शिमला मिर्च एक प्रकार की सब्जी है जो सामान्य मिर्च से अलग होती है। यह खाने में हल्की मीठी होती है इसलिए कुछ लोग इसको मीठी मिर्च या बेल पेपर (Bell peppers) के नाम से भी जानते है। यदि आपको भी खाने में शिमला मिर्च पसंद है तो आज हम आपको ऑर्गेनिक तरीके से घर पर शिमला मिर्च कैसे उगाएं, इसके बारे में बताएंगें। शिमला मिर्च हमारे स्वास्थ्य के लिए कई प्रकार से लाभदायक होती हैं, यह विटामिन ए, सी और ई से भरपूर होती है। शिमला मिर्च के लाभ पाचन समस्याओं, पीठ दर्द, त्वचा स्वास्थ्य, पेट के अल्सर, हृदय रोग और डायबिटीज जैसी गंभीर समस्याओं के लिए होते हैं। यदि आप इन समस्याओं से बचना चाहते हैं तो शिमला मिर्च का इस्तेमाल कर सकते हैं।
लेकिन इन सभी प्रकार के लाभों के लिए आपको ऑर्गेनिक तरीके से उगाई गई फ्रेश शिमला मिर्च का सेवन करना चाहिए। आज के इस आर्टिकल में हम आपको घर पर शिमला मिर्च कैसे उगाएं, इसके बारे में बताएंगें, आइये इसे विस्तार से जानते हैं।
शिमला मिर्च के बारे में जानकारी – About capsicum in Hindi
- सामान्य नाम: शिमला मिर्च
- वानस्पतिक नाम: शिमला मिर्च एन्युम (Capsicum Annuum)
- दूसरे नाम: मीठी मिर्च, लाल मिर्च, लाल शिमला मिर्च
- भारतीय नाम: शिमला मिर्च (हिंदी)
- सब्जी का प्रकार: फल सब्जी
- किस्में: हरा, लाल, पीला, बैंगनी, नारंगी, सफेद
(यह भी जानें: शिमला मिर्च के बीज कैसे उगाएं….)
कैप्सिकम (शिमला मिर्च) के पौधे की विशेषताएं – Capsicum Plant Features in Hindi
- जीवन चक्र – वार्षिक
- ऊंचाई – 1 मीटर तक
- चौड़ाई या दूरी – 20 से 30 सेमी
- फूल का रंग – सफेद
- पत्ते – घनी शाखाओं वाला
शिमला मिर्च उगाने की जरूरत – Growing Capsicum needs in Hindi
- धूप – आंशिक धूप और छाया, लगभग 3-4 घंटे सुबह/शाम की धूप और दोपहर की छाया।
- पानी – मध्यम मात्रा में, जब मिट्टी की ऊपरी मिट्टी सूखी महसूस हो।
- लगाने का मौसम – ठंडी और बारिश दोनों सीजन में शिमला मिर्च को लगा सकते है।
- उत्तरी भारत में बुवाई – वसंत ऋतु (Spring season)।
- दक्षिणी भारत में बुवाई – सर्दी का मौसम (Winter season)।
शिमला मिर्च के पौधे को लगाने की तरीका – Method of planting capsicum in grow bags in Hindi
सब्जियों के पौधों को अलग-अलग तरीके से लगाया जाता है जिसमें पहला तरीका डायरेक्ट मेथर्ड और दूसरा तरीका ट्रांसप्लांट मेथर्ड होता हैं। शिमला मिर्च को ट्रांसप्लांट मेथर्ड से लगाया जाता है, इसमें पहले शिमला मिर्च के पौधों को तैयार किया जाता है इसके बाद इसके पौधों को किसी अन्य गमले या ग्रो बैग में ट्रांसफर किया जाता है।
शिमला मिर्च के पौधे तैयार करना – Prepare Capsicum plants for planting in Hindi
