घर पर बालसम फूल का पौधा कैसे उगाएं – How To Grow Balsam Flower At Home In Hindi

यदि आप अपने घर पर बालसम फूल का पौधा उगाना चाहते हैं, तो हम आपको बतायेंगे कि बाल्साम फ्लावर प्लांट घर पर कैसे लगाएं। बालसम, जिसे गुलमेहंदी भी कहा जाता है, यह एक वार्षिक पौधा होता है, और इसका वैज्ञानिक नाम इम्पेतिन्स बालसमिना (Impatiens balsamina) है। सफेद, गुलाबी, बैंगनी और लाल रंग के यह फूल कप के आकार के होते हैं, जो लगभग 1 से 3 इंच तक फैलते हैं। इन रंग बिरंगे फूलों को सजावट के तौर पर घरों में गार्डन में लगाया जाता है। यदि आप भी अपने घर या गार्डन में इस सुन्दर फूल को लगाना चाहते हैं, तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें, जिसमें आप जानेंगे कि, बालसम का फूल घर पर कैसे लगाएं, फूल लगाने का सही समय क्या है, बीज से बलसम फूल के पौधे कैसे उगाएं और इन पौधों की देखभाल कैसे की जाती है।

बालसम फ्लावर प्लांट के बीज कब लगाएं – Balsam Seed Sowing Season In Hindi

यदि आप यह जानना चाहते है कि बलसम फूल का पौधा लगाने का सही समय क्या है, तो हम आपको बता दें कि इस पौधे को मध्यम तापमान की आवश्यकता होती है, इसलिए इस पौधे के बीज आखिरी ठण्ड या शुरूआती मानसून में बोए जाते हैं। गर्मी में फ्लावरिंग के लिए गुलमेहंदी के बीजों को लगाने का सबसे अच्छा समय जनवरी-फरवरी और बरसात के समय फ्लावरिंग के लिए इन बीजों को लगाने का सही समय मई-जुलाई का महीना सबसे अच्छा होता है।

बालसम प्लांट लगाने के लिए गमला – Pot Size For Planting Balsam Plant In Hindi

बालसम प्लांट लगाने के लिए गमला – Pot Size For Planting Balsam Plant In Hindi

गुलमेहंदी फूल का पौधा लगभग 14 से 24 इंच की लम्बाई तक वृद्धि कर सकता है, इसे घर पर लगाने के लिये आपको 8-10 इंच के पॉट या गमले की आवश्यकता होगी और ध्यान रहे कि गमले में जल निकासी के लिए अतिरिक्त छिद्र अवश्य हों। घर पर बलसम अर्थात गुलमेहंदी फूल के बीज लगाने के लिए आप निम्न साइज़ के ग्रो बैग चुन सकते हैं:

  • 9×9 इंच (चौड़ाई X ऊँचाई)
  • 9×12 इंच (चौड़ाई X ऊँचाई)
  • 12×9 इंच (चौड़ाई X ऊँचाई)
  • 12×12 इंच (चौड़ाई X ऊँचाई)

(यह भी जानें: जानें वर्टिकल पॉकेट्स फैब्रिक ग्रो बैग का गार्डनिंग में उपयोग…)

गुलमेंहदी का पौधा लगाने के मिट्टी तैयार कैसे करें How To Prepare Potting Soil For Balsam Plant In Hindi

गुलमेंहदी का पौधा लगाने के मिट्टी तैयार कैसे करें - How To Prepare Potting Soil For Balsam Plant In Hindi

बलसम फूल के पौधे को अच्छी वृद्धि करने के लिए नमी युक्त दोमट मिट्टी, जो कि कुछ मात्रा में अम्लीय हो, उपयुक्त होती है। आप इस पौधे को घर पर लगाने के लिए सामान्य मिट्टी में जैविक खाद मिलाकर मिट्टी तैयार कर सकते हैं, मिट्टी में अच्छी जल निकासी सुनिश्चित करने के लिए आप मिट्टी और खाद के मिश्रण में रेत भी मिला सकते हैं। पौधे लगाने के लिए अच्छी पॉटिंग मिक्स खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें।

(यह भी जानें: पौधों के लिए गमले की मिट्टी कैसे तैयार करें…)

