पौधों की मिट्टी में पोटैशियम की कमी को कैसे दूर करें – How to Fix Potassium Deficiency in Soil in Hindi

गार्डन या गमले में लगे पौधों के विकास व वृद्धि के लिए मिट्टी में पोटैशियम तत्व की भरपूर मात्रा का होना बेहद आवश्यक है, अगर मिट्टी में पोटैशियम की कमी होगी तो इससे पौधों के विकास में कमी हो सकती है और इसके अलावा आप पौधों में फूलों और फलों में कमी और पत्तियों की नसों का भूरा या पीला होना जैसे लक्षण देख सकते हैं, अगर आपको लगता है कि, आपके पौधों की मिट्टी में पोटैशियम की कमी है या फिर आप मिट्टी में पोटैशियम की कमी को दूर करने के तरीकों के बारे में जानना चाहते हैं, तो इस लेख को अवश्य पढ़ें, यहाँ हम आपको बताएंगे कि, मिट्टी में पोटैशियम की कमी कैसे दूर करें व कमी के लक्षण क्या हैं तथा मिट्टी में पोटैशियम की कमी को दूर करने के उपाय और तरीके के बारे में जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें।

वैसे तो मिट्टी में पोटैशियम की कमी को पहचानना आसान नहीं होता, क्योंकि इसके लक्षण स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देते, लेकिन अगर आपके पौधे की ग्रोथ या विकास में बेहद ज्यादा कमी दिखाई देती है तो इससे यह तो साफ होता है कि, आपकी मिट्टी में किसी आवश्यक पोषक तत्व की कमी है, आइये जानते हैं मिट्टी में पोटैशियम की कमी लक्षण और दूर करने के उपाय के बारे में।

मिट्टी में पोटैशियम का होना क्यों आवश्यक है – Why Is Potassium Needed In Soil In Hindi

गार्डन या गमले के मिट्टी में पोटैशियम भरपूर मात्रा में होना बेहद आवश्यक है, क्योंकि इससे आपके पौधे की ग्रोथ अच्छी होगी और पौधे में ज्यादा से ज्यादा फल और फूल पैदा होंगे। इसके अलावा पोटैशियम पौधों की कई तरह से रोगों से लड़ने में भी मदद करता है और इसके साथ ही कीटों से बचने के लिए भी प्रतिरोधक शक्ति प्रदान करता है। अगर मृदा में पोटेशियम की ज्यादा कमी हो जाए, तो इससे पूरे पोधे पर असर पड़ता है। आइये जानते हैं मिट्टी में पोटैशियम प्रदान करने के कुछ तरीकों और मिट्टी में इसकी कमी का पता कैसे लगाएं, के बारे में।

पौधों में पोटेशियम की कमी के लक्षण – Symptoms of Potassium Deficiency in Plants In Hindi

पौधों में पोटेशियम की कमी के लक्षण - Symptoms of Potassium Deficiency in Plants In Hindi

जब गमले या ग्रो बैग्स की मिट्टी में पोटैशियम की कमी होती है तो पौधे में इसके साफ लक्षण दिखाई नहीं देते, लेकिन पोटेशियम की कमी से पौधों में कुछ लक्षण देखे जा सकते हैं जैसे पौधे की पत्तियों का मुड़ना और चटकना, आदि। इसके अलावा मिट्टी में पोटेशियम की कमी होने पर नई पत्तियों पर काफी ज्यादा असर दिखाई देता है, क्योंकि इसकी कमी की वजह से नई पत्तियाँ छोटी और मुरझाई हुई सी नजर आ सकती है। अगर मिट्टी में पोटैशियम की मात्रा बहुत कम हो गई है, तो इसकी वजह से पौधे बोने भी रह सकते हैं और रोगों के प्रति संवेदनशील भी हो जाते हैं।

(और पढ़ें: पौधों में पोषक तत्वों की कमी के लक्षण और उपाय...)