बीज लगाने के लिए आपको सबसे पहले मिट्टी तैयार करनी होती है।
मिट्टी तैयार करने के लिए सामग्री
- कोकोपीट
- कम्पोस्ट खाद
- सीड सीडलिंग ट्रे (seeds seedling tray) या छोटा गमला
मिट्टी तैयार करने की विधि
- सबसे पहले आप 50% कोकोपीट लें।
- अब इस कोकोपीट में 50% कम्पोस्ट खाद मिला लें।
- फिर इस मिट्टी को सीड सीडलिंग ट्रे या छोटे गमले में भर दें।
- आपकी मिट्टी शिमला मिर्च के बीज लगाने के लिए तैयार है।
शिमला मिर्च के पौधे को तैयार करने की विधि – How to prepare Capsicum plants for planting in Hindi
सबसे पहले शिमला मिर्च के सीड्स से इसके पौधे को तैयार करने की आवश्यकता होती है। बीज से पौधों को जल्दी जर्मिनेट करने के लिए निम्न स्टेप्स को फॉलो करें।
- पौधे तैयार करने के लिए आप सबसे पहले अच्छी क्वालिटी के शिमला मिर्च के सीड लें।
- इसके बाद ऊपर बताई गई विधि से तैयार की गई मिट्टी को प्रो ट्रे या छोटे गमले भर लें।
- इसके बाद मिट्टी के ऊपर बीजों को रखें।
- अब इस बीज के ऊपर मिट्टी को फैला दें, जिससे बीज लगभग एक सेंटीमीटर गेहराई में चले जाएँ।
- फिर इस मिट्टी में पानी देकर बीजों को भी भिगो दें।
- बीजों के जर्मिनेट होने तक मिट्टी में पानी देकर इसकी नमी को हमेशा बनाएं रखें।
- शिमला मिर्च के बीजों को जर्मिनेट होने में 7-10 दिनों का समय लग जाता है।
- मिर्च के पौधे को 15 से 25 डिग्री टेंपरेचर की जरूरत होती है, इसे ठंड का मौसम अधिक पसंद होता है।
- 20 से 25 दिन में शिमला मिर्च के पौधे की साइज़ लगभग 5-6 इंच हो जाती है और यह बड़े ग्रो बैग या गमले में ट्रांसफर करने के लिए तैयार हो जाते हैं।
(यह भी जानें: सीडलिंग तैयार कर उगाई जाने वाली सब्जियां….)
शिमला मिर्च के पौधे को ट्रांसफर करने के लिए मिट्टी कैसे तैयार करें – How to prepare soil for Capsicum plant transfer in Hindi
गमले में शिमला मिर्च के पौधे को लगाने के लिए अलग से मिट्टी तैयार करने की आवश्यकता होती है। इसके लिए आपको निम्न सामग्री की जरूरत होती है।
मिट्टी तैयार करने के लिए सामग्री
- सामान्य मिट्टी
- गोबर की खाद
- रेत
- 12 X 12 इंच का ग्रो बैग या गमला
मिट्टी तैयार करने की विधि
- सबसे पहले आप 50% सामान्य मिट्टी को लें।
- अब इसमें 40% गाय के गोबर की खाद मिला लें।
- फिर मिश्रण में 10% रेत को भी अच्छी तरह से मिला लें।
- अब इस मिट्टी को किसी बड़े गमले अथवा 12 बाई 12 इंच या इससे बड़े ग्रो बैग में पूरी तरह से भर लें।
- अब आपकी मिट्टी शिमला मिर्च के पौधे लगाने के लिए तैयार है।
(यह भी जानें: ऐसे करेंगे पौधों को रिपॉट तो नहीं मरेगा एक भी पौधा….)
