करेला एक बेल के रूप में बढ़ने वाला पौधा है जिसे तेज गर्मी या धूप में खीरे या खरबूजे की तरह घर पर गमले में उगाया जा सकता है। करेले की बेल 150 से 190 इंच तक लंबी हो सकती है, इसलिए इसके पौधे को नियमित रूप से सहारे की आवश्यकता होती है। करेले के पौधे को ख़राब होने से बचाने के लिए इसकी देखभाल करनी होती हैं। अगर आप जानना चाहते हैं कि घर पर करेले के पौधे कैसे लगाएं तो इस आर्टिकल में आप जानेगें, गमले में करेले का पौधा कैसे लगाएं, करेला उगाने की कुछ आसान टिप्स और देखभाल के तरीके के बारे में।
करेले को कहाँ उगाएं – Where To Grow Bitter Gourds in Hindi
ज़्यादातर गर्मियों की सब्जियों की तरह, आपके किचन गार्डन या टेरेस गार्डन में करेला उगाना आसान है। करेले के पौधे को अच्छी तरह से विकसित होने के लिए गर्म और आर्द्र जलवायु की आवश्यकता होती है। अतः करेले के बीज ऐसी जगह लगाएं, जहां पौधे को रोजाना 6 से 8 घंटे की धूप मिले। 15 से 20℃ मिट्टी के तापमान में बीजों को अंकुरित होने में लगभग 8 से 10 दिन लगेंगे।
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घर पर करेला लगाने के लिए गमले का साइज – Container For Growing Bitter Gourd At Home in Hindi
आप अपने घर पर करेले को गमले या ग्रो बैग में आसानी से उगा सकते हैं। प्रत्येक गमले में केवल एक या दो करेले का पौधा लगाएं। करेला लगाने के लिए ऐसा गमला चुनें जिसका साइज़ 12 x 12 इंच, 15 x 15 इंच (चौड़ाई x उंचाई) हो।
नोट – इसके अलावा आप अपनी सुविधा अनुसार गमले का साइज चुन सकते हैं।
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करेले को घर पर उगाने के कुछ आसान स्टेप्स – Some Easy Steps To Grow Bitter Gourd At Home in Hindi
यदि आप जानना चाहते हैं कि घर पर गमले में करेला कैसे उगाएं? तो नीचे कुछ आसान स्टेप्स बताये गए हैं जिससे आपको सफलतापूर्वक करेले के पौधों को उगाने में मदद मिलेगी।
1 स्टेप – पुरानी गोबर खाद या कम्पोस्ट मिलाकर तैयार की गई दोमट मिट्टी में लगभग ½ इंच गहराई पर करेले के बीज बोएं। दो पौधों के बीच कम से कम 12 से 15 इंच की दूरी रखें। अच्छी क्वालिटी की गोबर खाद प्राप्त करने के लिए यहां क्लिक करें।
2 स्टेप – बीज अंकुरित (germinate) होने तक मिट्टी को समान रूप से नम रखें। करेले के पौधे में पानी देने से पहले चेक कर लें कि मिट्टी सूखी हो। क्योंकि करेला गर्मी के मौसम में उगाई जाने वाली सब्जी है इसलिए इसमें टाइम-टाइम पर पानी देना जरूरी है।
3 स्टेप – करेले की बेलों को वर्टिकली (vertically) रूप से उगाने के लिए ट्रेलाइजिंग (trelizing) की आवश्यकता होती है। अतः करेला उगाते समय एक मजबूत जाली या रस्सी लगाएं, जो कम से कम 5 से 6 फीट लंबी हो। करेले को वर्टिकली (vertically) उगाने से करेले का पौधा अच्छी तरह उगता है और अच्छी फलों के उत्पादन में मदद मिलती है।
4 स्टेप – पौधे से अधिक करेले के फल प्राप्त करने के लिए और पौधे के फैलाव को कण्ट्रोल करने के लिए साइड शूट (Side Shoots On Bitter gourd) की नियमित छटाई भी जरूरी है।
5 स्टेप – ज़्यादातर खीरे की तरह करेले के पौधे में भी बहुत सी मक्खियों या कीट (insect) के लगने की सम्भावना होती है, इसलिए इस पर खास ध्यान देने की जरूरत है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए करेले के पौधे पर नीम ऑइल का स्प्रे समय-समय पर करना सही रहेगा। नीम तेल (Neem oil) खरीदने के लिए यहां क्लिक करें।
करेले की देखभाल कैसे करें – How To Maintain Bitter Gourds in Hindi