मिट्टी में पोटेशियम की कमी का पता कैसे लगाएं – How To Check Potassium Deficiency In Soil In Hindi

गार्डन की मिट्टी में पोटेशियम की कमी का पता लगाने के लिए आप मिट्टी की जाँच करवा सकते हैं। इससे आपको पता चलेगा कि, मिट्टी में पोटेशियम की कमी है या नहीं। मिट्टी का परीक्षण (test) करने से आपको यह भी पता चल जायेगा कि, कहीं आपके द्वारा उपयोग की जाने वाली मिट्टी में अन्य पोषक तत्वों की कमी तो नहीं है। मिट्टी टेस्टिंग करने के लिए आप कोई भी परीक्षण किट (Soil Testing Kits) खरीद सकते हैं और खुद ही मिट्टी का परीक्षण कर सकते हैं। अगर आप टेस्टिंग किट नहीं खरीदना चाहते, तो आप मिट्टी का सैंपल (sample) लेकर इसे परीक्षण के लिए प्रयोगशाला में भेज सकते हैं।

अगर रिपोर्ट से यह निर्धारित होता है कि, आपके द्वारा जाँच के लिए भेजी गई मिट्टी में पोटेशियम की कमी है तो आप विभिन्न प्रकार से इसकी कमी को दूर कर सकते हैं। मृदा परीक्षण से आपको यह भी पता चल जायेगा कि, आपकी मिट्टी में पोटेशियम की कितनी मात्रा है, इससे आप यह निर्धारित कर सकते हैं कि, मिट्टी को कितना पोटेशियम युक्त खाद प्रदान करना है।

पौधों की मिट्टी में पोटैशियम की कमी को दूर करने के तरीके – How to Treat Potassium Deficiency in Plants in Hindi

गार्डन या गमले की मिट्टी में पोटैशियम तत्व की कमी दूर करने के निम्न तरीके हैं:

  1. ग्रीन सैंड से करें मिट्टी में पोटैशियम की कमी को दूर
  2. मिट्टी में पोटेशियम की कमी दूर करने के लिए उर्वरक या खाद
  3. गार्डन की मिट्टी में पोटेशियम की कमी दूर करने के लिए सी वीड फर्टिलाइजर
  4. राख से करें मिट्टी में पोटेशियम की कमी को दूर
  5. घरेलू खाद से करें मिट्टी में पोटेशियम की कमी को दूर

(और पढ़ें: पोटाश उर्वरक क्या है गार्डन में इसके उपयोग और फायदे…)

ग्रीन सैंड – Green Sand Removes Potassium Deficiency In Soil In Hindi

ग्रीन सैंड जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है कि यह एक तरह की रेत होती है, जिसका रंग थोड़ा हरा होता है और इसे समुद्र तल से प्राप्त किया जाता है। ग्रीन सैंड में बहुत ही उच्च मात्रा में पोटेशियम और अन्य खनिज तत्व पाये जाते हैं। यह पोटैशियम तत्व का स्रोत (source) है। आप इसे किसी भी उर्वरक की शॉप या ऑनलाइन ऑर्डर करके खरीद सकते हैं। इसे गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में मिलाकर पोटैशियम की कमी को दूर किया जा सकता है।

उर्वरक या खाद – Fertilizer To Fix Potassium Deficiency In Soil In Hindi

उर्वरक या खाद - Fertilizer To Fix Potassium Deficiency In Soil In Hindi

अगर आपने मिट्टी का परीक्षण किया है और आपकी मिट्टी में पोटेशियम या अन्य पोषक तत्वों की कमी है तो इसके लिए आप सामान्य उर्वरक का भी उपयोग कर सकते हैं जिसमें नाइट्रोजन और फास्फोरस भी शामिल होते हैं। लेकिन किसी भी उर्वरक को इस्तेमाल करने से पहले अपनी आवश्यकता के अनुसार उपयुक्त एनपीके के अनुपात को निर्धारित करने के लिए लेबल जरूर पढ़ें। उर्वरक को फैलाने के लिए स्प्रेडर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। मिट्टी में उर्वरक ऐसे समय में इस्तेमाल करें जिस समय बारिश होने की संभावना न के बराबर हो, नहीं तो आपका उर्वरक या खाद बारिश के पानी में बह सकता है।