शिमला मिर्च का बीज कहां मिलेगा- Where to buy capsicum seeds in Hindi
शिमला मिर्च के बीज आप किसी भी किसी बीज या कृषि सामग्री की दुकान, बागवानी स्टोर से खरीद सकते हैं। इसके अलावा आप नर्सरी में भी बात कर सकते हैं कि क्या वो आपको आपको शिमला मिर्च के बीज उपलब्ध करा सकते हैं। अगर आप ऑनलाइन शिमला मिर्च के बीज खरीदना चाहते हैं तो organicbazar.net से ले सकते हैं।
होम गार्डन में शिमला मिर्च के पौधे लगाने के तरीका – How to Plant Capsicum Plants in Hindi
- सबसे पहले आप पौधों को छोटे गमले से निकलने के लिए गमले में पानी देकर इसकी मिट्टी को अच्छी तरह से गीला कर दें।
- फिर सावधानी से पौधों को मिट्टी से निकले जिससे उसकी जड़ें न टूटें।
- इसके बाद गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में गड्ढा बनाकर इसके पौधों को लगाएं।
- अब शिमला मिर्च के पौधे को पानी दें और इसके गमले को धूप में रख दें।
- ग्रो बैग की मिट्टी शुष्क होने पर पानी और समय समय पर ऑर्गेनिक खाद देते है।
- शिमला मिर्च के पौधे लगाने के 60 से 65 दिन बाद आपको हरी मिर्च तोड़ने मिलने लगेगी।
टेरेस गार्डन में शिमला मिर्च उगाने की टिप्स – Tips for Growing Capsicum in Terrace garden in Hindi
अपने घर पर गमले में शिमला मिर्च लगाने और उससे अधिक मात्रा में फल प्राप्त करने के लिए आपको निम्न बातों को ध्यान में रखना चाहिए।
- शिमला मिर्च के पौधे को पानी कम और ज्यादा धूप की जरूरत होती है।
- शिमला मिर्च के पौधे को पानी कम देना चाहिए है।
- इसके पौधे को धूप वाली जगह पर रखें और कम से कम 3-4 घंटे सुबह और शाम की धूप जरूर दें।
- आप इसके पौधे में ओवरवाटरिंग न करें, इससे शिमला मिर्च के पौधे से सारे फूल झड़ जाएंगे और उन में फल भी नहीं आएंगे।
- शिमला मिर्च की अच्छी तरह से केयर करें, मिट्टी सूखने में पर इसमें पानी दें और समय-समय पर बदल-बदल कर ऑर्गेनिक खाद देते रहें।
(यह भी जानें: मिर्च के फूल क्यों गिरते हैं, जानिए इसे रोकने के उपाय….)
शिमला मिर्च के पौधे में लगने वाले रोग और उपचार – Capsicum plant diseases and treatment in Hindi
शिमला मिर्च आसानी से कीटों और बीमारियों से संक्रमित हो जाती है। अधिकांश कीड़ों को या तो मैन्युअल रूप से हटाया जा सकता है या डिटर्जेंट और पानी के मिश्रण से स्प्रे किया जा सकता है। यदि आपके पौधे पर्याप्त धूप और पानी मिलने के बाद भी मुरझाने लगते हैं और अचानक से मर जाते हैं, तो संभावना है कि आपके पौधे मुरझाने वाले रोग से संक्रमित हो गए हैं। ये रोग मिट्टी में लंबे समय तक रहते हैं। इससे बचने के लिए आपको अपनी शिमला मिर्च के लिए उस मिट्टी का उपयोग किया जाना चाहिए, जिसमें लंबे समय से कोई शिमला मिर्च नहीं उगाई गई हो। शिमला मिर्च पर हमला करने वाले मुख्य कीट एफिड्स और व्हाइटफ्लाई हैं। ये छोटे-छोटे कीड़े आपकी शिमला मिर्च के लिए बड़ी समस्या खड़ी कर सकते हैं। यह आमतौर पर पौधे की पर्त्तियों से रस चूसते हैं।
पौधों पर साबुन के पानी का छिड़काव करके इनसे बचा जा सकता है। एक बार जब अंकुर मजबूत हो जाते हैं, तो आप उन्हें नीम के तेल की एक पतली परत से ढक सकते हैं जो एक जैविक कीटनाशक के रूप में कार्य करता है। इस उपाय से पत्ती मरोड़ रोग (leaf curl disease) को भी कम किया जा सकता है जो शिमला मिर्च में अधिक होता है। बदल बदल कर ऑर्गेनिक खाद देकर भी आप कुछ हद तक पौधे को रोगों से बचा सकता है।
(यह भी जानें: मिर्च में होने वाले रोग, उनके लक्षण तथा नियंत्रण के उपाय….)
निष्कर्ष – Conclusion
इस आर्टिकल में हमने शिमला मिर्च को सही तरीके से लगाने, उसकी देखभाल करने और उसकी हार्वेस्टिंग की जानकारी दी है। आप ऊपर दी गई स्टेप्स को फॉलो करके आसानी से अपने टेरेस गार्डन या होम गार्डन में शिमला मिर्च को ग्रो कर सकते है और फ्रेश शिमला मिर्च को प्राप्त कर सकते हैं।