जैसे कि जब आप किसी नए व्यक्ति से मिलते हैं, तो आप उनका नाम जानना चाहते हैं, वे क्या करते हैं, उन्हें क्या पसंद है, है ना? पौधों के साथ भी ऐसा ही है। जब आप किसी नर्सरी या गार्डन में नए पौधे को देखते हैं, तो आप उसका नाम या उससे जुड़ी और भी जानकारी जानना चाहते हैं। ऐसी स्थिति में काम में आते हैं प्लांट टैग (plant tag) या लेबल। प्लांट लेबल (plant label/marker) का सबसे प्रमुख काम होता है, पौधों की पहचान करना। प्लांट टैग पर पौधे से जुड़ी जानकारी जैसे उसका नाम, ग्रोइंग कंडीशन आदि को लिखा जाता है और फिर उस टैग को पौधे के पास लगा या चिपका दिया जाता है। इससे कोई भी व्यक्ति, प्लांट टैग को पढ़कर पौधे के बारे तुरंत जान सकता है। इस फायदे के अलावा प्लांट टैग के बागवानी (gardening) में और भी कई फायदे होते हैं।
प्लांट टैग क्या होते हैं (nursery plant labels in hindi), गार्डन में प्लांट टैग मार्कर के फायदे क्या हैं और इन्हें क्यों लगाते हैं, इन पर क्या-क्या जानकारी लिखी रहती हैं, इन सभी सवालों के जबाव आपको इस लेख में जानने को मिलेंगे।
प्लांट टैग मार्कर क्या होते हैं – What Is Plant Tags Marker/Labels In Gardening In Hindi
पौधों के नाम और उनसे जुड़ी अन्य जानकारियों को याद रखने के लिए, प्लांट टैग को पौधों पर लगाया जाता है। इन टैग पर पौधे का नाम, उसकी धूप, खाद, पानी आदि की जरूरत जैसी सूचनाएँ लिखी रहती हैं। इससे एक नया व्यक्ति जो गार्डनिंग और पौधो के बारे में कुछ भी नहीं जानता, वह भी उसे पढ़कर पौधे के बारे में आसानी से जान सकता है। इन्हें, ट्री टैग (tree tags), प्लांट केयर टैग (plant care tags), नर्सरी प्लांट टैग (nursery plant tags), प्लांट मार्कर (plant markers) भी कहा जाता है। इनके इस्तेमाल से आपको अपने पौधों के नाम याद रहेंगे और आप उनकी सही से देखभाल कर सकेंगे।
नोट:- प्लांट लेबल या टैग में पौधे से संबंधित जानकारी हमें कुछ लिखनी होती है।
(और पढ़ें: प्लांट टैग या मार्कर क्या है, इसे कहाँ से खरीदें…)
प्लांट टैग व अन्य चीजें खरीदने के लिए नीचे दिए आइकॉन पर क्लिक करें:
पौधों पर लेबल या टैग लगाने के फायदे – Importance/Benefits Of Plant Care Tag/Label In Hindi
हमें अपने बगीचों में पौधों पर लेबल क्यों लगाना चाहिए? इसका उत्तर है- ताकि हम उनके नाम जान सकें और फिर उनकी सही से देखभाल कर सकें। गार्डनिंग में लेबलिंग या टैगिंग का बहुत महत्त्व है। चलिए इसके फायदे और उपयोग समझते हैं:
1. पौधे की पहचान कर पाना – Identify Any Plant Using Plant Tags/Labels In Hindi
प्लांट टैग की मदद से सभी पौधों के नाम और उनसे जुड़ी अन्य जानकारियां याद रखने में मदद मिलती है। टैग पर पौधों के सामान्य नाम, वैज्ञानिक नाम, वह किस क्षेत्र में मूल रूप से उगता है (origin of plant) और उनसे संबंधित अन्य जानकारियां लिख कर, उसे पौधे पर लगा देते हैं। इससे, कोई भी व्यक्ति टैग को पढ़कर पौधे के बारे में तुंरत जान सकता है। ये टैग तब बहुत काम आते हैं, जब आप घर पर बहुत सारे तरह-तरह के पौधे लगाते हैं।
2. पौधे की आसानी से देखभाल कर पाना – Take Care Of Plants Easily With Tags Markers In Hindi