सी वीड कम्पोस्ट – Seaweed Compost To Remove Potassium Deficiency In Soil In Hindi

मिट्टी में पोटेशियम को बढाने के लिए आप केल्प या समुद्री शैवाल (seaweed) का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप समुद्र के पास रहते हैं तो आप आसानी से इसे प्राप्त कर सकते हैं। समुद्री शैवाल अर्थात सीवीड पोटेशियम का एक प्राकृतिक स्रोत है जिसका इस्तेमाल आप गार्डन में फैलाकर गीली घास के रूप में कर सकते हैं, जो कि आपकी मिट्टी को पोषण प्रदान करेगा। इसके अलावा आप ड्राई केल्प मील उर्वरक (Kelp Meal Fertilizer) भी ला सकते हैं जिसे आप अनुशंसित मात्रा में अपने होम गार्डन या टेरिस गार्डन में फैला सकते हैं तथा आप पौधों में पोटेशियम की कमी को दूर करने के लिए लिक्विड समुद्री शैवाल सांद्रण (liquid seaweed concentrate) खरीद सकते हैं और इसे अपने गार्डन की मिट्टी में समान रूप से स्प्रे कर सकते हैं।

(यह भी जानें: सीवीड फर्टिलाइजर क्या है? जानिए गार्डनिंग में इसका उपयोग और फायदे…)

लकड़ी की राख – Prevent Potassium Deficiency In Soil With Ashes In Hindi

लकड़ी की राख - Prevent Potassium Deficiency In Soil With Ashes In Hindi

अगर आपके पास आग जलाने के लिए खुली या उचित जगह है तो आप लकड़ी की राख का इस्तेमाल पोटेशियम उर्वरक के रूप में कर सकते हैं। बता दें कि लकड़ी की राख में पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है और इसे आप गार्डन मिट्टी में पतली परत के रूप में फैला सकते हैं। लेकिन लकड़ी की राख आपकी मिट्टी के पीएच स्तर को बढ़ा सकती है जिसका मतलब है कि यह मिट्टी को और ज्यादा क्षारीय बना देगी। इसलिए इसे मिट्टी में इस्तेमाल करने से पहले मिट्टी के PH को चेक अवश्य करें। अगर आपकी मिट्टी अम्लीय है, तो अपने बगीचे में लकड़ी की राख की एक पतली परत छिड़क सकते हैं। लेकिन अधिक राख का इस्तेमाल करने से बचें, क्योंकि इसके अधिक इस्तेमाल से पौधे झुलस सकते हैं। अगर आप अपने घर पर खुद खाद बनाते हैं तो उसमे राख की थोड़ी मात्रा मिला सकते हैं।

(यह भी जानें: लकड़ी की राख का उपयोग, जानिए गार्डन में इसके फायदे…)

घरेलू खाद Treat Potassium Deficiency In plant With Home Composting In Hindi

घरेलू खाद - Treat Potassium Deficiency In plant With Home Composting In Hindi

मिट्टी में पोटेशियम की कमी को दूर करने के लिए आप लकड़ी की राख के अलावा कई तरह की सब्जी स्क्रैप और हरी सामग्री से बनी हुई खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो पोटेशियम सहित आपकी मिट्टी में अन्य पोषक तत्वों की कमी को भी दूर करेगी। इसके अलावा आप केले के छिलके का इस्तेमाल भी कर सकते हैं, केले के छिलको में पोटेशियम की मात्रा सामान्य से अधिक होती है। इसलिए आप नियमित रूप से अपनी खाद में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। केले के छिलके या हरी सब्जियों के स्क्रैप का इस्तेमाल करने से आपकी मिट्टी उपजाऊ होगी और गार्डन या गमले में लगे पौधे की ग्रोथ भी अच्छी होगी।

(और पढ़ें: घर पर कम्पोस्ट खाद और उर्वरक कैसे बनाएं….)

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