पौधों को ट्रांसप्लांट करने के टिप्स – Full Steps For Transplanting Seedlings In Hindi

होम गार्डन में गमले या ग्रो बैग में पौधे लगाते वक्त कई पौधों को मिट्टी में सीधे न उगाकर, उनकी सबसे पहले बीज द्वारा सीडलिंग तैयार की जाती है और बीज अंकुरित होने के बाद जब पौधे तैयार हो जाते हैं तब उन्हें किसी अन्य उचित स्थान पर लगाया जाता है, इस प्रक्रिया में अक्सर आपने देखा होगा कि आपके द्वारा रोपित पौधे पनप नहीं पाते, ऐसा होने का मुख्य कारण ठीक से पौधे को प्रत्यारोपित न करना हो सकता है, इस लेख में आप जानेंगे कि, पौधों की रोपाई या प्रत्यारोपण कैसे करें, तैयार की हुई सीडलिंग को ट्रांसप्लांट कैसे किया जाता है, सीडलिंग से तैयार पौधे को प्रत्यारोपित करने की विधि व तरीके तथा सीडलिंग ट्रांसप्लांट के बाद पौधे की देखभाल कैसे करें, जानने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

पौधों को ट्रांसप्लांट कब करें – When To Transplant Seedling In Hindi

पौधे को अच्छे विकास और स्वस्थ वृद्धि के लिए अलग-अलग प्रकार की जलवायु तथा वातावरण की आवश्यकता होती है जिसमें वे बढ़ते हैं, इस कारण अनुकूल वातावरण न होने पर कुछ पौधों की सीडलिंग इनडोर तैयार की जाती है ताकि आवश्यक वातावरण हो जाने पर उनकी आउटडोर ट्रांसप्लांट की जा सके। प्रत्यारोपण कब करना है यह पौधे की प्रकृति तथा मिट्टी के तापमान पर निर्भर करता है। आपके द्वारा तैयार की गई सीडलिंग को आप पौधे की वातावरण अनुकूलता तथा तापमान के आधार पर गार्डन या गमले में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं। गर्मी पसंद करने वाले पौधों को तब तक बाहर नहीं लगाना चाहिए, जब तक रात का तापमान 15°C से ज्यादा न हो जाए।

नोट – सीडलिंग (तैयार किये हुए छोटे पौधे) ट्रांसप्लांट के दौरान स्थानीय मौसम के पूर्वानुमान पर नजर रखें। वातावरण पूरी तरह पौधे के अनुकूल हो जाने पर ही प्रत्यारोपण या रोपाई करना चाहिए।

पौधे का प्रत्यारोपण कैसे करें – How to Transplant Seedlings After Germination In Hindi

पौधे का प्रत्यारोपण कैसे करें - How To Transplant Plants In Hindi

जब आपको लगे कि, अब बाहरी मौसम आपके तैयार पौधे को ट्रांसप्लांट करने के लिए बेहतर हो गया है तब आप सीडलिंग को अपने गार्डन या गमले की मिट्टी में रोपें, इसके लिए आप निम्न सीडलिंग ट्रांसप्लांट टिप्स फॉलो कर सकते हैं, जो नीचे बताये गए हैं जहां आप जानेंगे कि, पौधों को ट्रांसप्लांट कैसे करें या कैसे किया जाता है, आइये जानते हैं सीडलिंग ट्रांसप्लांट टिप्स के बारे में।

सीडलिंग ट्रांसप्लांट टिप्स – Tips For Seedlings Transplanting In Hindi

सीडलिंग ट्रे में तैयार किये गए पौधों को उचित आकार के गमले या ग्रो बैग में ट्रांसप्लांट (Transplant) करने का सही तरीका तथा टिप्स निम्न हैं:

  1. रोपाई से पहले अंकुर मजबूत करें
  2. पौधा लगाने वाले स्थान को तैयार करें
  3. सावधानीपूर्वक गमले से सीडलिंग निकालें
  4. अंकुर के लिए गड्ढा खोदें
  5. गड्ढे में अंकुर लगाएं
  6. अंकुरित पौधे लगाने के बाद उर्वरक दें
  7. सीडलिंग को पानी दें
  8. तापमान नियंत्रित करें

