बथुआ (चील की भाजी), सर्दियों के मौसम में उपलब्ध सबसे सस्ती पत्तेदार सब्जियों में से एक है, जिसे पालक की तरह ही खाने में इस्तेमाल किया जाता है। आमतौर पर लोग बथुए का इस्तेमाल सब्जी, पूड़ी-परांठे और रायता बनाने में करते हैं। इसके अलावा कई लोग बथुआ भाजी की चटनी बनाकर और इसे दाल में डालकर भी खाते हैं। अगर आप हरी पत्तेदार सब्जियों को खाने और उगाने के शौकीन हैं, तो सर्दी के समय बथुआ को होम गार्डन में उगा सकते हैं। बथुआ की भाजी सभी तरह की मिट्टी में आसानी से उग जाती है और इसे ज्यादा खाद, पानी और देखरेख की जरूरत भी नहीं होती है। बथुआ या चील भाजी (Cheel Bhaji) को कब लगाया जाता है, घर पर बथुआ साग कैसे उगाएं और इसे बीज से उगाने की विधि, देखभाल के तरीके और हार्वेस्टिंग के बारे में जानने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
बथुआ के बीज उगाने की जानकारी – Information About Growing White Goosefoot (Bathua) Seeds In Hindi
बथुआ को चील की भाजी (चिल भाजी) नाम से भी जाना जाता है। बथुआ को अंग्रेजी में व्हाइट गूसफुट (White Goosefoot) या लैम्ब क्वार्टर (Lamb’s Quarters) भी कहते हैं, जबकि इसका वैज्ञानिक नाम चेनोपोडियम एल्बम (Chenopodium Album) है। आइये बथुआ सब्जी के पौधे को उगाने से संबंधित कुछ प्रमुख जानकारियां जानते हैं:
पौधे का प्रकार |
पत्तेदार सब्जी का वार्षिक पौधा |
बथुआ पौधे का आकार |
24 इंच से 36 इंच लम्बाई और 4 से 12 इंच चौड़ाई |
कहाँ ग्रो करें |
टेरेस गार्डन, बालकनी गार्डन और बगीचे में |
पौधे को उगाने का तरीका |
गमलों में डायरेक्ट बीज बोना |
बीज लगाने का सही समय |
पतझड़ (अक्टूबर-दिसंबर) |
बीज लगाने की गहराई |
0.3 सेंटीमीटर |
पौधे का ग्रोइंग टेम्प्रेचर |
05-30°C |
कम्पेनियन प्लांट्स |
|
बीज अंकुरण का समय |
7 से 15 दिन |
हार्वेस्टिंग का समय |
बीज लगाने के 40 से 50 दिन बाद |
बथुआ के बीजों को कब बोया जाता है – When To Sow Bathua Leaf Seeds In Hindi
वैसे तो बथुआ के बीजों को साल भर कभी भी बोया जा सकता है, लेकिन सर्दी के समय अक्टूबर-दिसंबर के महीने में लगाने पर यह पौधा अच्छे से ग्रोथ करता है।
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बथुआ की भाजी उगाने के लिए आवश्यक सामग्री – Things Needed To Grow Bathua In Hindi
होम गार्डन में बथुआ साग (Cheel Bhaji) को उगाने के लिए आपको निम्न चीजों की जरूरत पड़ेगी:
- बथुआ के बीज
- गमला या ग्रो बैग
- मिट्टी या पॉटिंग मिक्स
- खाद या उर्वरक
- गार्डन टूल्स जैसे- वाटर कैन, कैंची
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बथुआ के बीज खरीदें – Buy Bathua Seeds Online In Hindi
सबसे पहले आपको बथुआ भाजी के बीजों की जरूरत होगी, जिन्हें आप लोकल मार्केट की बीज भंडार दुकान से या गार्डनिंग वेबसाइट से ऑनलाइन खरीद सकते हैं।
गमला या ग्रो बैग – Container Size To Grow Bathua Plant In Hindi
बथुआ साग के बीजों को डायरेक्टली गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में लगाया जा सकता है, या सीडलिंग तैयार करके भी इसे ग्रो किया जा सकता है। आप बथुआ भाजी को उगाने के लिए निम्न साइज के ग्रो बैग का इस्तेमाल कर सकते हैं:
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मिट्टी या पॉटिंग मिक्स – Potting Mix For Sowing Bathua Bhaji Seeds In Hindi
बथुआ के बीज लगाने के लिए आप रेडी टू यूज पॉटिंग मिक्स खरीद सकते हैं या इसे घर पर भी बना सकते हैं। नाइट्रोजन युक्त मिट्टी बथुआ के पौधे को उगाने के लिए अच्छी मानी जाती है। होममेड पॉटिंग मिक्स बनाने के लिए 50% मिट्टी, 30% गोबर खाद या कम्पोस्ट खाद और 20% कोकोपीट या रेत को आपस में अच्छे से मिला लें। अब इस पॉटिंग मिक्स का उपयोग बथुआ के बीजों को लगाने के लिए कर सकते हैं।
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खाद या उर्वरक – Fertilizer For Bathua Saag Plant In Hindi
