एक्रोक्लिनियम या पेपर डेजी सबसे सुन्दर फूलों में से एक है, जिसकी खूबसूरती और खुशबू हर किसी को आकर्षित करती है। इन फूलों का गुलदस्ता बनाकर आप गिफ्ट के तौर पर अपने दोस्तों को दे सकते हैं या घर के अन्दर सजावट के तौर पर भी रख सकते हैं। एक्रोक्लिनियम फूलों को घर पर गमले में आसानी से उगाया जा सकता है। आप इसे घर की बालकनी या छत पर धूप वाली जगह में ग्रो कर सकते हैं। अगर आप भी इस फूल के पौधे को उगाने का तरीका जानना चाहते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। घर पर बीजों से एक्रोक्लिनियम या पेपर डेजी का पौधा कैसे उगाएं, इसे उगाने का सही समय क्या है और पेपर डेज़ी फ्लावर की देखभाल कैसे करें, इसकी पूरी जानकारी आपको इस लेख में मिलेगी। गमले में एक्रोक्लिनियम फूल का पौधा उगाने से जुड़ा यह लेख लास्ट तक जरूर पढ़ें।
घर पर पेपर डेजी का फूल उगाने के लिए जरूरी चीजें – Supplies Needed To Grow Paper Daisy Flower At Home In Hindi
एक्रोक्लिनियम (Acroclinium) को पेपर डेजी (Paper Daisy), पिंक पेपर डेज़ी (Pink Paper Daisy) जैसे अन्य नामों (Common Name) से भी जाना जाता है। घर पर इस फ्लावर प्लांट को उगाने के लिए आपको निम्न चीजों की जरूरत पड़ेगी:
- गमला या ग्रो बैग (Pot Or Grow Bags)
- मिट्टी (Soil)
- एक्रोक्लिनियम फूल के बीज (Acroclinium/Paper Daisy Seeds)
- गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट
- पानी डालने के लिए वाटरिंग कैन या स्प्रे बोतल
एक्रोक्लिनियम फूल उगाने से जुड़ी कुछ जरूरी बातें – Things To Know About Growing Acroclinium Flower Plant In Hindi
घर पर बगीचे (Garden), बालकनी या छत (Terrace) पर एक्रोक्लीनियम (पेपर डेजी) फूल को उगाने के लिए आपको निम्न बातें जरूर पता होनी चाहिए:
एक्रोक्लिनियम फ्लावर कब उगाया जाता है – Acroclinium Seeds Sowing Time/Month In Hindi
पेपर डेजी या एक्रोक्लीनियम (Acroclinium) सर्दियों का फूल (Winter Flower) है। इसके बीजों को शरद ऋतु (Autumn) और सर्दियों के महीनों में उगाया जाता है। शरद ऋतु, सितंबर-अक्टूबर तक रहती और सर्दियाँ नवंबर से जनवरी तक रहती है, इस समय तक आप पेपर डेजी के बीजों को बो (Sow) सकते हैं। 18-25°C (65-77°F) तक के तापमान में इस फूल के बीज अच्छे से अंकुरित होते हैं।
(और पढ़ें: सर्दियों में खिलने वाले फूलों की जनकारी….)
एक्रोक्लिनियम उगाने के लिए किस साइज का गमला प्रयोग करें – Pot Size To Grow Acroclinium Flower In Hindi
यह फूल का पौधा 9X9, 12X12, 15X12 और 15X15 इंच (चौड़ाईXऊंचाई) के गमले या ग्रो बैग में अच्छे से उगता है। अगर आपके घर पर इस साइज की कोई पुरानी बाल्टी, टब या अन्य बर्तन है, तो आप उसमें भी इस पौधे को ग्रो कर सकते हैं।
(यह भी जानें: गार्डन में ग्रो बैग के प्रयोग की सम्पूर्ण जानकारी….)