घर पर बालसम फूल कैसे लगाएं – How To Grow Balsam Flower at Home In Hindi

घर पर बालसम फूल कैसे लगाएं - How To Grow Balsam Flower at Home In Hindi

गुलमेंहदी अर्थात बालसम फूल के पौधे को डायरेक्ट या ट्रांसप्लांट दोनों विधियों से लगाया जा सकता है, यह पौधा नम और आंशिक छाया वाले स्थानों में अच्छी तरह बढ़ता है। घर पर बालसम फ्लावर प्लांट उगाने के लिए, सबसे पहले आपको इसके अच्छे बीजों का चुनाव करना होगा तथा उन्हें सीधे गार्डन की मिट्टी या सीडलिंग ट्रे में लगाना होगा। होम गार्डन में बालसम का पौधा लगाने के लिए आपको निम्न चीजों की आवश्यकता होगी:

गमले में बालसम के बीज लगाने की विधि – How to Plant Balsam Seeds In Pot In Hindi

यदि आप यह सोच रहे हैं कि बालसम के पौधे बीज से कैसे उगाएं, तो आगे बीज से बाल्साम फ्लावर प्लांट उगाने की विधि के बारे में जानेंगे। घर पर बालसम फूल के पौधे उगाने के लिए निम्न स्टेप्स को फॉलो करें:

  • सबसे पहले अच्छी किस्म के बीज चुनाव या खरीदें।
  • अब गमले (जिसमें जल निकासी के पर्याप्त छिद्र हों) या सीडलिंग ट्रे में पॉटिंग मिक्स भरें, यदि आप सीधे गमले की मिट्टी में बीज लगा रहे हैं तो मिट्टी भरते समय गमले को 3 इंच खाली रखें।
  • गमले के बीचों-बीच या सीडलिंग ट्रे में लगभग 1/8 या 1/4 इंच गहराई में बीजों को लगाएं।
  • बीज लगाने के बाद मिट्टी में स्प्रे बोटल की मदद से पानी डालें।
  • इसके बाद गमले को अप्रत्यक्ष सूर्य प्रकाश या आंशिक छाया वाले स्थान पर रखें।
  • बाल्साम के बीजों को अंकुरित होने के लिए लगभग 21-25 डिग्री सेल्सियस का तापमान उचित रहता है, इस तापमान पर यह बीज 10-15 दिनों में अंकुरित हो जाते हैं।
  • बालसम के पौधे की लम्बाई जब 4-6 इंच की हो जाए, तब आप इन पौधों को 12 से 18 इंच की दूरी पर ट्रांसप्लांट कर सकते हैं।

बालसम फ्लावर प्लांट की देखभाल कैसे करें – How To Take Care Of Balsam Plant In Hindi

गुलमेहंदी अर्थात बालसम के पौधे को विशेष देखभाल की आवश्यकता नहीं होती है, कम रख रखाव में भी ये पौधे आसानी से ग्रो कर जाते हैं  आइए जानते हैं बालसम पौधे की देखभाल के तरीके कौन-कौन से हैं:

पानी – Water For Growing Balsam Plant In Hindi

पानी – Water For Growing Balsam Plant In Hindi

अच्छी ग्रोथ के लिए बाल्साम के पौधे की मिट्टी में लगातार नमी बनाये रखें। बरसात के समय में पौधे को ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती है। यदि आपने इस पौधे को शुरूआती वसंत के समय लगाया है, तो पौधे को अधिक पानी की आवश्यकता होगी, इसके लिए जब गमले की मिट्टी सूखी हुई दिखने लगे तब उन पौधों में पानी दें। यदि पौधे को पर्याप्त पानी नहीं मिलता तो पौधे फूलना बंद कर देते हैं, इसलिए पौधे को पर्याप्त पानी देते रहें। स्प्रे पंप खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें।

(यह भी जानें: पौधों को पानी देते समय न करें ये 7 गलतियां…)

सन लाइट – Sunlight for Growing Balsam Plant In Hindi

गुलमेहंदी के पौधे के फूल पूर्ण सूर्यप्रकाश और आंशिक छाया, दोनों में अच्छी तरह से खिलते हैं। लेकिन इस पौधे के लिए दोपहर के समय आंशिक छाया में रखना अच्छा होता है। हालांकि बालसम के पौधे पूर्ण छाया में भी रह रकते है, लेकिन उन स्थितियों में पौधों पर फूल खिलने की संभावना कम होती है। इसलिए इस पौधे के गमले को ऐसे स्थान पर रखें, जहाँ दिन में 4-5 घंटे की धूप आती हो।

(यह भी जानें: पौधे जो तेज धूप में करते हैं बेहतर विकास…)

