप वाले गर्म स्थान पर रखें, ताकि वह तेजी से जर्मिनेट हो सकें।
  • चीकू के बीज को जर्मिनेट होने में तीन से चार सप्ताह लग सकते हैं।
  • यदि आपने पेपर टॉवेल पर चीकू के बीज लगाए हैं, तो जब यह जर्मिनेट हो जाते हैं, तब आप इन्हें गमले या ग्रो बैग में लगभग 1 इंच गहराई पर लगा सकते हैं।

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चीकू के पौधे की लेयरिंग की विधि – 

  • सबसे पहले लेयरिंग के लिए चीकू के पुराने तथा स्वस्थ पौधे का चयन करें।
  • अब इस पेड़ की लगभग 1 से 2 साल पुरानी शाखा के बीचों बीच लगभग 3 सेमी चौड़ी छाल को हटाएं।
  • छिले हुए हिस्से में रूटिंग हार्मोन लगाएं तथा पॉटिंग मिक्स लपेटकर पॉलीथीन से अच्छी तरह कवर कर दें।
  • चीकू की जड़ें विकसित होने में लगभग 4 महीने का समय लग सकता है।
  • जब शाखा में जड़ें विकसित हो जाएं, तब अप इसे मूल पौधे से काटकर गमले या ग्रो बैग में लगा सकते हैं।

चीकू के पौधे की देखभाल – Take Care Of Chiku Plant In Hindi 

चीकू के पौधे की देखभाल - Take Care Of Chiku Plant In Hindi 

आमतौर पर चीकू का पौधा धीमी ग्रोथ करता है, लेकिन इसे स्वस्थ व रोगमुक्त रखने के लिए कुछ देखभाल की आवश्यकता होती है। आइये जानते हैं- चीकू के पौधे की देखभाल के तरीके, जो कि निम्न प्रकार हैं:-

पानी – Water For Growing Chiku Plant In Hindi 

ड्रिप सिंचाई प्रणाली को चीकू के पेड़ों की सिंचाई का सबसे अच्छा तरीका माना जाता है, क्योंकि यह एक सामान पानी देने के साथ उसकी बचत भी करता है। ग्रोइंग स्टेज में गर्मी के मौसम में 6-7 दिनों के अंतराल से तथा सर्दियों के दौरान 8 से 10 दिनों में पौधों को गहराई से पानी दें। सुनिश्चित करें, कि ओवरवाटरिंग की स्थिति न बने, अतः नमी की जांच करने के दौरान ही पौधों को पानी दें।

(यह भी जानें: पौधों को पानी देने के लिए वाटर कैन क्यों हैं जरूरी, जानें फायदे और उपयोग ….)

धूप – Sunlight For Growing Chiku Plant In Hindi 

चीकू का पेड़ को अच्छी वृद्धि करने के लिए धूप की आवश्यकता होती है इसलिए गमले को ऐसे स्थान पर रखें, जहाँ प्रतिदिन 6 से 8 घंटे धूप रहती हो।

तापमान – Temperature For Growing Chiku Plant In Hindi 

चीकू का पौधा गर्म तापमान में ग्रोथ करता है, जिसकी अच्छी ग्रोथ के लिए 25 से 35 डिग्री सेल्सियस का तापमान आदर्श होता है।

उर्वरक – Sapota Fertilizer Schedule In Hindi 

चीकू के पौधों को स्वस्थ वृद्धि और विकास के लिए खाद और उर्वरकों की आवश्यकता होती है। ग्रोइंग अवस्था में अच्छी तरह से बढ़ने के लिए प्रत्येक 2-4 सप्ताह के अंतराल से जैविक फर्टिलाइजर प्लांट ग्रोथ प्रमोटर, बायो NPK, मस्टर्ड केक, नीम केक आदि दें। इसके अलावा फ्रूटिंग के समय आप इसे बोन मील, PROM, सीवीड, रॉक फास्फेट इत्यादि दे सकते हैं।

(यह भी जानें: पौधों के लिए जैविक खाद के प्रकार और उनके उपयोग…)

प्रूनिंग – Pruning Of Chiku Plant In Hindi

यदि आपने ग्रो बैग में चीकू का पौधा लगाया है, तो इसकी अधिक वृद्धि को नियंत्रित करने तथा पौधे को उचित आकार देने के लिए प्रूनिंग कर सकते हैं।

कीट व रोग – Pest And Disease Of Chiku Plant In Hindi  

चीकू के पेड़ों पर हमला करने वाले कुछ कीट कैटरपिलर, बड वर्म, स्टेम बोरर, स्केल कीड़े, मीली बग, लेड माइनर, फ्रूट बोरर आदि हैं। इन कीटों से अपने पौधे को बचाने के लिए गार्डन में स्टिकी ट्रैप तथा जैविक कीट नियंत्रक विधियों को अपनाएँ।

इसके अतिरिक्त चीकू के पौधों को संक्रमित करने वाली बीमारियाँ फंगस, लीफ स्पॉट, एन्थ्रेक्नोज आदि हैं। इन रोगों की रोकथाम के लिए गार्डन में स्वच्छता बनाए रखें तथा पौधे की नियमित जांच करें। यदि किसी बीमारी के शुरुआती लक्षण दिखाई देते हैं, तो जैविक फंगीसाइड नीम तेल का स्प्रे करें।

(यह भी जानें: फलों में होने वाले कुछ सामान्य रोग और उनसे बचाव…)

चीकू कब तोड़ें – When To Pluck Sapota From Tree In Hindi 

चीकू कब तोड़ें - When To Pluck Sapota From Tree In Hindi 

अगर आपने इस पौधे को कटिंग या लेयरिंग से उगाया है, तो इसमें लगभग 3 से 5 साल में फल लग सकते हैं, लेकिन अगर बीज से उगाया है, तो फ्रूटिंग में 8 साल भी लग सकते हैं। चीकू के पेड़ को फूल आने की अवस्था से फल पकने की में लगभग 4-6 महीने का समय लगता है। जब फल कटाई की अवस्था में पहुंचते हैं, तो वह पीले से मटमैले ब्राउन रंग के हो जाते हैं।

इस लेख में आपने जाना होम गार्डन में या घर पर गमले में बीज या कटिंग से चीकू कैसे उगाएं/लगाएं, इस फ्रूट ट्री को उगाने की विधि या तरीका तथा चीकू के पौधे की देखभाल या हार्वेस्टिंग के बारे में। उम्मीद है हमारा यह लेख आपको पसंद आया हो, इस लेख के संबंध में आपके जो भी सुझाव हैं, हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं।

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