एक्रोक्लिनियम के पौधे में फूल कब आते हैं – How Long Does Acroclinium Take To Bloom In Hindi
बीज लगाने के 50 से 60 दिन (2 महीने) बाद एक्रोक्लीनियम के पौधे में फूल खिलने लगते हैं। इस पौधे में फूल खिलने का सबसे अच्छा मौसम (Flowering Season) सर्दियों और वसंत (फरवरी-मार्च) का होता है।
एक्रोक्लिनियम (पेपर डेजी) फूल के बीज कहाँ से खरीदें – Where To Buy Acroclinium (Paper Daisy) Seeds Online In Hindi
Organicbazar.Net साईट से आप बेस्ट क्वालिटी के एक्रोक्लिनियम या पेपर डेजी फूल के बीजों को खरीद सकते हैं। या फिर नीचे दिए गए आइकॉन पर क्लिक कर भी सीड्स ऑर्डर कर सकते हैं:
गमले में एक्रोक्लिनियम (पेपर डेजी) फूल उगाने का सही तरीका – Grow Acroclinium (Paper Daisy) Flowers At Pot In Hindi
पेपर डेजी या एक्रोक्लिनियम फूल के बीज और उन्हें लगाने के लिए गमले या ग्रो बैग का इंतजाम करने के बाद आपको उन्हें बोने की सही मेथड के बारे में पता होना चाहिए। आइये एक्रोक्लिनियम फूल के बीजों को लगाने के लिए, मिट्टी तैयार करने से लेकर फूलों की कटाई तक की पूरी प्रक्रिया के बारे में समझते हैं:
मिट्टी तैयार करें – Prepare Soil To Plant Paper Daisy Seeds In Hindi
एक्रोक्लिनियम फूल के बीजों को अच्छी उपजाऊ और भुरभुरी (Well Draining Soil) मिट्टी में लगाया जाता है। ऐसी मिट्टी बनाने के लिए सबसे पहले नजदीकी खेत या गार्डन से मिट्टी को ले आयें। इसके बाद मिट्टी को धूप वाली जगह पर रख कर उसमें पानी डालें। 2 दिन बाद जब मिट्टी नरम हो जाए तब मिट्टी, कोकोपीट और पुरानी गोबर खाद को बराबर मात्रा में मिलाएं। आप कोकोपीट की जगह कुछ मात्रा में रेत का उपयोग भी कर सकते हैं। इस तरह एक्रोक्लिनियम के बीजों को लगाने के लिए मिट्टी तैयार है।
(और पढ़ें: पौधे की ग्रोथ के लिए अच्छी मिट्टी….)
गमले या ग्रो बैग में मिट्टी भरें – Fill Grow Bag To Plant Acroclinium Seeds In Hindi
एक्रोक्लिनियम (पेपर डेजी) फूल के बीजों को जिस भी गमले या ग्रो बैग में लगाना है, उसमें तैयार की गयी भुरभुरी मिट्टी को भर लें। ग्रो बैग को ऊपर से 2 इंच खाली रखें। मिट्टी में अच्छी तरह पानी डालें और इस मिट्टी में 1 दिन के बाद बीजों को लगाएं। ऐसा करने से ग्रो बैग में मिट्टी अच्छे से बैठ जाती है और जब बीज को लगाया जाता है, तो वह पानी डालने पर नीचे गहराई में नहीं जाता है।
पेपर डेजी के बीज कैसे लगाएं – How To Plant Paper Daisy (Acroclinium) Seeds In Soil In Hindi
पेपर डेज़ी फ्लावर को मुख्य रूप से सीधे गमले या गार्डन में ही लगाया जाता है। ऐसा इसीलिए क्योंकि इसकी जड़ें काफी नाजुक होती हैं, और इसकी पौध (Seedling) को गमले में ट्रांसप्लांट करने के दौरान जड़ों को नुकसान पहुँचने का खतरा रहता है। अगर आप जड़ों को नुकसान पहुंचाए बिना एक्रोक्लिनियम की पौध को ट्रांसप्लांट कर सकते हैं, तो आप इसे सीडलिंग ट्रे या कोकोपीट कॉइन में अंकुरित (Germinate) करें। आइये जानते हैं एक्रोक्लिनियम (पेपर डेजी) फ्लावर के बीजों को मिट्टी में लगाने का तरीका:
- गमले या सीडलिंग ट्रे की मिट्टी की सतह पर एक्रोक्लिनियम (पेपर डेजी) के बीजों को रखें।
- सीडलिंग ट्रे के 1 खाने में 1 बीज और गमले या गार्डन में 2-4 इंच की दूरी पर बीजों को लगाएं।
- बीजों के ऊपर मिट्टी या खाद की बहुत ही हल्की परत (Layer) बिछाएं। चूँकि पेपर डेजी के बीजों को अंकुरित होने के लिए सूर्यप्रकाश की जरूरत होती है, अतः अधिक गहराई में न लगाएं।
- स्प्रे बोतल की मदद से मिट्टी के ऊपर पानी का छिड़काव (Spray) करें।
- अब बीजों को सुबह की 2 से 3 घंटे की धूप दिखाएं, फिर गमले या सीडलिंग ट्रे को उस उजाले वाली जगह पर रख दें, जहाँ सीधी धूप न पड़ती हो।
- मिट्टी में नमी बनाएं रखें। 10-15 दिन बाद बीज अंकुरित हो जाते हैं।
- जब बीज अंकुरित हो जाएँ, तब उन्हें बड़े गमले या गार्डन में ट्रांसप्लांट कर दें। अगर बीजों को पहले से ही गमले में लगाया है, तो गमले को धूप वाली जगह पर रख दें जहाँ रोजाना 5 से 6 घंटे की धूप पड़ती हो।
(और पढ़ें: पौधों की वृद्धि के लिए 10 शानदार टिप्स….)
एक्रोक्लिनियम (पेपर डेजी) के पौधे में खाद डालें – Fertilize Acroclinium (Paper Daisy) Plant In Hindi
बीज लगाने के 20-25 दिन बाद जब एक्रोक्लिनियम का पौधा मिट्टी में अच्छे से सेट हो जाए और उसमें कुछ पत्तियां आ जाये, तब उसमें लिक्विड फर्टिलाइजर डालें। आप इस पौधे में महीने में 2 बार फिश इमल्शन (Liquid Fish Emulsion), लिक्विड सीवीड या Npk फर्टिलाइजर डाल सकते हैं।
एक्रोक्लिनियम पौधे में कीट नियंत्रण – Pest Control In Acroclinium Plant In Hindi
इस पौधे में स्लग (Slug), स्नेल (Snail), एफिड्स जैसे कीट लग सकते हैं। बड़े कीड़ों को हाथ से उठाकर अलग कर दें और छोटे कीटों को हटाने के लिए पौधे पर पानी की तेज धार चलायें। इसके अलावा थोड़े गर्म पानी में नीम तेल और तरल साबुन की कुछ बूंदे मिलाकर तैयार घोल का भी पौधे पर स्प्रे कर सकते हैं।
(और पढ़ें: ठंड के समय गार्डन में लगने वाले कीट और उनका नियंत्रण…)
एक्रोक्लिनियम फूल की कटाई – Harvesting Of Acroclinium Cut Flower In Hindi
बीज लगाने के 2 महीने बाद जब एक्रोक्लिनियम पौधे में लगे फूल पूरी तरह से खिल जाएं (Fully Open) तब उनकी कटाई (Harvesting) करें। हार्वेस्टिंग के लिए कैंची, प्रूनर या जिस भी टूल का उपयोग कर रहे हैं, पहले उस पर सेनीटाइजर स्प्रे करें। फूल की कटाई के बाद आप उन्हें फ्लावर पॉट में सजाकर घर के अंदर रख सकते हैं।
इस आर्टिकल में आपने जाना कि घर पर गमले में बीज से एक्रोक्लिनियम (पेपर डेजी) का पौधा कैसे उगाएं, इसे उगाने के लिए जरूरी चीजें क्या हैं और इसमें फूल कितने दिन में आते हैं। अगर पेपर डेजी फूल के पौधे को उगाने से जुड़ा आपका कोई सवाल या सुझाव हो, तो आप उसे कमेन्ट बॉक्स में लिख सकते हैं। अगर यह लेख आपके काम आया हो, तो इसे अपने गार्डनिंग करने वाले दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।