तापमान और आर्द्रता – Temperature And Humidity For Growing Balsam Plant In Hindi

बालसम फूल के पौधे अधिक ठंडे तापमान को सहन नहीं करते हैं, क्योंकि यह पौधे मध्यम तापमान वाले होते हैं और मिट्टी में नमी को पसंद करते हैं, हालांकि अधिक उच्च तापमान होने पर ये पौधे मुरझा जाते हैं। बालसम के पौधे के लिए 24 डिग्री सेल्सियस का तापमान सबसे अच्छा होता है, इस तापमान पर ये पौधे ठीक तरह से ग्रो करते हैं और फूल भी अधिक लगते हैं।

उर्वरक – Fertilizer for Grow Balsam Plant in Pot In Hindi

उर्वरक – Fertilizer for Grow Balsam Plant in Pot In Hindi

बाल्साम फ्लावर प्लांट को अधिक खाद या उर्वरक की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन इस पौधे में अधिक मात्रा में फूल लगने के लिए आप जैविक खाद का उपयोग कर सकते हैं, इसके लिए 2-3 सप्ताह में एक बार गमले की मिट्टी में जैविक खाद डालें, बीज लगाने से पहले ध्यान रखें कि आपके द्वारा ली गई मिट्टी खाद युक्त होना चाहिए।

(यह भी जानें: फूल वाले पौधों के लिए खाद तथा सबसे अच्छे उर्वरक…)

प्रूनिंग – Pruning for Growing Balsam Plant at Home In Hindi

आम तौर पर, बालसम के पौधे को अन्य पौधों की तरह ज्यादा छटाई (pruning) की आवश्यकता नहीं होती है। लेकिन यदि आपने यह पौधा अपने घर पर लगाया है तो पौधे को अधिक सुंदर बनाने के लिए समय-समय पर डैमेज और रोगग्रस्त शाखाओं को हटा देना चाहिए। अच्छी क्वालिटी के प्रूनर खरीदने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें:

(यह भी जानें: फ्लावर प्लांट प्रूनिंग क्या है, यह कब और कैसे करें…)

कीट और रोग – Pests and Diseases of Balsam Plant In Hindi

गुलमेहंदी का पौधा (Balsam plant) फफूंदी और फंगल संक्रमण के लिए अतिसंवेदनशील होता है। इसलिए पानी डालते समय पत्तियों को गीला करने से बचें और पौधे को सुरक्षित रखने के लिए उचित वायु प्रवाह वाले स्थान पर लगाएं। आप पौधों को कीट और रोग से बचाने के लिए, पौधों पर नीम तेल का छिड़काव भी कर सकते हैं। नीम तेल (neem oil) खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें।

बालसम के पौधे में फूल खिलने का समय – Flowering Time Of Balsam Plant In Hindi

बालसम के पौधे में फूल खिलने का समय – Flowering Time Of Balsam Plant In Hindi

बालसम के बीज लगाने के लगभग 2 महीने बाद या 60-70 दिनों में इस पौधे में फूल आने लगते हैं, यदि आपने मई से जून के बीच इस पौधे को लगाया है, तो अगस्त से सितम्बर के बीच इस पौधे में फूल आ सकते हैं। एक बार फूल आने के बाद इस पौधे में लगातार एक महीने तक फूल खिलते रहेंगे। बालसम का पौधा एक मध्यम तापमान वाला पौधा है, उचित तापमान मिलने पर ये पौधा अच्छी ग्रोथ के साथ लगातार फूल देता रहेगा। इन रंग-बिरंगे फूलों को अपने गार्डन या घर की बालकनी में लगाएं और गार्डन को और भी अधिक सुन्दर और आकर्षक बनाएं।

गार्डनिंग के लिए जरूरी सामग्री यहाँ से खरीदें:

अच्छी किस्म के बीज
पॉटिंग सॉइल
गमले या ग्रो बैग
वर्मीकम्पोस्ट
गोबर खाद
रॉक फास्फेट
प्लांट ग्रोथ प्रमोटर
नीम तेल
प्रूनर
स्प्रे पंप
वॉटर केन
ड्रेनेज मेट

निष्कर्ष – Conclusion

आशा करते हैं कि इस आर्टिकल को पढ़कर आप जान गए होगें कि बालसम के पौधे को घर पर कैसे लगाएं, गुलमेहंदी के पौधों को लगाने का समय, बीज से बालसम फूल के पौधे उगाने की विधि और पौधे की देखभाल करने के तरीके के बारे में। इस लेख से सम्बंधित जो भी सवाल या सुझाव हों, हमें कमेंट में जरूर बताएं।

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