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रोपाई से पहले अंकुर मजबूत करें – Strong Seedlings Before Transplanting In Hindi

इनडोर सीडलिंग से तैयार किये हुए पौधों को अगर मजबूत किये बिना घर के बाहर गार्डन या गमले की मिट्टी में प्रत्यारोपित किया जाता है तो वे अचानक हुए इस बदलाव से मुरझा सकते हैं या मर सकते हैं, इसीलिए रोपण से लगभग 1-2 सप्ताह पहले पौधों को बाहरी स्थितियों के लिए तैयार किया जाना या सीडलिंग हार्डनिंग आवश्यक है, इसके लिए आप निम्न तरीके अपना सकते हैं, जैसे :

  • पौधों को धीरे-धीरे गर्म वातावरण देना शुरू करें।
  • गार्डन या गमले में लगे पौधों को आंशिक धूप में गर्म हवाओं से बचाने के लिए उचित स्थान पर रखें।
  • तैयार सीडलिंग (छोटे अंकुरित पौधे) को किसी छायांकित स्थान पर रखें।

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पौधे लगाने वाले स्थान को तैयार करें – Prepare Planting Site In Hindi

पौधे लगाने वाले स्थान को तैयार करें - Prepare Planting Place In Hindi

सीडलिंग ट्रांसप्लांट करने के लिए आपको पौधे की प्रकृति के अनुसार अपने बगीचे में एक उचित स्थान का चयन करना होगा, जहाँ आप अपने तैयार किये गए पौधे को लगाना चाहते हैं, इसके बाद:

  • रोपण से पहले गार्डन फोर्क (Garden Fork) के उपयोग से मिट्टी को ढीला और हवादार करें।
  • कल्टीवेटर 3 फिंगर, हैंड वीडर या किसी अन्य गार्डनिंग टूल्स के उपयोग से यदि खरपतवार है, तो उसे हटा दें।
  • फावड़े या हैंड ट्रोवेल (hand trowel) के उपयोग से खुदाई कर मिट्टी में जैविक खाद इत्यादि मिलाकर मिट्टी को उपजाऊ बनाए।
  • मिट्टी की नमी चेक करें, अगर मिट्टी शुष्क है तो इसे पानी दें ताकि मिट्टी पौधे की जड़ों से नमी न सोखे अन्यथा पौधे मर सकते हैं लेकिन ध्यान रखें मिट्टी अत्यधिक गीली या चिपचिपी भी न हो।

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नोट – अगर आप सीडलिंग को गमले में लगाना चाहते हैं तो गमले में तैयार की हुई मिट्टी या पॉटिंग मिश्रण (Potting Soil) भरें।

अंकुरित पौधे लगाने के लिए गड्ढा करें – Dig A Pit For Seedling Plant In Hindi

अब गार्डन में तैयार किये गए स्थान या ग्रो बैग में किसी फावड़े या हैंड ट्रोवेल की मदद से सीडलिंग लगाने के लिए रूटबॉल से थोड़ा बड़ा और लगभग उतना ही गहरा गड्ढा बनाएं, ताकि पौधों को गड्ढे में अच्छी तरह से लगाया जा सके।

गार्डनिंग के लिए जरूरी सामग्री यहाँ से खरीदें:

गमले या ग्रो बैग
सीडलिंग ट्रे
ट्रोवेल
गार्डन फोर्क (Garden Fork)
कल्टीवेटर
हैंड वीडर
वॉटरिंग केन
स्प्रे पंप
रॉक फॉस्फेट

सीडलिंग ट्रे या पॉट से पौधे सावधानीपूर्वक निकालें – Carefully Remove Seedlings From Pot or Tray In Hindi

जब आप अपने नन्हे पौधों को लगाने के लिए नई जगह तैयार कर लें, तब सीडलिंग ट्रे या गमले में लगे हुए पौधों को सावधानीपूर्वक बाहर निकालें ताकि जड़ों को कोई नुकसान न हो, तैयार किये गए पौधों को निकालते समय निम्न सावधानी रखें, जैसे:

  • पौधों को सावधानीपूर्वक बाहर निकालें।
  • सीडलिंग आसानी से निकालने के लिए 1 दिन पहले पौधों को गहराई से पानी दें।
  • पौधों को झटके से खींचकर निकालने पर जड़ें टूट सकती हैं, अतः पौधों को आराम से निकालें।