बथुआ पौधे की तेजी से ग्रोथ के लिए ग्रोइंग सीजन में अधिक नाइट्रोजन वाले फर्टिलाइजर जैसे- मस्टर्ड केक, गोबर खाद, वर्मीकम्पोस्ट या फिश मील फर्टिलाइजर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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बथुआ को बीज से उगाने की विधि – How To Sow Bathua Seeds In Pot In Hindi
आप बथुआ के बीजों को सीधे गमलों या ग्रो बैग की मिट्टी में बो सकते हैं। आइये जानते है होम गार्डन में बथुआ के बीज उगाने की विधि:
- सबसे पहले ऊपर बताए गए साइज का गमला या ग्रो बैग लें।
- अब गमले में पॉटिंग मिक्स भरें।
- पॉटिंग मिक्स के ऊपर बथुआ के बीजों को फैलाएं और फिर बीजों को मिट्टी या कोकोपीट की पतली परत से ढक दें। बथुआ के बीजों को मिट्टी में 0.3 सेंटीमीटर से ज्यादा गहराई में नहीं बोना चाहिए।
- बीज लगाने के बाद वाटरिंग कैन या हाई प्रेशर स्प्रे पंप की मदद से मिट्टी को गीला करें।
- बीजों को लगाने के बाद गमले को छाँव वाली जगह पर रखें। एक बात का ध्यान रखें कि मिट्टी लम्बे समय तक सूखी न रहे, जब भी मिट्टी सूखी दिखे तब पानी डालें।
- सही तरीके से देखभाल करने पर बथुआ के बीज 7-15 दिनों में अंकुरित हो जाते हैं। बीज अंकुरित होने के बाद गमले को धूप वाली जगह (Full Sunlight) पर रख दें।
- आप 40 से 50 दिन बाद पौधे की हार्वेस्टिंग कर सकते हैं।
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बथुआ के पौधे की देखभाल कैसे करें – Bathua Plant Care Tips In Hindi
आइये बथुआ के पौधे (White Goosefoot Plant) की धूप, पानी और खाद की आवश्यकताओं और कीट नियंत्रण के उपाय के बारे में जानते हैं:
पानी – Bathua Watering Needs In Hindi
बथुआ के पौधे की ग्रोथ के लिए ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती है। इसी वजह से पौधे में अधिक पानी देने से बचें। जब मिट्टी सूखी लगे तब पानी दें। पानी देते समय पौधों को गीला न करें।
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धूप – Bathua Sunlight Needs In Hindi
बथुआ साग के पौधों को अच्छे से ग्रोथ करने के लिए रोजाना कम से कम 6 घंटे सीधी धूप की जरूरत होती है। हालाँकि इसे आंशिक छाया में भी उगाया जा सकता है।
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खाद या उर्वरक – Fertilizer To Grow Lamb’s Quarters Faster In Hindi
वैसे चील भाजी के पौधों को किसी भी खाद या उर्वरक की जरूरत नहीं होती है, लेकिन यदि पौधों की ग्रोथ स्लो दिखे और पौधे कमजोर लगें, तो आप बीज अंकुरित होने के 15 से 20 दिन बाद पौधे में गोबर खाद या कम्पोस्ट खाद डाल सकते हैं।
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कीट नियंत्रण – Bathua Plant Pest Control In Hindi
बथुआ के पौधे में कभी-कभी एफिड्स या लीफ माइनर कीट लग जाते हैं। इन कीट को दूर करने के लिए नीम तेल का घोल बनाकर छिड़काव करें। 3 से 4 ml नीम तेल को एक लीटर पानी में घोलें और उसमे कुछ बूंदे लिक्विड सोप की मिलाएं। इस सभी चीजों को अच्छे से मिक्स करके इस घोल को स्प्रे पम्प में भरकर बथुए के पौधे पर स्प्रे करें। इसके अलावा कीट लगने की संभावना को कम करने के लिए पौधों के बीच उचित दूरी और वायु प्रवाह बना रहे।
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बथुआ साग की हार्वेस्टिंग कैसे करें – How To Harvest Bathua Plant In Hindi
बीज लगाने के 40 से 50 दिनों बाद जब बथुआ के पौधे 10 इंच लम्बे और पत्तियां 1 इंच लम्बी हो जाएँ, तब इनकी हार्वेस्टिंग कर सकते हैं। पत्तों की हार्वेस्टिंग के लिए आप गार्डन कैंची का उपयोग करें। कटाई के दौरान तने का कम से कम 1-2 इंच हिस्सा छोड़ दें, क्योंकि कटाई के कुछ दिनों बाद नई पत्तियां फिर से उग जाती हैं।
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इस आर्टिकल में बथुआ पत्तेदार सब्जी को बीज से उगाने और बथुआ पौधे की देखभाल करने के बारे में जानकारी दी गयी है। यदि आपको यह आर्टिकल पसंद आया हो या इससे संबंधित आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो उसे कमेन्ट जरूर करें।
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