किसी पौधे को कितनी मात्रा में धूप या पानी की जरूरत है, इसे हमेशा याद रख पाना मुश्किल होता है। इसी वजह से प्लांट टैग में पौधे की देखभाल से जुड़ी सभी जानकारियां लिखें और उसे पौधे की मिट्टी में लगा दें। इससे पौधे की देखभाल करने में आसानी होती है। जैसे पौधे के लिए आदर्श तापमान लिखने से हमें यह पता चल पाता है कि किस तापमान पर पौधे को बाहर रखे रहने देना है या अंदर लाना है।
(और पढ़ें: पौधों की वृद्धि के लिए 10 शानदार टिप्स…)
3. पौधे की ग्रोथ पर नजर रख पाना – Plant Tags Help To Measure/Monitor Plant Growth In Hindi
प्लांट टैग या मार्कर पर बीज बोने की तारीख, पौधा ट्रांसप्लांट करने की तारीख, पौधे के परिपक्व होने में लगने वाले दिन, पौधे को खाद कब देना है, प्रूनिंग कब करना है, आदि बातें भी लिखी जाती हैं। प्लांट टैग को पढ़कर आप पौधे की जरूरत के अनुसार सही समय पर सही देखभाल कर सकते हैं और उसकी ग्रोथ पर नजर रख सकते हैं।
ग्रो बैग (गमला) व अन्य चीजें खरीदने के लिए नीचे दिए आइकॉन पर क्लिक करें:
4. गार्डन व्यवस्थित दिखाई देना – Plant Labels Make Garden Organized In Hindi
Plant Care Tags को पौधों में लगाने से गार्डन सुंदर और व्यवस्थित दिखाई देता है। इनकी मदद से आप हर एक प्लांट का नाम और उससे जुड़ी जानकारियां तुरंत पता कर पाते हैं।
(और पढ़ें: जानें कम कीमत में टेरेस गार्डन तैयार करने की बेहतरीन टिप्स…)
5. पौधों को समूह में रखने में मददगार होना – Garden Plant Labels Help Grouping Plants Together In Hindi
गार्डन में पौधों को एक साथ समूह में रखने से न केवल गार्डन सुंदर दिखाई देता है, बल्कि पौधों की ग्रोथ में भी मदद मिलती है। इस काम को करने में प्लांट टैग या लेबल बहुत हेल्पफुल होते हैं। जैसे पत्तेदार पौधों में उनके नाम का टैग लगाकर, उन्हें एक साथ ग्रुप में रखने से वे अधिक आकर्षक लगते हैं। समान धूप, पानी आदि आवश्यकताओं वाले पौधों को एक साथ रखने से उनकी देखभाल करना आसान हो जाता है।
6. पौधों के बीच अंतर कर पाना – Know Difference Between Similar Looking Plants By Tags In Hindi
जब पौधे छोटे होते हैं तब वे एक समान दिखाई पड़ते हैं। जैसे सभी पौधों की सीडलिंग या अंकुर एक से नजर आते हैं। ऐसे में प्लांट टैग लगाने से हम यह आसानी से पता कर सकते हैं कि गमले में लगी सीडलिंग या पौधे का नाम क्या है। प्लांट टैग की मदद से उनमें अंतर कर पाना बहुत सरल हो जाता है। बीज लगाते समय ही मिट्टी में प्लांट टैग लगा देना चाहिए।
उपजाऊ मिट्टी व अन्य चीजें खरीदने के लिए नीचे दिए आइकॉन पर क्लिक करें:
7. नर्सरी चलाने वालों के लिए बहुत फायदेमंद – Plant Labels And Markers Are Very Useful For Nurseryman In Hindi
पौधे के लेबल और मार्कर एक पौधे को दूसरे से अलग करने और नए व्यक्ति को पौधे की किस्मों की पहचान कराने में मदद करने का एक आदर्श तरीका है। इसी वजह से प्लांट टैग, नर्सरी या पॉलीहाउस चलाने वाले लोगों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। क्योंकि उनके पास हजारों पौधे होते हैं और सभी पर टैग लगाने से उनके बारे में जरूरी सूचनाएं न तो याद रखनी पड़ती हैं और न ही ग्राहक को समझानी पड़ती हैं। प्लांट टैग को पढ़कर, ग्राहक को पौधा खरीदने में सहायता मिलती है।