यदि आपने करेले के बीज लगाने के लिए स्वस्थ, उपजाऊ मिट्टी का उपयोग किया है तो करेले की बेलों की देखभाल करना बेहद आसान है। करेले के अच्छे विकास के लिए कुछ आसान देखभाल संबंधी उपाय इस प्रकार हैं:
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गमले में करेला उगाने के लिए पानी – Water for Growing Bitter Gourd in Pot in Hindi
अच्छे फलों के विकास के लिए करेले का पौधा लगे गमलों की मिट्टी को समान रूप से नम बनाए रखना आवश्यक है। सुबह या शाम के समय जब मिट्टी सूखी हो तो मिट्टी में पानी दें। पौधे में पानी देने के लिए वाटर कैन का इस्तेमाल करे अधिक ऊंचाई से पानी न डालें। अच्छी क्वालिटी की वाटर केन (water can) प्राप्त करने के लिए यहां क्लिक करें।
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घर पर करेला उगाने के लिए बेस्ट मिट्टी – Best Soil for Planting Bitter Gourd at Home in Hindi
करेले के पौधे को अच्छी तरह से उगने के लिए 5.5 से 6.5 के बीच ph मान वाली खाद या compost युक्त मिट्टी की आवश्यकता होती है। बीज बोने से पहले मिट्टी में पुरानी खाद या कम्पोस्ट (compost) डालकर गमले की मिट्टी तैयार करें। देखे कि मिट्टी अच्छी तरह से सूखी है और उगाने के लिए हल्की है। करेले की बेलों को जमीन पर उगाते समय, मिट्टी का नम होना जरूरी है ताकि करेले के पौधे को सड़ने से बचाया जा सके।
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करेले के पौधे के लिए बेस्ट खाद – Best Fertilizer for Bitter Gourd Plant in Hindi
गमले की मिट्टी में करेले के बीज बोने से पहले खाद मिलाकर मिट्टी तैयार करें। करेले की बेल के विकास के दौरान कुछ पुरानी खाद का उपयोग साइड ड्रेसिंग के रूप में किया जा सकता है। यदि मिट्टी उपजाऊ नहीं है तो आप घर का किचन वेस्ट, चाय की पत्ती की खाद को भी उपयोग कर सकते हैं।
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करेले के साथ साथ उगाए जाने वाले पौधे – Companion plants for bitter gourds in Hindi
करेले के साथ साथी पौधे के रूप में हरी बीन्स, मटर, कद्दू और गर्मियों में उगने वाली सब्जियां उगा सकते है। करेले के पास अधिकतर जड़ी-बूटियाँ अच्छी तरह से नहीं उगती।
करेला कब तोड़ने मिलेगा – When to Harvest Bitter Gourd in Hindi
गमले या ग्रो बैग में करेले के बीज बोने से लगभग 55 से 60 दिनों के अन्दर पौधों में फल आने लगते हैं। गहरे हरे रंग के छोटे करेले जिसकी साइज़ 1-2 इंच और लॉन्ग करेले जिसकी लंबाई 4-5 इंच होने पर उन्हें तोड़ सकते हैं। अगर फलों को इससे ज्यादा समय तक बेल पर पकने के लिए छोड़ दिया जाता है, तो वे रंग बदलकर हल्के नारंगी रंग में बदलने लगेंगे और स्वाद खराब हो जाएगा। हार्वेस्टिंग या कटाई के दौरान हर 2-3 दिनों में करेले के फलों को तोड़ते रहें जिससे कि नए फल लग सकें। करेले के फल ठंडी जगहों की तुलना में गर्म जगहों में दोगुनी तेजी से पकते हैं। अतः समय पर फलों को तोड़ते रहें।
करेले के फायदे – Benefits of Bitter Gourd in Hindi
करेले के बहुत से फायदे हैं इसमें आयरन, फाइबर, विटामिन A, विटामिन C, पाए जाते हैं। यह ब्लड शुगर भी कण्ट्रोल करता है। करेले से मोटापा, जॉइंट पेन भी कम होता है। साथ ही यह स्किन डिजीज में भी काफी असरदार है।
निष्कर्ष – Conclusion
इस लेख में आपने जाना कि, करेले को घर पर कैसे उगाएं, करेले के पौधे कैसे उगाए और इसकी देखभाल कैसे करें और भी बहुत कुछ जाना। उम्मीद है कि, यह लेख आपको पसंद आया होगा। हमारी और भी उपयोगी पोस्ट पढ़ने के लिए Organicbazar.net पर विजिट करें। अगर इस लेख से संबंधित आपका सुझाव या सवाल हैं तो कमेंट में जरूर बताएं।