गार्डन या गमले की मिट्टी में अंकुरित पौधे लगाएं – Plant Seedlings In Pots or garden soil In Hindi

गार्डन या गमले में अंकुरित पौधे लगाएं - Plant Seedlings In Pots In Hindi

सीडलिंग ट्रे में तैयार किये गए पौधों को गमले या ग्रो बैग के गड्ढे में लगभग इतनी गहराई पर लगाएं, ताकि उसकी जड़ें मिट्टी से अच्छी तरह ढक जाएं, लेकिन ध्यान रखें सीडलिंग के पत्ते मिट्टी की सतह को स्पर्श न करे। अब पौधों की जड़ों को चारों ओर से मिट्टी से ढककर हल्के से दबाएं ताकि पौधे मिट्टी में अच्छी तरह स्थापित हो जाएं।

सीडलिंग ट्रांसप्लांट करने के बाद पौधों को पानी दें – Water For Seedlings In Hindi

सीडलिंग को पानी दें - Water For Seedlings In Hindi

गार्डन या गमले की मिट्टी में सीडलिंग लगाने के तुरंत बाद पौधों को धीमी गति से फब्बारे के रूप में पानी दें, ताकि आस-पास की मिट्टी नम हो जाये तथा पौधों को हवा या प्रत्यारोपण के झटके से बचाया जा सके, पौधों को पानी देने के लिए आप वॉटरिंग केन या स्प्रे पंप का इस्तेमाल कर सकते हैं।

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अंकुरित पौधे लगाने के बाद उर्वरक दें – Give Fertilizer After Seedling Planting In Hindi

प्रत्यारोपण के कुछ दिनों बाद, प्रत्येक अंकुर (पौधे) को आवश्यकतानुसार उर्वरक (लगभग एक कप) दें, ताकि पौधों की मजबूत जड़ विकास को बढ़ावा मिल सके। इसके लिए आप उच्च फास्फोरस युक्त आर्गेनिक फर्टिलाइजर या 15-30-15 (NPK) उर्वरक के दो बड़े चम्मच को पानी में मिलाकर लिक्विड खाद के रूप में पौधों को दे सकते हैं।

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तापमान नियंत्रित करें – Control Temperature For Seedlings In Hindi

अगर आपके आस-पास का मौसम या वातावरण विशेष रूप से शुष्क है, तो तापमान नियंत्रण के लिए पौधों के आस-पास मल्चिंग करें, ताकि नमीं बरकरार रहे और पौधों को मुरझाने या नष्ट होने से बचाया जा सके।

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प्रत्यारोपण के बाद पौधे की देखभाल कैसे करें – Care Of Plants After Transplanting In Hindi

सीडलिंग ट्रांसप्लांटेशन के बाद पौधों का निरीक्षण करें, देखें कि ये कैसे बढ़ रहा है, प्रत्यारोपण के बाद पौधे बहुत ही नाजुक स्थिति में होते हैं, इसीलिए इस समय कुछ दिनों तक (लगभग 1 महीना) पौधों का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है, आमतौर पर पौधे थोड़े ही समय में सामान्य स्थिति में वापिस आ जाते हैं, इस समय:

  • जलभराव से बचना चाहिए।
  • सीडलिंग लगी हुई मिट्टी में नमी बनाए रखें।
  • पौधों को तेज हवाओं व गर्म वातावरण से बचाना चाहिए।
  • पौधों को आंशिक छाया में रखना चाहिए।

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उपर्युक्त आर्टिकल में आपने जाना कि, घर के अन्दर (इनडोर) जब बीज से सीडलिंग तैयार की जाती है तो आउटडोर सीडलिंग ट्रांसप्लांटेशन कैसे करें, तथा सीडलिंग प्रत्यारोपण के बाद पौधों की देखभाल कैसे करना चाहिए। गार्डनिंग से रिलेटेड और भी लेख पढ़ने के लिए Organicbazar.net पेज पर जाएं। यह आर्टिकल आपको कैसा लगा, कमेंट में जरूर बताएं। इस लेख से सम्बंधित आपके जो भी सवाल या सुझाव हों, हमें कमेंट में जरूर बताएं।

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