(और पढ़ें: यदि खरीदने जा रहे हैं नर्सरी से पौधा, तो रखें इन बातों का ध्यान…)
प्लांट लेबल या टैग पर क्या जानकारी होनी चाहिए – What Information Should Be On A Plant Care Label/Marker In Hindi
गार्डन में प्लांट टैग या लेबल पर पौधे से जुड़ी कई तरह की जानकारियां लिखी जाती हैं, जैसे:
1. पौधे की पहचान संबंधी जानकारी – Identification Information On Plant Care Tags In Hindi
प्लांट टैग पर पौधे की पहचान से जुड़ी जानकारियां लिखी जाती हैं। जैसे पौधे का सामान्य नाम (Common Name), वैज्ञानिक नाम (Scientific Name), किस्म का नाम (Varieties) आदि जानकारियां प्लांट मार्कर या लेबल पर लिख कर उसे पोधे की मिट्टी में लगा सकते हैं।
2. पौधे लगाने की तारीख से जुड़ी जानकारियां – Date Information On Plant Label In Hindi
तारीख संबंधी इन्फोर्मेशन जैसे पौधा कब खरीदा था, बीज किस तारीख को बोये थे आदि बातें भी प्लांट लेबल पर लिखी जाती हैं।
3. पौधे के उगने संबंधी सूचनाएँ – Growth Related Informations On Nursery Plant Labels In Hindi
किसी भी पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए क्या-क्या जरूरते होती हैं, इसकी सूचनाएँ भी प्लांट लेबल पर लिखी जाती हैं। जैसे धूप, पानी, खाद, तापमान, पीएच के बारे में प्लांट टैग पर लिख सकते हैं। पौधा झाड़ीदार (Bush Plant) है या बेल वाला, वह कितनी जगह घेरता है (Plant Spacing) आदि बातें भी प्लांट टैग पर लिखी जा सकती हैं।
4. पौधे की विस्तृत जानकारी के लिए QR लगाना – QR Code Plant Labels In Hindi
आजकल जंगलों, रास्ट्रीय उद्यानों, वन्य अभयारण्य और गार्डन आदि में पेड़ों पर Qr कोड लगा रहता है। इस कोड को फोन से स्कैन करने पर पौधे से जुड़ी विस्तृत जानकारी आपको फोन पर मिल जाती है, जैसे उसका नाम, वह मूल रूप से कहाँ उगता है आदि। सबसे पहले इस Qr कोड को कंप्यूटर पर ऑनलाइन जनरेट किया जाता है, फिर उसमें पौधे से सम्बन्धित जानकारी अपलोड की जाती हैं।
Plant Tags कहाँ से खरीदें – Where To Buy Plant Tags/Marker/Labels In Hindi
Organicbazar.Net साईट से आप सफ़ेद रंग के प्लांट टैग, काफी कम प्राइस पर खरीद सकते हैं। यहाँ आपको कई तरह के प्लांट टैग या मार्कर मिल जायेंगे, जैसे टी शेप (T Type Plant Tag/Label), या तीर के शेप वाले प्लांट टैग (Arrow Shape Plant Tag) आदि। इन प्लांट टैग की लम्बाई 10-40 सेंटीमीटर और चौड़ाई 2-6 सेंटीमीटर तक होती है।
(और पढ़ें: गार्डन का सामान कहाँ से खरीदें…)
इस लेख में आपने जाना की गार्डनिंग में प्लांट टैग/मार्कर का उपयोग क्यों किया जाता है, इसके क्या फायदे होते हैं और इन लेबल पर क्या-क्या जानकारियां लिखी जा सकती हैं। प्लांट लेबल या मार्कर से जुड़े इस लेख के बारे में अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो उसे कमेन्ट बॉक्स में जरूर बताएं।
प्लांट टैग व अन्य चीजें खरीदने के लिए नीचे दिए आइकॉन पर क्लिक करें: